पीएल 480 किस देश में बना कानून है

  1. अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियों को भारत के किसी भाग अथवा सम्पूर्ण भारतमें लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है
  2. कानून की परिभाषा दें और इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें? » Kanoon Ki Paribhasha De Aur Iske Vibhinn Sroton Ka Varnan Kare
  3. विश्व के सभी देश
  4. पीएल 480 किस देश में बना कानून है? » Piyela 480 Kis Desh Me Bana Kanoon Hai


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अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियों को भारत के किसी भाग अथवा सम्पूर्ण भारतमें लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है

p. 1- 1 [Multi Choice Question] Description: This is a Most important question of gk exam. Question is : अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियों को भारत के किसी भाग अथवा सम्पूर्ण भारतमें लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है , Options is : 1. सभी राज्येां की सहमति से , 2. बहुसंख्य राज्यों की सहमति से , 3.सम्बन्धित राज्यों की सहमति से , 4. बिना किसी राज्य की सहमति से , 5. NULL Publisher: mympsc.com Source: Online General Knolwedge अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियों को भारत के किसी भाग अथवा सम्पूर्ण भारतमें लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है This is a Most important question of gk exam. Question is : अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियों को भारत के किसी भाग अथवा सम्पूर्ण भारतमें लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है , Options is : 1. सभी राज्येां की सहमति से , 2. बहुसंख्य राज्यों की सहमति से , 3.सम्बन्धित राज्यों की सहमति से , 4. बिना किसी राज्य की सहमति से , 5. NULL Correct Answer of this Question is : 4 Online Electronics Shopping Store - Buy Mobiles, Laptops, Camera Online India Electronics Bazaar is one of best Online Shopping Store in India. Buy online Mobile Phones, Laptops, Tablets, Cameras & much more at best prices. Buy Now! online shopping Electronics india, online shopping in india, online shopping store, buy electronics online, online electronics shopping, online shopping stores, electronics online shopping, online electronics store, online electronic shopping india, online electronics store india • ☞ >कम्प्यूटर व दूरसंचार प्रणाली की सबसे छोटी सूचना संग्रहण इकाई कौन सी ह...

कानून की परिभाषा दें और इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें? » Kanoon Ki Paribhasha De Aur Iske Vibhinn Sroton Ka Varnan Kare

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। कानून की परिभाषा और उनके विभिन्न स्वरूपों का वर्णन कीजिए तो देखिए कानून उसे कहते हैं जो किसी देश या राज्य का बनाए गए नियमों का समूह को हम कानून कहते हैं कानून के तीन अंग होते हैं व्यवस्थापिका कार्यपालिका और न्यायपालिका व्यवस्थापिका होती है अनशन जो कानून बनाने का काम करती है और और जो कार्यपालिका होती है अजीत वह मतलब कानून को बुलंद करने का काम करती है उंगली लागू करती उस पर कार्य करती है और तीसरा होता है न्यायपालिका इंडिपेंडेंस डिस्टिक जो उन कानूनों की व्याख्या करती है और कानून कैसे काम करेगा अगर किसी का उस कानून का उल्लंघन हो या हनन हो या किसी राइट का किसी व्यक्ति के राइट का उल्लंघन हो तो न्यायपालिका उसे प्रेग्नेंट करती हो क्या देती है kanoon ki paribhasha aur unke vibhinn swaroopon ka varnan kijiye toh dekhiye kanoon use kehte hain jo kisi desh ya rajya ka banaye gaye niyamon ka samuh ko hum kanoon kehte hain kanoon ke teen ang hote hain vyavasthapika karyapalika aur nyaypalika vyavasthapika hoti hai anshan jo kanoon banane ka kaam karti hai aur aur jo karyapalika hoti hai ajit vaah matlab kanoon ko buland karne ka kaam karti hai ungli laagu karti us par karya karti hai aur teesra hota hai nyaypalika Independence district jo un kanuno ki vyakhya karti hai aur kanoon kaise kaam karega agar kisi ka us kanoon ka ullanghan ho ya hanan ho ya kisi right ka kisi vyakti ke right ka ullanghan ho toh nyaypalika use pregnant karti ho kya deti hai कानून की परिभाषा और उ...

विश्व के सभी देश

यहाँ • • सम्बंधी सूची है संघों की, गैर मान्यता प्राप्त देशों की, स्वायत्तता प्राप्त देशों की, अधीन क्षेत्रों की, एवं विवादित क्षेत्रों की। कुछ सन्दर्भों में कुछ उप राष्ट्रीय सत्ताओं हेतु देश एवं राष्ट्र शब्द प्रयोग किए गए हैं, यह विश्व के देशों की सूची, एक सिंहावलोकन कराती है, खास शासकों के क्षेत्र भी। ऐसे समावेश मानदण्ड अनुसार यह सूची शब्द `देश' एवं ` यह सूची दिए गए देशों के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी क्षेत्रों को आवृत्त करती है, अर्थात सूची में दिए गए देशों के नाम विषय वस्तु सूची: [ ] अनुक्रम: सम्मिलित राजनैतिक सत्ताओं के प्रकार [ ] इस सूची में 245 प्रकार की सत्ताएँ निम्न हैं: • 193 राज्य जिन्हे अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। • 192 • 1 राज्य जेसे अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है, किन्तु • 8 • 1 राष्ट्र जो सं रा संघ का सदस्य नहीं है, • 1 राज्य, जो कि • 1 डी फैक्टो स्वतन्त्र राज्य, राजनयिक तौर पर किसी • 5 डी फैक्टो (वास्तविक) स्वतन्त्र राज्य, • 38 बसे हुए क्षेत्र • 3 • 2 सुदूर देश • 7 • 1 • 6 • 1 फ्रैंच • 1 • 1 • 2 कलेक्टिविटि ( • 1 क्षेत्र ( • 2 सुदूर देश • 3 परतन्त्र क्षेत्र • 2 राज्य • 1 सागरपार क्षेत्र ( • 16 ब्रिटिश क्षेत्र • 13 • 3 • 5 • 2 • 2 • 1 डी फैक्टो संगठित क्षेत्र • 6 राष्ट्र नामों की कुंजी [ ] • बैहरीन (बोल्ड या मोटा) - राष्ट्र, जिन्हें अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। • अबखाजिया (मोटा एवं झुका - बोल्ड एवं इटैलियाई) - राष्ट्र जिन्हें अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त नहीं है। • केयमैन द्वीप समूह (साधारण) - अन्य अ-राज्य देश राष्ट्रों की सूची [ ] अ [ ] • UK सुदूर क्षेत्र) • • UK overseas territory) -- • UK सुदूर क्षेत्र सेंट हेलेना की परतंत्रता ) • • • • •...

पीएल 480 किस देश में बना कानून है? » Piyela 480 Kis Desh Me Bana Kanoon Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। अंबिका पहले अन्य देशों को एक बार आने पर या कोई इमरजेंसी होने पर खाने का सामान दिया करता था परंतु 1954 में अगर जब राष्ट्रपति थे तो उन्होंने कानून बनाया जिससे कि एक परमानेंट व्यवस्था बन सके जहां जाओ उनको खाद्यान्न सामग्री भेजनी है और जब 1959 में आईएनआर इंडिया है उसके बाद 1960 में एक समझौता किया खाद्यान्न भेजने के लिए जो पीएल 480 के नाम से जाना जाता है बाद में कॉमेडी में जब राष्ट्रपति बनने 1961 में तो उन्होंने फूड फॉर पीस इस समझौते को नाम दिया 1964 में काफी ज्यादा मात्रा में भारत को इस समझौते के अंदर गेहूं भेजी गई ना कि वह लाल गेहूं होती थी जिसको खाना काफी मुश्किल होता था वह लोग बचपन में ही उस लाल गेहूं को दूसरे गेहूं में मिलाकर दिखाते थे तभी खा सकते थे नहीं तो गेहूं की रोटी तुरंत सूख जाया करती थी और खाने में भी काफी परेशानी होती थी वह मुझे हूं जो वहां अमेरिका में जानवरों को खिलाते थे और बाद में जो बस जाती थी उसको सहायता के नाम पर दे दिया करते थे परंतु उस समय उसका एक एडवांटेज थी जो उसकी पेमेंट करनी होती थी पीएल 480 के अंतर्गत गेहूं की वह हम लोग को रुपए में करनी होती थी डॉलर में नहीं करनी होती थी और उस समय इंडिया की कंडीशन ग्रुप से इतनी अच्छी नहीं थी इसलिए रुपए उनकी कीमत के लिहाज से हम काफी खुश चला कि वह अमेरिका क्या करता था जो रुपया मिलता था उसके अगेंस्ट में उसको यहां इसाई मिशनरियों को दे दिया करता था जिससे वह इसाई धर्म को फैलाने में मदद करें और लोगों को फ्री कुछ चीजें उस रुपए की मदद से बांट सकें पर जब 1965 का युद्ध शुरू हुआ तो अमेरिका ने भारत पर दबाव बनाना च...