पीरियड के १० दिन बाद ब्लीडिंग आना

  1. पिरियड के सात दिन बाद भी ब्लीडिंग हो राहा है, क्या करे? » Period Ke Saat Din Baad Bhi Bleeding Ho Raha Hai Kya Kare
  2. क्या पीरियड्स में तीन दिन से कम ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? Is It Normal To Have Periods Less Than Three Days Know From Expert In Hindi
  3. पहला पीरियड कितने दिन तक रहता है
  4. पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए Period ke kitane din baad sambandh banaana chahiye
  5. Heavy Bleeding During Periods in Hindi


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पीरियड्स (Periods) के दौरान 20 महिलाओं में से एक महिला को हेवी ब्लीडिंग (Heavy Bleeding) होती है। सामान्य से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने के बावजूद अक्सर महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं लेकिन इसे मेडिकल सांइस में Menorrhagia कहते हैं, जिसमें एबनॉर्मल ब्लीडिंग होने के साथ ही पीरियड्स साइकल 7 दिन का हो जाता है। इस दौरान कई बार महिलाओं को पैड या टैंपून 2 घंटे में ही बदलना पड़ता है। इसकी वजह से कई बार महिलाओं को एनीमिया (Anemia) होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है, नींद ठीक से नहीं आती है और सिर दर्द भी होता है। इस दौरान महिलाओं को कमजोरी बहुत ज्यादा महसूस होती है। अगर आपको भी इस तरह की शिकायत है तो डॉक्टर से जरूर मिलें। अपने खान-पान का पूरा ख्याल रखें, ताकि आपको कमजोरी महसूस न हो या कम हो। Shutterstock एक पुरानी कहावत है कि अगर खानपान ठीक हो, तो कई बीमारियों से लड़ने में हमें मदद मिलती है। इसलिए घरों में अक्सर बड़े-बुजुर्ग फूड हैबिट्स पर सलाह देते हैं। अक्सर हम उनकी सलाहों को दरकिनार कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना कई बार अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करना साबित होता है। इसलिए खासकर माहवारी के दिनों में कमजोरी से निजात पाने के लिए अपनी डाइट में ये चीजें जरूर शामिल करें, ताकि आप सेहतमंद बनी रहें। Table of Contents • • • • • • • • • बॉडी को हाइड्रेटेड रखें - Freepik अगर आपको पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग होती है, तो हो सकता है कि आपका ब्लड वॉल्यूम कम हो। इसलिए आपको अपने बॉडी को हाइड्रेट रखने की बहुत ज्यादा जरूरत है। लगभग हर रोज आप जितना पानी पीते हैं, उसमें 4 से 6 कप ज्यादा पानी पिएं ताकि आपका ब्लड वॉल्यूम कायम रहे। इसके साथ ही आप इलेक्ट्रोलाइट का घोल भ...

पिरियड के सात दिन बाद भी ब्लीडिंग हो राहा है, क्या करे? » Period Ke Saat Din Baad Bhi Bleeding Ho Raha Hai Kya Kare

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। बिछी कभी-कभी ऐसा होता है कि पीरियड थोड़ा लंबा टाइम तक के जाता है 78 दिन तक भी पीरियड होता है बहुत से वह मैन को आमतौर से 34 उसका टाइम होता है कि रेट का लेकिन कभी-कभी देखा गया है कि बहुत से फीमेल को 7:00 8 दिन तक भी पीरियड होता है 10 दिन तक भी होता है तो इस कंडीशन में अगर आपकी ब्लीडिंग बंद नहीं हो रहा है तो आपको किसी लेडी डॉक्टर के पास जाकर उनसे सलाह करनी चाहिए बेहतर होगा कि अगर कोई एक्सपर्ट होम्योपैथी डॉक्टर आपके पास में हो तो आप उनके पास जाएं और आप अपने लक्षण बताएं और उसे सजा ले या फिर आप मुझे कांटेक्ट करें मेरा नंबर है 95484 86816 bichi kabhi kabhi aisa hota hai ki period thoda lamba time tak ke jata hai 78 din tak bhi period hota hai bahut se vaah man ko aamtaur se 34 uska time hota hai ki rate ka lekin kabhi kabhi dekha gaya hai ki bahut se female ko 7 00 8 din tak bhi period hota hai 10 din tak bhi hota hai toh is condition me agar aapki bleeding band nahi ho raha hai toh aapko kisi lady doctor ke paas jaakar unse salah karni chahiye behtar hoga ki agar koi expert homeopathy doctor aapke paas me ho toh aap unke paas jayen aur aap apne lakshan bataye aur use saza le ya phir aap mujhe Contact kare mera number hai 95484 86816 बिछी कभी-कभी ऐसा होता है कि पीरियड थोड़ा लंबा टाइम तक के जाता है 78 दिन तक भी पीरियड होता

क्या पीरियड्स में तीन दिन से कम ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? Is It Normal To Have Periods Less Than Three Days Know From Expert In Hindi

Is It Normal To Have Periods 3 Days: हर महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल अलग-अलग होती है। किसी के लिए पीरियड्स बहुत नॉर्मल होते हैं, तो किसी के लिए यह दर्दनाक अहसास भी हो सकता है। हमारा खानपान, लाइफस्टाइल और सेहत के मुताबिक ही मेंस्ट्रुअल साइकिल काम करती है। इसलिए पीरियड्स और इससे जुड़ी समस्याएं भी अलग-अलग हो सकती है। लेकिन इस दौरान कुछ चीज़ेे सभी के लिए समान होनी जरूरी होती है, जैसे कि पीरियड्स में हाइजीन मेंटेन करना या पीरियड्स का समय से आना। वहीं जितना जरूरी पीरियड्स समय पर आना है, उतना ही जरूरी ठीक तरीके से पीरियड्स होना भी है। कई लड़कियों को पीरियड्स 3 दिन से भी कम होते है। लेकिन क्या ऐसा होना नॉर्मल है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से, जिन्होनें इस बारे में हमसे खास जानकारी साझा की। पहले समझिये कितने दिन पीरियड्स होना नॉर्मल है? (How Many Days Period Lasts) एक्सपर्ट के मुताबिक तीन से पांच दिन तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल है। इसके साथ ही कुछ मामलों में यह साइकिल पांच दिन भी जा सकती है, जो बिल्कुल नॉर्मल है। लेकिन अगर किसी महिला को 3 दिन से कम या 7 दिन से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो यह सामान्य नहीं है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। कुछ मामलों में तनाव, खानपान या लाइफस्टाइल में बदलाव होने के कारण भी पीरियड्स साइकिल में बदलाव हो सकता है, लेकिन अगर यह लगातार कई महिनो से चल रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत हो सकती है। इसे भी पढ़े- कम पीरियड्स आने के मुख्य कारण - Causes of Irregular Menstruation and Solution In Hindi बर्थ कंट्रोल दवाओं का सेवन अगर आप लंबे समय से कोई बर्थ कंट्रोल मेथेड ट्...

पहला पीरियड कितने दिन तक रहता है

जब किसी भी लड़की में पहला पीरियड आने की शुरुआत होती हैं. तब उसके शरीर में काफी सारे बदलाव भी होने लगते हैं. ऐसा माना जाता है की पहला पीरियड आने के बाद कोई भी लड़की बच्चा पैदा करने के लिए तैयार हो जाती हैं. लेकिन यह पहला पीरियड कितने दिनों तक रहता हैं. इसकी जानकारी आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से देने वाले हैं. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पहला पीरियड कितने दिन तक रहता है . इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. पहला पीरियड कितने दिन तक रहता है जब किसी भी लड़की में पहला पीरियड आता हैं. तो इसे मिनार्की के नाम से जाता हैं. यह एक जैविक प्रक्रिया मानी जाती हैं. जो किसी भी लड़की में प्युबर्टी आने पर होता हैं. इस समय लडकी में काफी बदलाव दिखाई देता हैं. फिमेल हार्मोन स्त्रावित होने पर दस से बारह साल की उम्र में पीरियड आना शुरू हो जाता हैं. जिसे पहला पीरियड भी कहा जा सकता हैं. यह पहला पीरियड दस से आठ दिनों का हो सकता हैं. काफी लड़कियों में यह पीरियड दो से चार दिन तक चलता हैं. तो काफी लडकियों में पहला पीरियड दो से आठ दिन तक भी आता रहता हैं. यह फिमेल हार्मोन के स्त्राव पर भी निर्भर करता हैं. फिमेल हार्मोन का स्त्राव अधिक होने पर पीरियड अधिक समय तक चल सकते हैं. मनुष्य में शुक्राणु का निर्माण कैसे होता है – शुक्राणु बढ़ाने के लिए क्या खाएं पीरियड आने के संकेत पीरियड आने के कुछ मुख्य संकेत के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं. • पीरियड आने के शुरूआती लक्षण में प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग आना शुरू हो जाता हैं. • इस दौरान पेट में दर...

पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए Period ke kitane din baad sambandh banaana chahiye

आज के पोस्ट में हम पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Period ke kitane din baad sambandh banaana chaahie) के बारे में पूर्ण जानकारी आपके सामने रखने वाले है इसमें आप पाओगे की रुका हुआ पीरियड लाने की दवा क्या होती है? अनवांटेड किट खाने के बाद कितने दिन बाद पीरियड आता है। तथा अगर गर्भ धारण करना चाहते है तो इस पोस्ट को पर्द्कर आप गर्भधारण के फ़ास्ट तरीके टिप्स भी पड सकते है जिससे आपको गर्भधारण में सहायता मिलेगी, ये कम्पलीट पोस्ट है जो नई नई शादी के बाद या पहली बार सेक्स करने के बाद या उससे पहले जानना बहुत ही आवश्यक होती है। पीरियड या मासिक धर्म एक महिला के जीवन के एक महत्वपूर्ण स्तर है, जिसके दौरान महिलाओं के गर्भाशय से शरीर के ऊतकों के निष्कासन का प्रक्रिया होता है। प्रायः सामान्यतः, मासिक धर्म की अवधि लगभग 28 दिन से लेकर 35 दिन तक होती है। मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को कुछ शारीरिक बदलाव भी महसूस होते हैं। ये बदलाव पीरियड से कुछ दिन पहले शुरू होते हैं जैसे कि शरीर के अंगों में सूजन और ऊतकों में खिंचाव होना। यह बदलाव सामान्य रूप से शरीर के ऊतकों के निष्कासन के लिए आवश्यक होते हैं। मासिक धर्म के दौरान अधिकतर महिलाओं को कम या अधिक ब्लड लॉस होता है। यह ब्लड मासिक धर्म की अवधि के अनुसार विभिन्न रंगों में होता है। सामान्य रूप से, शुरुआती दिनों में ब्लड लाल होता है और अंतिम दिनों में भूरे रंग का होता है। Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए जैसे की हमारे पोस्ट का मुक्ष्य टॉपिक पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए? (Period ke kitane din baad sambandh banaana chaahie?) आपको बता दे आप पीरियड ...

Heavy Bleeding During Periods in Hindi

कई महिलाओं को पीरियड्स ( मासिक धर्म की समस्या ) के दौरान अधिक ब्लीडिंग की समस्या होती है। चिकित्सीय भाषा में इस समस्या को मेनोरेजिया कहते हैं। इसमें पीरियड्स के दौरान असामान्य रूप से ज्यादा रक्तस्राव होता है या फिर अधिक दिनों तक पीरियड्स चलते हैं। इस वजह से आज हम इस लेख में आपको पीरियड्स (मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव को कम करने के उपाय) के दौरान होने वाली ब्लीडिंग को कम करने के उपाय, तरीकों और नुस्खों के बारे में बताएंगे। अधिक ब्लीडिंग होने के कारण पीरियड्स ( योनि संक्रमण के कारण ) के दौरान आपको हर 2 से 3 घंटों में पैड या फिर टैंपोन को बदलना पड़ सकता है। इसके अलावा आपके पेट में लगातार दर्द हो सकता है, थकान, सांस फूलना या फिर जी घबराना आदि भी हो सकता है। पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण – Causes of Heavy Bleeding during Periods मासिक धर्म ( प्राइवेट पार्ट की सफाई ) में अधिक ब्लीडिंग (पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण) होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं- • कई बार हार्मोन में असंतुलन होने की वजह से मासिक धर्म के दौरान अंडे का उत्पादन नहीं होता और इस वजह से मेनोरेजिया हो जाता है। इसके अलावा यदि ओवलूशन के बिना मासिक चक्र आता है तो उसे एनोवूलेशन कहते हैं। • अंडाशय रोग होने की वजह से हार्मोन रिलीज नही हो पाते हैं। इस वजह से रक्तस्राव बढ़ जाता है। • गर्भाशय फोलिप, हार्मोन के स्तर में वृद्धि करता है लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो रक्तस्राव बढ़ जाता है। • गर्भाशय में कैंसर या फिर अंडाशय में कैंसर होने के कारण भी रक्तस्राव अधिक हो सकता है। • अनुवांशिक रोग होने के कारण भी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ये समस्या देखने को मिल सकती है। ये भी पढ़ें–...