पोषण पखवाड़ा एप

  1. Poshan Tracker
  2. गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को दी पोषण आहार की जानकारी
  3. रैली निकल कर किया पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ, 3 अप्रैल तक चलेगा, होंगे विभिन्न कार्यक्रम
  4. एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर चार अप्रैल तक चलेगा पोषण पखवाड़ा
  5. बच्चों में पोषण के स्तर में सुधार को ले जिलाभर में पोषण पखवाड़ा का आयोजन – Hindustan Hotline
  6. Get 100 feeding of beneficiaries done on nutrition tracker app


Download: पोषण पखवाड़ा एप
Size: 51.60 MB

Poshan Tracker

पोषण ट्रैकर एप के जरिये बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण से संबंधित जानकारियों को आसनी से प्राप्त किया जा सकता है. इस पर बताये गए बातों के जरिये एक गर्भवती माँ अपने शिशु के शारीरिक मानसिक विकास हेतु शुरुआत समय में एक अच्छा सुझाव प्राप्त कर सकती है. इसके मदद से गर्भवती महिलाएँ भी गर्भ धारण के दौरन अपना ख्याल कैसे रखें इससे जुडी जानकरी भी प्राप्त कर सकती है. इस लेख में हम Poshan Tracker login, app, dashboard, Download, update, ICDS से संबधित पूरी जानकरी को चरण बद्ध तरीके से यहां जानेगें. आपको बता दें, कि इसे और भी ज्यादा सहज बनाने हेतु पोषण ट्रैकर नाम से एक ऐप भी भारत सरकार ने लांच किया है बहुत सारे लोग जो लॉच किये गए अधिकारी पोर्टल का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. अब पोर्टल पर उपलब्ध साड़ी सेवाओं का लाभ वे Poshan tracker app पर भी ले सकेगें। वे इसे गूगल प्ले स्टोर और आईओएस प्ले स्टोर के जरिये आसानी से डाउनलोड कर सारी चीजें प्राप्त कर सकते हैं. वर्तमान समय में यह हिंदी, गुजराती, इंग्लिश, मराठी, तेलुगू, तमिल, मराठी और संथाली जैसे 23 से भी अधिक भाषाओं में कार्य कर रहा है. ताकि, देश में निवास कर रहे विभिन्न भाषाओं के लोग इसका इस्तेमाल कर अपने शिशु को स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो सकें। इस पोर्टल को राष्ट्रीय e-शासन विभाग के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 1 मार्च 2021 को लांच किया गया. वर्तमान समय में इसके यूजर की संख्या करोड़ों में है. इसके मदद से गर्भवती माहिएँ भी गर्भ धारण के दौरन अपना ख्याल कैसे रखें इससे जुडी जानकरी भी प्राप्त कर सकती है. इस लेख में हम Poshan Tracker – login, app, dashboard, Download, update, ICDS से संबधित पूरी जानक...

गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को दी पोषण आहार की जानकारी

पोषण आहार का महत्व बताते हुए मोटे अनाज में मक्का, चना, बाजरा, ज्वार, पालक, लौकी, टमाटर, सुरजना व मौसमी फलों के बारे में जानकारी दी गई। राधा पंकज पटेल ने कुपोषित बच्चे को मोटा अनाज दिया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रेहाना बानो ने पोषण आहार का वितरण किया। इस दौरान सुनीता कैलाश ,माधुरी दुर्गेश, मयूरी चेतन, सहायिका उषा सेन सहित अन्य महिलाएं व बच्चे मौजूद थे।

रैली निकल कर किया पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ, 3 अप्रैल तक चलेगा, होंगे विभिन्न कार्यक्रम

बच्चों और महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के लिये महिला एवं बाल विकास के निर्देश पर पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत नवागत मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार के मार्गदर्शन में रैली से की गई। इस अवसर पर विकास भवन में सीडीओ, जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्या व जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह व जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी ने रिबन काट कर पोषण पखवाडा का शुभारंभ किया। रैली विकास भवन से प्रारम्भ होकर जिला पंचायत भवन पर समाप्त हुई। फीटा काटकर रैली का शुभारंभ करते सीडीओ गौरव कुमार। मोटा अनाज के प्रति किया जाएगा जागरूक जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि पोषण पखवाडा का आयोजन तीन अप्रैल तक चलेगा। स्वास्थ्य आयुष, पंचायती राज, कृषि विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर आंगनबाडी केंद्रों पर सामुदायिक सहभागिता से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कराया जाना है। आयोजन के दौरान पोषण पंचायत, पोषण रैली, वजन दिवस व मोटा अनाज के प्रयोग को बढावा देने को प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि बताया कि जनपद के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण पखवाड़ा में आयोजित स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा में 0 से 6 वर्ष आयु के बच्चों की लंबाई व वजन पोषण ट्रेकर पर फीड कराया जायेगा। मोटा अनाज में मिलता है भरपूर पोषण बताया कि मोटा अनाज में प्रोटीन, फाइवर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, फास्फोरस, पोटैशियम और विटामिन बी कांप्लेक्स जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं । जो बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये बेहतर है। इसके साथ ही ब्लाक स्तरीय स्थानीय साग सब्जियों के आधार पर रेसिपी का प्रदर्शन एवं स्वास्थ्य केंद्रों तथा एएनएम सेंटर पर मोटा अनाज पर ध्यान केंद्रीत करने वाली आहार पद्धतियों पर जागरूकता शिवि...

एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर चार अप्रैल तक चलेगा पोषण पखवाड़ा

भिवानी (वि.): महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में (राष्ट्रीय पोषाहार मिशन) के तहत 21 मार्च से पोषण पखावाड़ा शुरू किया गया है, जो चार अप्रैल तक चलेगा। पोषण पखवाड़ा में एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से बच्चों की लंबाई एवं वजन माप, नृत्य, महिला संगोष्ठी, हेल्थ चेकअप, बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं के पोषण आदि बारे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रमों के दौरान महिलाओं को सही पोषण की शपथ भी दिलवाई जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यवाहक जिला कार्यक्रम अधिकारी दर्शना मालवाल ने बताया कि आठ मार्च 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सम्पूर्ण पोषण अभियान का शुभारंभ किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में ठिगनेपन, अल्प पोषण, कम वजन के बच्चों के जन्म तथा किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं तथा बच्चों में रक्त की कमी को दूर करना है। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में चार अप्रैल तक विशेष पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है, जिसको एक जन-आंदोलन का रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान लोगों में कुपोषण व एनीमिया से बचाव को लेकर आयोजित होने वाली गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा, जिसमें शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आयुष विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, खेल और युवा मामला विभाग आदि की मुख्य भूमिका रहेगी। उन्होंने बताया कि पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि कुपोषण को खत्म करने के लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सार्थक प्रयास किया जा रहा है। पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़...

बच्चों में पोषण के स्तर में सुधार को ले जिलाभर में पोषण पखवाड़ा का आयोजन – Hindustan Hotline

– कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उन्हें सुपोषित करना पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य – आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिशुओं के विकास व पोषण के स्तर की होगी जांच मुंगेर, 25 मार्च- जिलाभर में कुपोषण के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से 21 मार्च से 4 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष पखवाड़ा में 0 से 06 साल के बच्चों में पोषण के स्तर में सुधार को लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। भारत सरकार के महिला व बाल विकास मंत्रालय से प्राप्त दिशा- निर्देश के आलोक में पोषण संबंधी परिणाम में सुधार का प्रयास अभियान का मुख्य उद्देश्य है। इस क्रम में 0 से 6 साल के बच्चों में पोषण की स्थिति की जांच करते हुए कुपोषित बच्चों को चिह्नित करते हुए पोषण परामर्श केंद्र के माध्यम से उन्हें सुपोषित किये जाने का प्रयास किया जाना है। कुपोषण के मामलों में कमी लाना पखवाड़ा का उद्देश्य : पोषण पखवाड़ा से संबंधित जानकारी देते हुए डीपीओ आईसीडीएस वन्दना पांडेय ने बताया कि उचित पोषण के प्रति आम लोगों को जागरूक करते हुए कुपोषण के मामलों में कमी लाना पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिये आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 0 से 06 वर्ष के बच्चों के पोषण स्तर की जांच की जायेगी। इस दौरान कुपोषित बच्चों को चिह्नित करते हुए उन्हें सुपोषित किये जाने को लेकर जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों की हो रही जांच संबंधी रिपोर्ट प्रतिदिन जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए आईसीडीएस पोषण ट्रैकर एप पर अपलोड किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न स्तरों पर जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित करते हुए आम लोगों को उचित पोषण संबंधी जानकारी भी उपलब्ध करायी जा रही है। ताकि वे अपने घर के बच्चों क...

Get 100 feeding of beneficiaries done on nutrition tracker app

पोषण पखवाड़ा अंतर्गत स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के सफल आयोजन के लिए जिलाधिकारी ने मंगलवार को जिला पोषण समिति की बैठक की। इसमें उन्होंने विभागीय एप पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों की शत-प्रतिशत फीडिंग कराने के लिए निर्देश दिया। ड्राई राशन वितरण के संबंध में जन-जागरूकता करने पर जोर दिया। विभागीय निर्देशानुसार वितरण के लिए गठित निगरानी समितियों को सक्रिय करते हुए उनसे इस आशय का प्रमाण-पत्र लिये जाने को कहा, जिस माह का ड्राई राशन आंगनबाड़ी कार्यकत्री को प्राप्त कराया गया है, या फिर उसका वितरण लाभार्थियों को शत-प्रतिशत कर दिया गया है। ड्राई राशन के वितरण के लिए ग्राम प्रधान व स्वयं सहायता समूह से नियमानुसार सहयोग लिया जाय। गांवों में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में निगरानी समिति की सामूहिक बैठक की जाय। जिला कार्यक्रम अधिकारी व समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रभारी को निर्देशित किया गया कि समस्त आंगनबाडी केन्द्रों पर आंगनबाडी केन्द्र के नाम का बोर्ड लगवाया जाय। इसमें जनसामान्य को प्रदर्शित हो कि इस स्थान पर आंगनबाडी केन्द्र संचालित हो रहा है। इसके आलावा निरीक्षण करते हुए समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों का फोटोग्राफ व समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत श्रेणीवार लाभार्थियों की सूची साफ्ट व हार्ड कापी में उपलब्ध कराया जाय। इससे एनआईसी के माध्यम से लाभार्थियों की सूची प्रदर्शित कराया जा सके। स्मार्टफोन वितरण की समीक्षा में जिलाधिकारी की ओर से बाल विकास परियेाजना अधिकारी, प्रभारी को निर्देशित किया गया कि जिस रिक्त केन्द्र का संचालन करने वाली सहायिका, जो हाई स्कूल उत्तीर्ण या उससे उच्च शैक्षिक योग्यता रखती है, उन्हे स्मार्टफोन का वितरण कर दिया जाय। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्...