Pregnancy me amla khana chahiye

  1. प्रेग्नेंट कैसे होते है ? सही समय की पूरी जानकारी हिंदी में
  2. प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) में क्या करें और क्या ना करें
  3. प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए
  4. Pregnancy Mein Kya Khaye Aur Kya Nahi
  5. प्रेगनेंसी में साबूदाना खाने के फायदे, नुकसान, खाना चाहिए या नहीं, कैसे खाएं
  6. प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए और क्या ना खाएं
  7. गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे
  8. प्रेगनेंसी का पहला महीना — लक्षण, डाइट और सावधानियां
  9. प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) में क्या करें और क्या ना करें
  10. प्रेग्नेंट कैसे होते है ? सही समय की पूरी जानकारी हिंदी में


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प्रेग्नेंट कैसे होते है ? सही समय की पूरी जानकारी हिंदी में

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="सुनने के लिए"] दोस्तों आज हम आपको लड़की प्रेग्नेंट कैसे होती है यानी कि प्रेग्नेंट कैसे होते हैं ? (Pregnant kaise hote hai ?) इस विषय की जानकारी देने वाले हैं | आजकल के इस आधुनिक जीवन में सब जल्दबाजी में होने लगा है , और इसी वजह से आजकल लड़के और लड़कियों की शादी बहुत कम उम्र में होने लगी है | वैसे देखा जाए तो यह पहले से चलता आ रहा है | भारतवर्ष में सेक्स एजुकेशन ज्यादातर पुरुष और महिलाओं को नहीं है , और सेक्स एजुकेशन होना सबसे महत्वपूर्ण बात होती है | सेक्स एजुकेशन की वजह से हमें कई सारे रोगों से मुक्ति मिल सकती है जैसे कि एचआईवी एड्स , जब लड़का और लड़की की उम्र छोटी होती है उस दौरान उनके मन में प्रेगनेंसी के बारे में कई सारी गलतफहमियां मां-बाप डाल देते हैं | जैसे कि बचपन में मम्मी अपने बच्चे को ऐसा बोलती है कि तुम्हें भगवान ने लाया है , कई बार ऐसा बोलती है कि कोई परी आई और तुम्हें हमें दे गई | ऐसी ऐसी गलतफहमी की वजह से बच्चों के मन में अलग-अलग विचार आते रहते हैं | और उनको अगर कोई कुछ भी बोल दे तो वह उसे मान लेते हैं | ठीक प्रेगनेंसी के बारे में बच्चों के मन में कई सारे विचार बैठ जाते हैं जैसे कि लड़की को किस किया तो लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है , अगर लड़की को गले लगाया तो लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है | लेकिन ऐसा कुछ नहीं है दोस्तों | प्रेगनेंसी के बारे में आपको सही से जानकारी होना बहुत जरूरी होता है , क्योंकि महिला को प्रेग्नेंट करने के लिए क्या जरूरी होता है यदि आपको यह पता नहीं होगा तो आपकी शादी होने के बाद आपके वैवाहिक जीवन पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ने वाला है | इसलिए अब हम जानते हैं, औरत प्रेग्नेंट कैसे होते है ...

प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) में क्या करें और क्या ना करें

कोई भी महिला जब गर्भवती होती है तो उसके मन में अनेकों सवाल उमड़ते हैं। खासकर तब जब वो पहली बार गर्भवती हो रही हो। महिला केशरीर में तो अनेकों बदलाव होते हीहैं साथ ही उसे अपनी जीवन शैली में भी परिवर्तन करने पड़ते हैं क्योंकि इस समय आने वाले बच्चे की पूरी ज़िम्मेदारी उसी की होती है। तो आइये इस लेख के माध्यम सेजानते हैं (और पढ़ें - • • • क्या करें - • सर्वप्रथम तो अपने गर्भवती होने की पुष्टि करें। इसके लिए आप • अधिक से अधिक पानी पिएं जिससे आपके शरीर में • अगर आप अभी तक दवाओं के रूप मेंविटामिन का सेवन नहीं कर रही थीं तो अब करना शुरु कर दें। विशेष रूप से गर्भावस्था के लिए निर्धारितफोलिक एसिड की पूर्तिआहार के माध्यम से कर पाना थोड़ा कठिन होता है, इसलिए दवाओं के द्वारा विटामिन लेना आवश्यक होता है।(और पढ़ें - • अपना स्वास्थ्य बीमा (health insurance plan) चेक कर लें। क्योंकि कुछबीमा कंपनियां डिलीवरी से पहले की देखभाल और डिलीवरी में होने वाला खर्चा उठाने का ज़िम्मा लेती हैं।(और पढ़ें - • एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव कर लें क्योंकि अगले कुछमहीने आपको उनकी बहुत ज़रूरत पड़ने वाली है। बेहतर डॉक्टर के चुनाव के लिए आप अपने दोस्तों, सगे सम्बन्धियों या मां की मदद ले सकती हैं। • पहली तिमाही के लिए डॉक्टर के साथप्रसवपूर्व अपॉइंटमेंट्स निश्चित कर लें। इनअपॉइंटमेंट्स में डॉक्टर आपसे कुछ प्रश्न पूछेंगे। उनका उत्तर देने में संकोच न करें और ईमानदारी सेसही जवाब दें। • इस समय सेवन करने वाली दवाओं की सलाह डॉक्टर से लें। यदि दवा लेने पर कुछ भी अजीब महसूस हो या कोई साइड इफ़ेक्ट नज़र आयेतो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। • घरेलू काम करें लेकिन पहले ये सुनिश्चित कर लें कि उनसे आपकेया बच्चे के स्वास्थपर कोई असर न पड़े।क्योंकि...

प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए

प्रेगनेंसी एक ऐसा समय है जब आपको अपनी सेहत का ख़ास ध्यान रखना होता है। आप क्या खाते है उसका असर आपके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है। गर्भावस्था में आपको किन पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए जानने के लिए आगे पढ़े। Book an online consultation with India's best Nutritionist/Dietician for FREE to know more about what you should eat & what you shouldn't during pregnancy. प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए (Foods to Avoid During Pregnancy) किसी भी महिला के लिए अपने जीवन का सबसे खूबसूरत पल होता है। गर्भावस्था इस दौरान महिलाओं को लज़ीज व्यंजन खाने का सबसे ज्यादा मन होता है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला का खानपान बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकते है। तो ध्यान रखे की • हींग का सेवन ना करे - हींग भोजन का स्वाद और दोगुना कर देती है। भारत में खाने में तड़का लगाने में हींग का ख़ास तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से या इसकी अधिक मात्रा से उल्टी की समस्या, डकार, गैस बनने की शिकायत, गले में संक्रमण और भी अन्य समस्याएं हो सकती है। • पपीता ना खाए गर्भावस्था में - हरा और अधपके इसका सेवन ना करे एक अध्ययन के मुताबिक : हरा और अधपका पपीता में माइरिड एंजाइम्स और पस होता है। जिससे गर्भाशय में ऐंठन होती है ऐंठन गर्भपात की वजह बनती है। • चिकन ना खाये - चिकन में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और अन्य परजीवी नवजात शिशु के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते है और यह प्रेग्नेंट महिला के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते है। इसकी वजह से महिला को विकलांगता आ सकती है, मिर्गी का सामना करना पड़ सकता है और अंधापन भी हो सकता है। • स्ट्रीट फूड से करे परहेज - स्ट्रीट फ़ूड सभी को बहुत लुभाते है लेकिन ...

Pregnancy Mein Kya Khaye Aur Kya Nahi

Pregnancy Diet in Hindi: Pregnancy mein bache ke pure vikas aur achi health ke liye jaruri hai ki garbhwati mahila ka aahar (food) balanced aur nutritions se bharpur ho. Garbhavastha mein mahila ko dusri mahilao se jada calorie ki jarurat hoti hai. Har pregnant lady yahi chahti hai ki vo ek swasth aur sehatmand bache ko janam de, iske liye bahut si baato ka dhyan rakhna padta hai aur poshtik aahar lena unme se ek hai. Bache ki growth uski maa ki khurak par depend karti hai isliye ye jaruri hai ki maa poshak tatvo se bharpur bhojan kare. Is article mein hum janenge pregnant woman diet plan for healthy delivery in hindi. • Jane Pregnancy ke 3 rd month mein mahila ke sharer mein bahut adhik halchal hoti hai. Is dauran bache ki kidney, heart, aankhe, gupt ang ka banana shuru ho jata hai. Garbhavastha ke is samay mein mahila ko fast food aur dibbe wala khana se door rehna chahiye. Pregnancy Mein Kya Nahi Khana Chahiye Garbhwati mahila jo bhi khati hai uska sidha asar bache par padta hai isliye apni diet mein koi bhi food shamil karne se pahle apne doctor ki salah jarur le aur jitna ho sake ulta sidha khane se bache. Pregnancy mein maa ko kya khana chahiye isse pahle hum ye jante hai ki kya nahi khana chahiye. 1. Samudri Bhojan (Sea Food) Samudri cheejo mein omega – 3 fatty acid hota hai jo bacho ki sehat ke liye acha hota hai. Lekin aese kuch samudari jeev hai jin mein mercury(para) ki matra adhik hoti hai. Aesa bhojan bache ke dimag ko nuksan pahuncha sakta hai. Salmon fish, k...

प्रेगनेंसी में साबूदाना खाने के फायदे, नुकसान, खाना चाहिए या नहीं, कैसे खाएं

जब बात (और पढ़ें - इतने सारे फायदों के बावजूद अक्सर गर्भवती महिलाओं के मन में यह आशंका रहती है कि उन्हें प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं। प्रेगनेंसी के दौरान वैसे भी हमें ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो पोषक तत्वों से भरपूर हो ताकि होने वाली मां के साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे का भी पूरी तरह से विकास हो सके। इसलिए भोजन के मामले में आपकी चॉइस सही होना जरूरी है। साबूदाना का न्यूट्रिशन लेवल अधिक होता है और आप इसे स्नैक, मील या डेजर्ट किसी भी तरीके से खा सकती हैं। अगर आपके मन में साबूदाना को लेकर कोई आशंका है तो हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं कि प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं, और इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं। (और पढ़ें- • • • • • • • • • • आपने भी लोगों को यह कहते जरूर सुना होगा कि गर्भवती महिलाओं को 2 लोगों के लिए खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती महिला पर अपनी सेहत के साथ ही अपने बच्चे की भी सेहत और जीवन की जिम्मेदारी होती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट का एक उचित प्लान बनाना चाहिए जिसमें पोषक तत्वों से भरपूर और सुरक्षित खाद्य पदार्थ शामिल हों। ऐसे में साबूदाना उन खाद्य पदार्थों में से एक है जो मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद हेल्दी और सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में (और पढ़ें - इसके अलावा, सबसे अच्छी बात ये है कि साबूदाने को पचाना बेहद आसान होता है और इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। हालांकि वे महिलाएं जो साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दव...

प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए और क्या ना खाएं

गर्भावस्था के पहले 12 हफ्तों में संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान लिए गए संतुलित आहार से प्रेगनेंसी में होने वाली समस्याओं जैसे कि myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। गर्भावस्था में स्वस्थ आहार के सेवन से जरूरी ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके गर्भावस्था के समय को और भी ज्यादा सुखद - सरल और स्वस्थ बनाया जा सकता है । गर्भावस्‍था में पौष्टिक आहार लेना न केवल मां बल्कि शिशु के लिए भी बहुत जरूरी है। अगर कोई महिला गर्भावस्‍था के दौरान खानपान पर ध्‍यान नहीं देती है या अपने भोजन में आवश्‍यक पोषक तत्‍वों को शामिल नहीं करती है तो इसकी वजह से उसके शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। पोषक तत्‍वों की कमी के कारण शिशु का कोई जन्‍मजात विकार हो सकता है या उसमें किसी प्रकार की कोई कमी हो सकती है। संतुलित आहार न लेने के कारण खुद महिलाओं को भी प्रसव से संबंधित समस्‍याएं होने का खतरा रहता है। इसलिए गर्भवती महिला और शिशु दोनों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है। • • • • • • • प्रेग्नेंट होने के लिए अपने डाइट में हेल्दी कार्ब्स को शामिल करें. वहीं, अत्यधिक संसाधित (highly processed) कार्ब्स को सीमित मात्रा में डाइट में शामिल करें. आपका शरीर अत्यधिक संसाधित कार्ब्स (जैसे कुकीज, केक, व्हाइट ब्रेड और व्हाइट राइस) को जल्दी से पचाता है और उन्हें ब्लड शुगर में बदल देता है. ऐसे में आपके शरीर में ब्लड शुगर क...

गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे

Pregnancy diet and its benefits in Hindi गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार की लिस्ट काफी बड़ी है और उनके फायदे भी अलग-अलग है आज हम आपको गर्भावस्था में खाये जाने वाले मुख्य आहार और उनके फायदे के बारे में बता रहें हैं। महिलाओं के जीवन में गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिला को एक नहीं बल्कि दो जीवों के देखभाल की जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है। इस दौरान महिला जो कुछ भी आहार लेती है उसका सीधा असर उसके बच्चे की सेहत पर पड़ता है इसलिए कहा जाता है कि महिलाओं को प्रेगनेंसी में विशेष तरह के भोजन जैसे फल और सब्जियां खानी चाहिए। प्रेगनेंसी में मां द्वारा लिये जाने वाले आहार से ही यह निर्धारित होता है कि बच्चा स्वस्थ पैदा होगा या कमजोर, मां की डिलीवरी आसान होगी या कठिन, बच्चे के मस्तिष्क का विकास बेहतर होगा या नहीं इत्यादि। इसलिए यह जरूरी है कि मां खाने में सभी तरह के पोषक तत्व ले। इस लेख में हम यह बताने जा रहे हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान मां को क्या खाना चाहिए और इनके फायदे क्या हैं। • • • • • • • • • • • • • प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए – pregnancy diet and its benefits in Hindi गर्भवती महिलाओं को किस प्रकार का भोजन करना चाहिए जिससे उनका होने वाला बच्चा स्वस्थ और तंदुरुस्त पैदा हो, आइये इसे विस्तार से जानते है। गर्भावस्था में अनार के फायदे – Pregnancy me anar khane ke fayde विशेषज्ञों का मानना है कि गर्भावस्था में अनार के दानों की बजाय अनार के जूस का सेवन करना अधिक फायदेमंद होता है। इसमें स्टडी में पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान कम मात्रा में करेला खाना फायदेमंद तो होता है लेकिन यदि इसे अधिक मात्रा में खाया जाए तो मां के (और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान इलायची के लाभ – E...

प्रेगनेंसी का पहला महीना — लक्षण, डाइट और सावधानियां

प्रेगनेंसी की न्यूज कंफर्म होते ही आपकी जिंदगी खुशियों से भर जाती है। आपके दोस्त और परिवार वाले आपको शुभकामनाएं, दुवाएं और ग्रीटिंग्स देनी शुरू कर देते हैं। हर कोई आपको प्रेगनेंसी से संबंधित चीजों के बारे में बताना शुरू कर देते है। ऐसी स्थिति में कई बार आपको कन्फ्यूजन (Confusion) हो जाती है और आप कोई भी ऐसा कदम उठा सकती हैं जो आपके और आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसा खासकर आपके साथ तब होता है जब आप पहली बार प्रेगनेंट होती हैं क्योंकि उस समय आपको प्रेगनेंसी से संबंधित चीजों के बारे में ज्यादा और सही जानकारी नहीं होती है। इसलिए प्रेगनेंसी की शुरुआत में ही आपको इससे Sign of Pregnancy in Hindi संबंधित चीजों के बारे में सही से मालूम होनी जरूरी है। प्रेगनेंसी का पहला महीना (Pregnancy 1 Month Symptoms in Hindi) बहुत ही खास होता है। प्रेगनेंसी के शुरूआती चार सप्ताहों में आपके शरीर के अंदर ढेरों बदलाव आते हैं और ( Period Ke Kitne Din Baad Pregnancy Hoti Hai in Hindi) प्रेगनेंसी के लक्षण दिखाई देते हैं। ये सभी लक्षण नार्मल (Normal) होते हैं जिससे आपको डरने या घबराने की जरूरत नहीं हैं। आज इस ब्लॉग में हम प्रेगनेंसी के पहले महीने, इसके दौरान आने वाले लक्षण, आपकी डाइट और कुछ सावधानियों पर चर्चा करेंगे। प्रेगनेंसी का पहला महीना गर्भधारण (Conception) से भी पहले शुरू हो जाता है। यह गर्भधारण करने से पहले के आखिरी पीरियड के पहले दिन से शुरू हो जाता है और अगले महीने की उसी तारीख को खत्म हो जाता है। अगर आप प्रेगनेंट हैं और पहली बार मां बनने जा रही हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए बिलकुल जरूरी है। इसे पढ़ने के बाद आप प्रेगनेंसी और इससे जुड़ी सभी खास और जरूरी बातों को अच्छे स...

प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) में क्या करें और क्या ना करें

कोई भी महिला जब गर्भवती होती है तो उसके मन में अनेकों सवाल उमड़ते हैं। खासकर तब जब वो पहली बार गर्भवती हो रही हो। महिला केशरीर में तो अनेकों बदलाव होते हीहैं साथ ही उसे अपनी जीवन शैली में भी परिवर्तन करने पड़ते हैं क्योंकि इस समय आने वाले बच्चे की पूरी ज़िम्मेदारी उसी की होती है। तो आइये इस लेख के माध्यम सेजानते हैं (और पढ़ें - • • • क्या करें - • सर्वप्रथम तो अपने गर्भवती होने की पुष्टि करें। इसके लिए आप • अधिक से अधिक पानी पिएं जिससे आपके शरीर में • अगर आप अभी तक दवाओं के रूप मेंविटामिन का सेवन नहीं कर रही थीं तो अब करना शुरु कर दें। विशेष रूप से गर्भावस्था के लिए निर्धारितफोलिक एसिड की पूर्तिआहार के माध्यम से कर पाना थोड़ा कठिन होता है, इसलिए दवाओं के द्वारा विटामिन लेना आवश्यक होता है।(और पढ़ें - • अपना स्वास्थ्य बीमा (health insurance plan) चेक कर लें। क्योंकि कुछबीमा कंपनियां डिलीवरी से पहले की देखभाल और डिलीवरी में होने वाला खर्चा उठाने का ज़िम्मा लेती हैं।(और पढ़ें - • एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव कर लें क्योंकि अगले कुछमहीने आपको उनकी बहुत ज़रूरत पड़ने वाली है। बेहतर डॉक्टर के चुनाव के लिए आप अपने दोस्तों, सगे सम्बन्धियों या मां की मदद ले सकती हैं। • पहली तिमाही के लिए डॉक्टर के साथप्रसवपूर्व अपॉइंटमेंट्स निश्चित कर लें। इनअपॉइंटमेंट्स में डॉक्टर आपसे कुछ प्रश्न पूछेंगे। उनका उत्तर देने में संकोच न करें और ईमानदारी सेसही जवाब दें। • इस समय सेवन करने वाली दवाओं की सलाह डॉक्टर से लें। यदि दवा लेने पर कुछ भी अजीब महसूस हो या कोई साइड इफ़ेक्ट नज़र आयेतो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। • घरेलू काम करें लेकिन पहले ये सुनिश्चित कर लें कि उनसे आपकेया बच्चे के स्वास्थपर कोई असर न पड़े।क्योंकि...

प्रेग्नेंट कैसे होते है ? सही समय की पूरी जानकारी हिंदी में

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="सुनने के लिए"] दोस्तों आज हम आपको लड़की प्रेग्नेंट कैसे होती है यानी कि प्रेग्नेंट कैसे होते हैं ? (Pregnant kaise hote hai ?) इस विषय की जानकारी देने वाले हैं | आजकल के इस आधुनिक जीवन में सब जल्दबाजी में होने लगा है , और इसी वजह से आजकल लड़के और लड़कियों की शादी बहुत कम उम्र में होने लगी है | वैसे देखा जाए तो यह पहले से चलता आ रहा है | भारतवर्ष में सेक्स एजुकेशन ज्यादातर पुरुष और महिलाओं को नहीं है , और सेक्स एजुकेशन होना सबसे महत्वपूर्ण बात होती है | सेक्स एजुकेशन की वजह से हमें कई सारे रोगों से मुक्ति मिल सकती है जैसे कि एचआईवी एड्स , जब लड़का और लड़की की उम्र छोटी होती है उस दौरान उनके मन में प्रेगनेंसी के बारे में कई सारी गलतफहमियां मां-बाप डाल देते हैं | जैसे कि बचपन में मम्मी अपने बच्चे को ऐसा बोलती है कि तुम्हें भगवान ने लाया है , कई बार ऐसा बोलती है कि कोई परी आई और तुम्हें हमें दे गई | ऐसी ऐसी गलतफहमी की वजह से बच्चों के मन में अलग-अलग विचार आते रहते हैं | और उनको अगर कोई कुछ भी बोल दे तो वह उसे मान लेते हैं | ठीक प्रेगनेंसी के बारे में बच्चों के मन में कई सारे विचार बैठ जाते हैं जैसे कि लड़की को किस किया तो लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है , अगर लड़की को गले लगाया तो लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है | लेकिन ऐसा कुछ नहीं है दोस्तों | प्रेगनेंसी के बारे में आपको सही से जानकारी होना बहुत जरूरी होता है , क्योंकि महिला को प्रेग्नेंट करने के लिए क्या जरूरी होता है यदि आपको यह पता नहीं होगा तो आपकी शादी होने के बाद आपके वैवाहिक जीवन पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ने वाला है | इसलिए अब हम जानते हैं, औरत प्रेग्नेंट कैसे होते है ...