Proton ki khoj kisne ki

  1. प्रोटॉन क्या है , प्रोटोन की परिभाषा (what is proton in hindi) , proton ki khoj kisne ki – 11th , 12th notes In hindi
  2. प्रोटॉन की खोज किसने की थी और कब?
  3. प्रोटॉन क्या है? Proton Ki Khoj Kisne Ki? Hindi
  4. प्रोटॉन की खोज किसने व कैसे की
  5. Proton ki khoj kisne ki thi और कब? (4 रोचक तथ्य)
  6. प्रोटॉन की खोज किसने की थी? – SMEDUCATION


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प्रोटॉन क्या है , प्रोटोन की परिभाषा (what is proton in hindi) , proton ki khoj kisne ki – 11th , 12th notes In hindi

प्रोटोन पर उतना ही आवेश उपस्थित होता है जितना इलेक्ट्रान पर रहता है लेकिन प्रकृति में विपरीत होता है अर्थात इलेक्ट्रान पर ऋणात्मक आवेश होता है जबकि प्रोटोन पर धनात्मक आवेश होता है। proton का भार 1.67262 × 10−27 किलोग्राम होता है यह भार न्यूट्रॉन से कुछ कम होता है तथा electron के भार का लगभग 1,836 गुना होता है। किसी तत्व में उपस्थित प्रोटॉन की संख्या को उस तत्व की परमाणु संख्या कहते है।

प्रोटॉन की खोज किसने की थी और कब?

एक प्रोटॉन का मास्स हाइड्रोजन एटम के मास्स के बराबर होता है। हाइड्रोजन एटम में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन होता है। क्युकि इलेक्ट्रॉन का मास्स बहुत कम माना जाता है इसलिए यह कहा जा सकता है कि हाइड्रोजन एटम का मास्स प्रोटॉन के एटम के बराबर होता है। एक प्रोटॉन का मास्स एक इलेक्ट्रॉन के एटम का 1840 गुना होता है। इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के मास्स से बारे में हम आगे जानेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पॉजिटिव कणों की कुल संख्या उसके चारों ओर उपस्थित नेगेटिव चार्ज इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या के बराबर होती है। प्रोटॉन की खोज कब हुई थी ? ( proton ki khoj kab hua tha) सम्पूर्ण प्रोटॉन की खोज Ernest Rutherford द्बारा सन 1920 में हुई थी। प्रोटॉन किसके लिए प्रयोग किया जाता है? प्रोटॉन बीम थेरेपी के उपयोग में काम आता है यह कैंसर के इलाज के लिए एक्स-रे के बजाय प्रोटॉन का उपयोग करती है प्रोटॉन एक पॉजिटिव कण है। प्रोटॉन कैंसर कोशिकाओं को आसानी से नष्ट कर सकते हैं। ये भी पढ़े: • • तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको पता चल गया होगा की प्रोटॉन क्या हैं और प्रोटॉन खोज किसने की थी

प्रोटॉन क्या है? Proton Ki Khoj Kisne Ki? Hindi

इस पोस्ट Proton Ki Khoj Kisne Ki में प्रोटॉन क्या है? (What Is Proton In Hindi) और प्रोटोन की खोज किसने की थी? दोनों प्रश्नों के बारे में जानकारी है। परमाणु में प्रोटोन एक महत्वपूर्ण भाग है। परमाणु की खोज के बाद इसके अंदर मौजूद विभिन्न कणों की खोज की गई थी। पहले यह माना जाता था कि परमाणु ही दुनिया का सबसे छोटा तत्व है। बाद कि खोजो और अध्ययन से इलेक्ट्रॉन, नाभिक और प्रोटोन के बारे में ज्ञात हुआ। इस पोस्ट “ Proton Information” में परमाणु के प्रोटोन के बारे में जानने का प्रयास करेंगे। दोस्तों, प्रोटोन की खोज ( Proton Discovery) वर्ष 1920 में महान वैज्ञानिक अर्नेस्ट रदरफोर्ड ( अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने अपने कई प्रयोगों से साबित किया कि परमाणु के केंद्र में मौजूद नाभिक पर धनावेश होता है। यह धनावेश कणों पर है जिन्हें रदरफोर्ड ने प्रोटोन का नाम दिया था। रदरफोर्ड का प्रयोग (Ernest Rutherford Discovery) रदरफोर्ड ने प्रोटोन और नाभिक की खोज (Proton Ki Khoj) के लिए एक प्रयोग किया था। इस प्रयोग में उन्होंने सोने की पतली पन्नी पर अल्फा कणों की बौछार की थी। उन्होंने देखा कि ज्यादातर अल्फा कण पन्नी से आर पार निकल गए थे। इससे यह साबित हुआ कि परमाणु का ज्यादातर भाग खोखला है। कुछ अल्फा कण किसी कोण पर विक्षेपित होते है जिससे यह मालूम हुआ कि परमाणु के मध्य में धनावेश है। यही धनावेश प्रोटोन कहलाता है। बहुत ही अल्प मात्रा में कण वापस उसी दिशा के लौट आये थे जिससे यह साबित हुआ कि परमाणु के केंद्र में नाभिक है। रदरफोर्ड का यह प्रयोग नाभिकीय भौतिकी में क्रांतिकारी साबित हुआ था। रदरफोर्ड ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक जे जे थॉमसन के साथ भी काम किया था। नाभिकीय भौतिकी में अतुलनीय योगदान के लिए अर्नेस्ट रदरफोर्ड को ...

प्रोटॉन की खोज किसने व कैसे की

Table of Contents • • Proton Ki Khoj प्रोटॉन(Proton) की खोज किसने की :- प्रोटॉन की खोज सन् 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने की थी रदरफोर्ड ने प्रोटॉन के साथ-साथ परमाणु के बीचो बीच एक अति सूक्ष्म भाग की भी खोज की जिसे केंद्रक या नाभिक कहा जाता है। अतः परमाणु के नाभिक के खोजकर्ता भी रदरफोर्ड हैं। रदरफोर्ड को नाभिकीय युग का पितामह कहा जाता है। Proton Kya Hai प्रोटॉन(Proton) क्या है :-प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में स्थित एक धन आवेशित कण होता है प्रोटॉन का नाम ग्रीक वर्ड प्रोटोस(protos) से लिया गया है जिसका मतलब है first • इसे p प्रतीक चिन्ह द्वारा दर्शाते हैं। • परमाणु के केंद्र के अंदर एक धन आवेश कण पाया जाता है। परमाणु के केंद्र अर्थात नाभिक के अंदर परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान होता है। इन धन आवेश कणों को ही रदरफोर्ड द्वारा प्रोटॉन कहा गया था। • प्रोटॉन पर एक इकाई धन आवेश होता है जिसका मान 1.6×10 -19 C होता है। • इसका का द्रव्यमान 1.67×10 -24 kg या 1.6726×10 -27 kg होता है। • इसकी वर्ग प्रभार त्रिज्या 0.84-0.87 fm या 0.84 × 10 -15 m से 0.87 × 10 -15 m होता है। • प्रोटॉन इलेक्ट्रॉन द्रव्यमान के लगभग 1837 गुना होता है और न्यूट्रॉन के द्रव्यमान से थोड़ा कम होता है। • प्रोटॉन तथा इलेक्ट्रॉन के आवेश का परिमाण समान होता है लेकिन इन दोनों में उपस्थित आवेशो की प्रकृति एक दूसरे के विपरीत होती है। • हर परमाणु के नाभिक में भिन्न भिन्न संख्या में प्रोटॉन(Proton) पाये जाते है • हाइड्रोजन परमाणु के नाभिक के अंदर एक ही प्रकार का प्रोटोन पाया जाता है इसलिए हाइड्रोजन परमाणु की परमाणु संख्या एक होती है। इसे प्राथमिक कण (एलीमेंट्री पार्टीकल) भी कहा जाता है। • प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक के अ...

Proton ki khoj kisne ki thi और कब? (4 रोचक तथ्य)

अनुक्रम • • • • • • • • • • • नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका हमारे इस नए लेख में आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर Proton ki khoj kisne ki thi और कब? दोस्तों अगर आप नहीं जानते कि और कब? तो कृपया इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ें क्योंकि आपको इसमे प्रोटॉन के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। प्रोटॉन एक धनात्मक (Positive) विद्युत आवेश वाला परमाणु कण है। प्रोटॉन, न्यूट्रॉन के साथ परमाणु के नाभिक के अंदर पाया जाता है। प्रोटॉन में न्यूट्रॉन की तुलना में अधिक द्रव्यमान होता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन को सामूहिक रूप से “ Nucleon (न्यूक्लिऑन)” कहा जाता है। क्योंकि परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन और प्रोटॉन सामूहिक रूप से पाए जाते हैं। ADVERTISEMENT विज्ञापन प्रोटॉन का द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का लगभग 1,840 गुना होता है। किसी भी दिए गए नाभिक में न्यूक्लियॉन की कुल संख्या, जैसे प्रोटॉन और न्यूट्रॉन को सामूहिक रूप से जोड़कर निकाला जाता है। • • • प्रोटॉन क्या है इन हिंदी? (Definition of Proton in Hindi) प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन के साथ पाए जाते हैं, जिन पर धनात्मक आवेश होता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में पाए जाते हैं और इलेक्ट्रॉन इसके चारों ओर चक्कर लगाते हैं। एक प्रोटॉन को p या p+ द्वारा निरूपित किया जाता है, जो एक धनावेशित कण (प्रोटॉन) को दर्शाता है। ADVERTISEMENT विज्ञापन प्रोटॉन का द्रव्यमान 1.67×10^-27 किग्रा है जो इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का 1847 गुना है। साथ ही इसमें 1.6021176634×10-19 कुलांब आवेश होता है। भौतिकी के आधुनिक मानक मॉडल से पहले , प्रोटॉन को मूल रूप से एक मौलिक या प्राथमिक कण माना जाता था, यह क्वार्क नामक अन्य छोटे, अस्थायी सूक्ष्म कणों स...

प्रोटॉन की खोज किसने की थी? – SMEDUCATION

प्रोटॉन (Proton) प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में स्थित एक धन आवेशित कण होता है इसका द्रव्यमान 1.67×10 −27kg होता है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान का1847 गुना है और इस पर 1.602176634×10 −19 कुलम्ब C का धन आवेश होता है प्रोटॉन की खोज किसने की थी? Proton ki khoj kisne ki प्रोटॉन की खोजकर्ता अर्नेस्ट रदरफोर्ड को माना जाता है लेकिन कई किताबों में प्रोटॉन का खोजकर्ता गोल्डस्टीन को भी दिया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1886 में गोल्डस्टीन ने परमाणु के नाभिक में प्रोटीन के समान कण के उपस्थित होने का अनुमान लगाया था लेकिन 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने प्रोटॉन के बारे में स्पष्ट जानकारी दी उन्होंने बताया की परमाणु के बीच में धनात्मक केंद्र पाया जाता है जिसमें धनात्मक कण पाए जाते हैं जिन्हे उन्होंने प्रोटॉन नाम दिया। इस प्रकार अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने प्रोटॉन की खोज की थी और रदरफोर्ड को ही परमाणु का खोजकर्ता माना जाता है। Also read…