प्रथम परमवीर चक्र विजेता

  1. महावीर चक्र
  2. प्रथम परमवीर चक्र विजेता ने 24 साल की उम्र में पाई थी शहादत कश्‍मीर पर कब्‍जे की साजिश की थी नाकाम
  3. परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची
  4. परमवीर चक्र पुरस्कार माहिती मराठीत
  5. परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाने जाएंगे अंडमान निकोबार के 21 द्वीप, PM मोदी आज करेंगे ऐलान
  6. प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा का उत्तराखंड से थ
  7. Somnath Sharma Birth Anniversary: पढ़ें, प्रथम ‘परमवीर चक्र’ विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा की बहादुरी की दास्तां
  8. परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची
  9. परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाने जाएंगे अंडमान निकोबार के 21 द्वीप, PM मोदी आज करेंगे ऐलान
  10. परमवीर चक्र पुरस्कार माहिती मराठीत


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महावीर चक्र

महावीर चक्र महावीर चक्र और इसका रिबन (फीता) देश प्रकार वीरता पदक पात्रता सैन्य कर्मी देनेकाकारण "दुश्मन के सामने हवा, जल अथवा स्थल पर असाधारण वीरता के लिए" स्थति वर्तमान में लागू आंकड़े स्थापना 26 जनवरी 1950 प्रथमप्रदत्त 1947 अंतिमप्रदत्त 2001 मरणोपरांत पुरस्कार 73 सुभिन्न प्राप्तकर्ता 218 (2017 तक) अग्रता-क्रम अगला(उच्चतर) अगला(निम्नतर) महावीर चक्र ( एमवीसी) , अनुक्रम • 1 बनावट • 1.1 पदक • 1.2 फीता • 1.3 बार (पुनरावृत्ति) • 2 महावीर चक्र प्राप्त करने वाले वीरों की सूची • 3 इन्हें भी देखें • 4 बाहरी कड़ियाँ बनावट [ ] पदक [ ] गोलाकार और निर्धारित मानक की चाँदी से निर्मित होता है एवं इसके अग्रभाग पर पांच कोनों वाला उभरा हुआ तारा उकेरा गया है जिसके कोने गोलाकार किनारों को छूते हैं। इस पदक का व्यास 1.38 इंच का है इसके केंद्र भाग में राज्य का प्रतीक अपने ध्येय के साथ उकेरा गया है जो की उभरा हुआ है। तारा पॉलिश किया हुआ है और केन्द्र भाग स्वर्ण रंजित है। इसके पीछे के भाग पर हिन्दी और अंग्रेजी शब्दों के बीच में दो कमल के फूलों के साथ हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में महावीर चक्र उकेरा गया है । फीता [ ] इसके साथ संलग्न फीता आधा सफेद रंग और आधा नारंगी रंग का है। बार (पुनरावृत्ति) [ ] चक्र प्राप्तकर्ता के द्वारा पुनः ऐसी ही बहादुरी का कार्य होता है जो उसे चक्र प्राप्त करने हेतु पात्र बनाता है तो आगे ऐसा बहादुरी का कार्य "बार" द्वारा उस फीता / पट्टी में जोड़े जाने के लिए रिकार्ड किया जाएगा जिसके द्वारा चक्र संलग्न हो जाता है। प्रदत्त प्रत्येक "बार" के लिए, लघुचित्र में “चक्र” की प्रतिकृति, इसे अकेले पहनते समय फीते या पट्टी में सम्मिलित की जाएगी। महावीर चक्र प्राप्त करने वाले वीरों की सूची ...

प्रथम परमवीर चक्र विजेता ने 24 साल की उम्र में पाई थी शहादत कश्‍मीर पर कब्‍जे की साजिश की थी नाकाम

प्रथम परमवीर चक्र विजेता ने 24 साल की उम्र में पाई थी शहादत, कश्‍मीर पर कब्‍जे की साजिश की थी नाकाम Somnath Sharma Death Anniversary मेजर सोमनाथ शर्मा की आज पुण्यतिथि है। यह वही वीर योद्धा हैं जिन्‍हें स्वतंत्र भारत में पहला परमवीर चक्र प्राप्त हुआ है। उनको जब वीरगति प्राप्त हुई तो उनकी आयु महज 24 साल थी। कश्मीर पर कब्जे की पाकिस्तान की साजिश को उन्होंने नाकाम किया पालमपुर, संवाद सहयोगी। Somnath Sharma Death Anniversary, मेजर सोमनाथ शर्मा की आज पुण्यतिथि है। यह वही वीर योद्धा हैं, जिन्‍हें स्वतंत्र भारत में पहला परमवीर चक्र प्राप्त हुआ है। उनको जब वीरगति प्राप्त हुई तो उनकी आयु महज 24 साल थी। कश्मीर पर कब्जे की पाकिस्तान की साजिश को उन्होंने नाकाम किया और वीरगति को प्राप्त हुए। देश का यह वीर सेना की कुमाउं रेजीमेंट में अधिकारी थे। उन्होंने तीन नवंबर 1947 को जान देकर श्रीनगर एयरपोर्ट को दुश्मनों से बचाया था। उन्होंने अपने अदम्य साहस व वीरता के दम पर पाकिस्तानी ट्राइब फोर्सेज के 700 जवानों को रोके रखा था, जो लगातार मोर्टार दागकर भारती सेना पर हमला कर रहे थे। भारतीय सेना के पास गोला बारूद भी समाप्त हो गया था। मेजर सोमनाथ अन्य सात सैनिकों के साथ शहीद हो गए। उन्हें दुश्मन का एक मोर्टार ने शहीद कर दिया। मेजर सोमनाथ शर्मा को उनकी बहादुरी के लिए मरणोपरांत 26 जनवरी 1950 को परमवीर चक्र दिया गया था, जिसे उनके स्‍वजनों ने लिया था। प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा उपमंडल पालपुर के डाढ गांव के रहने वाले थे। उनका जन्म 31 जनवरी 1923 को हुआ था। उनके पिता मेजर अमरनाथ शर्मा भी सेना में डाक्टर थे। इसी वजह से उनकी रग रग में देश भक्ति व बहादुरी का जज्बा था। सोमनाथ शर्मा ने सैन्य जीवन ...

परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची

वर्तमान समय में होने वाली अधिकांश परीक्षाएं सामान्य ज्ञान जागरूकता पर अधिक केंद्रित होती है। आपको इन पेपरों में भारत के इतिहास से भरे प्रश्न मिलेंगे इन परीक्षाओं की तैयारी को आसान बनाने के लिए हम आपको परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची (List of Param Vir Chakra awardees In Hindi) प्रदान कर रहे हैं। हमारे देश में 21 परमवीर चक्र (पीवीसी) विजेता हैं। ये लोह से बने पुरुष है। जिन्होंने हमारे देश को सुरक्षित रखने के लिए अपना सब कुछ दिया है। सर्वोच्च और निस्वार्थ बहादुरी के कृत्यों के साथ, उन्होंने देश का सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पुरस्कार जीता है। लेकिन आप उन्हें कितनी अच्छी तरह जानते हैं? आइए के बारे में विस्तार से जानने के लिए पूरा लेख पढ़ते हैं। Table of Contents • • • • परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता| Param Vir Chakra awardees परम वीर चक्र (PVC) भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण है, जिसे युद्धकाल के दौरान वीरता के विशिष्ट कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए दिया जाता है। परम वीर चक्र का अनुवाद “अंतिम बहादुर का पहिया” के रूप में किया जाता है, और यह पुरस्कार “दुश्मन की उपस्थिति में सबसे विशिष्ट बहादुरी” के लिए दिया जाता है। जनवरी 2018 तक, पदक 21 बार प्रदान किया गया है, जिनमें से 14 मरणोपरांत थे और 16 भारत-पाकिस्तान संघर्षों में कार्रवाई से उत्पन्न हुए थे। 21 पुरस्कार विजेताओं में से 20 भारतीय सेना से हैं, और एक भारतीय वायु सेना से है। मेजर सोमनाथ शर्मा, पहले प्राप्तकर्ता थे। भारत की कई राज्य सरकारें और साथ ही केंद्र सरकार के मंत्रालय पीवीसी (या प्राप्तकर्ता की मृत्यु के मामले में उनके परिवार के सदस्यों) के प्राप्तकर्ताओं को भत्ते और पुरस्कार प्रदान करते हैं। अभी तक केवल 21 सैन्य कर्म...

परमवीर चक्र पुरस्कार माहिती मराठीत

Table of Contents • • • • • • परमवीर चक्र हा भारतीय सैन्यामध्ये युद्धकाळात दाखवलेल्या शौर्यासाठी दिला जाणारा सर्वोच्च पुरस्कार आहे. परमवीर चक्र हे शत्रूच्या उपस्थितीत दाखवलेल्या उल्लेखनीय साहसासाठी जिवंतपणी तसेच मरणोत्तर दिले जाते. परमवीर पुरस्काराची स्थापना 26 जानेवारी 1950 रोजी करण्यात आली व हे पुरस्कार देण्याची सुरुवात 15 ऑगस्ट 1947 पासून करण्यात आली. आतापर्यंत एकूण 21 परमवीर चक्र पुरस्कार देण्यात आले आहेत व यातील चौदा पुरस्कार हे मरणोत्तर देण्यात आले आहेत. तसेच यातील 20 परमवीर चक्र पुरस्कार हे भारतीय लष्करातील जवानांना मिळाले आहेत व एक पुरस्कार भारतीय हवाई दलातील जवानाला मिळाला आहे. परमवीर चक्राची संरचना: परमवीर चक्र या पुरस्काराचे डिझाईन सावित्रीबाई खानोलकर यांनी तयार केले. परमवीर चक्र हे पदक वर्तुळाकार आकाराचे असून त्याचा व्यास 35 मिलिमीटर इतका असतो. हे पदक कांस्य धातूचे असून त्याच्या मध्यभागी भारताचे राष्ट्रीय प्रतीक कोरले आहे तसेच या चिन्हा भोवती चार वज्राच्या प्रतिकृती कोरल्या आहेत. या पदकाच्या मागच्या बाजूस परमवीर चक्र हे नाव देवनागरी व इंग्रजी लिपी मध्ये लिहिले आहे व या दोन्हीच्या मध्ये कमलाच्या प्रतिकृती कोरल्या आहेत. या पदकासाठी असणारी रीबन जांभळ्या रंगाचे असते. जर परमवीर चक्र विजेता त्याच्या पुढच्या कारकीर्दीमध्ये पुन्हा परमवीरचक्रासाठी पात्र ठरत असेल तर परमवीर चक्राच्या रिबनवर यानंतरच्या प्रत्यक्ष शौर्यासाठी बार दिला जातो. परमवीर चक्रासाठी पात्र ठरणारे व्यक्ती: परमवीर चक्र हे लष्कर, नौदल, वायूदलातील अधिकारी, राखीव दल, मिलिशिया, प्रादेशिक सैन्यातील तसेच इतर सशस्त्र सैन्यातील अधिकारी यांना दिले जाते. वरीलपैकी कोणत्याही सैन्यदलाच्या आदेशानुसार किंवा देखरेखीखाली...

परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाने जाएंगे अंडमान निकोबार के 21 द्वीप, PM मोदी आज करेंगे ऐलान

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज यानी, 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं (Paramveer Chakra Winners) के नाम पर रखने के समारोह में शामिल होंगे. 23 जनवरी का दिन पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है. साथ ही इस कार्यक्रम में पीएम मोदी नेताजी के नाम वाले द्वीप पर बनाए जाने वाले सुभाष चंद्र बोस को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के एक मॉडल का भी अनावरण करेंगे. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए और नेताजी की स्मृति का सम्मान करने के लिए 2018 में द्वीप की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप कर दिया गया था. नील द्वीप और हैवलॉक द्वीप का नाम बदलकर क्रमशः शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप कर दिया गया था. ये भी पढ़ें- जानकारी के मुताबिक, यह निर्णय लिया गया कि अनाम द्वीपों का नाम मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कैप्टन करम सिंह, सेकंड लेफ्टिनेंट रामा राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह, कैप्टन जीएस सलारिया, लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा, सूबेदार जोगिंदर सिंह, मेजर शैतान सिंह, कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद और लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर के नाम पर रखा जाएगा. इन 21 परमवीर विजेताओं का होगा नाम जबकि परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं जिनके नाम पर अंडमान और निकोबार के 21 द्वीपों के नाम रखा जा रहा है. उनमें लांस नायक अल्बर्ट एक्का, मेजर होशियार सिंह, सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल, फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखो...

प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा का उत्तराखंड से थ

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट )परमवीर चक्र (Param Veer Chakra) भारतीय सेना (Indian Army के सैनिकों को दिया जाने वाला सर्वोच्च शौर्य सम्मान है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गई थी जब भारत गणराज्य (Republic) घोषित हुआ था। भारतीय सेना के जाबांज़ सैनिकों को विशिष्ट शौर्य प्रदर्शन पर “परम वीर चक्र” सम्मान से नवाज़ा जाता है। मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) को मरणोपरान्त ‘परमवीर चक्र’ (Param Veer Chakra) से सम्मानित किया गया। मेजर सोमनाथ शर्मा को सन् 1947 के नवंबर माह में उनकी बहादुरी के लिए सर्वोच्च मेडल से नवाज़ा गया था। उनके दाहिने हाथ में प्लास्टर चढ़े होने के बावजूद उन्होंने तय किया कि वे उनके साथियों के साथ ही जियेंगे-मरेंगे। वे जब दुश्मन से लड़ने में व्यस्त थे तभी उनके नज़दीक रखे गोले-बारूद पर मोर्टार बम गिर कर फट गया। वर्ष 1923 में देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) का जन्म हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव डाढ़ के एक सैन्य परिवार में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा नैनीताल में और देहरादून के प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल मिलिट्री कॉलेज में उच्च शिक्षा हुई। 22 फरवरी वर्ष 1942 को उन्हें कुमाऊं रेजिमेंट में कमीशन मिला। उन्होंने 1947 में पाकिस्तान से हुई जंग में हाथ में फ्रैक्चर के बाद भी हिस्सा लिया। 3 नवंबर 1947 को दुश्मन से लोहा लेते हुए मेजर सोमनाथ बडगाम में शहीद हो गए। उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र (Param Veer Chakra) से सम्मानित किया गया। 3 नवंबर 1947 मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) की टुकड़ी को कश्मीर घाटी के बडगाम मोर्चे पर जाने का आदेश दिया गया। जब दुश्मन के 500 सैनिकों ने तीन तरफ से भारतीय सेना को घेरकर हमला शुरू कर दिया...

Somnath Sharma Birth Anniversary: पढ़ें, प्रथम ‘परमवीर चक्र’ विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा की बहादुरी की दास्तां

• 2 hours ago • 8 hours ago • 8 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 13 hours ago • 16 hours ago • 23 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 37.4°C Somnath Sharma Birth Anniversary: अब तक सेना का सर्वोच्च वीरता सम्मान परमवीर चक्र 21 जवानों को दिया जा चुका है। इसमें से 14 योद्धाओं को मरणोपरांत जबकि 7 को उनके जीवनकाल में यह अलंकार प्राप्त हुआ। भारत के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा का जन्म 31 जनवरी, 1923 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के दध में हुआ था। इनके पिता अमरनाथ शर्मा खुद सेना के एक अफसर थे। नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में शिक्षा ली। इनके परिवार के कई सदस्यों ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दीं। इनके छोटे भाई विश्वनाथ शर्मा भारतीय सेना के 15वें सेनाध्यक्ष रहे। 22 फरवरी, 1942 को रॉयल मिलिट्री कॉलेज से स्नातक होने पर सोमनाथ की नियुक्ति ब्रिटिश भारतीय सेना की 19वीं हैदराबाद रैजीमैंट की 8वीं बटालियन में हुई (जो बाद में भारतीय सेना के चौथी बटालियन, कुमाऊं रैजीमैंट के नाम से जानी जाने लगी)। इन्होंने बर्मा में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अराकन अभियान में जापानी सेनाओं के विरुद्ध युद्ध किया। अराकन अभियान में इनके योगदान के कारण इन्हें मेन्शंड इन डिस्पैचेस में स्थान मिला। Why did major somnath sharma got param vir chakra: 15 अगस्त, 1947 को देश के विभाजन के बाद जम्मू-कश्मीर रियासत के राजा हरी सिंह असमंजस में थे। वह अपनी रियासत को ...

परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची

वर्तमान समय में होने वाली अधिकांश परीक्षाएं सामान्य ज्ञान जागरूकता पर अधिक केंद्रित होती है। आपको इन पेपरों में भारत के इतिहास से भरे प्रश्न मिलेंगे इन परीक्षाओं की तैयारी को आसान बनाने के लिए हम आपको परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की सूची (List of Param Vir Chakra awardees In Hindi) प्रदान कर रहे हैं। हमारे देश में 21 परमवीर चक्र (पीवीसी) विजेता हैं। ये लोह से बने पुरुष है। जिन्होंने हमारे देश को सुरक्षित रखने के लिए अपना सब कुछ दिया है। सर्वोच्च और निस्वार्थ बहादुरी के कृत्यों के साथ, उन्होंने देश का सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पुरस्कार जीता है। लेकिन आप उन्हें कितनी अच्छी तरह जानते हैं? आइए के बारे में विस्तार से जानने के लिए पूरा लेख पढ़ते हैं। Table of Contents • • • • परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता| Param Vir Chakra awardees परम वीर चक्र (PVC) भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण है, जिसे युद्धकाल के दौरान वीरता के विशिष्ट कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए दिया जाता है। परम वीर चक्र का अनुवाद “अंतिम बहादुर का पहिया” के रूप में किया जाता है, और यह पुरस्कार “दुश्मन की उपस्थिति में सबसे विशिष्ट बहादुरी” के लिए दिया जाता है। जनवरी 2018 तक, पदक 21 बार प्रदान किया गया है, जिनमें से 14 मरणोपरांत थे और 16 भारत-पाकिस्तान संघर्षों में कार्रवाई से उत्पन्न हुए थे। 21 पुरस्कार विजेताओं में से 20 भारतीय सेना से हैं, और एक भारतीय वायु सेना से है। मेजर सोमनाथ शर्मा, पहले प्राप्तकर्ता थे। भारत की कई राज्य सरकारें और साथ ही केंद्र सरकार के मंत्रालय पीवीसी (या प्राप्तकर्ता की मृत्यु के मामले में उनके परिवार के सदस्यों) के प्राप्तकर्ताओं को भत्ते और पुरस्कार प्रदान करते हैं। अभी तक केवल 21 सैन्य कर्म...

परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाने जाएंगे अंडमान निकोबार के 21 द्वीप, PM मोदी आज करेंगे ऐलान

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज यानी, 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं (Paramveer Chakra Winners) के नाम पर रखने के समारोह में शामिल होंगे. 23 जनवरी का दिन पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है. साथ ही इस कार्यक्रम में पीएम मोदी नेताजी के नाम वाले द्वीप पर बनाए जाने वाले सुभाष चंद्र बोस को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के एक मॉडल का भी अनावरण करेंगे. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए और नेताजी की स्मृति का सम्मान करने के लिए 2018 में द्वीप की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप कर दिया गया था. नील द्वीप और हैवलॉक द्वीप का नाम बदलकर क्रमशः शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप कर दिया गया था. ये भी पढ़ें- जानकारी के मुताबिक, यह निर्णय लिया गया कि अनाम द्वीपों का नाम मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कैप्टन करम सिंह, सेकंड लेफ्टिनेंट रामा राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह, कैप्टन जीएस सलारिया, लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा, सूबेदार जोगिंदर सिंह, मेजर शैतान सिंह, कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद और लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर के नाम पर रखा जाएगा. इन 21 परमवीर विजेताओं का होगा नाम जबकि परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं जिनके नाम पर अंडमान और निकोबार के 21 द्वीपों के नाम रखा जा रहा है. उनमें लांस नायक अल्बर्ट एक्का, मेजर होशियार सिंह, सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल, फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखो...

परमवीर चक्र पुरस्कार माहिती मराठीत

Table of Contents • • • • • • परमवीर चक्र हा भारतीय सैन्यामध्ये युद्धकाळात दाखवलेल्या शौर्यासाठी दिला जाणारा सर्वोच्च पुरस्कार आहे. परमवीर चक्र हे शत्रूच्या उपस्थितीत दाखवलेल्या उल्लेखनीय साहसासाठी जिवंतपणी तसेच मरणोत्तर दिले जाते. परमवीर पुरस्काराची स्थापना 26 जानेवारी 1950 रोजी करण्यात आली व हे पुरस्कार देण्याची सुरुवात 15 ऑगस्ट 1947 पासून करण्यात आली. आतापर्यंत एकूण 21 परमवीर चक्र पुरस्कार देण्यात आले आहेत व यातील चौदा पुरस्कार हे मरणोत्तर देण्यात आले आहेत. तसेच यातील 20 परमवीर चक्र पुरस्कार हे भारतीय लष्करातील जवानांना मिळाले आहेत व एक पुरस्कार भारतीय हवाई दलातील जवानाला मिळाला आहे. परमवीर चक्राची संरचना: परमवीर चक्र हे पदक वर्तुळाकार आकाराचे असून त्याचा व्यास 35 मिलिमीटर इतका असतो. हे पदक कांस्य धातूचे असून त्याच्या मध्यभागी भारताचे राष्ट्रीय प्रतीक कोरले आहे तसेच या चिन्हा भोवती चार वज्राच्या प्रतिकृती कोरल्या आहेत. या पदकाच्या मागच्या बाजूस परमवीर चक्र हे नाव देवनागरी व इंग्रजी लिपी मध्ये लिहिले आहे व या दोन्हीच्या मध्ये कमलाच्या प्रतिकृती कोरल्या आहेत. या पदकासाठी असणारी रीबन जांभळ्या रंगाचे असते. जर परमवीर चक्र विजेता त्याच्या पुढच्या कारकीर्दीमध्ये पुन्हा परमवीरचक्रासाठी पात्र ठरत असेल तर परमवीर चक्राच्या रिबनवर यानंतरच्या प्रत्यक्ष शौर्यासाठी बार दिला जातो. परमवीर चक्रासाठी पात्र ठरणारे व्यक्ती: परमवीर चक्र हे लष्कर, नौदल, वायूदलातील अधिकारी, राखीव दल, मिलिशिया, प्रादेशिक सैन्यातील तसेच इतर सशस्त्र सैन्यातील अधिकारी यांना दिले जाते. वरीलपैकी कोणत्याही सैन्यदलाच्या आदेशानुसार किंवा देखरेखीखाली सेवा देणारे नर्सिंग कर्मचारी, रुग्णालय व त्या संदर्भातील सेवा देणारे न...