पर्यावरण प्रदूषण के प्रकार pdf

  1. पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध: प्रदूषण क्या है? अर्थ, प्रकार, कारण और समाधान
  2. प्रदूषण पर निबंध, अर्थ, कारण और प्रकार
  3. पर्यावरण प्रदूषण (Environment Pollution)
  4. प्रदूषण पर निबंध – Pollution / Pradushan Essay in Hindi Pdf Download – Hindi Jaankaari
  5. पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी Drishti IAS PDF Notes
  6. पर्यावरण प्रदूषण : अर्थ, प्रकार, प्रभाव, कारण तथा रोकने के उपाय


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पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध: प्रदूषण क्या है? अर्थ, प्रकार, कारण और समाधान

अतःहमारीसमस्तधरतीऔरइसपरविद्यमानसभीवस्तुहमारापर्यावरणहै।इसकेअंतर्गतवेसभीपरिस्थितियाँभीजाजातीहैंजोहमारेजीवनपरप्रत्यक्षअथवापरोक्षरूपसेप्रभावडालतीहै। हमारेपर्यावरणकेअंतर्गतमुख्यतःहवा, जलऔरभूमिआतेहैं, किंतुइसमेंसाथरहनेवालेसमस्तजीवजंतुऔरपेड़पौधेभीआजातेहैं।पर्यावरणकोदोवर्गोंमेंवर्गीकृतकियाजासकताहै- भौतिकपर्यावरणकेअंतर्गतहवा, जलऔरभूमिआतेहैं।जैविकपर्यावरणकेअंतर्गतपेड़-पौधेऔरछोटे-बड़ेसभीजीवआतेहैं। प्रदूषणक्याहै? प्रकृतियापर्यावरणकेअवयवोंकीसंरचनायासंतुलनमेंव्यवधानउत्पन्नकरनापारिस्थितिकीअसंतुलनयाप्रदूषणकहलाताहै।औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, जनसंख्यामेंवृद्धिकाह्रासतथानाभिकीयकचरेइत्यादिप्रदूषणकेमुख्यकारणहैं। ज्ञान-विज्ञानकाविकासऔरजनसंख्याकीवृद्धिकेसाथ-साथस्वच्छताकीसमस्याप्रादुर्भूतहुईहैं।बड़ेनगरोंमेंनालियोंकेगंदेपानी, मल-मूत्र, कारख़ानोंकीराख, रासायनिकगैसअधिकमात्रामेंनिकालतेहैं, फलतः पर्यावरणप्रदूषणकेप्रकारऔरकारण प्रदूषणकेकईप्रकारहैं, जैसेवायुप्रदूषण, जलप्रदूषण, ध्वनिप्रदूषण, आदि। वायुप्रदूषण:पर्यावरणकोप्रदूषितकरनेमेंमोटर-वाहनोंकीभूमिकासर्वाधिकहै।इसकेअलावेबड़े-बड़ेनगरोंमेंकारख़ानोंकीबड़ी-बड़ीचिमनियाँकालेएवंभयंकरधुआँउगलतीरहतीहैंजोप्राणियोंकेलिएभयानकसंकटउत्पन्नकररहीहै।वायुप्रदूषणसेकईजगहोंपरलोगोंकोसाँसलेनाभीमुश्किलहोगयाहै। जलप्रदूषण:औद्योगिकनगरोंमेंबड़ेपैमानेपरदूषितपदार्थनदियोंमेंप्रवाहितकियाजारहाहैजिससेउसकापानीइसयोग्यनहींरहगयाहैकिउसकाउपयोगकियाजासके।यहदूषितजलनदी-नालोंमेंमिलकरभयंकरजल-प्रदूषणपैदाकरताहै।बाढ़केसमयतोकारखानेकादुर्गंधितजलसबनदी-नालोंमेंघुलमिलजाताहैजिससेअनेकबीमारियाँपैदाहोतीहै। ध्वनिप्रदूषण:मनुष्यकोरहनेकेलिएशांतवातावरणचाहिए।परंतुआजकलकारखानोंकाशोर, यातायातकाशोर, मोटर-गाड़ियोंकीचिल्ल-पों, ला...

प्रदूषण पर निबंध, अर्थ, कारण और प्रकार

आज का मानव औद्योगिकरण में इस तरह फंस गया है कि वह अपने पर्यावरण को शुद्ध नहीं रख पा रहा है। जनसंख्या की तीव्र गति से वृद्धि के कारण भी आज के युग में एक अति गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है जिससे वातावरण दूषित हो रहा है। इस समस्या को ही प्रदूषण pollution in hindi कहते हैं। जो कि मानव तथा जीव जंतुओं के लिए भी किसी न किसी रूप से हानिकारक सिद्ध होता है। प्रदूषण की समस्या किसी एक व्यक्ति, समूह अथवा देश की समस्या नहीं है बल्कि यह संपूर्ण सृष्टि की समस्या है इस कारण ही प्रदूषण का प्रभाव मानव जाति पर ही नहीं सभी जीव जंतुओं पर भी पड़ता है। Pollution in hindi essay प्रदूषण पर निबंध प्रस्तावना प्रदूषण, आजकल की इतनी बड़ी समस्या बन चुकी है कि मानव शुद्ध वायु, शुद्ध पानी तथा खाद्य पदार्थों को भी शुद्ध नहीं रख पा रहा है। जिस कारण मानव को अनेक गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। विषैली गैसों, मल-मूत्र तथा कूड़ा-करकट का पानी मनुष्य के नुकसानदायक है। इससे वातावरण दूषित हो चुका है इस समस्या को ही प्रदूषण कहते हैं। प्रदूषण के प्रकार आज के बाद वर्ड में प्रदूषण कई प्रकार से दिखाई देते हैं। all type pollution in hindi language. (i) वायु प्रदूषण (ii) जल प्रदूषण (iii) ध्वनि प्रदूषण (iv) रेडियोएक्टिव प्रदूषण (v) रासायनिक प्रदूषण (vi) मृदा प्रदूषण वायु प्रदूषण वायु मानव जीवन के लिए एक प्रमुख स्रोत है। प्रत्येक जीव जंतुओं को स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध वायु की आवश्यकता होती है। लेकिन आजकल वायुमंडल में अनेक प्रकार की विषैली गैसों द्वारा इसका संतुलन बिगड़ रहा है जिसके कारण सर्दियों में अधिक कोहरा आ जाता है। एवं वायु प्रदूषण के कारण दमा, खांसी तथा बच्चों में सांस लेने के साथ खरखराहट उत्पन्न हो जाती है। ...

पर्यावरण प्रदूषण (Environment Pollution)

पर्यावरण प्रदूषण आज विभिन्न घातक स्वरूपों में विद्यमान है जो मानव सभ्यता के अस्तित्व को चुनौती दे रहा है। स्थिति यहाँ तक आ गई है कि सृष्टि का भविष्य संकटग्रस्त है। पर्यावरण प्रदूषण के प्रमुख स्वरूप निम्न प्रकार हैं- 1. वायु प्रदूषण मानव को प्रकृति प्रदत्त एक नि:शुल्क उपहार मिला है और वह है- वायु। यह उपहार सभी जीवों का आधार है। मानव बिना भोजन एवं बिना जल के कुछ समय भले ही व्यतीत कर ले, बिना वायु के वह दस मिनट भी जीवित नहीं रह सकता। यह अत्यंत चिन्ता का विषय है कि प्रकृति प्रदत्त जीवनदायिनी वायु लगातार जहरीली होती जा रही है। शहरों का असीमित विस्तार, बढ़ता औद्योगीकरण, परिवहन के साधनों में लगातार वृद्धि तथा विलासिता की वस्तुएं (जैसे- एयरकन्डीशनर, रेफ्रिजरेटर आदि) वायु प्रदूषण को लगातार बढ़ावा दे रही हैं। मानव 24 घण्टे में लगभग 22,000 बार साँस लेता है तथा इसमें प्रयुक्त वायु की मात्रा लगभग 35 गैलन या 16 किग्रा है। ऐसी वायु जो हानिकारक अवयवों से मुक्त हो, उसे शुद्ध वायु कहते हैं। वायु के मुख्य संघटकों में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइ ऑक्साइड हैं। उक्त के अतिरिक्त वायुमण्डल में थोड़ी मात्रा में आर्गन या नियॉन जैसी विरल गैसें भी पाई जाती हैं। वायुमण्डल में प्रमुख गैसों की सान्द्रता निम्न प्रकार है- 1. नाइट्रोजन 79.20 प्रतिशत 2. ऑक्सीजन 20.60 प्रतिशत 3. कार्बन डाइ ऑक्साइड 0.20 प्रतिशत 4. अन्य अति सूक्ष्म रूप में आधुनिक युग में उद्योगों की चिमनियों, बढ़ते वाहनों एवं अन्य कारणों से वायुमण्डल में अनेक हानिकारक गैसें मिश्रित हो रही हैं जिनमें सल्फर डाइ ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, नाइट्रोजन के विभिन्न ऑक्साइड, क्लोरो फ्लोरो कार्बन एवं फार्मेलिडहाइड मुख्य हैं। इसके अतिरिक्त सड़कों पर चल...

प्रदूषण पर निबंध – Pollution / Pradushan Essay in Hindi Pdf Download – Hindi Jaankaari

प्रदूषण तब होता है जब पर्यावरण में कुछ जीवित चीजों को हानिकारक या जहरीला तत्त्व आ जाते है। जल निकायों में प्रदूषित पानी या कचरा प्रदूषण का एक प्रकार है। दूसरे शब्दों में, प्रदूषण का मतलब कार्बन मोनोऑक्साइड आदि जैसे प्रदूषकों के उत्सर्जन के कारण पर्यावरण में अचानक परिवर्तन होता है। पीने के पानी में सीवेज एक और प्रकार का प्रदूषण है, जिसमें रोगाणु होते हैं और वायरस। 3 प्रकार के प्रदूषण हैं: जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, और शोर प्रदूषण। अगर आपको भी pradushan par nibandh in hindi, प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध, पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध इन हिंदी, आदि की जानकारी देंगे| पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध हिंदी में प्रस्तावना : विज्ञान के इस युग में मानव को जहां कुछ वरदान मिले है, वहां कुछ अभिशाप भी मिले हैं। प्रदूषण एक ऐसा अभिशाप हैं जो विज्ञान की कोख में से जन्मा हैं और जिसे सहने के लिए अधिकांश जनता मजबूर हैं। प्रदूषण का अर्थ : प्रदूषण का अर्थ है -प्राकृतिक संतुलन में दोष पैदा होना। न शुद्ध वायु मिलना, न शुद्ध जल मिलना, न शुद्ध खाद्य मिलना, न शांत वातावरण मिलना। प्रदूषण कई प्रकार का होता है! प्रमुख प्रदूषण हैं – वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण और ध्वनि-प्रदूषण । वायु-प्रदूषण : महानगरों में यह प्रदूषण अधिक फैला है। वहां चौबीसों घंटे कल-कारखानों का धुआं, मोटर-वाहनों का काला धुआं इस तरह फैल गया है कि स्वस्थ वायु में सांस लेना दूभर हो गया है। मुंबई की महिलाएं धोए हुए वस्त्र छत से उतारने जाती है तो उन पर काले-काले कण जमे हुए पाती है। ये कण सांस के साथ मनुष्य के फेफड़ों में चले जाते हैं और असाध्य रोगों को जन्म देते हैं! यह समस्या वहां अधिक होती हैं जहां सघन आबादी होती है, वृक्षों का अभाव होता है और वातावरण ...

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी Drishti IAS PDF Notes

अनुक्रम (Contents) • • • Drishti IAS Paryavaran And Paristhitiki पर्यावरण और पारिस्थितिकी Book in Hindi PDF Drishti IAS Paryavaran And Paristhitiki पर्यावरण और पारिस्थितिकी Book in Hindi PDF-हेलो दोस्तों जैसा कि आप सभी लोग जानते ही होंगे कि currentshub.com एकमात्र ऐसी वेबसाइट है जहां पर नौकरी और तैयारी से संबंधित सभी कुछ बहुत ही सरलतम तरीके से उपलब्ध है उसी तरह आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको Drishti IAS Paryavaran And Paristhitiki पर्यावरण और पारिस्थितिकी Book in Hindi PDF For UPSC State PSC and UGC NETको उपलब्ध कराऐंगे ! जो कि आपको UPSC , MPPSC , UPPSC , RAS and NET व अन्य सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये बहुत उपयोगी सिद्द होंगी ! पर्यावरण प्रदूषण पर्यावरण प्रभाव आकलन भारत में पर्यावरण संरक्षण जैव विविधता भारत में जैव विविधता जलवायु परिवर्तन सतत विकास इत्यादि Click HereTo Download पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी Drishti IAS PDF Notes प्रमुख जनजातीय विद्रोह प्र थम विश्व युद्ध के कारण, परिणाम, युद्ध का प्रभाव, प्रथम विश्व युद्ध और भारत • मध्यकालीन भारत का इतिहास PDF में डाउनलोड करें प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए • History of Modern India Handwritten Notes in Hindi by Raj Holkar • • • • • • • • • • Drishti ( दृष्टि ) History Notes Free Download in Hindi • दोस्तों Sarkari Naukriकी Syllabus की जानकारी आप इस Website से प्राप्त कर सकते है. आप सभी छात्रों से हमारी गुजारिश है की आप Daily Visit करे ताकि आप अपने आगामी Sarkari Examकी तैयारी और सरल तरीके से कर सके. दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा...

पर्यावरण प्रदूषण : अर्थ, प्रकार, प्रभाव, कारण तथा रोकने के उपाय

अनुक्रम (Contents) • • • • • • पर्यावरण प्रदूषण : अर्थ, प्रकार, प्रभाव, कारण तथा रोकने के उपाय पर्यावरण प्रदूषण मानव द्वारा पर्यावरणीय तत्वों में किया जाने वाला अवांछनीय परिवर्तन हैं जो उसके भौतिक, रासायनिक एवं जैविक स्वरुप को बिगाड़ देता है और पर्यावरण के तत्वों जैसे भूमि, जलवायु को हमारे प्रतिकूल बना देता है। पर्यावरणीय तत्वों में परिवर्तन करने वाले अवांछनीय पदार्थों को प्रदूषक कहते हैं। पर्यावरण प्रदूषण : अर्थ, प्रकार, प्रभाव, कारण तथा रोकने के उपाय प्रदूषण के प्रकार एवं स्रोत प्रदूषण प्रकार सन्निहित प्रदूषक प्रदूषण के स्रोत बदबू, घुलित ठोस कण, यूरिया, क्लोराइड्स, फ्लोराइड्स, कार्बोनेट्स, तेल एवं ग्रीस, कीटनाशक, सल्फेट्स एवं सल्फाइड्स, भारी धातुएं सीसा-पारा, मैग्नीज आदि रेडियोधर्मी पदार्थ/तत्व । वाहित मल निपाटन नगरीय वाही जल,उद्योगों के विषाक्त कृषित भूमि के उपर से बहता जल बहिस्राव तथा नाभिकीय उर्जा संयन्त्र। नाइट्रोजन आक्साइड कार्बन मोनो आक्साइड,हाइड्रोकार्बन,अमोनिया शीशा,एस्बेस्टोज एवं बेरीलियम । कोयला,डीजल पेट्रोल का दहन ठोस कचरा निपाटन बाहित मल (जल – मल) निपाटन आदि। सहन क्षमता से अधिक ऊंची ध्वनि का स्तर । वायुयान, मोटर वाहन, रेलगाड़ियॉ, औद्योगिक प्रक्रम तथा विज्ञापन मीडिया। मानव एवं पशु-मल आदि, विषाणु तथा जीवाणु रोगवाहक विरनल कीटनाशक, क्षारीयता, फ्लोराइड्स, रेडियोधर्मी पदार्थ। अनुचित मानव क्रियाकलाप,अनुपचारित औद्योगिक अपशिष्ट निपाटन, पीड़कनाशी, उर्वरकों का उपयोग • • Rapid Indian Geography And World Geography Notes In Hindi PDF • India Geography Subjective Download Pdf Book • Physical Geography by Savindra Singh PDF Download • Geography India And World Complete Quest...