पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार के उदाहरण

  1. CBSE Class 11 Hindi Elective अपठित बोध अपठित काव्यांश
  2. समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके
  3. Alankar in Hindi Vyakaran
  4. पुनरुक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण
  5. IStudy Master
  6. CBSE Class 11 Hindi Elective अपठित बोध अपठित काव्यांश
  7. IStudy Master
  8. समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके
  9. Alankar in Hindi Vyakaran


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CBSE Class 11 Hindi Elective अपठित बोध अपठित काव्यांश

• ICSE Solutions • ICSE Solutions for Class 10 • ICSE Solutions for Class 9 • ICSE Solutions for Class 8 • ICSE Solutions for Class 7 • ICSE Solutions for Class 6 • Selina Solutions • ML Aggarwal Solutions • ISC & ICSE Papers • ICSE Previous Year Question Papers Class 10 • ISC Previous Year Question Papers • ICSE Specimen Paper 2021-2022 Class 10 Solved • ICSE Specimen Papers 2020 for Class 9 • ISC Specimen Papers 2020 for Class 12 • ISC Specimen Papers 2020 for Class 11 • ICSE Time Table 2020 Class 10 • ISC Time Table 2020 Class 12 • Maths • Merit Batch CBSE Class 11 Hindi Elective अपठित बोध अपठित काव्यांश प्रश्न : निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए- 1. जन्म दिया माता सा जिसने, किया सदा लालन-पालन, जिसके मिट्टी जल से ही है रचा गया हम सबका तन। माता केवल बाल काल में निज अंक में धरती है, हम अशक्त जब तलक तभी तक पालन पोषण करती है। मातृभूमि करती है सबका लालन सदा मृत्यु पर्यत, जिसके दया-प्रवाहों का होता न कभी सपने में अंत। मर जाने पर कण देहों के इसमें ही मिल जाते हैं, हिंदू जलते यवन-ईसाई शरण इसी में पाते हैं। ऐसी मातृभूमि मेरी है स्वर्गलोक से भी प्यारी, उसके चरण-कमल पर मेरा तन-मन-धन सब बलिहारी। प्रश्न : 1. धरती माँ हम पर क्या उपकार करती है? 2. ‘धरती माँ हमारी माँ से भी बढ़कर है।’ यह कैसे कहा जा सकता है? 3. इस काव्यांश से आपको क्या प्रेरणा मिलती है? 4. ‘मातुभूमि की हम पर दया असीमित है।’ कवि ने ऐसा क्यों कहा है? 5. मर जाने के बाद शरीर की क्या स्थिति होती है? 6. हम सबका तन किससे रचा गया है ? 7. माता हमें कब तक अपनी गोद में धारण करती है ? 8. ‘च...

समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके

दोस्तों अगर आप बीटीसी, बीएड कोर्स या फिर uptet,ctet, supertet,dssb,btet,htet या अन्य किसी राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप जानते हैं कि इन सभी मे बाल मनोविज्ञान विषय का स्थान प्रमुख है। इसीलिए हम आपके लिए बाल मनोविज्ञान के सभी महत्वपूर्ण टॉपिक की श्रृंखला लाये हैं। जिसमें हमारी साइट समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके है। समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके adjustment / समायोजन का अर्थ समायोजन दो शब्दों से मिलकर बना है – सम + आयोजन इस प्रकार समायोजन का अर्थ सुव्यवस्थित या अच्छी तरह से परिस्थितियों को अनुकूल न बनाने की प्रक्रिया से है। व्यक्ति की आवश्यकता और परिस्थितियों के बीच सामंजस्य स्थापित कर लेना ही समायोजन है। जब एक प्राणी या व्यक्ति अपने विचारों को अथवा अपने आप को किसी भी स्थिति के साथ संतुलित कर लेता है तो वह समायोजन कहलाता है। समायोजन की परिभाषाएं “समायोजन अधिगम की एक प्रक्रिया है।”– स्किनर “एक अच्छा समायोजन वह है जो यथार्थ पर आधारित व सन्तोष देने वाला होता है।”- स्मिथ “समायोजन व्यक्ति की आवश्यकताओं की पूर्ति तथाकठिनाइयों के निराकरण के प्रयासों का परिणाम है।”– कालमैन कुसमायोजन किसे कहते हैं जो व्यक्ति आवश्यकताओं एवं परिस्थितियों के बीच समायोजन नहीं कर पाता है, कुसमायोजित हो जाता है। कुसमायोजन के कारण उत्पन्न मानसिक रोग (1) तनाव – जब व्यक्ति समय परिस्थिति तथा आवश्यकतानुसार कार्य नहीं कर पाता है। वह असफल हो जाता है। तो वह तनाव का शिकार होता है। (2) दुश्चिन्ता – जब अचेतन मन में दमित इच्छा चेतन में आने का प्रयास करती है तो व्यक्ति दुश्चिन्ता का शिकार हो जाता है। (3) दबाव – सफलता व असफलता तथा आत्मसम्मा...

Alankar in Hindi Vyakaran

• उपमेय- जिसकी तुलना की जाय या उपमा दी जाय। जैसे- मुख चन्द्रमा के समान सुंदर है। इस उदाहरण में मुख उपमेय है। • उपमान- जिससे तुलना की जाय या जिससे उपमा दी जाय। उपर्युक्त उदाहरण में चन्द्रमा उपमान है। • साधारण धर्म- उपमेय और उपमान में विद्यमान समान गुण या प्रकृति को साधारण धर्म कहते है। ऊपर दिए गए उदाहरण में 'सुंदर ' साधारण धर्म है जो उपमेय और उपमान दोनों में मौजूद है। • वाचक- समानता बताने वाले शब्द को वाचक शब्द कहते हैं। ऊपर दिए गए उदाहरण में वाचक शब्द 'समान' है। (सा , सरिस , सी , इव, समान, जैसे , जैसा, जैसी आदि वाचक शब्द हैं ) The study material has been prepared to understand Hindi grammar in an easy way by which you can learn Hindi meaning. Grammar is an integral part of any language that is why to learn Hindi grammar. The comprehension of language grows only through grammar. It is important to guide the students about learn basic Hindiin an interesting and curious manner. It is the need of today to study in simple language while combining it with different subjects. Learn basic Hindi wordsrelated to all subjects.It is also important to build a foundation for the preparation of competitive exams. Learn Hindi for kidsand kids also learn Hindi. हिंदी व्याकरण को आसान तरीके से समझने के लिए अध्ययन सामग्री को निर्मित किया गया है . व्याकरण किसी भी भाषा का अभिन्न अंग होता है . भाषा की समझ व्याकरण से ही बढ़ती है . विद्यार्थियों को रुचिकर और उत्सुकता बढ़ाने वाले ढंग से मार्गदर्शन देना जरुरी है . सरल भाषा में विभिन्न विषयों के साथ संयोजन करते हुए पढ़ाई करना आज की आवश्यकता है . प्रतिस्...

पुनरुक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण

इस पेज पर आप पुनरुक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए। पिछले पेज पर हमने चलिए आज हम पुनरुक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं। पुनरुक्ति अलंकार किसे कहते हैं पुनरुक्ति अलंकार दो शब्दों के योग से बना है पुन: +उक्ति। जब किसी वाक्य में कोई शब्द का प्रयोग दो बार किया जाता है अर्थात एक ही शब्द को दो बार दोहराया जाता हैं, वहाँ पर पुनरुक्ति अलंकार होता है। उदाहरण :- 1. मधुर वचन कहि-कहि परितोषीं। उपर दिए गए वाक्य में कहि शब्द का एक से अधिक बार प्रयोग किया गया है। जिसके कारण काव्य में सुंदरी की वृद्धि हुई है जिससे यहां पुनरुक्ति अलंकार माना जाएगा। 2. सुबह-सुबह बच्चे काम पर जा रहे हैं। उपर दिए गए वाक्य में सुबह शब्द का मतलब एक ही है जबकि यहां इस शब्द का दो बार प्रयोग हुआ है। अतः यह पुनरुक्ति अलंकार माना जाएगा। उम्मीद हैं आपको पुनरुक्ति अलंकार की जानकारी पसंद आयी होगी।

IStudy Master

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CBSE Class 11 Hindi Elective अपठित बोध अपठित काव्यांश

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समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके

दोस्तों अगर आप बीटीसी, बीएड कोर्स या फिर uptet,ctet, supertet,dssb,btet,htet या अन्य किसी राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप जानते हैं कि इन सभी मे बाल मनोविज्ञान विषय का स्थान प्रमुख है। इसीलिए हम आपके लिए बाल मनोविज्ञान के सभी महत्वपूर्ण टॉपिक की श्रृंखला लाये हैं। जिसमें हमारी साइट समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके है। समायोजन का अर्थ एवं परिभाषाएं / समायोजन के उपाय या तरीके adjustment / समायोजन का अर्थ समायोजन दो शब्दों से मिलकर बना है – सम + आयोजन इस प्रकार समायोजन का अर्थ सुव्यवस्थित या अच्छी तरह से परिस्थितियों को अनुकूल न बनाने की प्रक्रिया से है। व्यक्ति की आवश्यकता और परिस्थितियों के बीच सामंजस्य स्थापित कर लेना ही समायोजन है। जब एक प्राणी या व्यक्ति अपने विचारों को अथवा अपने आप को किसी भी स्थिति के साथ संतुलित कर लेता है तो वह समायोजन कहलाता है। समायोजन की परिभाषाएं “समायोजन अधिगम की एक प्रक्रिया है।”– स्किनर “एक अच्छा समायोजन वह है जो यथार्थ पर आधारित व सन्तोष देने वाला होता है।”- स्मिथ “समायोजन व्यक्ति की आवश्यकताओं की पूर्ति तथाकठिनाइयों के निराकरण के प्रयासों का परिणाम है।”– कालमैन कुसमायोजन किसे कहते हैं जो व्यक्ति आवश्यकताओं एवं परिस्थितियों के बीच समायोजन नहीं कर पाता है, कुसमायोजित हो जाता है। कुसमायोजन के कारण उत्पन्न मानसिक रोग (1) तनाव – जब व्यक्ति समय परिस्थिति तथा आवश्यकतानुसार कार्य नहीं कर पाता है। वह असफल हो जाता है। तो वह तनाव का शिकार होता है। (2) दुश्चिन्ता – जब अचेतन मन में दमित इच्छा चेतन में आने का प्रयास करती है तो व्यक्ति दुश्चिन्ता का शिकार हो जाता है। (3) दबाव – सफलता व असफलता तथा आत्मसम्मा...

Alankar in Hindi Vyakaran

• उपमेय- जिसकी तुलना की जाय या उपमा दी जाय। जैसे- मुख चन्द्रमा के समान सुंदर है। इस उदाहरण में मुख उपमेय है। • उपमान- जिससे तुलना की जाय या जिससे उपमा दी जाय। उपर्युक्त उदाहरण में चन्द्रमा उपमान है। • साधारण धर्म- उपमेय और उपमान में विद्यमान समान गुण या प्रकृति को साधारण धर्म कहते है। ऊपर दिए गए उदाहरण में 'सुंदर ' साधारण धर्म है जो उपमेय और उपमान दोनों में मौजूद है। • वाचक- समानता बताने वाले शब्द को वाचक शब्द कहते हैं। ऊपर दिए गए उदाहरण में वाचक शब्द 'समान' है। (सा , सरिस , सी , इव, समान, जैसे , जैसा, जैसी आदि वाचक शब्द हैं ) The study material has been prepared to understand Hindi grammar in an easy way by which you can learn Hindi meaning. Grammar is an integral part of any language that is why to learn Hindi grammar. The comprehension of language grows only through grammar. It is important to guide the students about learn basic Hindiin an interesting and curious manner. It is the need of today to study in simple language while combining it with different subjects. Learn basic Hindi wordsrelated to all subjects.It is also important to build a foundation for the preparation of competitive exams. Learn Hindi for kidsand kids also learn Hindi. हिंदी व्याकरण को आसान तरीके से समझने के लिए अध्ययन सामग्री को निर्मित किया गया है . व्याकरण किसी भी भाषा का अभिन्न अंग होता है . भाषा की समझ व्याकरण से ही बढ़ती है . विद्यार्थियों को रुचिकर और उत्सुकता बढ़ाने वाले ढंग से मार्गदर्शन देना जरुरी है . सरल भाषा में विभिन्न विषयों के साथ संयोजन करते हुए पढ़ाई करना आज की आवश्यकता है . प्रतिस्...