पूर्णिमा कब है 2023 january

  1. Purnima Tithi In 2023 List:आने वाले साल 2023 में कब
  2. Purnima 2023 List साल 2023 में कब
  3. Magh Purnima 2023 Date and Timing: कब है पूर्णिमा, यहां जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व
  4. Purnima 2023 List: साल 2023 में कब
  5. Guru Purnima 2023:इस साल कब है गुरु पूर्णिमा? जानें तिथि, महत्व और पूजा विधि
  6. Paush Purnima 2023: कब है पौष माह की पूर्णिमा? जानें
  7. Festivals in January 2023: कब है पौष पूर्णिमा और मौनी अमावस्या, देखिए इस माह के व्रत त्योहारों की सूची, festivals in january 2023 when is paush purnima and mauni amavasya see the list of fasting and festivals of this month


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Purnima Tithi In 2023 List:आने वाले साल 2023 में कब

Purnima Tithi in 2023 List: हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन को पूर्णिमा कहते हैं। हिन्दू धर्म में कैलेण्डर व हिन्दू पंचाग के तिथि में चन्द्रमा के अनुसार ही बदलती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा के दिन दान और स्नान का बहुत ही अधिक महत्व होता है। पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान आदि करने के उपरांत श्रीसत्यनारायण की व्रत कथा का पाठ करना शुभ माना जाता है। ऐसे तो प्रत्येक वर्ष में 12 पूर्णिमा होती हैं लेकिन जब भी हिन्दू पंचांग में अधिकमास लगता है तब पूर्णिमा की एक तिथि और बढ़ जाती है। ऐसे में साल में 13 पूर्णिमा पड़ती हैं। आइए जानते हैं साल 2023 में पूर्णिमा तिथि कब कब लग रही हैं। मेष राशिफल 2023 वृषभ राशिफल 2023 मिथुन राशिफल 2023 कर्क राशिफल 2023 सिंह राशिफल 2023 कन्या राशिफल 2023 तुला राशिफल 2023 वृश्चिक राशिफल 2023 धनु राशिफल 2023 मकर राशिफल 2023 कुंभ राशिफल 2023 मीन राशिफल 2023 पूर्णिमा व्रत का महत्व ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा व्रत का काफी महत्व है। पूर्णिमा के दिन कई तरह के उत्सव भी मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है। इसी के साथ पूर्णिमा के दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान की पूजा करते हैं। इसी के साथ जो भी जातक विधि-विधान से भगवान की पूजा करता है उसका यह व्रत सफल होता है और उसकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। पूर्णिमा के दिन महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करना शुभ मानते हैं, क्योंकि यह खराब स्वास्थ्य, नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। 2023 में पूर्णिमा तिथि की लिस्ट जनवरी में पूर्णिमा तिथि पौष पूर्णिमा व्रत, शुक्रवार, 06 जनवरी 2023 06 जनवर...

Purnima 2023 List साल 2023 में कब

Purnima 2023 List: साल 2023 में कब-कब पड़ रही है कौन सी पूर्णिमा, जानिए सभी पूर्णमासी की तिथि और समय Purnima 2023 List साल 2023 हिंदू धर्म के लिए काफी खास होने वाला है। क्योंकि आने वाले साल में कई खास व्रत त्योहार पड़ रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2023 में 12 पूर्णिमा पड़ रही हैं। जानिए सभी पूर्णिमा की तिथि और समय नई दिल्ली, Purnima 2023 List: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा पड़ती है। इसे मास के हिसाब से नाम दिए जाते हैं-जैसे पौष मास में पड़ने वाली पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहा जाएगा। ऐसे ही हर मास की पूर्णिमा को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस दिन चंद्र देव अपने पूर्ण आकार में होते हैं। इस दिन चंद्र देव, मां लक्ष्मी के साथ-साथ सत्यनारायण की कथा करना शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्णिमा के दिन चंद्र संबंधित उपाय करने से कुंडली में चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है इसके साथ ही सुख-समृद्धि, खुशहाली की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि साल 2023 में कब-कब कौन सी पड़ने वाली है पूर्णिमा। समाप्त - 6 जनवरी रात 4 बजरर 37 मिनट पर समाप्त माघ पूर्णिमा व्रत 5 फरवरी 2023, रविवार माघ पूर्णिमा प्रारम्भ - 4 फरवरी को 9 बजकर 29 मिनट से शुरू समाप्त - 5 फरवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट तक फाल्गुन पूर्णिमा व्रत मार्च 7, 2023, मंगलवार फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ - 6 मार्च को शाम 4:17 बजे समाप्त - 7 मार्च को शाम 6:09 बजे तक चैत्र पूर्णिमा व्रत 5 अप्रैल 2023, बुधवार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ - 5 अप्रैल को सुबह 09:19 बजे से शुरू समाप्त - 6 अप्रैल को सुबह 10: 04 बजे चैत्र पूर्णिमा 6 अप्रैल 2023, बृहस्पतिवार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ...

Magh Purnima 2023 Date and Timing: कब है पूर्णिमा, यहां जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व

• • Faith Hindi • Magh Purnima 2023 Date and Timing: कब है पूर्णिमा, यहां जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व Magh Purnima 2023 Date and Timing: कब है पूर्णिमा, यहां जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व Magh Purnima 2023 Date and Timing: माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद दान का विशेष महत्व माना गया है. आइए जानते हैं कब है माघ माह की पूर्णिमा तिथि? Magh Purnima 2023 Date and Timing: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह की पूर्णिमा ​तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है औेर इसे माघ पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान की परंपरा है और साथ ही दान का विशेष महत्व माना गया है. कहते हैं कि माघ पूर्णिमा के दिन स्नान व दान से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है और कई कष्टों से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं इस बार कब पड़ रही है माघ पूर्णिमा और इसका महत्व. Also Read: • • • माघ पूर्णिमा 2023 डेट और शुभ मुहूर्त हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह की पूर्णिमा तिथि 4 फरवरी 2023 को रात 9 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी और 5 फरवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट पर इसका समापन होगा. उदयातिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा 5 फरवरी को मनाई जाएगी. इस दिन सुबह 7 बजकर 7 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा जो कि बेहद ही शुभ माना जाता है. माघ पूर्णिमा का महत्व हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व है और कहते हैं कि मघा नक्षत्र के नाम से माघ पूर्णिमा नाम की उत्पत्ति हुई है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन सभी देवतागण पृथ्वी लोक पर भ्रमण करने आते हैं. इसलिए इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व माना गया है. माघ पूर्णिमा के दिन गंगा में स्...

Purnima 2023 List: साल 2023 में कब

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर माह के 30 दिन को चन्द्र कला के आधार पर 15-15 दिन के दो पक्षों में बांटा गया है- शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष. हिंदू माह के 15 वें दिवस शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन को पूर्णिमा कहते हैं इस दिन चन्द्रमा अपने पूरे आकार में नजर आता है. इस दिन का भारतीय जनजीवन में बहुत ही महत्व हैं. सामान्यता हर माह की पूर्णिमा को कोई न कोई पर्व अथवा व्रत अवश्य ही मनाया जाता हैं. इस दिन चंद्र देव, मां लक्ष्मी के साथ-साथ सत्यनारायण की कथा करना शुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्णिमा के दिन चंद्र संबंधित उपाय करने से कुंडली में चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है.इसके साथ ही सुख-समृद्धि, खुशहाली की प्राप्ति होती है. पूर्णिमा को कई जगहों पर पूर्णमासी, पौर्णिसी जैसे नामों से जाना जाता है. इस दिन स्नान दान का भी काफी महत्व है. साल में कुल 12 पूर्णिमा पड़ती है. आइए जानते हैं कि साल 2023 में कब-कब कौन सी पड़ने वाली है पूर्णिमा. प्रारम्भ 5 जनवरी 2023 को रात 2 बजकर 14 मिनट से, 6 जनवरी रात 4 बजरर 37 मिनट पर समाप्तमाघ पूर्णिमा व्रत. माघ पूर्णिमा प्रारम्भ 4 फरवरी को 9 बजकर 29 मिनट और समाप्त 5 फरवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट पर. 5 फरवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट तक फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ 6 मार्च को शाम 4:17 बजे से समाप्त 7 मार्च को शाम 6:09 बजे तक. चैत्र शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ 5 अप्रैल को सुबह 09:19 बजे से समाप्त 6 अप्रैल को सुबह 10: 04 बजे. चैत्र शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ 5 अप्रैल को सुबह 09:19 बजे से, 6 अप्रैल को सुबह 10:04 बजे तकवैशाख पूर्णिमा व्रत. वैशाख शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ 4 मई को रात 11:44 बजे से. 5 मई को रात 11:03 बजे तकज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत. ज्य...

Guru Purnima 2023:इस साल कब है गुरु पूर्णिमा? जानें तिथि, महत्व और पूजा विधि

Guru Purnima 2023 Date, Puja Muhurat, Importance : आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इसी दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। गुरु पूर्णिमा को वेदव्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। महर्षि वेद व्यास जी ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेदों का ज्ञान दिया था, इसलिए महर्षि वेदव्यास जी को प्रथम गुरु माना जाता है। हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी श्रेष्ठ माना जाता है, क्योंकि गुरु ही भगवान के बारे में बताते हैं और भगवान की भक्ति का मार्ग दिखाते हैं। ऐसे में प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और गुरु पूर्णिमा के तौर पर बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस साल गुरु पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि... गुरु पूर्णिमा पूजा विधि • गुरु पूर्णिमा वाले दिन गुरु की पूजा की जानी चाहिए। • इस दिन सुबह सबसे पहले स्नानादि के बाद साफ कपड़े पहनें। • फिर अपने घर के पूजा स्थल में लगे देवी-देवताओं की प्रतिमा को प्रणाम करते हुए उनकी विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करें। • इसके बाद पूजा स्थल पर रखें अपने गुरु की तस्वीर को माला फूल अर्पित कर उनका तिलक करें। • पूजन के बाद अपने गुरु के घर जाकर उनका पैर छूकर आशीर्वाद जरूर लें। Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्...

Paush Purnima 2023: कब है पौष माह की पूर्णिमा? जानें

Paush Purnima 2023: इस बार पौष माह की पूर्णिमा 06 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. इस दिन चंद्रमा का आकार पूरा होता है. पौष के माह को सूर्य का माह भी कहा जाता है. पौष पूर्णिमा के दिन स्नान और दान को महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों के पूजन से मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन की हर बाधा दूर होती है. Paush Purnima 2023 Date: हिंदू धर्म में पूर्णिमा को बेहद खास माना जाता है. इस बार की पौष मास की पूर्णिमा 06 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. यह साल 2023 की पहली पूर्णिमा है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्ण आकार में होता है. पौष को भगवान सूर्य का महीना कहा जाता है इसलिए इस महीने में आने वाली पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहते हैं. हिन्दू धर्म में इस पूर्णिमा का काफी महत्व दिया जाता है और इस दिन लोग अलग-अलग रीति-रिवाज़ों से पूजा करते हैं. मान्यता के अनुसार, पौष पूर्णिमा पर विधिवत पूजन से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है. पौष पूर्णिमा के दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व बतलाया गया है. पौष पूर्णिमा का महत्व (Paush Purnima 2023 Importance) वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पौष सूर्य देव का माह कहलाता है. इस मास में सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा है. पौष का महीना सूर्य देव का माह है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है. अतः सूर्य और चंद्रमा का यह अद्भूत संगम पौष पूर्णिमा की तिथि को ही होता है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों के पूजन से मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है. पौष पूर्णिमा 2023 शुभ मुहूर्त (Paush Purnima 2023 Shubh Muh...

Festivals in January 2023: कब है पौष पूर्णिमा और मौनी अमावस्या, देखिए इस माह के व्रत त्योहारों की सूची, festivals in january 2023 when is paush purnima and mauni amavasya see the list of fasting and festivals of this month

० 4 जनवरी (बुधवार): प्रदोष व्रत प्रत्येक वर्ष में प्रदोष व्रत 24 बार आता है, जिसे भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम व्रत माना जाता है. बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष व्रत कहते हैं, जिसे करने से भक्तों को आर्थिक उन्नति का फल मिलता है. पुराणों के अनुसार, भगवान शिव की आराधना से मनुष्य के सभी कष्ट दूर होते हैं और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. ० 6 जनवरी (शुक्रवार): पौष पूर्णिमा पौष माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहा जाता है. इस तिथि को सूर्यदेव और चंद्रमा दोनों की पूजा की जाती है. इस पूर्णिमा में यह अद्भुत संयोग बनता है कि सूर्यदेव को समर्पित पौष महीने में चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होते हैं. इस दिन सूर्यदेव और चंद्रदेव की पूजा के साथ माता लक्ष्मी की पूजा से सर्व मनोरथ सिद्ध होते हैं, जानिए इस व्रत के महत्व के बारे में. ० 14 जनवरी (शनिवार): लोहड़ी, सूर्य गोचर लोहड़ी का त्योहार पंजाब और हरियाणा में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. लोहड़ी पारंपरिक तौर पर फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा विशेष त्योहार है. लोहड़ी से कई लोक और पौराणिक कथाएं भी जुड़ी हुई हैं, जिनके कारण यह त्योहार मनाया जाता है. ० 15 जनवरी (रविवार): मकर संक्रांति मकर सक्रांति हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. मध्य भारत यानी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोग इसे बड़े धूमधाम से मनाते हैं. इस दिन घर पर कई तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं. इसमें तिल के लड्डू, नारियल के लड्डू व खिचड़ी जैसी चीजें शामिल हैं. ० 18 जनवरी (बुधवार): षटतिला एकादशी हिंदू शास्त्र के अनुसार माघ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी कहते हैं. इस बार...