राई

  1. Rai ke Daane ke Fayde
  2. राई जाति
  3. को हुन् नवनियुक्त अख्तियार प्रमुख आयुक्त प्रेमकुमार राई ? Nepalpatra
  4. राई नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल
  5. राई के फायदे और नुकसान


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Rai ke Daane ke Fayde

राई का पहाड़ बनाने वाली कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी। जी हां, ये वही राई है जिसकी खेती देश भर में की जाती है और लगभग सभी घरों में राई का उपयोग भी किया जाता है। इसके बाद भी राई की पहचान को लेकर कुछ भ्रम आज भी है। कुछ लोग सरसों तथा राई को एक ही मानते हैं, लेकिन सच यह है कि ये दोनों एक नहीं है। आमतौर पर लोग राई या राई के तेल का प्रयोग केवल आहार के लिए करते हैं। यही कारण है कि लोगों को राई के उपयोग के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। क्या आप जानते हैं कि राई एक बहुत ही गुणी औषधि भी है जिसके प्रयोग से एक-दो नहीं बल्कि अनेक रोगों को ठीक किया जा सकता है? आयुर्वेदिक किताबों के अनुसार आप राई का प्रयोग कर कफ-पित्त दोष, रक्त विकार को ठीक कर सकते हैं। राई खुजली, कुष्ठ रोग, पेट के कीड़े को खत्म करता है। राई के पत्तों की सब्जी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है। इससे भी कई रोग ठीक होते हैं। राई का तेल सिर दर्द, कान के रोग, खुजली, कुष्ठ रोग, पेट की बीमारी में फायदेमंद होता है। यह अपच, भूख की कमी, बवासीर और गठिया में भी लाभदायक होता है। राई मूत्र रोग में भी उपयोग होता है। इतना ही नहीं, काली राई त्रिदोष को ठीक करने वाला और बवासीर में फायदेमंद होता है। यह सांसों की बीमारी, अपच, दर्द, गठिया आदि में भी लाभदायक होता है। आइए आपको राई के उपयोग से होने वाले एक-एक फायदे के बारे में बताते हैं। Contents • 1 राई क्या है? (What is Mustard Powder in Hindi?) • 2 अनेक भाषाओं में राई के नाम (Name of Raai in Different Languages) • 3 राई के औषधीय गुण (Raai Benefits and Uses in Hindi) • 3.1 आंखों के रोग में राई का उपयोग फायदेमंद (Mustard Seeds Benefits in Cure Eye Disease in Hindi) • 3.2 फुंसी और खुज...

राई जाति

राई जाति पुर्वी नेपालको मुलबासी धेरै पुरानो एक बसोबास [ ] खासगरी राईहरूको मूलथलो पूर्वी नेपालको पूर्वी भुभाग, रहन सहन [ ] पहाडी क्षेत्रमा खम्बु/राईहरू घर ढुङ्गा र माटोले बनाउने गर्दछन् र तराई क्षेत्रमा आफुलाई इच्छा लागे अनुसार घर बनाउने गर्दछन्। यिनीहरू घरमा पूर्व तर्फ एउटा र दक्षिण तर्फ एउटा ढोका राखिएको हुन्छ। घरहरू अधिकांस दुई तले हुन्छन्। घरको छानो खर चित्राले छाइएको हुन्छ। गेरु र कमेरो माटोले घर लिपेका हुन्छन्। खम्बु/राईहरू प्राईः गरी खम्बु/राई समुदाय मनोरञ्जन गर्ने खालका हुन्छन्। यिनीहरू गीत, नाच र वाद्यवादन असाध्यै रुचाउँछन्। विशेष खम्बुराई हरूको महान चाड साकेला हो उधौली उभौलिमा यिनीहरू १०/१५ दिन सम्म सामुहिक साकेला शिली नाच्छ्न साथै ओमाडाक, बिसू तथा धुले पूजाका समयमा खम्बु/ राईहरूले सात दिनसम्म समूह समूहमा बिभाजित भई धनुकाँडबाट तीर हान्ने गर्दछन्। यसमा बाजीसमेत राखिएको हुन्छ। तीर हान्ने बेलामा राम्रा र सफा कपडाहरूमा सजिएर तारो हान्ने काममा सहभागी हुन्छन्। कुनै कुनै वयस्क तरुनीहरूले त आफ्नो घाँटीमा लगाइराखेको हार झिकेर आफूले मन पराएको समूह वा व्यक्तिलाई तारोका रूपमा थापिदिने पनि गर्छन्। जित्नेहरू गौरवान्वित हुन्छन् र उक्त हार लाने गर्दछन्। त्यतिबेला सम्बन्धित युवतिले त्यो उकास्न एक मुरी दुई पाथी चामल, गाग्री भरि खम्बु/राई जातिका केटाकेटीहरूले एक अर्कामा मायाप्रीति गाँसी प्रेमबिवाह पनि गर्ने गर्दछन्। माया प्रेम कै सिलसिलामा केही गरी केटी गर्भवती भएमा भने पनि त्यसै केटाले नै बिवाह गर्नुपर्छ । खम्बु/राईहरू भूतप्रेतमा विश्वास गर्छन्। खम्बु/राई जातिमा 'सिये' भन्ने भूतमाथि विश्वास गर्ने गर्दछन्। यो भूत चूल्हो, अगेँनो र खम्बु/राईका शव गाडिने ठाउँमा बस्छ भन्ने गर्दछन्। सिये...

को हुन् नवनियुक्त अख्तियार प्रमुख आयुक्त प्रेमकुमार राई ? Nepalpatra

पृष्ठभूमि : राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारीले अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगको प्रमुख आयुक्तमा पूर्व गृहसचिव प्रेमकुमार राईलाई नियुक्त गरेकी छन् । उनले राष्ट्रपति कार्यालय, शितलनिवासमा सपथ ग्रहण गरेलगत्तै नक्साल टंगालस्थित कार्यालयमा आएर उनले कार्यभार सम्हालेका हुन् । राईसँगै आयुक्त किशोर कुमार सिलवाल र जय बहादुर चन्दले पनि कार्यभार सम्हालेका छन् । अख्तियारका कर्मचारीहरुले राईसहितका अन्य आयुक्तहरुलाई स्वागत गरेका थिए । तर अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगका कार्यवाहक प्रमुख आयुक्त डा. गणेशराज जोशीले पदबाट राजीनामा दिएका छन् । जन्म र शिक्षा २०१८ सालमा संखुवासभा जिल्लाको खोरन्डे गाउँमा मध्यम वर्गीय किसान परिवारमा जन्मिएका राईले संखुवासभाको खाँदबारीस्थित हिमालय माविवाट २०३५ सालमा एसएलसी पास गरे । एसएलसी पास गरेपछि उनी उच्च शिक्षका लागि काठमाडौं आएर २०३६ सालमा शंकरदेव क्याम्पसमा आई.कममा भर्ना भए । तर, त्यो बेला आन्दोलनका कारण २०३९ सालमा मात्रै आइकम पास गरे । मिनभवन क्याम्पसबाट वि.कम गरे भने २०४५ सालमा शंकरदेव क्याम्पसबाट उनले एमबिए पास गरे । सरकारी सेवा उनले अध्ययनकै क्रममा २०४० साल साउन १ गते सरकारी जागिर लेखापालमा नाम निकाले । घरबाट खर्च पढाउन समस्या भएपछि उनले जागिरको बाटो रोजेका थिए । महालेखा परीक्षक अन्तर्गतको जागिर गर्दा उपत्यका बाहिर जान नपर्ने र काम सकिएपछि पढ्ने समय पनि पाइने भएका कारण उनले त्यो जागिर रोजेका थिए । सोही क्रममा उनले २०४४ सालमा शाखा अधिकृतमा नाम निकाले । उपसचिवका लागि २०४९ सालमा लिखित प्रतिस्पर्धामा पनि राईले नाम निकाले । सहसचिव हुँदा अख्तियारमै बसेर लामो समय काम गरेका राई कम विवादित व्यक्ति मानिन्थे । सचिव भएर राईले अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोग, प्रध...

राई नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल

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राई के फायदे और नुकसान

सरसों के बीज राई के फायदे और नुकसान ( Rai ke fayde or nuksan ) : सरसों की ही तरह सरसों के बीज राई फायदे और नुकसान भी कई होते हैं। लगभग सभी घरों में राई का उपयोग किया जाता है। राई की पत्तों की स्वादिष्ट सब्जी बनाई जाती है साथ ही राई के बीजों का उपयोग कई खाद्य पदार्थों को बनाने से लेकर तेल बनाने के लिए भी किया जाता है। सरसों की तासीर गर्म होती और सरसों को अंग्रेजी में मस्टर्ड (mustard) कहा जाता है। सरसों की उपज के लिए दोमट मिट्टी अच्छी होती है। सामान्य रूप से सरसों को दिसम्बर माह में बोया जाता है और इसे मार्च-अप्रैल में कटा जाता है। भारत में सरसों की खेती मुख्य रूप से पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड में की जाती है। इसके अलावा बात करें सरसों के फायदे और नुकसान की तो, आयुर्वेद के अनुसार, सरसों का उचित मात्रा में सेवन कई शारीरिक समस्याओं को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने सहायक होता है। लेकिन सरसों का अधिक मात्रा में सेवन, कई शारीरिक समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए सरसों का उपयोग करने से पहले, हमारे इस आर्टिकल से विस्तार में जाने सरसों के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में। सरसों (राई) के अन्य भाषाओं में नाम – सरसों को हिंदी में राई, लाल राई और काली राई, संस्कृत में आसुरी, तीक्ष्णगंधा व राजिका, गुजराती में सरसवा, तमिल में कडुगु, बंगाली में सरीसा व सरिषा और मराठी में मोहरी व रायन कहा जाता है। सरसों (राई) में पाए जाने वाले पोषक तत्व प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, जिंक और मैंगनीज के साथ विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई भी पाया जाता है। इसके अलावा राई में कैरोटीनॉयड, फेनोलिक कंपाउंड्स और ग्लूकोस...