राजस्थान में कंजर्वेशन रिजर्व कितने हैं

  1. Rajasthan News: शाहाबाद तलहटी कंजर्वेशन रिजर्व घोषित, राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना
  2. हर बुधवार को बंद रहेंगे टाइगर रिजर्व, छुट्टी लागू करने वाला राजस्थान छठा राज्य
  3. Conservation Reserve in Rajasthan 2023
  4. वर्तमान में राजस्थान के 16 कंजर्वेशन रिजर्व की सूची
  5. खींचन में कुरजां के लिए देश का पहला संरक्षित क्षेत्र; भीलवाड़ा और बारां भी शामिल
  6. राजस्थान एक परिचय: नवीन आंकड़ों
  7. भारत में संरक्षण रिजर्व कितने हैं? – ElegantAnswer.com
  8. मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व को लेपर्ड सफारी पार्क बनाने की तैयारी


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Rajasthan News: शाहाबाद तलहटी कंजर्वेशन रिजर्व घोषित, राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना

जयपुर. राजस्थान के बांरा जिले में लंबे अरसे से जिस का इंतजार था, उस खुबूसरत जंगल को अब कंजरवेशन रिजर्व का दर्जा मिल गया है. एक समय में बाघों का सुरक्षित आवास माना जाने वाला यह इलाका आज भी जैव विवधता के मामले में काफी समृद्ध है. राज्य सरकार ने हाड़ौती के सबसे सघन शाहाबाद के जंगल को कंजर्वेशन रिजर्व को लकर अधिसूचना जारी कर दी है. बांरा जिले में शाहबाद के 17,884.21 हैक्टेयर वन हाड़ौती ही नहीं, पूरे प्रदेश में सघन और दुर्लभ जैव विविधता रखता है. इस क्षेत्र की 8 रेंज को कंजरवेशन रिजर्व में शामिल किया गया. इस लिस्ट में कुंडा कोटड़ा ए, कुंडा कोटड़ा बी, भौसाघाट ए, भैंसाघाट बी, नाउ देह बसाई, जागीर फेदरवा, मंडी सांभगर, सीगा और कस्बा था ए रेंज इसमें शामिल की गई हैं. इसमें बारां जिले की तलहटी क्षेत्र में सहरोल तलहटी के जंगलों में प्रदेश की दुर्लभतम जैव विविधता है. इससे कंजर्वेशन रिजर्व घोषित होने से क्षेत्र में पर्यटन को लेकर नए आयाम स्थापित होंगे. खास माना जाता है इलाका इस क्षेत्र को राजस्थान में इसलिए खास माना जाता है कि क्यों यहां दुर्लभ जैव विविधता है. यहां पर काफी संख्या में पैंथर की भी साइटिंग होती है. इस क्षेत्र विभिन्न प्रजातियों के पेड़ मिलते हैं. यहां सालर, गुरजन, महुआ, बिल्बपत्र, अचार, बिन्यास, पलाश, खैर सहित 802 प्रकार के पेड़-पौधे मिले है. शाहाबाद में पैंथर और गिद्धों का कुनबा यहां पर फल फूल रहा है. इनकी आसानी से साइटिंग होती है. यहां पैंथर से लेकर भालू, भेड़िया, लोमड़ी, चीतल, सांभर, खरगोश व हायना सहित कई वन्यजीव भी विचरण करते है. इस क्षेत्र में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा. शाहाबाद के जंगल को संरक्षित घोषित करने के साथ ही शाहाबाद किले पुरातत्व विभाग की ओर से संरक्षण के काम हो र...

हर बुधवार को बंद रहेंगे टाइगर रिजर्व, छुट्टी लागू करने वाला राजस्थान छठा राज्य

राजस्थान के टाइगर्स को पहली बार इंसानों की तरह सप्ताह में एक दिन की छुट्टी (वीक ऑफ) दी जाएगी। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के आदेश के बाद 1 जुलाई से हर बुधवार प्रदेश के टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए बंद रहेंगे। ऐसे में प्रदेश के रणथंभौर टाइगर रिजर्व, सरिस्का टाइगर रिजर्व, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बुधवार के दिन पर्यटन गतिविधियां बंद रहेंगी। दरअसल, 3 जनवरी को नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की दिल्ली में आयोजित मीटिंग में सांसद और एनटीसीए की सदस्य दीया कुमारी ने टाइगर्स को वीक में एक दिन रेस्ट देने का मुद्दा उठाया था। इस पर दूसरे सदस्यों ने भी सहमति जताई थी। इसके बाद एनटीसीए ने टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ देने का फैसला किया। देशभर में इसे लागू करने की प्रक्रिया के आदेश जारी कर दिए। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, झारखंड और बिहार में बने टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ की प्रक्रिया शुरू की गई। छठे नंबर पर राजस्थान में इस प्रक्रिया को शुरू किया गया है। राजस्थान के वन विभाग ने 13 जून को टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ देने का फैसला किया। प्रदेश के चारों टाइगर रिजर्व में एक जुलाई से इसे लागू कर दिया जाएगा। राजस्थान के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख मनीष कुमार गर्ग ने बताया कि नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के आदेश के बाद देशभर में टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान में भी इसे लागू किया जा रहा है। ताकि बिना पर्यटन गतिविधियों के टाइगर भी एक दिन आराम कर सकें। राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा बाघ हैं। एडवांस बुकिंग की राशि होगी रिफंड राजस्थान के वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने बताया- जिन पर्यटक...

Conservation Reserve in Rajasthan 2023

आज की इस पोस्ट में हम आपको Conservation Reserve in Rajasthan 2023 | राजस्थान के 25 कंजर्वेशन रिजर्व के बारे में बताने वाले हैं क्योंकि यहां से आगामी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने के काफी ज्यादा चांस है इसलिए राजस्थान के पुराने एवं नवीनतम कंजर्वेशन रिजर्व के बारे में अच्छे से जरूर जान ले राजस्थान में अब कुल 25 कंजर्वेशन रिजर्व हो चुके हैं जिनके बारे में हम समस्त जानकारी नीचे उपलब्ध करवा रहे हैं Conservation Reserve in Rajasthan 2023 | राजस्थान के 25 कंजर्वेशन रिजर्व Daily Current Affairs Click Here Weekly Current Affairs Quiz Click Here Monthly Current Affairs ( PDF ) Click Here बीसलपुर ( टोंक- 2008 ) जोहड़ बीड- गढ़वाल ( बीकानेर – 2008 ) सुधा माता ( जालोर व सिरोही – 2008 ) गुड़ा बिश्रोई ( जोधपुर – 2011 ) शाकंभरी ( सीकर व झुंझुनूं – 2012 ) गोगेलाव ( नागौर – 2012 ) बीड़ झुंझुनू ( झुंझुनू 2012 ) रोटू ( नागौर – 2012 ) उम्मेदगंज पक्षी विहार ( कोटा – 2012 ) जवाई बांध लेपर्ड ( पाली – 2013 ) बांसियाल – खेतड़ी ( झुंझुनू – 2017 ) बांसियाल – खेतड़ी – बागौर ( झुंझुनू 2018 ) जवाई बांध लेपर्ड 2 ( पाली 2018 ) मनसा माता ( झुंझुनू – 2019 ) शाहाबाद के जंगल ( बारां – 2021 ) रणखार ( जालौर – 2022 ) शाहाबाद तलाई ( बारां – 2022 ) बीड घास फुलिया खुर्द ( भीलवाड़ा – 2022 ) बागदड़ा क्रोकोडाइल कंजर्वेशन रिजर्व ( उदयपुर – 2022 ) वाड़खेड़ा कंजर्वेशन रिजर्व ( सिरोही ) झालाना – आमागढ़ ( जयपुर ) कंजर्वेशन रिजर्व बारां का रामगढ़ कुंजी सुवांस सोरसन ( बारां ) हमीरगढ़ ( भीलवाड़ा ) खीचन ( जोधपुर ) अंतिम शब्द : General Science Notes ( सामान्य विज्ञान ) Ncert Notes Upsc Study Material करंट अफेयर्स की इन प्रश्नों...

वर्तमान में राजस्थान के 16 कंजर्वेशन रिजर्व की सूची

इस पोस्ट में हम आपके लिए राजस्थान के सभी कंजर्वेशन की सूची ( Rajasthan Conservation List in Hindi ) उपलब्ध करवा रहे हैं मैं आपको वर्तमान में राजस्थान के 16 कंजर्वेशन रिजर्व की सूची आपको पढ़ने को मिलेंगे राजस्थान सामान्य ज्ञान से संबंधित यह अत्यंत महत्वपूर्ण टोपी के यहां से आगामी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने की काफी ज्यादा चांस है इसलिए अगर आप राजस्थान सिविल सर्विस या राजस्थान से संबंधित किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो इस टॉपिक को भी अच्छे से जरूर क्लियर कर ले Current Affairs – Topic Wise Daily – करेंट अफेयर्स ऑनलाइन टेस्ट Weekly – करेंट अफेयर्स ऑनलाइन टेस्ट करेंट अफेयर्स ( PDF ) (1) बीसलपुर (टोंक ) 2008 (2) जोहड़बीड-गढ़वाल (बीकानेर) – 2008 (3) सुंधा माता(जालौर व सिरोही ) 2008 (4) गुढ़ा विश्नोई (जोधपुर) – 2011 (5) शाकम्भरी (सीकर व झुंझुनूं ) – 2012 (6) गोगेलाव (नागौर ) – 2012 (7) बीड़ झुंझूनू (झुंझुनू) – 2012 (8) रोटू(नागौर) – 2012 (9) उम्मेदगंज पक्षी विहार = (कोटा)2012 (10) जवाई बांध लेपर्ड = (पाली) 2013 (11) बांसियाल-खेतड़ी = (झुंझूनू ) 2017 (12) बांसियाल-खेतड़ी-बागोर = (झुंझूनू)2018 (13) जवाई बांध लैपर्ड -II = (पाली) 2018 (14) मनसा माता ( झुंझुनु )- 2019 (15) शाहबाद के जंगल (बारां (2021) (16) रणखार (जालौर)- सबसे नवीनतम 🔷 नोट : 25 अप्रैल, 2022 को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 36 के तहत जालौर के चितलवाना क्षेत्र के रणखार (7288.61 हेक्टेयर) को राज्य का 16वाँ कन्जर्वेशन रिजर्व घोषित करने की अधिसूचना जारी की गई है यह भी पढ़े – भूगोल ( Geography ) प्रैक्टिस सेट इतिहास ( History ) प्रैक्टिस सेट विज्ञान ( Science ) प्रैक्टिस सेट सामान्य ज्ञान जीके अंतिम शब्द : आपक...

खींचन में कुरजां के लिए देश का पहला संरक्षित क्षेत्र; भीलवाड़ा और बारां भी शामिल

• - जोधपुर जिले का खींचन। • - भीलवाड़ा जिले में हमीरगढ़ कंजर्वेशन रिजर्व। • - बारां जिले में सोरसन कंजर्वेशन रिजर्व। कुरजां के लिए देश में पहला कंजर्वेशन रिजर्व जोधपुर जिले के फलोदी के निकट खींचन गांव में मेहमान पक्षी कुरजां के लिए देश में पहली बार कंजर्वेशन रिजर्व बनाया गया है। इसके लिए पिछले 3 साल से प्रयास चल रहे थे। कई बार प्रोजेक्ट आगे बढ़ा और फाइलें सरकी लेकिन अब जाकर इसे मूर्त रूप दिया गया है। खींचन गांव में हर साल सर्दी के मौसम में 40 हजार से ज्यादा कुरजां पक्षी पहुंचते हैं। सर्दी में आती है हर साल 40 हजार कुरजां जोधपुर जिले के खींचन गांव में हर साल सर्दी के मौसम में 40 हजार से ज्यादा कुरजां आती हैं। ऐसा पिछले कई सालों से होता आ रहा है। यह मेहमान पक्षी पूरी सर्दियों के सीजन में यही रहता है। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक भी आते हैं। हजारों किलोमीटर का सफर कर पहुंचती है कुरजां साइबेरिया, उत्तरी रूस, यूक्रेन व कजाकिस्तान अन्य देशों का सफर कर हजारों की संख्या में कुरजां पक्षी खींचन पहुंचते हैं। सेवाराम करते हैं कई सालों से सेवा खींचन गांव के ही सेवाराम माली कुरजां पक्षियों की पिछले कई सालों से सेवा कर रहे हैं। इस कंजर्वेशन रिजर्व घोषित होने के बाद भास्कर ने उनसे बातचीत की तो बताया कि बहुत खुशी है कि सरकार ने यह मांग मांग ली है। दिनभर से ही कई बड़े अधिकारियों और ग्रामीणों की बधाई मिल रही है। जोधपुर जिले के खींचन गांव के ही रहने वाले सेवाराम माली पिछले कई सालों से कुरजां पक्षी की सेवा कर रहे हैं। हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं कुरजां के प्रवास के कारण ही पिछले कई सालों में खींचन गांव पर्यटकों को भी आकर्षित करने लगा। सीजन में यहां 5 से 10 हजार तक ...

राजस्थान एक परिचय: नवीन आंकड़ों

राजस्थान एक परिचय हिंदी (Rajasthan GK in Hindi) : राजस्थान के महत्वपूर्ण तथ्यों वाली यह पोस्ट राजस्थान की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए श्रेष्ठ संकलन है। जिसकी सहायता से आप राजस्थान आरएएस, कांस्टेबल, कृषि पर्यवेक्षक, पटवार, वनपाल वनरक्षक, सब इंस्पेक्टर, नर्स ग्रेड-II, शिक्षक ग्रेड-II, रीट, महिला सुपरवाईजर आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में आसानी से सफलता पा सकते है। 'राजस्थान' (Rajasthan) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग कर्नल जेम्स टॉड ने राजस्थान के इतिहास पर 1829 में लंदन में प्रकाशित अपनी प्रसिद्ध ऐतिहासिक कृति 'Annals and Antiquities of Rajasthan' (इसका अन्य नाम Central and Western Rajpoot States of India) में किया। स्वतंत्रता पश्चात् राज्य पुनर्गठन की प्रक्रिया के दौरान अलग–अलग नामकरण के पश्चात् अन्ततः 26 जनवरी, 1950 को औपचारिक रूप से इस संपूर्ण भौगोलिक प्रदेश का नाम 'राजस्थान स्वीकार किया गया। तब अजमेर–मेरवाड़ा क्षेत्र इसमें शामिल नहीं था। 1 नवंबर, 1956 को राज्य का पुनर्गठन होने पर यह क्षेत्र भी राजस्थान का हिस्सा हो गया। 1. राजस्थान का कुल क्षेत्रफल कितना है? – 3,42,239 वर्ग किमी. 2. राजस्थान की आकृति कैसी है? – विषमकोणीय चतुर्भुजाकार व पतंगाकार 3. राजस्थान की अक्षांशीय स्थिति क्या है? – 23°3' उत्तर अक्षांश से 30°12' उत्तर अक्षांश के मध्य 4. राजस्थान की देशांतरीय स्थिति क्या है? – 69°30' पूर्वी देशांतर से 78°17' पूर्वी देशांतर के मध्य 5. राजस्थान की पश्चिम से पूर्व की चौड़ाई कितनी है? – 869 किमी. 6. राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमा की लंबाई कितनी है? – 4850 किमी. 7. राजस्थान की उत्तर से दक्षिण की लंबाई कितनी है? – 826 किमी. 8. राजस्थान की कुल स्थलीय सीमा की लंबाई कितनी है? – 5920 क...

भारत में संरक्षण रिजर्व कितने हैं? – ElegantAnswer.com

भारत में संरक्षण रिजर्व कितने हैं? इसे सुनेंरोकेंवर्तमान में देश में कुल 43 संरक्षण रिजर्व हैं। वर्तमान में देश में कुल 4 समुदाय रिजर्व हैं। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में सबसे ज्यादा वन्य जीव अभ्यारण्य हैं। मध्य प्रदेश किस राज्य/केंद्रशासित प्रदेश में सबसे अधिक राष्ट्रीय उद्यान हैं। राजस्थान में कुल कंजर्वेशन रिजर्व कितने हैं? इसे सुनेंरोकेंराजस्थान सरकार के एनवायरनमेंट पोर्टल के अनुसार यहाँ 3 राष्ट्रीय उद्यान और 26 अभयारण्य हैं। राजस्थान में तीन राष्ट्रीय उद्यान, 27 वन्यजीव अभयारण्य, 14 कंजर्वेशन रिजर्व, और तीन टाइगर रिजर्व हैं। • द्रव्यमान ऊर्जा संरक्षण • संवेग संरक्षण का नियम • कोणीय संवेग संरक्षण का नियम • आवेश संरक्षण का नियम • कलर आवेश अथवा वर्ण आवेश का नियम • दुर्बल समभारिक प्रचक्रण संरक्षण का नियम • प्रायिकता धारा संरक्षण का नियम • आवेश-समता-समय सममिति भारत में बाघ संरक्षित क्षेत्र कितने हैं? इसे सुनेंरोकेंसन् 2020 में भारत में कुल 50 टाइगर रिजर्व क्षेत्र उपस्थित थे। इसमें बाघों को प्रोजेक्ट टाइगर अधिसूचना के अंतर्गत संरक्षित किया जाता है। प्रोजेक्ट टाइगर का प्रारंभ भारत सरकार ने सन् 1973 में टाइगर को सुरक्षित करने के लिए की थी इस प्रोजेक्ट में नो अभयारण्यों का संरक्षण किया गया था। भारत में कुल कितने अभ्यारण है 2021? इसे सुनेंरोकेंभारत में 103 राष्ट्रीय उद्यान और 544 वन्यजीव अभयारण्य हैं. मध्य प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान (maximum number of National Parks – 9 each) हैं. भारत में राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों में शानदार प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक घूमने आते हैं. राजस्थान का सबसे बड़ा कंज...

मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व को लेपर्ड सफारी पार्क बनाने की तैयारी

जिले के उदयपुरवाटी के वन क्षेत्र की आबोहवा अब तेंदुओं को रास आ रही है। लेपर्ड की संख्या बढ़ती जा जा रही है। उदयपुरवाटी उपखंड के मणकसास खोह मनसा माता की पहाडियों में जयपुर से रेस्क्यू कर लाए लेपर्ड को छोड़ा गया। इसके बाद लेपर्ड की संख्या बढ़कर 9 हो गई है। उप वन संरक्षक राजेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि अब मनसा वन क्षेत्र में 9 तेंदुए हो गए हैं। इसके अलावा करीब 10 लेपर्ड खेतड़ी वांशियाल क्षेत्र में हैं। खेतड़ी वन्य अभ्यारण्य और मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व को लेपर्ड सफारी पार्क बनाने की तैयारी चल रही है। झुंझुनूं के उप वन संरक्षक राजेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि जिले में लेपर्ड की बढ़ती संख्या से अब इन्हें देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी। इसके लिए खेतड़ी में अभयारण्य बनाने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व को लेपर्ड कंजर्वेशन एरिया के रूप में विकसित किया जा रहा है। डीएफओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र को वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के लिहाज से डवलप किया जा रहा है। जिससे आने वाले समय में लोग यहां आकर वाइल्ड लाइफ को ना सिर्फ एंजॉय कर सकेंगे बल्कि उसे समझ भी सकेंगे। 79 लाख रुपए बजट हुआ प्राप्त डीएफओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि सरकार से उन्हें 79 लाख रूपए मिले हैं। जिसमें वे कदम कुंड और भोजगढ़ में दो चौकियां और ट्यूबवैल समेत कई निर्माण कार्य करवा रहे हैं। इस इलाके में लेपर्ड की संख्या बढ़ रही है। यहां पर सरिस्का अलवर, सीकर के अजीतगढ़ और हनुमानगढ़ जिले से रेस्क्यू कर तेंदुओं को छोड़ा गया है। मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व को लेपर्ड कंजर्वेशन एरिया के रूप में विकसित किया जा रहा है। चौकियां होंगी स्थापित डीएफओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बता...