राम पर पंक्तियां

  1. भगवान श्री राम पर कविता Poem On Ram In Hindi
  2. राम
  3. Sri Ramavtar Stotra
  4. मैथिलीशरण गुप्त
  5. 10 lines on Lord Ram in Hindi
  6. भगवान राम पर कविता
  7. राम के विषय पर बेहतरीन दोहा
  8. ᐅ 10 Lines On Lord Ram In Hindi । भगवान् श्री राम पर 10 पंक्तियाँ {2023}


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भगवान श्री राम पर कविता Poem On Ram In Hindi

भगवान श्री राम पर कविता Poem On Ram In Hindi: हिन्दुओं के लिए भगवान (Lord) श्रीराम शौर्य, मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाते हैं. राम केवल हिन्दुओं के ही नहीं बल्कि समस्त भारत के है उन पर सभी का हक है तथा वे सभी के पूर्वज हैं. हमें उनके आदर्श जीवन कदमों पर चलने का प्रयत्न करना चाहिए. आज हम राम नवमी, राम मंदिर, राम भक्ति पर कविता बता रहे हैं. यह हिंदी कविता डॉ सुनील जोगी जी द्वारा रचित मौलिक रचना हैं. hindi kavita on ram: सनातन संस्कृति में स्व की बजाय पर को अधिक महत्व दिया गया हैं. इस संस्कृति में महान पुरुष भगवान् श्री राम का आदर्श व्यक्तित्व सभी के लिए प्रेरक हैं. प्रत्येक भारतीय फक्र से कहता है कि वह श्रीराम का वंशज है मगर आज का दौर जब लोग अपने पुरखों को भूल रहे है तथा राम के होने पर सवाल करते हैं. जोगी की यह राम गीत कविता उन सभी लोगों के लिए जवाब है जिसका शीर्षक है राम का नहीं वो किसी काम का नहीं, आप भी यह कविता पढ़े तथा लुफ्त उठाएं. यदि आप भी हनुमान की भांति सच्चे राम जी के भक्त है तथा अपने ह्रदय में राम सीता की तस्वीर रखते है तो अन्य भक्तों तक भी यह कविता पहुचाएं. चलिए हम इस ओज कविता को पढ़ना आरम्भ करते हैं. Telegram Group राम का नहीं वो किसी काम का नहीं राम सांस सांस में समाए हुए है भारत की आत्मा में छाए हुए है संकटों में खूब आजमाए हुए है राम जी देश को बचाए हुए है सुबह का नहीं है जो वो शाम का नहीं राम का नहीं वो किसी काम का नहीं. राम प्रतिमा नहीं है प्रतिमान है नभ में चमकते हुए दिनमान है वाल्मीकि तुलसी का वरदान है एक आदर्श है वो भगवान है राम आस्था है, कोई नारा नहीं है राम गंगाजल है अंगारा नहीं है चलते फिरते रोज यही काम कीजिए जो भी मिले उसको राम राम कीजिए बेशकीमती भी किसी दाम क...

राम

इस मार्च 2020 में विकिपीडिया के राम श्रीरामजी ( श्रीरामचन्द्रजी ) भगवान श्रीराम की अन्य नाम व्रिशा, वैकर्तन(सुर्य का अन्श), श्रीरामचंद्रजी , श्रीदशरथसुतजी , श्रीकौशल्यानंदनजी , श्रीसीतावल्लभजी , श्रीरघुनन्दनजी ,श्रीरघुवरजी,श्रीरघुनाथजी,ककुत्स्थकुलनंदन आदि। निवासस्थान ॐ श्री रामचन्द्राय:‌‌नमः: ॐ रां रामाय नमः अस्त्र धनुष बाण ( जीवनसाथी माता-पिता अनुक्रम • 1 नाम-व्युत्पत्ति एवं अर्थ • 2 आदि राम • 3 अवतार रूप में प्राचीनता • 4 जन्म • 4.1 भगवान राम के जन्म-समय पर पौराणिक शोध • 5 भगवान श्री राम के जीवन की प्रमुख घटनाएं • 5.1 बालपन और सीता-स्वयंवर • 5.2 वनवास • 5.3 सीता जी का अपहरण • 5.4 रावण का वध • 5.5 अयोध्या वापसी • 6 दैहिक त्याग • 7 इन्हें भी देखें • 8 सन्दर्भ • 9 बाहरी कड़ियां नाम-व्युत्पत्ति एवं अर्थ [ ] 'रम्' धातु में 'घञ्' प्रत्यय के योग से 'राम' शब्द निष्पन्न होता है। नित्यानन्दस्वरूप भगवान् में योगिजन रमण करते हैं, इसलिए वे 'राम' हैं। आदि राम [ ] आदि राम की परिभाषा बताते है की आदि राम वह अविनाशी परमात्मा है जो सब का सृजनहार व पालनहार है। जिसके एक इशारे पर‌ धरती और आकाश काम करते हैं जिसकी स्तुति में तैंतीस कोटि देवी-देवता नतमस्तक रहते हैं। जो पूर्ण मोक्षदायक व स्वयंभू है। "एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा"।। अवतार रूप में प्राचीनता [ ] ब्राह्मण साहित्य में 'राम' शब्द का प्रयोग जन्म [ ] कुछ हिंदू ग्रंथों में, राम के बारे में कहा गया है कि वे त्रेता युग या द्वापर युग में रहते थे कि उनके लेखकों का अनुमान लगभग 5,000 ईसा पूर्व था। कुछ अन्य शोधकर्ता राम को कुरु और वृष्णि नेताओं की पुन: सूचियों के आधार पर 1250 ईसा पूर्व, ...

Sri Ramavtar Stotra

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मैथिलीशरण गुप्त

अनुक्रम • 1 जीवन परिचय • 2 जयन्ती • 3 कृतियाँ • 3.1 गुप्त जी के नाटक • 4 काव्यगत विशेषताएँ • 4.1 राष्ट्रीयता तथा गांधीवाद • 4.2 गौरवमय अतीत के इतिहास और भारतीय संस्कृति की महत्ता • 4.3 दार्शनिकता • 4.4 रहस्यात्मकता एवं आध्यात्मिकता • 4.5 नारी मात्र की महत्ता का प्रतिपादन • 4.6 पतिवियुक्ता नारी का वर्णन • 4.7 प्रकृति वर्णन • 5 भाषा शैली • 6 टिप्पणी • 7 इन्हें भी देखें • 8 सन्दर्भ • 9 बाहरी कड़ियाँ जीवन परिचय मैथिलीशरण गुप्त का जन्म ३ अगस्त १८८६ में पिता सेठ रामचरण कनकने और माता काशी बाई की तीसरी संतान के रूप में कनकलता नाम से कविता रचना आरम्भ किया। आचार्य प्रथम काव्य संग्रह "रंग में भंग" तथा बाद में "जयद्रथ वध" प्रकाशित हुई। उन्होंने साहित्य सदन नाम से स्वयं की प्रैस शुरू की और झांसी में १९५४-५५ में मानस-मुद्रण की स्थापना की। इसी वर्ष रसिकेन्द्र नाम से वैश्योपकारक ( वेंकटेश्वर ( मोहिनी ( इंदु, प्रभा जैसी पत्रिकाओं में छपती रहीं। विदग्ध हृदय नाम से उनकी अनेक रचनाएँ प्रकाशित हुईं। जयन्ती कृतियाँ • महाकाव्य- साकेत 1931, यशोधरा 1932 • खण्डकाव्य- जयद्रथ वध 1910, भारत-भारती 1912, पंचवटी 1925, द्वापर 1936, सिद्धराज, नहुष, अंजलि और अर्घ्य, अजित, अर्जन और विसर्जन, काबा और कर्बला, किसान 1917, कुणाल गीत, गुरु तेग बहादुर, गुरुकुल 1929, जय भारत 1952, युद्ध, झंकार 1929 , पृथ्वीपुत्र, वक संहार शकुंतला, विश्व वेदना, राजा प्रजा, विष्णुप्रिया, उर्मिला, लीला • नाटक - रंग में भंग 1909, राजा-प्रजा, वन वैभव सैरन्ध्री हिड़िम्बा , हिन्दू, चंद्रहास • मैथिलीशरण गुप्त ग्रन्थावली (मौलिक तथा अनूदित समग्र कृतियों का संकलन 12 खण्डों में, वाणी प्रकाशन, नयी दिल्ली से प्रकाशित, लेखक-संपादक: डॉ. कृष्णदत्त पा...

10 lines on Lord Ram in Hindi

10 lines on Lord Ram in Hindi | भगवान श्री राम पर हिंदी मे 10 पंक्तियाँ Ram, अयोध्या के राजा दशरथ के यहाँ चार पुत्रों का जन्म हुआ। राजा दशरथ के तीन रानियाँ थी ।उनमे सबसे बड़ी रानी कौशल्या के पुत्र श्री राम भगवान थे।सुमित्रा के लक्षमण और शत्रुघ्न।ओर कैकयी जी के भरत हुए। राम जी के गुरु का नाम वशिष्ठ था। उनका विवाह माता सीता के साथ हुआ था। भगवान राम और सीता जी की जोड़ी को आज भी एक आदर्श जोड़ी माना जाता है। भगवान राम जी के दो पुत्र थे:- लव और कुश। हनुमान, भगवान राम के, सबसे बड़े भक्त माने जाते है। Ram भगवान विष्णु भगवान के सातवें अवतार हैं, और इन्हें श्रीराम और श्रीरामचन्द्र के नामों से भी जाना जाता है। रामायण के अनुसार अयोध्या के सूर्यवंशी राजा, चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने पुत्र की कामना से यज्ञ कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ। श्रीराम का जन्म देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में हुआ था। श्रीराम जी चारों भाइयों में सबसे बड़े थे। प्रति वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीराम जयंती या राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। श्री Ram ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता, यहां तक कि पत्नी का भी साथ छोड़ा। इनका परिवार, आदर्श भारतीय परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। राम रघुकुल में जन्मे थे, जिसकी परम्परा रघुकुल रीति सदा चलि आई प्राण जाई पर बचन न जाई की थी। भगवान श्री Ram के बारे में महर्षि वाल्मीकि के द्वारा अनेक कथाएं लिखी गई हैं। वाल्मीकि के अलावा प्रसिद्ध महाकवि तुलसीदास ने भी श्री राम के महत्व को लोगों के बारे में बताया।भगवान राम अपने जीवन मे बहुत महान कार्य किए थे। 1. भगवान विष्णु ने राम बनकर असुरों का संहार करने के लिए पृथ्वी पर जन्म लिया। भगवान श्री रा...

भगवान राम पर कविता

वीरता देख इक मानव की। ढह गई नगरी दानव की। दानव बोला अंत में जो विजय पताका नाम है। वो राम है , वो राम है। वो राम है , वो राम है। इंसा में बसा भगवान है शत्रु को क्षमादान है सर्वाधिक दयावान है मर्यादा की पहचान है नर नारी का सम्मान है हिंदुत्व का अभिमान है राज मुकुट की शान है राम राज्य का प्रमाण है वो राम नहीं दुनिया वालों वो राम तो हिन्दुस्तान है वो राम तो हिन्दुस्तान है पुरुषोत्तम श्री राम है। वो राम है, वो राम है। वो राम है, वो राम है। —- Lokesh Indoura पढ़ें – Lord Ram Kavita कविता – राम भक्ति की बहती धार राम भक्ति की बहती धार है राम नाम मोक्ष का द्वार सो जपते जाना जपते जाना तेरे जीवन का होगा उद्धार क्या होती मर्यादा जान ले अपना अस्तित्व पहचान ले तुझ में पायेगा राम को बस राम का ही ध्यान ले कौन कहता है राम भगवान राम तो है तेरी पहचान राम है ही तेरा अभिमान अतः करो राम का गुणगान —— Lokesh Indoura भगवान राम पर कविता – 2 Hindi Poem Lord Ram Kavita भगवन राम हिन्दू धर्म के आदर्श व प्रतिक माने जाते है। भगवान् राम को उनकी मर्यादा व सन्यासी जीवन के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि उनके जैसा राम कोई नहीं हुआ। ना कभी हो सकता है। उनके समय सम्पूर्ण प्रजा खुशहाल थी। भगवान राम पर कविता – 2 Hindi Poem Lord Ram Kavita Read – भगवान राम पर कविता पढ़ें – राम के अस्तित्व पर कुछ लोग वर्तमान में प्रश्न उठाते है। जब कि सम्पूर्ण हिन्दुस्तान उनके प्रमाणों से भरा पड़ा है। ऐसा कोई राज्य नहीं मिलता। जहाँ भगवान् श्री राम के प्रमाण नहीं मिलता। भगवान राम पर कविता Know About – पढ़ें – यह कविता एक प्रकार से रघुनन्दन श्री राम की गौरव गाथा है। यह कविता बताती है कि आखिर राम कौन है। क्यों राम का युग पुरुष कहा गया। r...

राम के विषय पर बेहतरीन दोहा

सगुण भक्ति काव्यधारा में राम और कृष्ण दो प्रमुख अराध्य देव के रूप में प्रतिष्ठित हुए। राम की प्रतिष्ठा एक भावनायक और लोकनायक की है जिन्होंने संपूर्ण रूप से भारतीय जीवन को प्रभावित किया है। समकालीन सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों ने भी राम को कविता चिंतन का प्रसंग बनाया। इस चयन में राम के अवलंब से अभिव्यक्त बेहतरीन दोहों और कविताओं का संकलन किया गया है। राम-नाम का आश्रय लिए बिना जो लोग मोक्ष की आशा करते हैं अथवा धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष रूपी चारों परमार्थों को प्राप्त करना चाहते हैं वे मानो बरसते हुए बादलों की बूँदों को पकड़ कर आकाश में चढ़ जाना चाहते हैं। भाव यह है कि जिस प्रकार पानी की बूँदों को पकड़ कर कोई भी आकाश में नहीं चढ़ सकता वैसे ही राम नाम के बिना कोई भी परमार्थ को प्राप्त नहीं कर सकता। माला लेकर किसी मंत्र-विशेष का जाप करने से तथा मस्तक एवं शरीर के अन्य अंगों पर तिलक-छापा लगाने से तो एक भी काम पूरा नहीं हो सकता, क्योंकि ये सब तो आडंबर मात्र हैं। कच्चे मन वाला तो व्यर्थ ही में नाचता रहता है, उससे राम प्रसन्न नहीं होते। राम तो सच्चे मन से भक्ति करने वाले व्यक्ति पर ही प्रसन्न होते हैं। वृक्ष जब हरे होते हैं, तब पशु-पक्षी उन्हें चरने लगते हैं, सूख जाने पर लोग उन्हें जलाकर तापते हैं और फलने पर फल पाने के लिए लोग हाथ पसारने लगते हैं (अर्थात् जहाँ हरा-भरा घर देखते हैं, वहाँ लोग खाने के लिए दौड़े जाते हैं, जहाँ बिगड़ी हालत होती है, वहाँ उसे और भी जलाकर सुखी होते हैं और जहाँ संपत्ति से फला-फूला देखते हैं, वहाँ हाथ पसार कर मांगने लगते हैं)। तुलसी कहते है कि इस प्रकार जगत में तो सब स्वार्थ के ही मित्र हैं। परमार्थ के मित्र तो एकमात्र श्री रघुनाथ जी ही हैं। तुलसीदास कहते हैं क...

ᐅ 10 Lines On Lord Ram In Hindi । भगवान् श्री राम पर 10 पंक्तियाँ {2023}

Rate this post भगवान् राम के बारे में 10 लाइनों में | 10 Lines on Lord Ram in Hindi । श्री राम पर 10 लाइन निबंध | श्री राम पर 10 पंक्तियाँ भगवान् श्री राम, हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। उनकी जीवन कहानी और उनकी महानता के बारे में कहा जाता है कि वे आदर्श मानव होते हैं। भगवान् श्री राम की कथाओं का अनुशीलन हमारे जीवन में नैतिक मूल्यों और संस्कृति को विस्तार देता है। इसलिए, मैंने इस लेख में “ भगवान् राम के बारे में 10 लाइनों में • भगवान् श्री राम हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं। • उनके जीवन के दौरान उन्होंने नैतिकता और सच्चाई की प्रतिमूर्ति का दर्शन दिया। • भगवान् राम के जीवन की कहानियां हमें संस्कृति और नैतिकता के मूल्यों को समझाती हैं। • उन्होंने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास गुजारा था। • उनकी सेवा भावना और धर्म के प्रति आस्था की मिसाल हमें दी गई है। • उन्होंने राजा दशरथ के वचनों का पालन करते हुए अपने वनवास के दौरान राक्षसों से लड़ाई की। • भगवान् राम ने भक्तों की रक्षा की और दुष्टों को सज़ा दी। • उनके जीवन से हमें आदर्श पति, पुत्र और भाई का परिचय मिलता है। • भगवान् राम ने समाज को सशक्त बनाने के लिए उच्च स्तर का नैतिकता का अनुसरण किया। • उनके जीवन का अनुसरण हमें सच्चे मानवता के मूल्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है। भगवान् राम के बारे में 10 लाइनों में 10 Lines on Lord Ram in Hindi • श्री राम एक प्रसिद्ध हिंदू धर्म के देवता हैं, जो सत्य और न्याय का प्रतीक हैं। • रामायण में श्री राम के जीवन का वर्णन है, जो उनकी माता कौशल्या और पिता दशरथ के घर में जन्म से लेकर अयोध्या के राजा बनने तक का है। • श्री राम के चार भाई थे, जिनमें से लक्ष्मण उनके सबसे प्र...