राम रक्षा स्तोत्र हिंदी pdf

  1. Ram Raksha Stotra
  2. राम रक्षा स्तोत्र PDF: ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्‌मासनस्थं
  3. श्री राम रक्षा स्तोत्र Ram Raksha Stotra PDF: रामरक्षा स्तोत्र का सम्पूर्ण पाठ
  4. श्री राम स्तुति (Ram Stuti PDF): श्री रामचंद्र कृपालु भजमन
  5. राम रक्षा स्तोत्र
  6. [Free PDF] राम रक्षा स्तोत्र पीडीएफ


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Ram Raksha Stotra

प्रिये पा ठक जिस भक्ति – भाव सहिर्दय से आप प्रभु मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के चरणों में विलीन सुरक्षा कवच – ” राम रक्षा स्तोत्र ” ( Ram Raksha Stotra ) को पढ़ने के लिए उत्सुक है तो आप ठीक स्थान पर हैं । श्री राम रक्षा स्तोत्र ( Ram Raksha Stotra ) हिंदी अर्थ सहित आपके लिए प्रेम श्रद्धा – भाव से प्रभु के चरणों में समर्पित करता हूँ , तथा आप भी इस पाठ का अध्यन करके पुण्य के भागीदार बनिए , राम रक्षा स्तोत्र पाठ मात्र से ही आपके भी जीवन से समस्त दुःख संकट , द्वेष, का निवारण क्षण मात्रमें हो जायेगा , और आप भी धन – धान्य से परिपूर्ण हों । और इसे अपने परिवार , दोस्त , रिस्तेदार को भी शेयर करे ताकि उनको भी प्रभु श्री राम जी के राम रक्षा स्तोत्र का लाभ मिल सके। शेयर बटन निचे दिया गया है । पूरा अध्धयाय पढ़ना चाहते हैं तो आप बहोत ठीक स्थान पर पधारे हैं। और साथ – साथ राम रक्षा स्तोत्र ( Ram Raksha Stotra ) हिंदी अर्थ सहित को अपने कंप्यूटर या फ़ोन में हिंदी अर्थ सहित पीडीऍफ़ (PDF) में डाउनलोड भी कर सकते हैं । – बोलो जय श्री राम ।। Table of Contents • • • • • • • • • • • • राम रक्षा स्तोत्र | राम रक्षा स्तोत्र फ्री पीडीऍफ़ डाउनलोड और वीडियो | Ram Raksha Stotra Free PDF Download And Video With Lirics in Hindi Language. राम रक्षा स्तोत्र- अर्थ सहित हिंदी अनुवाद । || विनियोग: || श्रीगणेशायनम: । अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषि: । श्रीसीतारामचंद्रोदेवता अनुष्टुप् छन्द: सीता शक्ति: । श्रीमद्‌हनुमान् कीलकम् । श्रीसीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोग: ॥ अर्थ:- इस राम रक्षा स्तोत्र मंत्र के रचयिता बुध कौशिक ऋषि हैं, सीता और रामचंद्र देवता हैं, अनुष्टुप छंद हैं, सीता शक्ति हैं, हनुमान ज...

राम रक्षा स्तोत्र PDF: ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्‌मासनस्थं

विषय सूची • • • • • • • • • • श्री राम रक्षा स्तोत्र – Ram Raksha Stotra || विनियोग: || अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य । बुधकौशिक ऋषि: । श्रीसीतारामचंद्रोदेवता । अनुष्टुप् छन्द: । सीता शक्ति: । श्रीमद्‌हनुमान् कीलकम् । श्रीसीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोग: ॥ ॥ अथ ध्यानम्: ॥ ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्‌मासनस्थं । पीतं वासोवसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम् ॥ वामाङ्‌कारूढ-सीता-मुखकमल-मिलल्लोचनं नीरदाभं । नानालङ्‌कारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचंद्रम् ॥ ॥ इति ध्यानम्: ॥ चरितं रघुनाथस्य शतकोटिप्रविस्तरम् । एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम् ॥१॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम् । जानकीलक्ष्मणोपेतं जटामुकुटमण्डितम् ॥२॥ सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तं चरान्तकम् । स्वलीलया जगत्त्रातुमाविर्भूतमजं विभुम् ॥३॥ रामरक्षां पठेत्प्राज्ञ: पापघ्नीं सर्वकामदाम् । शिरो मे राघव: पातु भालं दशरथात्मज: ॥४॥ कौसल्येयो दृशौ पातु विश्वामित्रप्रिय: श्रुती । घ्राणं पातु मखत्राता मुखं सौमित्रिवत्सल: ॥५॥ जिव्हां विद्यानिधि: पातु कण्ठं भरतवंदित: । स्कन्धौ दिव्यायुध: पातु भुजौ भग्नेशकार्मुक: ॥६॥ करौ सीतापति: पातु हृदयं जामदग्न्यजित् । मध्यं पातु खरध्वंसी नाभिं जाम्बवदाश्रय: ॥७॥ सुग्रीवेश: कटी पातु सक्थिनी हनुमत्प्रभु: । ऊरू रघुत्तम: पातु रक्ष:कुलविनाशकृत् ॥८॥ जानुनी सेतुकृत्पातु जङ्‌घे दशमुखान्तक: । पादौ बिभीषणश्रीद: पातु रामोSखिलं वपु: ॥९॥ एतां रामबलोपेतां रक्षां य: सुकृती पठॆत् । स चिरायु: सुखी पुत्री विजयी विनयी भवेत् ॥१०॥ पातालभूतलव्योम चारिणश्छद्‌मचारिण: । न द्र्ष्टुमपि शक्तास्ते रक्षितं रामनामभि: ॥११॥ रामेति रामभद्रेति रामचंद्रेति वा स्मरन् । नरो न लिप्यते पापै भुक्तिं मुक्तिं च विन्द...

श्री राम रक्षा स्तोत्र Ram Raksha Stotra PDF: रामरक्षा स्तोत्र का सम्पूर्ण पाठ

रामरक्षा स्तोत्र के रचयिता बुद्ध कोशिक अर्थात महर्षि वाल्मीकि को माना जाता है कहा जाता है कि भगवान शिव बुद्ध कौशिक के सपने में आए थे और उनके सम्मुख इन 38 श्लोकों को गाया था जो व्यक्ति ईमानदारी से इन सभी श्लोकों का पाठ करता है तथा इसका अर्थ समझता है उस व्यक्ति के मन की रक्षा भगवान राम करते हैं तथा उस व्यक्ति को परम सत्य जानने में मदद करते हैं. Download PDF Here Ram Raksha Stotra Lyrics विनियोग : अस्य श्रीरामरक्षास्त्रोतमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः । श्री सीतारामचंद्रो देवता । अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः । श्रीमान हनुमान कीलकम । श्री सीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्त्रोतजपे विनियोगः । अथ ध्यानम्‌ : ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपदमासनस्थं, पीतं वासो वसानं नवकमल दल स्पर्धिनेत्रम् प्रसन्नम । वामांकारूढ़ सीता मुखकमलमिलल्लोचनम्नी, रदाभम् नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डलम् रामचंद्रम ॥ राम रक्षा स्तोत्रम् : चरितं रघुनाथस्य शतकोटि प्रविस्तरम् । एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम् ॥1॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम् । जानकीलक्ष्मणोपेतं जटामुकुटमण्डितं ॥2॥ सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तंचरान्तकम् । स्वलीलया जगत्त्रातुमाविर्भूतमजं विभुम् ॥3॥ रामरक्षां पठेत प्राज्ञः पापघ्नीं सर्वकामदाम् । शिरो मे राघवः पातु भालं दशरथात्मजः ॥4॥ कौसल्येयो दृशो पातु विश्वामित्रप्रियः श्रुति । घ्राणं पातु मखत्राता मुखं सौमित्रिवत्सलः ॥5॥ जिह्वां विद्यानिधिः पातु कण्ठं भरतवन्दितः । स्कन्धौ दिव्यायुधः पातु भुजौ भग्नेशकार्मुकः ॥6॥ See also Vishnu Sahasranamam Telugu PDF करौ सीतापतिः पातु हृदयं जामदग्न्यजित । मध्यं पातु खरध्वंसी नाभिं जाम्बवदाश्रयः ॥7॥ सुग्रीवेशः कटी पातु सक्थिनी हनुमत्प्रभुः । उरु रघूत्तमः पातु...

श्री राम स्तुति (Ram Stuti PDF): श्री रामचंद्र कृपालु भजमन

श्री रामचंद्र कृपालु भजमन जिसे राम स्तुति (Ram Stuti) के नाम से भी जाना जाता है, 16वी हुई शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित एक भजन है। जिसमें भगवान श्री राम प्रभु के गुणों तथा शौर्य का वर्णन किया गया है। इस स्तुति का निर्माण संस्कृतमय अवधि भाषा में किया गया है। इस स्थिति में मन को मोह लेने वाले अलंकार तथा ओतप्रोत करने वाला भक्ति रस है जो की साहित्यिक तौर पर अद्भुत है। इसे हरिगीतिका छंद में लिखा गया है। भगवान राम की स्तुति को श्री राम नवमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, विजयादशमी, हनुमान जन्मोत्सव एवं अखंड रामायण के पाठ में गाया जाता है। राम स्तुति (Ram Stuti) श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणम्। नवकंजलोचन कंजमुख करकंज पदकंजारुणम् ॥१॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरम्। पटपीतमानहु तडित रूचिशुचि नौमिजनकसुतावरम् ॥२॥ See also Gurucharitra Adhyay 14, 18 PDF व्याख्या हिंदी में पंक्ति १: हे मन के कृपालु भगवान श्री राम जी का भजन कर! वह संसार के जन्म तथा मरण रूपी दारुण भय को दूर करने वाले पुरुषोत्तम हैं। उनके नेत्र नव विकसित कमल के समान है तथा उनका मुख हाथ तथा चरण भी लाल कमल के सदृश है। पंक्ति २: उनके सौंदर्य की छवि अनगिनत काम देवों से भी बढ़कर है। उनके शरीर का नवीन नील जल से परिपूर्ण मेघो जैसा है। पीतांबर में रूपी शरीर मानव बिजली जैसा चमक रहा हो। ऐसे पावन रूपी जानकी पति श्री राम जी को मेरा प्रणाम। पंक्ति ३: हे दीनबंधुओ, सूर्य के समान तेजस्वी, दैत्यों का नाश करने वालों, आनंद कंद कौशल देव रूपी आकाश में निर्मल चंद्रमा के समान दशरथ नंदन श्री राम का भजन करो। पंक्ति ४: जिनके मस्तक पर रत्न जड़ित मुकुट, कानों में कुंडल व भाल में तिलक, तथा प्रत्येक अंग में सुंदर आभूषण घोषि...

राम रक्षा स्तोत्र

श्री राम रक्षा स्तोत्र | Sri Ram Raksha Stotra PDF Hindi | Sanskrit श्री राम रक्षा स्तोत्र | Sri Ram Raksha Stotra Hindi | Sanskrit PDF Download Download PDF of श्री राम रक्षा स्तोत्र | Sri Ram Raksha Stotra in Hindi | Sanskrit from the link available below in the article, Hindi | Sanskrit श्री राम रक्षा स्तोत्र | Sri Ram Raksha Stotra PDF free or read online using the direct link given at the bottom of content. श्री राम रक्षा स्तोत्रम् PDF – हिन्दी अनुवाद सहित – राम रक्षा स्तोत्र ऋषि कौशिक के द्वारा रचित है। इस स्तोत्र का पाठ सभी प्रकार की बाधाओं और शत्रुओं से रक्षा के लिए किया जाता है। इस स्तोत्र का पाठ नवग्रहों के कुप्रभाव से रक्षा के लिए भी किया जाता है। यहाँ राम रक्षा स्तोत्र हिंदी अर्थ ( meaning ) के साथ दिया गया है। श्रीराम रक्षा स्तोत्रम् PDF – हिन्दी अनुवाद सहित विनियोगः – ॐ अस्य श्री रामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः, श्री सीतारामचन्द्रोदेवता, अनुष्टुप् छन्दः, सीताशक्तिः, श्रीमद्हनुमान कीलकम् श्रीसीतरामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः।। अर्थ:- इस राम रक्षा स्तोत्र मंत्र के रचयिता बुध कौशिक ऋषि हैं, सीता और रामचंद्र देवता हैं, अनुष्टुप छंद हैं, सीता शक्ति हैं, हनुमान जी कीलक है तथा श्री रामचंद्र जी की प्रसन्नता के लिए राम रक्षा स्तोत्र के जप में विनियोग किया जाता हैं। ॥ अथ ध्यानम्‌ ॥ ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्दद्पद्‌मासनस्थं । पीतं वासोवसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्‌ ॥ वामाङ्‌कारूढसीता मुखकमलमिलल्लोचनं नीरदाभं । नानालङ्‌कारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचंद्रम्‌ ॥ अर्थ:- जो धनुष बाण धारण किये हुए हैं, बद्ध पद्मासन की मुद्रा में विराजित हैं और पीताम्बर प...

[Free PDF] राम रक्षा स्तोत्र पीडीएफ

Free download Ram Raksha Stotra PDF in Hindi– राम रक्षा स्तोत्र पीडीएफ , scroll down & click on the download link given below. राम रक्षा स्तोत्र के पाठ करने से जो राम-राम नाम की गर्जना होती है तो यमदूत भी डरकर भाग जाते हैं। तीनो लोको में छलावा आदि रूप में विचरने वाले नकारात्मक जीव व् दुष्ट शक्तियो को राम नाम की सुरक्षा में रहने व्यक्ति नहीं दिखते है। राम रक्षा स्तोत्र– Ram Raksha Stotra in Hindi Page Contents • • • • • भगवान् शिव ने महर्षि बुध कौशिक को स्वपन में राम रक्षा स्तोत्र ( Ram Raksha Stotra) पाठ सुनाया था और उनके आदेश का पालन कर ऋषि ने इस स्तोत्र को लिखा| राम रक्षा स्तोत्र में बताया है कि श्रीराम, दाशरथी, शूर, लक्ष्मणानुच, बली, काकुत्स्थ, पुरुष, पूर्ण, कौसल्येय, रघुतम, वेदान्त्वेघ, यज्ञेश,पुराण पुरूषोतम , जानकी वल्लभ, श्रीमान, अप्रमेय, पराक्रम आदि नामों का नित्य श्रद्धा भक्ति भाव से जप करने वाले व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ से भी अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है|भगवान् के दिव्य नामों से स्तुति करने वाला नर जीवन मृत्यु के चक्र से पार हो जाता है| भगवान् शिव ने Ram Raksha Stotra PDF Download कर सकते है| राम रक्षा स्तोत्र लिरिक्स अर्थ सहित– Ram Raksha Stotra PDF with Hindi Meaning ।। ॐ श्री गणेशाय नमः ।। अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमंत्रस्य बुधकौशिक ऋषिः श्रीसीतारामचंद्रो देवता अनुष्टुप छंदः सीता शक्तिः श्रीमद हनुमान कीलकम श्रीरामचन्द्र प्रीत्यर्थे रामरक्षास्तोत्रजपे विनियोगः ।। हिंदी अनुवाद श्री रामरक्षास्तोत्र मंत्र की रचना बुधकौशिक ऋषि द्वारा की गयी है। माता सीता और प्रभु श्रीरामचंद्र इसके देवता हैं। इसमें माँ सीता शक्ति और श्री हनुमान जी कीलक है, अनुष्टुप छंद हैं। भगवान् श्र...