Rabindranath tagore information in hindi 10 lines

  1. 10 Lines On Rabindranath Tagore In Hindi (रबीन्द्रनाथ टैगोर पर निबंध)
  2. Rabindranath Tagore Poems in Hindi
  3. Atmatran Class 10 Summary (आत्मत्राण
  4. 10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi
  5. 10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi। रविंद्रनाथ टैगोर पर 10 लाइन निबंध


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10 Lines On Rabindranath Tagore In Hindi (रबीन्द्रनाथ टैगोर पर निबंध)

रबीन्द्रनाथ टैगोर एक महान देशभक्त और प्रसिद्ध भारतीय कवि थे। उनका जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी में हुआ था। उन्होंने विभिन विषयों के लिए निजी शिक्षकों के तहत घर पर ही अपनी शिक्षा ली। उन्होंने बहुत कम आयु में कवितायें लिखना शुरू कर दिया था। वह आज भी एक प्रसिद्ध कवि है। क्योकि उन्होंने हजारों कविताएँ , लधु , कथाएँ , गीत ,निबध नाटक आदि लिखे है। वह पहले भारतीय बने जिन्हे 1913 में गीतांजलि नाम के महान लेखन के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था। 4. रबीन्द्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता था। 5. रबीन्द्रनाथ टैगोर को बचपन से ही कवितायें लिखने में बहुत रुचि थी। 6. रबीन्द्रनाथ टैगोर को गीतांजलि के लिए 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 7. हमारे भारत देश का राष्ट्रगान “जन- गण -मन ” की रचना रबीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी। 8. टैगोर जी ने बंगाल में पुर्नजागरण लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। 9. बांग्लादेश का राष्टीय गान ‘आमार सोनार बांग्ला भी टैगोर ने ही लिखा था। 10. इनकी प्रराम्भिक शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल से हुई थी। मुझे आशा है आप लोगो को “ रबीन्द्रनाथ टैगोर पर निबंध ” बहुत पसंद आया होगा और ऐसे ही रोचक निबंध पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट आप को इस निबंध से सम्बंधित कोई भी प्रशन या सुझाव पूछना है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिख सकते है।

Rabindranath Tagore Poems in Hindi

आज हम इस पोस्ट मे Rabindranath Tagore Poems in Hindi मतलब रबिन्द्रनाथ टैगोर जी की कविताएँ हिन्दी मे लिखेंगे. रबिन्द्रनाथ टैगोर जी एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं– भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं। Rabindranath Tagore जी की कविताएँ शुरू करने से पहले हम उनके बारे मे तोड़ा और जानेंगे. रबीन्द्रनाथ टैगोरके बारे मे रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 May 1861 को कोलकाता में एक अमीर बंगाली परिवार में हुआ था.इनके पिता का नाम देवेंद्रनाथ टैगोर और माता का नाम शारदा देवी था.उन्हें प्रकृति से बहुत लगाव था. उनका मानना था कि विद्यार्थियों को प्राकृतिक माहौल में हीं पढ़ाई करनी चाहिए.1883 में मृणालिनी देवी के साथ उनका विवाह सम्पन्न हुआ.उन्होंने अपनी पहली कविता 8 साल की छोटी आयु में हीं लिख डाली थी.7 अगस्त 1941 को यह महान व्यक्तित्व इस संसार को छोड़कर चला गया. रबिन्द्रनाथ टैगोर की 5 कविताएँ (Rabindranath Tagore Poems in Hindi)

Atmatran Class 10 Summary (आत्मत्राण

• • • • • • रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 1861 में बंगाल में हुआ था। इनकी शिक्षा घर पर ही पूरी हुई। उन्होंने 8 साल की उम्र से कविता लिखना शुरू कर दिया। 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना पहला कविता-संग्रह प्रकाशित किया। इन्हें गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। रवींद्रनाथ टैगोर हमेशा से ही समाज को शिक्षित और जागरूक बनाने के लिए कुछ करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने सन 1901 में शांतिनिकेतन नामक संस्था की स्थापना की। कला के इस महान संस्थान को कुछ समय बाद सरकार ने विश्वविद्यालय का दर्ज़ा दे दिया। उनके उपन्यास, कहानियाँ और गीत मुख्य रूप से राजनीतिक और व्यक्तिगत विषयों से संबंधित हैं। गीतांजलि, गोरा और घरे-बाइरे उनकी सबसे प्रसिद्ध रचनाएं हैं। उनकी रचनाओं को दो राष्ट्रों ने अपने राष्ट्र गानों के रूप में चुना था: भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन” और बांग्लादेश का राष्ट्रगान “आमार सोनार बांगला” दोनों गुरुदेव की कलम की ही देन हैं। श्रीलंका के राष्ट्रीय गान का मूल गीत भी श्री रवींद्रनाथ टैगोर ने ही लिखा था। गुरुदेव अपने जीवन में तीन बार महान वैज्ञानिक एल्बर्ट आइंस्टाइन से भी मिले। रवींद्रनाथ टैगोर 1913 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बने। उन्हें उनकी उत्कृष्ट रचना गीतांजलि के लिए यह पुरस्कार दिया गया। टैगोर ने गद्य और कविता के नए रूपों की शुरुआत की और बंगाली साहित्य में बोलचाल की भाषा के उपयोग को भी लोकप्रिय बनाया। उन्हें आधुनिक भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे उत्कृष्ट व रचनात्मक कलाकार माना जाता है। विपदाओं से मुझे बचाओ, यह मेरी प्रार्थना नहीं केवल इतना हो (करुणामय) कभी न विपदा में पाऊँ भय। दुख ताप से व्यथित चित्त को न दो सांत्वना नहीं सही पर इतना होवे (करुणामय) दुख को मैं कर सकूँ...

10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi

रविंद्रनाथ टैगोर पर 10 लाइन • रविंद्रनाथ टैगोर बहुत बड़े कवि, साहित्यकार, नाटककार एवं राष्ट्रवादी थे। • रवीन्द्रनाथ टैगोर जी का जन्म कोलकाता में 7 मई वर्ष 1861 में हुआ था। • इनका सम्बन्ध एक ऐसे परिवार से था जिसमे सभी लोग शिक्षित एवं कलाप्रेमी थे। • रवीन्द्रनाथ टैगोर जी के पिता का नाम देवेन्द्रनाथ टैगोर था। • रवीन्द्रनाथ टैगोर जी की माता का नाम शारदा देवी था। • रविंद्रनाथ टैगोर जी की पत्नी का नाम मृलानिनी देवी था। • हमारे देश भारत का जो राष्ट्र-गान “जन-गण-मन” है इसकी रचना रविंद्रनाथ टैगोर जी ने ही की थी। • सन 1913 में रविंद्रनाथ टैगोर जी को साहित्य नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था उनकी रचना गीतांजलि के लिए। • सन् 1915 में जॉर्ज पंचम ने रविंद्रनाथ टैगोर जी को नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया। • 7 अगस्त सन् 1941 को रविंद्रनाथ टैगोर जी का देहांत हो गया। Conclusion हम उम्मीद करते हैं कि आप को हमारा यह लेख Rabindranath Tagore in hindi पसंद आया होगा। अब अगर आपके विद्यालय में 10 lines about Rabindranath Tagore in hindi या Rabindranath Tagore par 10 line in hindi लिखने को आता है तो आप हमारे इस लेख का उपयोग कर सकते हैं। इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर ज़रूर करें ताकि वो भी इसका फायेदा उठा सकें। इसे भी पढ़ें: • • • • • • • • • • • •

10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi। रविंद्रनाथ टैगोर पर 10 लाइन निबंध

रविंद्रनाथ टैगोर एक महान प्रतिभाशाली व्यक्ति थे। रविंद्रनाथ टैगोर एक लेखक, एक कवि और विचारक थे। Rabindranath Tagore Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “रविंद्रनाथ टैगोर पर 10 लाइन निबंध” लेकर आपके समक्ष आये है। इस आर्टिकल में आप “10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi” में पढ़ेंगे। • रविंद्रनाथ टैगोर को दुनिया एक महान कवि, साहित्यकार, नाटककार और राष्ट्रवादी के रूप में जानती है। • रवीन्द्रनाथ टैगोर जी का जन्म वर्ष 1861 में 7 मई को कोलकाता में हुआ था। • रविंद्र नाथ जी की माता जी का नाम शारदा देवी तथा पिता जी का नाम देवेंद्रनाथ ठाकुर था। • रवींद्रनाथ टैगोर के पिता देवेन्द्रनाथ ठाकुर एक महान समाजसेवी थे और मां शारदा देवी धार्मिक विचारों की महिला थी। • रविंद्रनाथ टैगोर जी का विवाह 23 वर्ष की आयु में मृलानिनी देवी से हुआ था । • रविंद्रनाथ जी को बचपन से ही कविताये और कहानिया लिखने का बहुत शौक था। • भारत का राष्ट्र-गान “जन-गण-मन” रविंद्रनाथ टैगोर जी की ही रचना है। • महात्मा गाँधी को महात्मा की उपाधि रविंद्रनाथ टैगोर जी ने ही दी थी। • टैगोर द्वारा रचित गीतांजलि के लिए 1913 में इन्हे साहित्य नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। • रविंद्रनाथ टैगोर को सन् 1915 में जॉर्ज पंचम ने नाइटहुड की उपाधि प्रदान की थी। • रविंद्रनाथ टैगोर जैसी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व की मृत्यु 7 अगस्त सन् 1941 को हुई थी। हमें आशा है आप सभी को Rabindranath Tagore in hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about Rabindranath Tagore in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।