रोने

  1. रोने के नुकसान और फायदे
  2. 30+ Best Rona Shayari in Hindi
  3. odisha train accident survivors facing mental disorder says doctors
  4. Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama
  5. रोने के फायदे और नुकसान
  6. Why New Born Babies Cry New Moms Should Know These 5 Important Things Related To Baby Health
  7. odisha train accident survivors facing mental disorder says doctors
  8. Why New Born Babies Cry New Moms Should Know These 5 Important Things Related To Baby Health
  9. रोने के नुकसान और फायदे
  10. Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama


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रोने के नुकसान और फायदे

हमारी यह स्वभाविक आदत होती है कि जब हम किसी को रोता हुआ देखते हैं तो तुरन्त ही हम उसे चुप कराते हैं। और बोलते हैं कि वह रोना बंद करदे । हम मानते हैं कि रोने के सिर्फ नुकसान ही होते हैं। फायदे नहीं । लेकिन हम आपको इस लेख के अंदर बताने वाले हैं कि ‌‌‌फायदे और नुकसान होने वाले हैं। दोस्तों जब आपका जी रोने को करे तो आपको रो लेना चाहिए क्योंकि रोने से आपका दिमाग हल्का हो जाता है। और आप तनाव मुक्त भी होते हैं। हम प्रति दिन आँसू के 10 औंस और एक साल में 30 गैलन का उत्पादन करते हैं ‌‌‌इस दुनिया के अंदर इंसान ही एक ऐसा प्राणी है। जोकि आंसू के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करता है। आमतौर पर हम बहुत अधिक दुखी क्या खुश होते हैं तो रोते हैं। ‌‌‌लेकिन जहां ज्यादा रोना नुकसानदायक होता है। वहीं नहीं रोना भी नुकसानदायक होता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ‌‌‌इंसान रोता क्यों है ? दोस्तों इंसान के रोने के पीछे कई वजहे हो सकती हैं। जैसे यदि किसी व्यक्ति को दुख होता है। तो ऐसी स्थिति के अंदर वह रोने लग जाता है। इसके अलावा यदि किसी व्यक्तिे बहुत अधिक खुशी होती है। तो वह रोने लग जाता है। आइए जानते हैं रोने की वजहों के बारे मे । ‌‌‌बहुत अधिक दुख की वजह से यदि किसी इंसान को बहुत अधिक दुख होता है। तो उसकी आंखों से अपने आप ही आंसू निकल आते हैं। और वह रोने लगता है। दुख कई प्रकार का हो सकता है। जैसे किसी प्रिय व्यक्ति की मौत पर रोना आ सकता है। तो किसी का बिजनेस फैल होने पर भी वह रोता है। इसके अलवा विश्वासघात जैसी ‌‌‌स्थिति के अंदर भी इंसान रोने लग जाता है। ‌‌‌अधिक खुशी की स्थिति मे कई बार हम इतने अधिक खुश हो जाते हैं और इमोशनल हो जाते हैं। तो रोना आ जात...

30+ Best Rona Shayari in Hindi

जब से तेरा साथ छूटा हैं तब से खुशियों का आना मेरी जिंदगी में बहुत मुश्किल हो गया हैं। उसकी यादो में हर दिन तड़पते रहते है, ना चाहकर भी इन आंसुओं को बहाते रहते है। जब किसी अपने का साथ छूटता हैं तब सच में ये दिल बार-बार रोने को कहता है। खुदा से भी ज्यादा मानते थे उसे हम, लेकिन क्या पता था एक दिन कुछ इस तरह अलग हो जायेंगे हम। जिंदगी में दर्द इतने हैं की किसी को बता भी नहीं सकते हैं, इन दर्दो से थोड़ा निजात पाने के लिए हम थोड़ा रो लिया करते हैं। खुशियों ने मेरी जिंदगी से कुछ इस कदर मुँह मोड़ लिया है की अब बस जिंदगी में गम का ही बसेरा रह गया हैं। हर रात बस उनकी ही यादो में रोते रहते है, अपने इस à¤...

odisha train accident survivors facing mental disorder says doctors

Odisha Train Accident Survivors: ओडिशा रेल हादसे को तकरीबन दो सप्ताह का वक्त बीत चुका है लेकिन, इतने दिन बीत जाने के बाद भी बचने वाले खुशनसीब उस भयानक दुर्घटना के जख्मों से नहीं उबर पा रहे हैं। रेल हादसे के घायल अब डिसआर्डर का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना हैकि बालासोर ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में बचे कई लोग शारीरिक चोटों से उबर तो रहे हैं, लेकिन, उनकी मानसिक स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। किसी को रात में नींद नहीं आती, तो कोई अचानक रोने लगता है। हादसे की भयावहता अभी भी उनके जेहन में है। कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती 105 मरीजों में से लगभग 40 में पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) की प्रवृत्ति दिख रही है। ओडिशा के बालासोर में हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल हादसे में कम से कम 288 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। 1100 से अधिक लोग इस हादसे में घायल हुए। घायलों में कईयों को हालांकि अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि कईयों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। अब यह बात सामने आई है कि हादसे में बचे कई घायल ट्रॉमा से गुजर रहे हैं। उनमें डिसआर्डर के लक्षण दिख रहे हैं। किसी को रात में नींद नहीं आती, तो कोई अचानक रोने लगता है। हादसे की भयावहता अभी भी उनके जेहन में है। क्लीनिकल साइकोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जशोबंता महापात्र ने कहा कि हादसे में बचे लोगों की मानसिक स्थिति को देखते हुए अस्पताल ने सभी मरीजों की काउंसिलिंग शुरू कर दी है। डॉ. महापात्रा ने कहा, "इस तरह की दुर्घटना का जीवित बचे लोगों के दिमाग पर गंभीर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था। "कई गंभीर रूप से तनावग्रस्त, भयभीत, समय-समय पर घबराए हुए और मौन पाए गए। हम उनकी काउंसलिंग कर रहे हैं और उनके ...

Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama

Tamil Nadu Minister Arrest: तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) के आवास पर मंगलवार (13 जून) प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की थी. लंबी पूछताछ के बाद देर रात ईडी ने अधिकारियों ने जब बालाजी को गिरफ्तार किया तो उस दौरान हैरान करने वाला वाकया हुआ. सेंथिल बालाजी अपनी तबियत खराब होने की बात कहकर रोने लगे. इसका वीडियो वायरल हुआ तो राजनीति शुरू हो गई. तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल एआईएडीएमके ने बालाजी पर ड्रामा करने का आरोप लगाया है. एएनआई के अनुसार, एआईएडीएमके नेता डी जयकुमार ने कहा, तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी ड्रामा कर रहे हैं. वे (डीएमके) ऐसा करके मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम स्टालिन को मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए. अगर सीएम मंत्री को नहीं हटाते हैं तो राज्यपाल इस मामले में दखल दें. एम्स के डॉक्टर से कराएं जांच- डी जयकुमार जयकुमार ने आगे कहा, प्रवर्तन निदेशालय ने अपना काम कानूनी तरीके से किया है. कल तक सेंथिल बालाजी ठीक थे लेकिन जब ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके सीने में दर्द होने लगा. ईडी को एम्स से डॉक्टर बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करनी चाहिए और कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. डीएमके ने ईडी को घेरा राज्य की सत्ताधारी पार्टी अपने मंत्री के बचाव में उतर आई है. डीएमके सांसद और वकील एनआर इलांगो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ईडी ने जो प्रक्रिया अपनाई है वह पूरी तरह से गैरकानूनी और असंवैधानिक है. ईडी ने उन्हें गिरफ्तारी का आधार बताए बिना ही हिरासत में ले लिया था. हम इस मामले को कानूनी रूप से लड़ेंगे. मंत्री सेंथिल से मिलने अस्पताल पहुंचे स्टालिन तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने के लिए चेन्नई क...

रोने के फायदे और नुकसान

Rone Ke Fayde Aur Nuksan रोना एक प्राकृतिक क्रिया है जो मानव की भावनाओं पर आधारित होती है। लेकिन रोने के फायदे और नुकसान भी होते हैं। अक्‍सर रोने की क्रिया उदासी, दुख, खुशी और निराशा आदि के मौकों में हो जाता है। रोना आसामान्‍य नहीं है जो कि महिला और पुरुषों दोनों की भावनाओं को व्‍यक्‍त करता है। लेकिन एक शोध यह बताता है कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक आंसू बहाती हैं। एक दिलचस्‍प बात यह भी है कि मावन ही एक ऐसा प्राणी हैं जो अपनी भावनाओं को आंसूओं के माध्यम से व्‍यक्त कर सकता है। इस लेख में आप आंसू बहाने के फायदे और नुकसान की जानकारी प्राप्त करगें। वैसे तो सभी जानते हैं कि भावनाओं को व्‍यक्त करते समय आंसू निकलते हैं। लेकिन फिर भी आंसू आने के तीन प्रमुख कारण होते हैं। बेसल ( Basal) : बेसल आंसू नलिकाएं होती हैं जिनसे लगातार आंसूओं का स्राव होता है। यह एक प्रोटीन समृद्ध एंटीबैक्‍टीरियल तरल होते हैं जो हर बार जब व्‍यक्ति झपकी लेता है तो आंखों को नम रखने में मदद करते हैं। प्रतिबिंब ( Reflex) : इस दौरान आंसू हवाओं के प्रभाव के कारण निकलते हैं। जैसे कि धुआं या भावनात्मक ( Emotional) : जब व्‍यक्ति भावनाओं या आवेग में आता है तब भी मनुष्‍य की आंखों से आंसू आते हैं। इस दौरान आने वाले आंसूओं में रोने के फायदे – Rone Ke Fayde In Hindi आइये जानते है कि रोना हमारे लिए किस प्रकार से लाभदायक होता है। रोने के फायदे दर्द को दूर करे – Benefits of Crying to Reduce Pain in Hindi आपको यह सुनकर आश्‍चर्य हो सकता है कि रोने के भी फायदे होते हैं। यह सच भी है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि रोने के दौरान हमारे शरीर में ऐसे हार्मोन उत्‍पन्‍न होते हैं जो दर्द को कम कर सकते हैं। हमारा शरीर बहुत देर तक रोने...

Why New Born Babies Cry New Moms Should Know These 5 Important Things Related To Baby Health

Why Babies Cry: शिशु का रोना कई बार माओं के लिए चिंता का सबब बन जाता है. क्योंकि छोटे बच्चे अपना दुख सिर्फ रोकर ही बयां कर सकते हैं. हालांकि उनके रोने की वजह का पता लगा पाना टेढ़ी खीर के समान है. कभी वो शाम को रोने लगते हैं तो कभी सुबह तो कभी आधी रात को उठकर रोने लगते हैं. ऐसी स्थिति में माओं को लगता है कि शायद बच्चे ने अपनी लंगोट खराब कर ली है, इसलिए वो रो रहा है. हालांकि कई बार बच्चे की तकलीफ सिर्फ लंगोट गीले होने या शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने तक सीमित नहीं होती. ऐसी और भी कई वजह हैं, जिनकी वजह से बच्चे अक्सर रोने लगते हैं. बच्चा क्यों रोता है? 1. अगर आपका बच्चा रोजाना एक ही वक्त पर, खासतौर से शाम को ज्यादा रोता है तो इसकी संभावना ज्यादा है कि उसे कोलिक डिजीज हो. इस बीमारी में बच्चे के पेट में बहुत तेज मरोड़ उठता है, जिसकी वजह से वो लगातार रोते हैं और कुछ खाने या पीने को भी तैयार नहीं होता. यह बीमारी शिशुओं को 3 महीने तक बहुत परेशान करती है. हालांकि 3 महीने के बाद यह अपने आप ठीक हो जाती है. 2. शिशुओं के रोने की दूसरी वजह उन्हें पहनाए जाने वाले कपड़ हो सकते हैं. अगर बच्चे को बहुत ज्यादा टाइट या अनकंफर्टेबल लगने वाले कपड़े पहनाए गए हैं तो इनसे उन्हें परेशानी हो सकती है या शरीर में चुभन महसूस हो सकती है. अगर गर्मी का मौसम है तो बच्चे को हल्के और सॉफ्ट कपड़े पहनाएं. सर्दियों में उन्हें ज्यादा टाइट कपड़े पहनाने से बचें. 3. चूंकि बच्चा मां का दूध पीता है, इसलिए उसको कुछ परेशानियां मां के गलत खानपान की वजह से होती हैं. अगर मां पेट में गैस बनाने वाली या ज्यादा मसालेदार भोजन करती है तो इससे बच्चे को भी तकलीफ हो सकती है. मां के साथ-साथ बच्चे को भी बदहजमी, पेट में दर्द और गै...

odisha train accident survivors facing mental disorder says doctors

Odisha Train Accident Survivors: ओडिशा रेल हादसे को तकरीबन दो सप्ताह का वक्त बीत चुका है लेकिन, इतने दिन बीत जाने के बाद भी बचने वाले खुशनसीब उस भयानक दुर्घटना के जख्मों से नहीं उबर पा रहे हैं। रेल हादसे के घायल अब डिसआर्डर का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना हैकि बालासोर ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में बचे कई लोग शारीरिक चोटों से उबर तो रहे हैं, लेकिन, उनकी मानसिक स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। किसी को रात में नींद नहीं आती, तो कोई अचानक रोने लगता है। हादसे की भयावहता अभी भी उनके जेहन में है। कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती 105 मरीजों में से लगभग 40 में पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) की प्रवृत्ति दिख रही है। ओडिशा के बालासोर में हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल हादसे में कम से कम 288 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। 1100 से अधिक लोग इस हादसे में घायल हुए। घायलों में कईयों को हालांकि अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि कईयों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। अब यह बात सामने आई है कि हादसे में बचे कई घायल ट्रॉमा से गुजर रहे हैं। उनमें डिसआर्डर के लक्षण दिख रहे हैं। किसी को रात में नींद नहीं आती, तो कोई अचानक रोने लगता है। हादसे की भयावहता अभी भी उनके जेहन में है। क्लीनिकल साइकोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जशोबंता महापात्र ने कहा कि हादसे में बचे लोगों की मानसिक स्थिति को देखते हुए अस्पताल ने सभी मरीजों की काउंसिलिंग शुरू कर दी है। डॉ. महापात्रा ने कहा, "इस तरह की दुर्घटना का जीवित बचे लोगों के दिमाग पर गंभीर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था। "कई गंभीर रूप से तनावग्रस्त, भयभीत, समय-समय पर घबराए हुए और मौन पाए गए। हम उनकी काउंसलिंग कर रहे हैं और उनके ...

Why New Born Babies Cry New Moms Should Know These 5 Important Things Related To Baby Health

Why Babies Cry: शिशु का रोना कई बार माओं के लिए चिंता का सबब बन जाता है. क्योंकि छोटे बच्चे अपना दुख सिर्फ रोकर ही बयां कर सकते हैं. हालांकि उनके रोने की वजह का पता लगा पाना टेढ़ी खीर के समान है. कभी वो शाम को रोने लगते हैं तो कभी सुबह तो कभी आधी रात को उठकर रोने लगते हैं. ऐसी स्थिति में माओं को लगता है कि शायद बच्चे ने अपनी लंगोट खराब कर ली है, इसलिए वो रो रहा है. हालांकि कई बार बच्चे की तकलीफ सिर्फ लंगोट गीले होने या शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने तक सीमित नहीं होती. ऐसी और भी कई वजह हैं, जिनकी वजह से बच्चे अक्सर रोने लगते हैं. बच्चा क्यों रोता है? 1. अगर आपका बच्चा रोजाना एक ही वक्त पर, खासतौर से शाम को ज्यादा रोता है तो इसकी संभावना ज्यादा है कि उसे कोलिक डिजीज हो. इस बीमारी में बच्चे के पेट में बहुत तेज मरोड़ उठता है, जिसकी वजह से वो लगातार रोते हैं और कुछ खाने या पीने को भी तैयार नहीं होता. यह बीमारी शिशुओं को 3 महीने तक बहुत परेशान करती है. हालांकि 3 महीने के बाद यह अपने आप ठीक हो जाती है. 2. शिशुओं के रोने की दूसरी वजह उन्हें पहनाए जाने वाले कपड़ हो सकते हैं. अगर बच्चे को बहुत ज्यादा टाइट या अनकंफर्टेबल लगने वाले कपड़े पहनाए गए हैं तो इनसे उन्हें परेशानी हो सकती है या शरीर में चुभन महसूस हो सकती है. अगर गर्मी का मौसम है तो बच्चे को हल्के और सॉफ्ट कपड़े पहनाएं. सर्दियों में उन्हें ज्यादा टाइट कपड़े पहनाने से बचें. 3. चूंकि बच्चा मां का दूध पीता है, इसलिए उसको कुछ परेशानियां मां के गलत खानपान की वजह से होती हैं. अगर मां पेट में गैस बनाने वाली या ज्यादा मसालेदार भोजन करती है तो इससे बच्चे को भी तकलीफ हो सकती है. मां के साथ-साथ बच्चे को भी बदहजमी, पेट में दर्द और गै...

रोने के नुकसान और फायदे

हमारी यह स्वभाविक आदत होती है कि जब हम किसी को रोता हुआ देखते हैं तो तुरन्त ही हम उसे चुप कराते हैं। और बोलते हैं कि वह रोना बंद करदे । हम मानते हैं कि रोने के सिर्फ नुकसान ही होते हैं। फायदे नहीं । लेकिन हम आपको इस लेख के अंदर बताने वाले हैं कि ‌‌‌फायदे और नुकसान होने वाले हैं। दोस्तों जब आपका जी रोने को करे तो आपको रो लेना चाहिए क्योंकि रोने से आपका दिमाग हल्का हो जाता है। और आप तनाव मुक्त भी होते हैं। हम प्रति दिन आँसू के 10 औंस और एक साल में 30 गैलन का उत्पादन करते हैं ‌‌‌इस दुनिया के अंदर इंसान ही एक ऐसा प्राणी है। जोकि आंसू के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करता है। आमतौर पर हम बहुत अधिक दुखी क्या खुश होते हैं तो रोते हैं। ‌‌‌लेकिन जहां ज्यादा रोना नुकसानदायक होता है। वहीं नहीं रोना भी नुकसानदायक होता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ‌‌‌इंसान रोता क्यों है ? दोस्तों इंसान के रोने के पीछे कई वजहे हो सकती हैं। जैसे यदि किसी व्यक्ति को दुख होता है। तो ऐसी स्थिति के अंदर वह रोने लग जाता है। इसके अलावा यदि किसी व्यक्तिे बहुत अधिक खुशी होती है। तो वह रोने लग जाता है। आइए जानते हैं रोने की वजहों के बारे मे । ‌‌‌बहुत अधिक दुख की वजह से यदि किसी इंसान को बहुत अधिक दुख होता है। तो उसकी आंखों से अपने आप ही आंसू निकल आते हैं। और वह रोने लगता है। दुख कई प्रकार का हो सकता है। जैसे किसी प्रिय व्यक्ति की मौत पर रोना आ सकता है। तो किसी का बिजनेस फैल होने पर भी वह रोता है। इसके अलवा विश्वासघात जैसी ‌‌‌स्थिति के अंदर भी इंसान रोने लग जाता है। ‌‌‌अधिक खुशी की स्थिति मे कई बार हम इतने अधिक खुश हो जाते हैं और इमोशनल हो जाते हैं। तो रोना आ जात...

Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama

Tamil Nadu Minister Arrest: तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) के आवास पर मंगलवार (13 जून) प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की थी. लंबी पूछताछ के बाद देर रात ईडी ने अधिकारियों ने जब बालाजी को गिरफ्तार किया तो उस दौरान हैरान करने वाला वाकया हुआ. सेंथिल बालाजी अपनी तबियत खराब होने की बात कहकर रोने लगे. इसका वीडियो वायरल हुआ तो राजनीति शुरू हो गई. तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल एआईएडीएमके ने बालाजी पर ड्रामा करने का आरोप लगाया है. एएनआई के अनुसार, एआईएडीएमके नेता डी जयकुमार ने कहा, तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी ड्रामा कर रहे हैं. वे (डीएमके) ऐसा करके मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम स्टालिन को मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए. अगर सीएम मंत्री को नहीं हटाते हैं तो राज्यपाल इस मामले में दखल दें. एम्स के डॉक्टर से कराएं जांच- डी जयकुमार जयकुमार ने आगे कहा, प्रवर्तन निदेशालय ने अपना काम कानूनी तरीके से किया है. कल तक सेंथिल बालाजी ठीक थे लेकिन जब ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके सीने में दर्द होने लगा. ईडी को एम्स से डॉक्टर बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करनी चाहिए और कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. डीएमके ने ईडी को घेरा राज्य की सत्ताधारी पार्टी अपने मंत्री के बचाव में उतर आई है. डीएमके सांसद और वकील एनआर इलांगो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ईडी ने जो प्रक्रिया अपनाई है वह पूरी तरह से गैरकानूनी और असंवैधानिक है. ईडी ने उन्हें गिरफ्तारी का आधार बताए बिना ही हिरासत में ले लिया था. हम इस मामले को कानूनी रूप से लड़ेंगे. मंत्री सेंथिल से मिलने अस्पताल पहुंचे स्टालिन तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने के लिए चेन्नई क...