संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा

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संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीरा

सिकरारा(जौनपुर): संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। अजोशी स्थित पावन महावीर धाम पर महावीर के दरबार में अपना संकट काटने, मनौती पूर्ण करने के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। प्रचंड धूप में भी हनुमत भक्तों की लंबी कतार देर शाम तक लगी रही है। जय हनुमत जय राम कृपाला, जय शिव शंकर दीन दयाला व घंटा-घड़ियाल की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। मंदिर प्रशासन की माने तो लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं ने धाम में पहुंचकर मत्था टेका। भक्तों को प्रसाद वितरण के साथ भंडारे का आयोजन किया गया। दिन में लगभग 9 बजे ज्यों ही मंदिर के प्रधान पुजारी अर¨वद मिश्र व जिले के अन्य विद्वान ब्राह्मणों द्वारा महावीर के आरती की घोषणा की गई तो सभी भक्त हाथ जोड़कर अपने स्थान से ही जयकारे लगाने लगे। घंटा-घड़ियाल, शंखनाद व जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। धाम के सेवक पंडित गोरखनाथ मिश्र ने बताया कि भोर में चार बजे ही मंदिर का कपाट खोल दिया गया। ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्तों को समस्या न हो। पांडेयपुर गांव निवासी उमेश तिवारी व वंदना तिवारी, पुत्री सांभवी व श्रीश तिवारी ने प्रसाद वितरण की सारी व्यवस्था कर रखी थी। मुख्यद्वार से निकलने वाले भक्तों को प्रसाद वितरित कर रही थी। धाम के पुजारी फौजदार शुक्ल, सहयोगी संजय ¨सह व देवीसेवक जायसवाल के साथ समरनाथ यादव, सरोज व अन्य ग्रामीणों के साथ भंडारे व व्यवस्था में लगे रहे।

संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीरा

सिकरारा(जौनपुर): संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। अजोशी स्थित पावन महावीर धाम पर महावीर के दरबार में अपना संकट काटने, मनौती पूर्ण करने के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। प्रचंड धूप में भी हनुमत भक्तों की लंबी कतार देर शाम तक लगी रही है। जय हनुमत जय राम कृपाला, जय शिव शंकर दीन दयाला व घंटा-घड़ियाल की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। मंदिर प्रशासन की माने तो लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं ने धाम में पहुंचकर मत्था टेका। भक्तों को प्रसाद वितरण के साथ भंडारे का आयोजन किया गया। दिन में लगभग 9 बजे ज्यों ही मंदिर के प्रधान पुजारी अर¨वद मिश्र व जिले के अन्य विद्वान ब्राह्मणों द्वारा महावीर के आरती की घोषणा की गई तो सभी भक्त हाथ जोड़कर अपने स्थान से ही जयकारे लगाने लगे। घंटा-घड़ियाल, शंखनाद व जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। धाम के सेवक पंडित गोरखनाथ मिश्र ने बताया कि भोर में चार बजे ही मंदिर का कपाट खोल दिया गया। ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्तों को समस्या न हो। पांडेयपुर गांव निवासी उमेश तिवारी व वंदना तिवारी, पुत्री सांभवी व श्रीश तिवारी ने प्रसाद वितरण की सारी व्यवस्था कर रखी थी। मुख्यद्वार से निकलने वाले भक्तों को प्रसाद वितरित कर रही थी। धाम के पुजारी फौजदार शुक्ल, सहयोगी संजय ¨सह व देवीसेवक जायसवाल के साथ समरनाथ यादव, सरोज व अन्य ग्रामीणों के साथ भंडारे व व्यवस्था में लगे रहे।