साइबर क्राइम कंप्लेंट ऑनलाइन

  1. Cyber Crime: किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी की इस तरह करें शिकायत, जानिए नया हेल्पलाइन नंबर
  2. झारखण्ड साइबर क्राइम प्रिवेंशन योजना 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, लाभ व विशेषता
  3. ऑनलाइन साइबर क्राइम की शिकायत कैसे करें? साइबर अपराध से बचाव के तरीके
  4. Cyber Crime: क्या है साइबर क्राइम, ठगों ने आपके खाते से उड़ाए पैसे तो कैसे लें कानूनी मदद?
  5. ऑनलाइन ट्रेक करें Cyber Crime की कंप्लेंट का स्टेटस, सिंपल है पूरा प्रोसेस
  6. Home Ministry Issued New Cyber Crime Helpline Number 1930, Know How You Can File A Complaint


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Cyber Crime: किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी की इस तरह करें शिकायत, जानिए नया हेल्पलाइन नंबर

Cyber Crime: जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी में इजाफा हो रहा है बैकिंग और वित्तीय काम भी ऑनलाइन (Online) होते जा रहे हैं. वहीं लोगों से किसी तरह की धोखाधड़ी होने पर तुरंत शिकायत करने के लिए कहा जाता हैं. भारत सरकार ने इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) समेत ऑनलाइन फाइनेंस से संबंधित धोखाधड़ी की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया है. धोखाधड़ी के 24 घंटे से ज्यादा होने पर क्या करें? (24 hours after the fraud?) -ऑनलाइन धोखेबाजी का शिकार होने के बाद पीड़ित को पुलिस अधिकारी द्वारा मैनेज हेल्पलाइन पर कॉल करना है. अगर फ्रॉड हुए 24 घंटे से ज्यादा हो गया है तो पीड़ित को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर एक औपचारिक शिकायत दर्ज करनी चाहिए. अगर फ्रॉड हुए 24 घंटे से कम समय हुआ है तो ऑपरेटर फॉर्म भरने के लिए अपराध का डिटेल और पीड़ित की निजी जानकारी मांगेगा. -जब दोनों घटना संबंधित वित्तीय संस्थानों तक जानकारी पहुंच जाती है तो एक टिकट रेज किया जाता है. यह फ्रॉड ट्रांजेक्शन टिकट जिस वित्तीय संस्थान से पैसा कटा (डेबिट हुआ) है और जिन वित्तीय संस्थान में गया (क्रेडिट हुआ) है दोनों के डैशबोर्ड पर नजर आता है. -जिस बैंक/वॉलेट में टिकट दिया गया होता है उसे फ्रॉड ट्रांजेक्शन की जानकारी के लिए जांच करनी होती है. अगर पैसा निकल गया है तो यह पोर्टल में ट्रांजेक्शन की जानकारी देता है और दूसरे वित्तीय संस्थान में जाता है. - हमारी सहयोगी साइट जी न्यूज के मुताबिक अगर फंड नहीं रहता है तो यह उसे टेंप्रेरी होल्ड पर डाल देता है. फंड का आना तब तक जारी रहता है जब तक फंड को होल्ड पर नहीं डाला जाता है या जब तक डिजिटल इकोसिस्टम से बाहर नहीं आता है, इसमें ATM से विड्रॉल, फिजिकल विड्रॉल और यूटिलिटी शामिल...

झारखण्ड साइबर क्राइम प्रिवेंशन योजना 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, लाभ व विशेषता

Jharkhand Cyber Crime Prevention Yojana:- देशभर में साइबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थिति में सरकार द्वारा साइबर क्राइम को रोकने के लिए कई सारे कदम उठाए जा रहे हैं। साइबर क्राइम की बढ़ती दर को देखकर झारखंड सरकार द्वारा झारखण्ड साइबर क्राइम प्रिवेंशन योजना का आरंभ किया गया है। इस लेख के माध्यम से हम आपको झारखंड साइबर क्राईम प्रीवेंशन योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं जैसे कि झारखंड साइबर क्राईम प्रीवेंशन योजना क्या है?, इसके लाभ, उद्देश्य, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। तो दोस्तों यदि आप Jharkhand Cyber Crime Prevention Yojana 2023 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप से निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े। • • • • • • • • • • • • • Jharkhand Cyber Crime Prevention Yojana 2023 इस योजना का आरंभ झारखंड सरकार द्वारा 17 दिसंबर 2020 को किया गया था। इस योजना के माध्यम से झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं तथा बच्चों को साइबर क्राइम से बचाने का प्रयास किया जाएगा। Jharkhand Cyber Crime Prevention Yojana 2023 के माध्यम से ऑनलाइन साइबर अपराध पंजीकरण, क्षमता निर्माण, जागरूकता निर्माण और अनुसंधान तथा विकास इकाइयां शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। झारखंड सरकार द्वारा पुलिस के आधुनिकीकरण पर विशेष जोर देने पर विचार किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत सभी पुलिस अधिकारियों को बढ़ते साइबर क्राइम से निबटने के लिए एक मजबूत व्यवस्था तैयार करने का निर्देश दिया गया है। झारखंड साइबर क्राइम प्रिवेंशन योजना की ज़रूरत झारखंड में पिछले 5 वर्षों में 4803 साइबर अपराध दर्ज किए गए हैं। जिसमें से 1536 मामलों का ...

ऑनलाइन साइबर क्राइम की शिकायत कैसे करें? साइबर अपराध से बचाव के तरीके

साइबर क्राइम कंप्लेंट ऑनलाइन – आधुनिक जीवन शैली में हमारे जीवन में कंप्यूटर का उपयोग करना आवश्यक हो गया है। बिना कंप्यूटर के हमारे बहुत से काम आसानी से नहीं हो पाते हैं। कंप्यूटर से ही शॉपिंग, नौकरी ढूंढना, रिश्ते ढूंढना जैसे जरूरी कार्य भी किया जा सकता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक का भी काम कंप्यूटर में होना लाजमी है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस में कंप्यूटर का उपयोग रिकॉर्ड रखने में भी किया जाता है। जैसे-जैसे हम आधुनिक शैली को अपना रहे हैं, वैसे ही अपराध का दायरा बढ़ता जा रहा है। कभी-कभी इन अपराधों का पता लगाना आसान भी नहीं होता है। 1.10 Spread the love साइबर क्राइम क्या है? What is Cybercrime? साइबर क्राइम एक प्रकार का क्राइम होता है, जो अक्सर कंप्यूटर के माध्यम से किया जाता है। इसमें कंप्यूटर के माध्यम से कई प्रकार के अपराध कर लिए जाते हैं। यह अपराध कई प्रकार के होते हैं जैसे- स्पैम ईमेल, हैकिंग, वायरस डालना, किसी की व्यक्तिगत या ऑफिशियल जानकारी को प्राप्त करना, किसी के अकाउंट पर नजर रखना। यह सारे क्राइम के अंतर्गत आते हैं। साइबर क्राइम करने वाले अपना काम चालाकी से करते हैं और उनके बारे में कुछ पता भी नहीं चलता है। Types of cybercrime – साइबर क्राइम के प्रकार इंटरनेट के माध्यम से बहुत सारे अपराध कर लिए जाते हैं जिनका पता हमें बाद में चलता है हैंकिग – Hanking यह अपराध गैरकानूनी है, जिसमें किसी दूसरे के पर्सनल बातें या डाटा को बाहर लाने का कार्य किया जाता है। इसके लिए अलग प्रकार का सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जाता है और आसानी से अपना काम कर लेते हैं। जिसमें उस इंसान को इस अपराध के बारे में पता नहीं चलता, जिनके साथ यह हुआ है। • थेफ्ट – Theft यह अपराध कॉपीराइट नियम के तहत होता है। कॉपीर...

Cyber Crime: क्या है साइबर क्राइम, ठगों ने आपके खाते से उड़ाए पैसे तो कैसे लें कानूनी मदद?

डीएनए हिंदी:वर्चुअल वर्ल्ड में साइबर क्राइम (Cyber Crime) की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. जरा सी चूक का फायदा उठाकर साइबर ठग आपको कंगाल कर सकते हैं. जयपुर शहर के चित्रकूट के इलाके में एक शख्स को ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करना भारी पड़ा है. ठगों ने एक ऑनलाइन लिंक (Email Phishing) भेजा था जिस पर क्लिक करते ही सतीश कुमार रावत नाम के एक शख्स के 2 लाख रुपये गायब हो गए. साइबर ठग हर बार हर ग्राहक को ठगने के लिए अलग-अलग पैटर्न अपनाते हैं. कभी फिशिंग मेल के जरिए ठगी की जाती है तो कभी ओटीपी के जरिए. जयपुर का यह मामला भी कुछ ऐसा ही है. पूरा केस जानने से पहले आइए समझते हैं क्या होता है साइबर क्राइम? क्या होता साइबर क्राइम? साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जाती है. साइबर अपराधी इसके जरिए प्राइवेसी से लेकर पैसे तक उड़ा ले जाते हैं. डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड और मोबाइल फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन जैसे तमाम अपराध हैं जिन्हें साइबर अपराधी अंजाम देते हैं. साइबर क्राइम से जुड़े मामलों को पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां दोनों देखती हैं. अगर ठगी का शिकार हों तो क्या करें? अगर आप किसी भी तरह के साइबर क्राइम का शिकार होते हैं तो www.cybercrime.gov.in लिंक पर जाकर अपनी शिकायत रजिस्टर करा सकते हैं. पुलिस स्टेशन में जाकर आप साइबर सेल में भी अपने खिलाफ हुई धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दे सकते हैं. साइबर अपराधों से जुड़े मामलों की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 155260 पर की जा सकती है.बैंक अकाउंट से जुड़े फ्रॉड के मामले भी यहीं दर्ज कराए जा सकते हैं. साइबर सेल में कैसे करें शिकायत? अगर आपके साथ बैंकिंग फ्रॉड हुआ है तो अपना बैंक अकाउंट, ट्रांजैक्शन डीटेल्स...

ऑनलाइन ट्रेक करें Cyber Crime की कंप्लेंट का स्टेटस, सिंपल है पूरा प्रोसेस

Cyber Crime Complaint Status: डिजिटल होती जा रही हमारी दुनिया में आए दिन ऑनलाइन फ्रॉड की खबरें आती रहती हैं। कभी कोई खुद को बैंककर्मी बताकर पैसों की ठगी कर लेता है तो कभी कोई जॉब के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) का शिकार हो जाता है। वैसे तो आपको इन सबसे बचना चाहिए। लेकिन अगर आप ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो आप इसकी शिकायत 1930 नंबर पर की जा सकती है। वहीं, एक ऑनलाइन भी इसकी शिकायत की जा सकती है, जिसकी जानकारी Cyber Crime Complaint Status ऐसे करें चेक Cyber Crime Complaint Status ऑनलाइन चेक करने के लिए आपको एक Acknowledgement number चाहिए होगा। यह नंबर साइबर क्राइम शिकायत की स्थिति जांचने के लिए आपको शिकायत दर्ज करते समय मिलता है। इसे भी पढ़ें: • सबसे पहले साइबर क्राइम शिकायत का स्टेटस चेक करने के लिए आपको साइबर क्राइम • इसके बाद साइबर क्राइम पोर्टल ट्रैक योर कंप्लेंट पर क्लिक करें। • ट्रेक योर कंप्लेंट में आपको Acknowledgement number दर्ज कर ओटीपी डालना होगा जो कि आपको रजिस्टर मोबाइल नंबर पर आएगा। • इसके बाद आप जान सकेंगे कि आपकी कंप्लेंट पर पुलिस ने या जांच एजेंसी ने अबतक क्या कार्रवाई की है। नोट: अगर आपके साथ पैसों का कोई फ्रॉड हुआ तो आप हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत डायल करें। कंप्लेंट करते समय दर्ज करें सही जानकारी गौरतलब है कि इस पोर्टल पर दर्ज की गई शिकायतों को संबंधित राज्य की पुलिस, राजकीय या केंद्रीय कानूनी एजेंसियों की ओर से दी गई सूचनाओं के आधार पर देखा जाता है। इसलिए

Home Ministry Issued New Cyber Crime Helpline Number 1930, Know How You Can File A Complaint

Cyber Crime Helpline Number: अगर आप साइबर ठगों के शिकार बन गए हैं तो अब इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए आप 1930 हेल्प लाइन नंबर डायल कर सकते हैं. नये साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर (Helpline Number) को केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) द्वारा जारी किया गया है. इस नंबर को डायल (Dial) कर पीड़ित अपने साथ हुए फ्रॉड की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. आपके द्वारा वित्तीय लेन-देन का ब्योरा दिए जाने के फौरन बाद, एक तंत्र शुरू हो जाएगा और जहां कहीं भी धन की निकासी की गई है वहां पुलिस फौरन कार्रवाई करेगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग की मदद से जारी किया है नया हेल्पलाइन नंबर बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग (DoT) की मदद से यह नई हेल्पलाइन अलॉट की है, जो चरणबद्ध तरीके से 155260 की जगह लेगी. दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा, " हेल्पलाइन नंबर1930 पर ऑनलाइन उत्पीड़न या साइबर वित्तीय धोखाधड़ी की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी." कैसे दर्ज करा सकते हैं शिकायत पुलिस कमिश्नर अस्थान ने पूरी प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि,“डिजिटल अलर्ट बजने के बाद, एक टोकन जनरेट होगा और पीड़ित द्वारा सूचना दिए जाने के बाद पुलिस फौरन लाभार्थी बैंक, वॉलेट या व्यापारी को धोखाधड़ी की सूचना देती है. रुके हुए फ्लो को फिर वापस प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट किया जाएगा. यदि धन किसी अन्य वित्तीय मध्यस्थ को स्थानांतरित कर दिया गया है, तो प्रक्रिया तब तक दोहराई जाएगी जब तक कि राशि रोक दी जाती है. ” इसके बाद पीड़ित को एसएमएस के जरिए लॉगिन आईडी, रिफरेंस नंबर मिलेगा. जिसका इस्तेमाल 24 घंटे के भीतल नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल ये भी पढ़ें New Delhi News: दिल्ली के चार पुलिस थानों...