सामूहिक कृषि क्या है

  1. जैविक खेती
  2. सरकारी कृषि के दोष क्या क्या है? – ElegantAnswer.com
  3. सामूहिक कृषि पर टिप्पणी लिखिए।
  4. NCERT Class 10 SOCIAL SCIENCE Geography: Chapter 4 कृषि IMPORTANT QUESTIONS
  5. सामुदायिक खेती क्या है? – ElegantAnswer.com
  6. सामूहिक कृषि in English
  7. सामूहिक कृषि की तीन विशेषताएं बताइए? » Samuhik Krishi Ki Teen Visheshtayen Bataiye


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जैविक खेती

अनुक्रम • 1 परिचय • 2 जैविक खेती से होने वाले लाभ • 2.1 कृषकों की दृष्टि से लाभ • 2.2 मिट्टी की दृष्टि से • 2.3 पर्यावरण की दृष्टि से • 3 जैविक खेती हेतु प्रमुख जैविक खाद एवं दवाईयाँ • 3.1 जैविक खाद तैयार करने के कृषकों के अन्य अनुभव • 3.2 जैविक पद्धति द्वारा व्याधि नियंत्रण के कृषकों के अनुभव • 4 भारतीय जैविक कृषि संगठन • 5 इन्हें भी देखें • 6 सन्दर्भ परिचय [ ] संपूर्ण विश्व में बढ़ती हुई जनसंख्या एक गंभीर समस्या है, बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ भोजन की आपूर्ति के लिए मानव द्वारा खाद्य उत्पादन की होड़ में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए तरह-तरह की रासायनिक खादों, जहरीले कीटनाशकों का उपयोग पारिस्थितिकी तंत्र (Ecology System -प्रकृति के जैविक और अजैविक पदार्थों के बीच आदान-प्रदान के चक्र) प्रभावित करता है, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति खराब हो जाती है, साथ ही वातावरण प्रदूषित होता है तथा मनुष्य के स्वास्थ्य में गिरावट आती है। प्राचीन काल में मानव स्वास्थ्य के अनुकुल तथा प्राकृतिक वातावरण के अनुरूप खेती की जाती थी, जिससे जैविक और अजैविक पदार्थों के बीच आदान-प्रदान का चक्र (पारिस्थितिकी तंत्र) निरन्तर चलता रहा था, जिसके फलस्वरूप जल, भूमि, वायु तथा वातावरण प्रदूषित नहीं होता था। भारत वर्ष में प्राचीन काल से कृषि के साथ-साथ गौ पालन किया जाता था, जिसके प्रमाण हमारे ग्रंथों में प्रभु कृष्ण और बलराम हैं जिन्हें हम गोपाल एवं हलधर के नाम से संबोधित करते हैं अर्थात कृषि एवं गोपालन संयुक्त रूप से अत्याधिक लाभदायी था, जोकि प्राणी मात्र व वातावरण के लिए अत्यन्त उपयोगी था। परन्तु बदलते परिवेश में गोपालन धीरे-धीरे कम हो गया तथा कृषि में तरह-तरह की रसायनिक खादों व कीटनाशकों का प्रयोग हो...

सरकारी कृषि के दोष क्या क्या है? – ElegantAnswer.com

सरकारी कृषि के दोष क्या क्या है? इसे सुनेंरोकेंआजकल सहकारी खेती से बहधा इसी प्रकार की व्यवस्था का अर्थ लगाया जाता है तथा सरकार भी किसानों द्वारा इसी को अपनाये जाने के लिये बल दे रही है । भारत में कृषकों में सहकारिता की भावनाओं के अभाव, अशिक्षा व रूढ़िवादिता आदि के कारण सहकारी संयुक्त कृषि समितियों का संगठन करना कठिन प्रतीत होता है । सामूहिक खेती का प्रचलन कहाँ नहीं है? इसे सुनेंरोकें| collective farming in hindi. सामूहिक खेती (collective farming in hindi) प्रणाली के अन्तर्गत कृषि जोतों का एकत्रीकरण कर दिया जाता है । भूमि एवं कृषि संसाधनों का स्वामित्व सम्पूर्ण समाज में निहित होता है । सामूहिक खेती (collective farming in hindi) सोवियत रूस एवं अन्य साम्यवादी देशों में की जाती है । निम्नलिखित में से कितनी खेती का बलपूर्वक सामूहिक कारण किया? इसे सुनेंरोकेंकोलख़ोज़ या कॉलख़ोज़ (रूसी: колхо́з, Kolkhoz) सोवियत संघ में एक प्रकार की सामूहिक कृषि प्रणाली के खेतों को कहा जाता था। इसके साथ-साथ सोवियत संघ में सरकारी खेत भी हुआ करते थे, जो सोवख़ोज़ कहलाते थे। निम्नलिखित में से किसने खेती का बलपूर्वक सामूहिक कारण क्या है? इसे सुनेंरोकें(क) स्टालिन​ सहकारी कृषि क्या है उत्तर दें? इसे सुनेंरोकें“ सहकारी खेती का तात्पर्य उस संगठन से है , जिसमें किसान परस्पर लाभ के उद्देश्य से स्वेच्छापूर्वक अपनी भूमि , श्रम , पूंजी को एकत्रित करके सामूहिक रूप से खेती करते हैं ।” “ सहकारी कृषि का अर्थ अनिवार्य रूप से भूमि को मिलाना और संयक्त रूप से कृषि कार्य एवं प्रबन्ध करना है । पालमपुर में कृषि के अलावा कौन सी क्रिया की जाती है? इसे सुनेंरोकेंपालमपुर गांव में कृषि के अलावा कई क्रिया की जाती है जैसे परिवहन...

सामूहिक कृषि पर टिप्पणी लिखिए।

सामूहिक कृषि – सामूहिक कृषि का आधारभूत सिद्धान्त यह है कि इसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व सम्पूर्ण समाज एवं सामूहिक श्रम पर आधारित होता है। कृषि का यह प्रकार पूर्व सोवियत संघ में प्रारम्भ हुआ था जहाँ कृषि की स्थिति सुधारने एवं उत्पादन में वृद्धि व आत्म-निर्भरता प्राप्ति हेतु सामूहिक कृषि प्रारम्भ की गई। इस प्रकार की कृषि को सोवियत संघ में ‘कोलखहोज’ नाम दिया गया।

NCERT Class 10 SOCIAL SCIENCE Geography: Chapter 4 कृषि IMPORTANT QUESTIONS

अध्याय 4 कृषि वस्तुनिष्ठ प्रश्न बहु-विकल्पीय प्रश्न • भारत विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है (i) दालों का (ii) कपास का (iii) मक्का का (iv) गेहूँ का | • किस फसल को सुनहरी रेशा कहा जाता है ? (i) रेशम (ii) कपास (iii) जूट (iv) हेम्प । • भारत में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है (i) राजस्थान (ii) महाराष्ट्र (iii) बिहार (iv) गोआ । • इनमें से कौन-सी रबी की फसल है ? (i) चावल (ii) मोटे अनाज (iii) चना (iv) कपास। • निम्नलिखित में से कौन-सा उस कृषि प्रणाली को दर्शाता है जिसमें एक ही फसल लम्बे चौड़े क्षेत्र में उगाई जाती है ? (i) स्थानांतरी कृषि (ii) रोपण कृषि (iii) बागवानी (iv) गहन कृषि । • इनमें से कौन-सी एक फलीदार फसल है ? (i) दालें (ii) मोटे अनाज (iii) ज्वार (iv) तिल। • कौन-सा राज्य रागी का सबसे बड़ा उत्पादक है ? (i) केरल (ii) कर्नाटक (iii) तमिलनाडु (iv) पंजाब। • भारत में गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है (i) मध्य प्रदेश (ii) उत्तर प्रदेश (iii) गुजरात (iv) राजस्थान । • निम्न में से कौन-सी फसल मानसून के आरम्भ होने पर बोई जाती है और सितम्बर अक्टूबर में काट ली जाती है ? (i) जायद (ii) रबी (iii) खरीफ (iv) इनमें से कोई नहीं। • निम्न में से कौन-सा राज्य भारत में गेहूँ का सबसे बड़ा उत्पादक है ? (i) मध्य प्रदेश (ii) हरियाणा (iii) राजस्थान (iv) उत्तर प्रदेश। • निम्न में से कौन-सी फसल में भारत अग्रणी उत्पादक है और विश्व का प्रमुख निर्यातक है ? (i) जूट (ii) कहवा (iii) रवर (iv) चाय। • हमारे देश की तीसरी प्रमुख फसल है (i) ज्वार (ii) रागी (iii) चावल (iv) गेहूँ । • देश के उत्तर और उत्तर-पूर्वी भाग में मुख्य फसल कौन-सी है ? (i) गन्ना (ii) गेहूँ (iii) चावल (iv) मक्का । • उत्तर और उत्तरी...

सामुदायिक खेती क्या है? – ElegantAnswer.com

सामुदायिक खेती क्या है? इसे सुनेंरोकेंऐसी स्थिति में सामूहिक खेती ही एक उपाय है जिसे अपनाकर किसान उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ खुशहाल हो सकते हैं। 1960 के दशक में जर्मनी, स्विटजरलैंड और जापान में सहकारी कृषि की शुरूआत की गई। वर्तमान समय में बिहार के परिपेक्ष्य में सामुदायिक कृषि एक अच्छी पहल है और इसके प्रति किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता है। कृषक समाज से आप क्या समजते है? इसे सुनेंरोकेंग्रामीण समाजशास्त्र के विद्वानों के अनुसार कृषक वह व्यक्ति है, जो भूमि को जोतता है और उसमें बीज डालकर उपज पैदा करता है। इसी आधार पर कृषक समाज का अर्थ भी स्पष्ट रूप से यह समझा जाता है कि,” कृषक समाज एक ऐसे सामाजिक वर्ग का नाम है, जिसका मुख्य उद्देश्य खेती करके अपने परिवार का पालन-पोषण करना होता है। हम शहरों में खेती कैसे कर सकते हैं? इसे सुनेंरोकेंएक तो शहरी खेती कम ज़मीन में की जा सकती है दूसरा इसकी हाइड्रोपोनिक्स, एयरोपोनिक्स, एक्वापोनिक्स जैसी विधियों से जैविक खेती होती है यानि इसमें किसी रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है। शहरों में रहने वाले जो लोग ताज़े और अकार्बनिक फल व सब्ज़ियां खाना चाहते हैं उनके लिए ये बेहतर विकल्प हो सकता है। फूलों की कृषि क्या कहलाती है? इसे सुनेंरोकेंफूलों की खेती “फ्लोरीकल्चर” कहलाती है, इसे हिन्दी मे “पुष्पकृषि” कहा जाता है। निम्न कृषि के प्रकारों में से कौन सा प्रकार कर्तन दहन कृषि का प्रकार है? निम्न कृषि कें प्रकारों में से कौन-सा प्रकार कर्तन -दहन कृषि का प्रकार है: 1) विस्तृत जीवन निर्वाह कृषि 2) मिश्रित कृषि 3) विस्ततृ वाणिज्य अनाज कृषि 4) आदिकालीन निर्वाह कृषि 5) NULL इसे सुनेंरोकेंउनकी तरह अलग-अलग पेशों के 14 से 15 लोग हैं, जो साथ मिलकर त...

सामूहिक कृषि in English

Translation of "सामूहिक कृषि" into English collective farming is the translation of "सामूहिक कृषि" into English. Sample translated sentence: खेती के काबिल बेकार पडी जमीन पर सरकार की तरफ से सामूहिक कृषि तो फौरन शुरू होनी थी . ↔ Collective farms were to be started immediately by the state on culturable waste land . हम तीनों देश वर्ष 2003 में आयोजित कानकुन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हुई विश्व व्यापार संगठन की बैठकों में विकासशील देशों के लिए जी-20 समूह की स्थापना करने में अग्रणी रहे, जो अब वार्ता के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र अर्थात कृषि पर दक्षिण के सामूहिक हितों को उठाने में विकासशील देशों का एक महत्वपूर्ण संगठन बन गया है। Three of us were instrumental in setting up of the G-20 group of developing countries in the WTO at Cancun Ministerial Conference in 2003 that has since become an important coalition of developing countries to articulate collective interests of the South in a critical area of negotiations viz. agriculture. 6. संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने किसान उत्पादक समूह और एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के गठन के जरिये किसानों द्वारा अपनी सामूहिक शक्ति को प्रदर्शित करने पर खुशी जताई, क्योंकि इससे वे कम लागत पर कृषि संबंधी कच्चे माल को प्राप्त करने और प्रभावकारी ढंग से अपने उत्पादों का विपणन (मार्केटिंग) करने में सक्षम हो गए हैं।

सामूहिक कृषि की तीन विशेषताएं बताइए? » Samuhik Krishi Ki Teen Visheshtayen Bataiye

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। बहुत अच्छा प्रश्न है सामूहिक कृषि के तीन विशेषताएं बताइए बहुत एक अच्छी बात हम लोग सुनते हैं कि होली तो सारे में ही अच्छी लगती है समूह में ही त्योहारों का मजा आता है तो हमारा कृषि भी हमारे देश के 65 परसेंट लोगों का एक त्यौहार है और सभी त्यौहार कृषि से जुड़े हुए सामूहिक खेती का मिलना भी रहता है किसानों का समय बसपा है लागत कम लगती है फसलों का उत्पादन अधिक होता है फसलों को बेचने पर मूल्य अधिक मिलता है कि सारी चीजें हमारी सामूहिक कृषि से आसान हो जाती हैं क्या हो जाती हैं आशा bahut accha prashna hai samuhik krishi ke teen visheshtayen bataye bahut ek achi baat hum log sunte hain ki holi toh saare mein hi achi lagti hai samuh mein hi tyoharon ka maza aata hai toh hamara krishi bhi hamare desh ke 65 percent logo ka ek tyohar hai aur sabhi tyohar krishi se jude hue samuhik kheti ka milna bhi rehta hai kisano ka samay BSP hai laagat kam lagti hai fasalon ka utpadan adhik hota hai fasalon ko bechne par mulya adhik milta hai ki saari cheezen hamari samuhik krishi se aasaan ho jaati kya ho jaati hain asha बहुत अच्छा प्रश्न है सामूहिक कृषि के तीन विशेषताएं बताइए बहुत एक अच्छी बात हम लोग सुनते है