सार्क संघटना सदस्य देश

  1. दक्षिण आशियाई प्रादेशिक सहकार संघटना
  2. सार्क संघटना माहिती Saarc Information in Marathi इनमराठी
  3. सार्क क्या है इसकी संक्षिप्त जानकारी SAARC Information Hindi
  4. Saarc Foundation Day : सार्कची 37 वर्षांपूर्वी झाली स्थापना, जाणून घ्या इतिहास आणि महत्त्व
  5. जानिए सार्क के सिद्धांतो के बारे में और इसके उद्देश्य Know About Saarc Principles And Objectives
  6. दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन
  7. International Relation : दक्षिण आशियाई क्षेत्रीय सहकार्य संघटना (SAARC)


Download: सार्क संघटना सदस्य देश
Size: 20.70 MB

दक्षिण आशियाई प्रादेशिक सहकार संघटना

दक्षिण आशियाई प्रादेशिक सहकार संघटना (सार्क) • দক্ষিণ এশীয় আঞ্চলিক সহযোগিতা সংস্থা (সার্ক) • दक्षिण एशियाली क्षेत्रीय सहयोग सङ्गठन (सार्क) • दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) • ༄ ལྷོ ཨེསིཨ་ རེ་གིཨོནལ་ ཅོཨོཔེརཏིཨོན་ ཀོ་མི་ཏི། ( • දකුණු ආසියාතික කලාපීය සහයෝගිතා සංවිධානය ( • தெற்காசிய நாடுகளின் பிராந்தியக் கூட்டமைப்பு (சார்க்) • ދެކުނު އޭޝިޔާގެ ސަރަޙައްދީ އެއްބާރުލުމުގެ ޖަމިއްޔާ ( • اتحادیه همکاری‌های منطقه‌ای جنوب آسی ( • د سویلي اسیا لپاره د سیمه ایزی همکارۍ ټولنه ( • جنوبی ایشیائی علاقائی تعاون کی تنظیم इतिहास सार्क संघटनेची कल्पना १९५०च्या दशकात Asian Relations Conference मध्ये मूळ धरू लागली. १९७०च्या दशकात बांगलादेश, भूतान, भारत, मालदिव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका आणि अफगाणिस्तान या देशांनी एकत्रपणे व्यापार व सहकार हेतू एका संस्थेची गरज भासू लागली. दक्षिण आशियामध्ये आर्थिक व सामाजिक प्रगती करण्याच्या उद्देशाने तसेच सांस्कृतिक विकास व विकसनशील देशाबरोबर सहकार्य करण्यासाठी सार्क संघटना उभारण्यात आली. सद्यस्थिती आजतागायत संघटनेच्या १८ शिखर परिषदा पार पडल्या आहेत. सार्कच्या सदस्य राष्ट्रांनी नियमित एकत्र येणे अपेक्षित असताना तीस वर्षांत फक्त १८ वेळा ते एकत्र आले, यातून सार्कचे अपयश अधोरेखित होते. २०१६ मध्ये पाकिस्तान येथे होणारी १९ वी शिखर परिषद भारतासह बांग्लादेश, भूतान, अफगाणिस्तान यांनी बहिष्कार टाकल्याने रद्द झाली. याला उरी येथे झालेल्या दहशतवादी हल्ल्याची पार्श्वभूमि होती. अपयशाची कारणे सर्वप्रथम सार्कच्या अयशस्वीतेचे विश्लेषण करणे संयुक्तिक ठरेल. लोकसंख्या, संसाधने, लष्करी सामथ्र्य, आर्थिक आणि तंत्रज्ञानात्मक विकास, भौगोलिक स्थान या सर्व बाबी लक्षात घेता भा...

सार्क संघटना माहिती Saarc Information in Marathi इनमराठी

We and our partners use cookies to Store and/or access information on a device. We and our partners use data for Personalised ads and content, ad and content measurement, audience insights and product development. An example of data being processed may be a unique identifier stored in a cookie. Some of our partners may process your data as a part of their legitimate business interest without asking for consent. To view the purposes they believe they have legitimate interest for, or to object to this data processing use the vendor list link below. The consent submitted will only be used for data processing originating from this website. If you would like to change your settings or withdraw consent at any time, the link to do so is in our privacy policy accessible from our home page.. Saarc Information in Marathi सार्क संघटना माहिती इ. स. १९७० मध्ये ज्यावेळी बांगलादेश, भूतान, बांगलादेश, भूतान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका आणि अफगाणिस्तान या देशांनी सार्क या संस्थेची स्थापना ८ डिसेंबर १९८५ रोजी ढाका या ठिकाणी केली. सार्क सदस्य देशांचे क्षेत्रफळ हे जगाच्या क्षेत्राच्या ३% आहे आणि जगातील एकूण लोकसंख्येपैकी २१% सार्क देशांमध्ये राहतात. त्याचबरोबर सार्क देशांचा वाटा जागतिक अर्थव्यवस्थेमध्ये ३.८ टक्के इतका आहे. saarc information in marathi सार्क संघटना माहिती – Saarc Information in Marathi नाव सार्क (SAARC) पूर्ण स्वरूप दक्षिण आशियाई प्रादेशिक सहकार्य संघटना (South Asian Association for Regional Cooperation) स्थापना ८ डिसेंबर १९८५ ठिकाण ढाका (बांगलादेश) उद्देश देशांच्य...

सार्क क्या है इसकी संक्षिप्त जानकारी SAARC Information Hindi

सार्क क्या है इसकी संक्षिप्त जानकारी | Saarc Information In Hindi: साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कारपोरेशन (दक्षेस) सार्क एक दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन है दक्षिण एशिया के सात देशों ने मिलकर इसकी स्थापना की. SAARC के ये सात सदस्य देश है– भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका और मालदीव. सार्क की स्थापना 1985 में हुई, यह दक्षिण एशिया के 7 पड़ौसी देशों के क्षेत्रीय सहयोग के उद्देश्य से स्थापित संगठन है. यह संगठन आपसी तनाव को कम करने व सद्भाव बढ़ाने पर बल देता है. SAARC Full Form in Hindi:इन देशों में सार्क ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण जैसे आधारभूत क्षेत्रों में प्रभावी कार्य किये है. भारत दक्षिण एशिया में प्रभावशाली स्थान रखता है. सभी दक्षेस देशों की सीमाएं भारतीय सीमा से किसी न किसी रूप से जुड़ी हुई है. दक्षेस राष्ट्रों की सभी नदियाँ भारत से होकर बहती है. सभी मसलों पर भारत की ओर उम्मीद की दृष्टि लगी रहना स्वाभाविक है. अप्रैल 2007 में सार्क का 14 वाँ शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ. इनमे अफगानिस्तान को सार्क का आठवा सदस्य बनाया गया. साथ ही विश्व के कई देशों के प्रतिनिधि पर्यवेक्षक के रूप में सम्मिलित हुए. इससे सार्क के प्रति दूसरे देशों की जिज्ञासा प्रकट होती है. Telegram Group नवम्बर 2014 में सार्क का 18 वाँ शिखर सम्मेलन नेपाल में हुआ. इस संगठन का 19वाँ व शिखर सम्मेलन पाकिस्तान में 2016 को आयोजित हुआ था, जिसमे भारत ने पहली बार अपनी प्रतिनिधित्व नही भेजा था. सार्क के उद्देश्य एवं इसका इतिहास (What is SAARC – its history, objectives, meaning, achievements in hindi) दक्षेस के महासचिव अमजद बी॰ हुसैन (पाकिस्तान) है. सत्तर के दशक में बांग्लादेशी राष्ट्रप...

Saarc Foundation Day : सार्कची 37 वर्षांपूर्वी झाली स्थापना, जाणून घ्या इतिहास आणि महत्त्व

• • India • Saarc Foundation Day : सार्कची 37 वर्षांपूर्वी झाली स्थापना, जाणून घ्या इतिहास आणि महत्त्व Saarc Foundation Day : सार्कची 37 वर्षांपूर्वी झाली स्थापना, जाणून घ्या इतिहास आणि महत्त्व Saarc Foundation Day: सार्क परिषदेची स्थापना 8 डिसेंबर 1985 रोजी ढाका, बांगलादेश येथे झाली. सार्क ही एक आर्थिक आणि भू-राजकीय संघटना आहे जी सामाजिक-आर्थिक विकास, स्थिरता आणि सदस्य राष्ट्रांमध्ये सामूहिक स्वावलंबनाला प्रोत्साहन देण्यासाठी स्थापन करण्यात आली आहे. सार्क परिषद Saarc Foundation Day : दक्षिण आशियाई देशांचा (Asian Countries) आर्थिक विकास आणि क्षेत्रीय एकतेसाठी तसेच दक्षिण आशिया देशात मुक्त व्यापार क्षेत्राची सुरुवात करण्यात ‘सार्क’ची (SAARC) महत्त्वाची भूमिका आहे. दरवर्षी 8 डिसेंबर रोजी सार्क परिषद स्थापना दिवस साजरा केला जातो. सार्कमध्ये भारताची (India) महत्त्वाची भूमिका आहे. मात्र तुम्हाला माहीत आहे का की, सार्कची स्थापना कधी झाली (Saarc Foundation History)? आणि त्याच्या स्थापनेमागचा उद्देश काय आहे? नसेल माहीत तर काळजी करू नका, आजचा आमचा हा लेख याचा विषयावर आहे. या लेखात आम्ही तुम्हाला सार्क स्थापना दिनाविषयी माहिती देणार आहोत. चाल तर मग जाणून घेऊया अधिक माहिती. हा आहे सार्कचा इतिहास South Asian Association for Regional Cooperation म्हणजेच सार्क. या संघटनेची स्थापना 8 डिसेंबर 1985 रोजी ढाका, बांगलादेश येथे झाली. सार्क ही एक आर्थिक आणि भू-राजकीय संघटना आहे जी सामाजिक-आर्थिक विकास, स्थिरता आणि सदस्य राष्ट्रांमध्ये सामूहिक स्वावलंबनाला प्रोत्साहन देण्यासाठी स्थापन करण्यात आली आहे. 1980 साली संघटना स्थापन करण्याचा विचार पुढे आला. 1981 साली सदस्य देशातील नेत्यांची भेट झाली. 19...

जानिए सार्क के सिद्धांतो के बारे में और इसके उद्देश्य Know About Saarc Principles And Objectives

साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन (SAARC) एक रीजनल , ज्योपोलिटिकल यूनियन है ,दक्षिण एशिया में, जिसे 8 दिसंबर 1985 में ढाका, बांग्लादेश में बनाया गया था। इसका उद्देश्य है - साउथ एशिया के लोगों की बेहतरी के लिए काम करना ,उनके जीवन में सुधार करना और इकोनॉमी में तेजी लाना। इसका हेडक्वार्टर काठमांडू में स्तिथ है , जो की नेपाल की राजधानी है। पूरी दुनिया में अगर सार्क के आंकड़ों की बात की जाए तो यह 3% विश्व क्षेत्र को कवर करता है और 21% दुनिया की आबादी सार्क देशों में रहती है। इसके अलावा सार्क के बारे में बाकी जानकारी आपको नीचे लेख में पढ़ने को मिलेंगी , लेख को अंत तक पढ़े। यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे करंट अफेयर्स को सब्सक्राइब करे FREE Current Affairs Ebook- सार्क के सदस्य देश कोनसे हैं सार्क के कुल 8 सदस्य देश है - 1) अफगानिस्तान 2) बांग्लादेश 3) भूटान 4) भारत 5) मालदीव 6) नेपाल 7) पाकिस्तान 8) श्रीलंका फिल्में जिन्हें मिला ऑस्कर अवार्ड दुनिया के 5 सबसे बड़े राजनीतिक दल भारत में मौजूद थर्मल पावर प्लांट की सूची सार्क के सिद्धांत 1) सॉवरेन इक्वेलिटी , टेरिटोरियल इंटीग्रिटी और पॉलिटिकल इंडिपेंडेंस का सम्मान करना । 2) सार्क के जितने भी सदस्य हैं सबको बराबर का दर्जा देना । 3) किसी भी दूसरे देश के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना। 4) आपसी फायदाें के लिए काम करना , जिसे सभी का फायदा हो। 5) सार्क में लिए जाने वाले सारे फैसलों में सबकी सहमती अनिवार्य है। फ्री मॉक टेस्ट का प्रयास करें- सार्क के उद्देश्य 1) साउथ एशिया के लोगों के जीवन को बेहतर बनाना । 2) आर्थिक , सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ाना और समाज में...

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन

चार्टर में परिभाषित किए गए संगठन के उद्देश्य हैं: • दक्षिण एशिया के लोगों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए जीवन की उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए; • क्षेत्र में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सांस्कृतिक विकास में तेजी लाने और सभी व्यक्तियों को स्वाभिमान के साथ रहने और अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने का अवसर प्रदान करने के लिए; • दक्षिण एशिया के देशों के बीच सामूहिक आत्म निर्भरता को बढ़ावा देना और मजबूती प्रदान करना, • आपसी विश्वास, एक दूसरे समस्याओं के प्रति समझ बढ़ाने के लिए; • आर्थिक, सांस्कृतिक, तकनीकी, सामाजिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में सक्रिय सहयोग और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए; • अन्य विकासशील देशों के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए; • आपस में साझा हित के मामलों पर अन्तरराष्ट्रीय मंचों में सहयोग को मजबूत करने के लिए और • समान लक्ष्य और उद्देश्य के साथ अन्तरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने के लिए। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग पर इस घोषणा को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन ( दक्षेस) स्थापना दक्षेस मन्त्रिपरिषद की बैठक में इस बात पर औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत किया। दक्षेस देशों के विदेश मन्त्रियों ने सैद्धान्तिक रूप में सचिवालय [ ] संगठन का संचालन सदस्य देशों के मन्त्रिपरिषद द्वारा नियुक्त महासचिव करते हैं, जिसकी नियुक्ति तीन साल के लिए देशों के वर्णमाला क्रम की अनुसार की जाती है। सदस्य व प्रेक्षक देश [ ] सार्क के वर्तमान सदस्य [ ] • • • • • • • • प्रेक्षक देश [ ] • • • • • • • • महासचिव [ ] # नाम देश पद ग्रहण पद त्याग 1 16 जनवरी 1985 15 अक्टूबर 1989 2 17 अक्टूबर 1989 31 दिसम्बर 1991 3 1 जनवरी 1992 31 दिसम्बर 1993 4 1 जनवरी 1994 31 दिसम्बर 19...

International Relation : दक्षिण आशियाई क्षेत्रीय सहकार्य संघटना (SAARC)

SAARC Nations : सार्क (SAARC) चे पूर्ण नाव ‘South Asian Association for Regional Co-operation असे आहे. ‘सार्क’च्या स्थापनेचा प्रस्ताव पहिल्यांदा बांगलादेशचे तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष जनरल झिया-ऊर-रहमान यांनी १९८० मध्ये मांडला होता. सार्कची स्थापना डिसेंबर १९८५ मध्ये ढाका (बांगलादेश) येथे दक्षिण आशियातील सात देशांच्या राष्ट्रप्रमुखांच्या परिषदेत झाली. हे सात देश म्हणजे भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाळ, बांगलादेश, भूतान आणि मालदीव. दक्षिण आशियातील सात शेजारी देशांच्या आंतरराष्ट्रीय राजकारणात प्रादेशिक सहकार्याची ही पहिलीच सुरुवात होती. नोव्हेंबर २००५ मध्ये ढाका येथे झालेल्या सार्कच्या १३व्या शिखर परिषदेत अफगाणिस्तानला या संघटनेचा आठवा सदस्य देश बनवण्याचा निर्णय घेण्यात आला. एप्रिल २००७ मध्ये नवी दिल्ली येथे सार्क शिखर परिषद झाली. अफगाणिस्तान १४व्या शिखर परिषदेत सार्कचा आठवा सदस्य देश बनला. अशा प्रकारे या संघटनेच्या एकूण सदस्य देशांची संख्या आठ झाली. यांचं ठरलं! प्रथमेश लघाटे आणि मुग्धा वैशंपायन यांनी दिली प्रेमाची कबुली, पोस्ट शेअर करत म्हणाले… ‘सार्क’ सनद ( चार्टर ) ‘सार्क’च्या सनदेमध्ये एकूण १० कलमे आहेत. यामध्ये ‘सार्क’ची उद्दिष्टे, तत्त्वे, संस्था आणि आर्थिक व्यवस्था यांची व्याख्या करण्यात आली आहे, ती पुढीलप्रमाणे- सार्कची उद्दिष्टे • दक्षिण आशियाई राष्ट्रांची सामूहिक आत्मनिर्भरता वाढवणे. • दक्षिण आशियाई प्रदेशातील लोकांचे • आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, तांत्रिक आणि वैज्ञानिक क्षेत्रात सक्रिय सहकार्य आणि परस्पर साहाय्य वाढवणे. • परस्पर विश्वास, एकमेकांच्या समस्या समजून घेणे आणि मूल्यांकन करणे. • दक्षिण आशिया प्रदेशाच्या आर्थिक, सामाजिक आणि सांस्कृतिक विकासाचा वेग वाढवणे. •...