Samachaturbhuj ka kshetrafal

  1. समांतर चतुर्भुज
  2. समचतुर्भुज का क्षेत्रफल का फार्मूला क्या है?
  3. Sam Chaturbhuj Ka Kshetrafal Kya Hai? – Newsraag


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समांतर चतुर्भुज

Samantar chaturbhuj kshetrafal, Vikarn, paribhasha:- Samantar Chaturbhuj को इंग्लिश में Parallelogram कहते हैं. समान्तर चतुर्भुज एक ऐसा ज्यामिति आकृति जो की चार भुजावों से घिरा हुआ होता है जिसमे की सम्मुख भुजाएं समान्तर और बराबर होती हैं. इस चतुर्भुज पर आधारित प्रश्नों या सवालों को हल करने के लिए यह आवश्यक के विद्यार्थी गण समान्तर अतः इस पोस्ट के जरिये यही बताने वाले हैं कि समांतर चतुर्भुज किसे कहते हैं, क्षेत्रफल का फार्मूला, विकर्ण का सूत्र, आसन्न कोण में सम्बन्ध क्या है. अतः इस पोस्ट को अंत तक अवश्य तक पढ़ें. यह भी पढ़ें:- 1. 2. 3. 4. 5. 6. समान्तर चतुर्भुज का परिभाषा क्षेत्रफल, परिमाप, विकर्ण सूत्र समांतर चतुर्भुज किसे कहते हैं या समान्तर चतुर्भुज को कैसे परिभाषित करे इसके लिए इस चतुर्भुज के चित्र को समझना काफी जरुरी है। Samantar Chaturbhuj के चित्र को समझने के बाद उससे जुड़ी मूल जानकारियां जैसे कि समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल का सूत्र, परिमाप का सूत्र, विकर्ण का सूत्र, समांतर चतुर्भुज के गुण आदि समझ में आ जायेंगे। Samantar Chaturbhuj का चित्र समांतर चतुर्भुज की परिभाषा । Definition of Parallelogram in Hindi समांतर चतुर्भुज किसे कहते हैं, ” समांतर चतुर्भुज एक ऐसी द्वि-विमीय ज्यामिति आकृति है जिसमे के आमने सामने की भुजाएं सामान (बराबर) व समांतर होती है।” जैसा कि ऊपर दिए गए चित्र में देख सकते हैं कि आमने सामने की भुजाएं सामान व एक दुसरे के समांतर है। साथ ही चित्र में देख सकते, AB = DC एवं BC = AD AB ll DC एवं BC ll DA Samantar Chaturbhuj का क्षेत्रफल फार्मूला Area of Parallelogram in Hindi:- एक समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल निकालने के लिए उस चतुर्भुज के आधार का माप तथा लम्बव...

समचतुर्भुज का क्षेत्रफल का फार्मूला क्या है?

Sam Chaturbhuj Kshetrafal ka formula, Parimap:- समचतुर्भुज को अंग्रेजी में Rhombus भी कहते हैं. समचतुर्भुज एक ऐसा चतुर्भुज है जिसकी चारों भुजाये आपस में बराबर होती है तथा इनके विकर्ण एक दुसरे को समकोण (90०) पर समद्विभाजित करती हैं. समचतुर्भुज पर आधारित सवाल अक्सर परिक्षावों में पूछ लिए जाते हैं. साथ ही Sam Chaturbhuj पर आधारित सिद्ध करने वाले प्रश्न भी एग्जाम में पूछे जाते है. विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • अतः ये जरुरी है की विद्यार्थी गण समचतुर्भुज से सम्बंधित सवाल को हल करने से पहले सभी जानकारी को जान ले. जैसे कि समचतुर्भुज की परिभाषा क्या है, समचतुर्भुज का क्षेत्रफल का फार्मूला, Rhombus के परिमाप का सूत्र इत्यादि. समचतुर्भुज की मूल जानकारियां जान लेने के बाद CTET, UPTET, Bank, NTPC तथा SSC आदि परिक्षावों की तैयारी कर रहे विद्यार्थी आसानी से इसपर आधारित प्रश्नों को हल कर सकेंगे. • समचतुर्भुज की परिभाषा | Definition of Rhombus in Hindi • Properties of Rhombus in Hindi | समचतुर्भुज के गुण • समचतुर्भुज के सूत्र | Samchaturbhuj ka Formula • समचतुर्भुज का क्षेत्रफल का सूत्र | Area of rhombus in hindi • समचतुर्भुज के परिमाप का फार्मूला | Perimeter • समचतुर्भुज के भुजा निकालने का सूत्र • Rhombus के सभी फार्मूला • समचतुर्भुज पर आधारित सवाल • FAQs – Rhombus से जुड़े प्रश्नोत्तर समचतुर्भुज की परिभाषा | Definition of Rhombus in Hindi समचतुर्भुज किसे कहते हैं:- ” समचतुर्भुज एक ऐसा समतल ज्यामिति आकृति है जिसकी चारों भुजाएं आपस में बराबर होती हैं. साथ ही समचतुर्भुज के विकर्ण एक दुसरे को 90० अंश पर समद्विभाजित करते हैं.” जैसा की नीचे दिए गए चित्र में समचतुर्भुज क्या है उसका चित्...

Sam Chaturbhuj Ka Kshetrafal Kya Hai? – Newsraag

इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे Sam Chaturbhuj Ka Kshetrafal के बारे में। पर उससे पहले हम आपको सम चतुर्भुज के बारे में जानकारी देंगे। Sam Chaturbhuj Kya Hai? यूक्लिडियन ज्यामिति में समचतुर्भुज चतुर्भुज का एक रूप है। यह एक प्रकार का समांतर चतुर्भुज है जिसमें सभी भुजाएँ समान होती हैं और विकर्ण 90 डिग्री पर जुड़ते हैं। यह समचतुर्भुज की मूलभूत विशेषता है। एक समचतुर्भुज का आकार हीरे के समान होता है। नतीजतन, इसे हीरा के रूप में भी जाना जाता है। Sam Chaturbhuj Ki Properties समचतुर्भुज में निम्नलिखित महत्वपूर्ण गुण हैं: • समचतुर्भुज की सभी भुजाएँ समान होती हैं। • एक रोम्बस की विपरीत भुजाएँ समानांतर होती हैं। • समचतुर्भुज के सम्मुख कोण बराबर होते हैं। • समचतुर्भुज में विकर्ण समकोण पर प्रतिच्छेद करते हैं। • समचतुर्भुज के कोणों को विकर्णों द्वारा विभाजित किया जाता है। • दो आसन्न कोणों का गुणनफल 180 डिग्री के बराबर होता है। • जब आप भुजाओं के मध्य बिंदुओं को मिलाते हैं, तो आपको एक आयत प्राप्त होता है। • जब आप आधे विकर्ण के मध्यबिंदुओं को मिलाते हैं, तो आपको एक और समचतुर्भुज प्राप्त होता है। • एक समचतुर्भुज के चारों ओर कोई घेरा नहीं हो सकता। • एक रोम्बस के भीतर कोई खुदा हुआ चक्र नहीं हो सकता। • चारों भुजाओं के मध्यबिंदुओं को एक आयत बनाने के लिए जोड़ा जाएगा, और आयत की लंबाई और चौड़ाई प्रमुख विकर्ण के आधे मान के बराबर होगी, जिसके परिणामस्वरूप समचतुर्भुज के आधे क्षेत्रफल वाला एक आयत बनेगा। • दो सर्वांगसम समबाहु त्रिभुज तब उत्पन्न होते हैं जब छोटा विकर्ण समचतुर्भुज की एक भुजा के बराबर होता है। • जब रोम्बस को रोटेशन की धुरी के रूप में किसी भी तरफ घुमाया जाता है, तो आपको एक बेलनाकार सतह मिलेगी ज...