Sarojini naidu information in hindi

  1. सरोजिनी नायडू की जीवनी
  2. Sarojini Naidu Biography in Hindi
  3. Images of Delhi in Indo
  4. Sarojini Naidu
  5. भारत की महान क्रांतिकारी महिला सरोजिनी नायडू जी पर निबंध
  6. About Sarojini Naidu


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सरोजिनी नायडू की जीवनी

सरोजिनी नायडू, दि नाइटिंगेल ऑफ इंडिया, का जन्म 13 फरवरी 1879 को सरोजिनी नायडू ने अध्ययन करने के लिए इंग्लैंड जाने से पहले मद्रास विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। सरोजिनी नायडू ने डॉ. मुत्तयला गोविंदराजुलु नायडू से विवाह किया। इस युगल के पांच बच्चे जयसूर्या, लीलामनी, निलावर, पद्मजा और रणधीर थे। वर्ष 1905 में हुए बंगाल विभाजन से वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए उत्सुक हुई। उसके बाद सरोजिनी नायडू जल्द ही भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थकों के संपर्क में आई। वर्ष 1916 में सरोजिनी नायडू ने मोहम्मद अली जिन्ना की एक जीवनी प्रकाशित की जिसका शीर्षक ‘हिंदू-मुस्लिम एकता के राजदूत’ रखा था। वर्ष 1919 में, सरोजिनी नायडू इंग्लैंड के होम रूल लीग की राजदूत बनी ।1925 में सरोजिनी नायडू को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया और अक्टूबर 1928 में उन्होंने न्यूयॉर्क की यात्रा की। 1942 में, उन्हें “भारत छोड़ो” आंदोलन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था और महात्मा गांधी के साथ 21 महीने तक जेल में रहना पड़ा था। सरोजिनी नायडू के महात्मा गांधी के साथ घनिष्ठ संबंध थे। सरोजिनी नायडू ने मार्च 1947 में एशियाई संबंध सम्मेलन में संचालन समिति की अध्यक्षता की। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, वह उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल बनीं, और वह एक स्वतंत्रता सेनानी एवं एक बढ़िया कवियत्री भी थीं। 1905 में, उनकी कविताओं का पहला संग्रह, द गोल्डन थ्रेसहोल्ड प्रकाशित हुआ था। उसके बाद उनके दो और कविता संग्रह द बर्ड ऑफ टाइम और द ब्रोकेन विंग 1912 और 1917 में प्रकाशित हुए। बाद में, उनकी कविताओं की कुछ अन्य पुस्तकें जैसे दि मैजिक ट्री, द विजार्ड मास्क, और ए ट्रेजरी ऑफ पोएम्स को प्रकाशित किया गया। ...

Sarojini Naidu Biography in Hindi

Sarojini Naidu Biography in Hindi सरोजिनी नायडू का जीवन परिचय: भारत की बुलबुल, तथा भारत की कोकिला के उपनाम से जानी जाने वाली सरोजिनी नायडू स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं महान कवियत्री थी. जिन्होंने लेखन के साथ साथ सक्रिय राजनीति में भी भाग लिया. वे कांग्रेस की अध्यक्ष भी रही स्वतंत्रता आंदोलन में भी भाग लिया तथा अपनी कलम से भी लोगों को जागृत करती रही. गांधीजी के साथ उनकी पहली मुलाक़ात लंदन में हुई ये उनके विचारों से प्रभावित होकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाने लगी. Sarojini Naidu Biography in Hindi सरोजिनी नायडू का जीवन परिचय पूरा नाम सरोजिनी नायडू ( Sarojini Naidu) जन्म 13 फ़रवरी, 1879,हैदराबाद, आंध्र प्रदेश मृत्यु 2 मार्च, 1949, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश पति डॉ. एम. गोविंदराजलु नायडू संतान जयसूर्य, पद्मजा नायडू, रणधीर और लीलामणि शिक्षा मद्रास विश्वविद्यालय, किंग्ज़ कॉलेज गर्टन कैम्ब्रिज नागरिकता भारतीय Sarojini Naidu Biography सरोजिनी नायडू जिन्हें भारत कोकिला / नाइटिंगल ऑफ इंडिया के रूप में याद किया जाता हैं. स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में भारतीय राजनीति की धुरंधर राष्ट्रवादी महिला नेता के रूप में याद की जाती हैं. सरोजिनी चट्टोपाध्याय का जन्म 1879 में हुआ था. और वह अपने समय की अपनी कक्षा की सबसे मेधावी छात्रा थीं. उन्होंने बहुत कम आयु में ही भिन्न भिन्न आयामों पर भावपूर्ण कविताओं की रचना शुरू कर दी थी. उनकी पहली पुस्तक द गोल्डन थ्रोशोल्ड 1905 में प्रकाशित हुई. द फीदर ऑफ़ द डॉन व द बर्ड ऑफ टाइम 1912 में प्रकाशित हुई तथा द ब्रोकेन विंग 1917 में प्रकाशित हुई. मद्रास प्रेसिडेंसी में अपना अध्ययन समाप्त करने के बाद वह स्कालरशिप प्राप्त करते हुए आगे अध्ययन हेतु ...

Images of Delhi in Indo

The resource material for this work has largely but not rigidly been drawn from the Hindi literature and Indo-Anglian literature. Occasionally, writings in other languages have also been brought into use whenever found relevant and contributory to the focus of this book. Urdu literature is an example. Similarly, the post-independence time is the main period, but writings of colonial times and of the 1857 independence movement have been also at times utilized for the purpose of evoking Delhi images of respective times. This chapter basically introduces some famous writers whose works have been utilized in this book. These authors have written about Delhi. The works of these authors have received favorable reviews from literary critics and scholars. Several of them have been honored with prestigious literary awards. Following are some of the Indo-Anglian authors whose works have been examined for the purpose of evoking images of Delhi. They are Ahmed Ali , Sarojini Naidu , Ruth Prawer Jhabvala , Nayantara Sahgal , Anita Desai , Chaman Nahal, Y.P. Dhawan, and Chanakya Sen. The Hindi authors are Yashpal , Mohan Rakesh , Rajendra Yadav , Kamleshwar, Ramdhari Singh Dinkar, Krishna Sobti , Krishna Baldev Vaid , Rajendra Yadav , Usha Priyambada, Rajendra Kaliya , Manjul Bhagat , Sudarshan Chopra , Badiuzzaman , Bhisham Sahni, and Shrawan Kumar. Keywords • Novels • Indo-Anglian authors • Hindi authors • Ahmed Ali • Anita Desai • Yashpal • Asnani, Shyam M. 1973. The Novels of Nayant...

Sarojini Naidu

कोकिला जिसने अपनी कालातीत रचनाओं के साथ एक लाख दिलों को छुआ, सरोजिनी नायडू भारत में भयंकर स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थी। वह अघोरनाथ चट्टोपाध्याय की बेटी थीं- एक वैज्ञानिक और बरदा सुंदरी देवी- एक बंगाली कवयित्री। अपने बचपन से, सरोजिनी नायडू एक साहित्यिक कौतुक थी और हिंदी, अंग्रेजी, फारसी, उर्दू, तेलुगु और बंगाली में कुशल थी। Sarojini Naidu Biography in Hindi में सब विस्तार से पढ़ेगें। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय, किंग्स कॉलेज लंदन में अध्ययन किया, और कैम्ब्रिज के गिर्टन कॉलेज में अपनी पढ़ाई भी आगे बढ़ाई। एक असाधारण बच्चा होने के अलावा, सरोजिनी नायडू एक स्वतंत्र भारत की इच्छा थी। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और गांधी के सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होकर बहादुर प्रयास किए; और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं और भारतीय राज्य की गवर्नर नियुक्त की गईं। सरोजिनी नायडू ने महात्मा गांधी को नमक सत्याग्रहमें भी साथ दिया था। उनकी काव्य आकर्षण और राजनीतिक भक्ति हमें बहुत कुछ हासिल करने के लिए देती है। इस ब्लॉग में Sarojini Naidu Biography in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। पूरा नाम सरोजिनी चट्टोपाध्याय जन्म 13 फरवरी 1879 जन्म स्थान हैदराबाद माता वारद सुंदरी देवी पिता डॉक्टर अघोरनाथ चट्टोपाध्याय विवाह डॉक्टर गोविंद राजुलू नायडू बेटे बेटी पद्मजारणधीरलीलामणिजय सूर्या मृत्यु 2 मार्च 1949 पुरस्कार उपाधि केसर ए हिंद रचनाएं द गोल्डन थ्रेसोल्डबोर्ड ऑफ टाइमब्रोकन विंग विद्यालय मद्रास विश्वविद्यालयकिंग कॉलेज लंदनगर्टन कॉलेजकैंब्रिज This Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • सरोजिनी नायडू का प्रारंभिक जीवन 13 फरवरी 1879 को सरोजि...

भारत की महान क्रांतिकारी महिला सरोजिनी नायडू जी पर निबंध

उन्होंने अपनी क्रांतिकारी विचारधारा के माध्यम से लोगों के अंदर न सिर्फ आजादी पाने की अलख जगाई थी, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में देश के युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ एक अच्छी राजनेता और विख्यात कवियित्री भी थीं, जिन्हें उनकी खूबसूरत काव्य लेखन के लिए भारत कोकिला की उपाधि दी गई थी। भारत की महान क्रांतिकारी महिला सरोजिनी नायडू जी पर निबंध – Essay on Sarojini Naidu in Hindi सरोजिनी नायडू जी का जन्म, शिक्षा, परिवार एवं शुरुआती जीवन – Sarojini Naidu Information देश की आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली देश की महान क्रांतिकारी महिला सरोजिनी नायडू 13 फरवरी, 1879 को हैदराबाद में रह रहे एक बंगाली परिवार में जन्मीं थी। उनके पिता अघोरनाथ चटोपध्याय जी एक महान वैज्ञानिक होने के साथ-साथ एक अच्छे डॉक्टर और प्रख्यात शिक्षक भी थे। जबकि उनकी माता वरद सुंदरी देवी एक कवियित्री थी, जो कि बंगाली भाषा में कविताएं लिखा करती थी। सरोजिनी नायडू जी को कविताएं लिखने की प्रेरणा अपनी मां से ही मिली थी। सरोजनी जी ने बचपन में ही 1300 लाइन की कविता लिखकर बड़े-बड़े लेखकों और दिग्गज साहित्यकारों को अपने काव्य कौशल से चकित कर दिया था। सरोजिनी नायडू जी अपने सभी 8 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। उनके भाई वीरेन्द्र चट्टोपाध्याय एक क्रांतिकारी थे, जिन्होंने बर्लिन कमेटी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिनकी अंग्रेजों द्धारा हत्या कर दी गई थी, इस घटना से वे बेहद आहत हुईं थीं और इस घटना ने उनके मन में अंग्रेजों के खिलाफ नफरत के बीज बो दिए थे। भारत कोकिला सरोजिनी नायडू बचपन से ही अद्भुत और विलक्षण प्रतिभा ...

About Sarojini Naidu

Sarojini Naidu was born on February 13, 1879, in Hyderabad, India. A political activist and poet, she joined the Indian National Congress in 1904 and was vocal about women’s rights, including the right to vote in India. Naidu was the first Indian woman to be appointed president of the Indian National Congress and to be Governor of United Provinces in 1947. Naidu also accompanied Mahatma Gandhi on the famous Salt March and to the Round Table Conference in 1931. Called the “Nightingale of India,” Naidu authored several books including The Bird of Time: Songs of Life, Death & the Spring (John Lane Company, 1912) and The Broken Wing: Songs of Love, Death & Destiny (John Lane Company, 1917) . She died on March 2, 1949.