Sarvnam kise kahate hain

  1. सर्वनाम किसे कहते हैं
  2. Sarvnam Kise Kahate Hain
  3. Sarvanam in Hindi सर्वनाम
  4. Sarvanam Kise Kahate Hain [सर्वनाम किसे कहते है, सर्वनाम के कितने भेद हैं? ]
  5. सर्वनाम किसे कहते है सर्वनाम के प्रकार और उदाहरण Sarvanam Kise Kahate Hain » Hindikeguru
  6. Sarvanam Kise Kahate Hain


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सर्वनाम किसे कहते हैं

अनुक्रमणिका • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • सर्वनाम किसे कहते हैं | Sarvanam Kise Kahate Hain संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम (Sarvanam) कहते हैं। सर्वनाम एक विकारी शब्द है। सर्वनाम शब्द ‘सर्व’ और ‘नाम’ के संयोग से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ सबका नाम होता है। सर्वनाम का रुपांतरण वचन और कारक की वजह से होता है, लेकिन सर्वनाम का रुपांतरण लिंग की वजह से कभी नहीं होता है। हिंदी में ग्यारह सर्वनाम होते हैं। हिंदी के सर्वनाम मैं, तू, आप, यह, वह, सो, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या हैं। सर्वनाम के उदाहरण| Sarvanam Ke Udaharan • वहपैन मेरा नहीं है। • यहघर मेरे दादाजी ने बनवाया था। • मैंनेआज व्यायाम नहीं किया। • तुमएक बहादुर लड़की हो। • कोईआ रहा है। • वे कुछखा रहे हैं। • वह कौनहै, जो खेत में घुस रहा है? • पिताजी कल किसकीबात कर रहे थे? सर्वनाम कौन-कौन से होते हैं मैं, तू, आप, यह, वह, सो, जो, कोई, कुछ, कौन, क्यासर्वनाम होते हैं. हिंदी में11 सर्वनामहोते हैं। इन ग्यारह सर्वनामों को मूल सर्वनाम कहते हैं। यही ग्यारह सर्वनामपुरुष, वचन और कारकके आधार पर अपना रूपांतरण करके अन्य सर्वनाम बनाते हैं, जिन्हेंयौगिक सर्वनामकहते हैं। सर्वनाम का प्रयोग क्यों किया जाता है? सर्वनाम का उपयोग भाषा कोसुंदरबनाने के लिए तथा संज्ञा शब्दों कीपुनरावृत्तिको कम करने के लिए सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किया जाता है। जैसे:मोहनएक चालाक आदमी है।मोहनदूसरों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता है।मोहनकी एक बेटी है।मोहनअपनी बेटी से बहुत प्यार करता है। यहाँमोहनशब्द कीपुनरावृत्तिहो रही है। इस तरह एक शब्द कि बार-बार पुनरावृत्ति होने से भाषा कीसुंदरतामें कमी आती है।सर्वनामशब्दों का प्रयोग इसी पुनरावृ...

Sarvnam Kise Kahate Hain

Table of Contents • • • • • • • • • • • • Sarvnam Kise Kahate Hain ‘सर्वनाम’का शाब्दिक अर्थ है- सबका नाम। ये शब्द किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा प्रयुक्त न होकर सबके द्वारा प्रयुक्त होते है तथा किसी एक का नाम न होकर सबका नाम होते हैं। ‘मैं’ का प्रयोग सभी व्यक्ति अपने लिए करते हैं, अतः ‘मैं’ किसी एक का नाम न होकर सबका नाम अर्थात सर्वनाम है। सर्वनाम की परिभाषा– Sarvnam Ki Paribhasha संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले विकारी शब्दों को सर्वनाम कहते हैं| जैसे- यह, वह, उसके आदि। सर्वनाम के भेद- Sarvnam ke Bhed हिंदी व्याकरण में सर्वनाम के छः भेद होते हैं| • पुरूषवाचक सर्वनाम • निश्चयवाचक सर्वनाम • अनिश्चयवाचक सर्वनाम • सम्बन्धवाचक सर्वनाम • प्रश्नवाचक सर्वनाम • निजवाचक सर्वनाम यह भी पढ़े: 1. पुरूषवाचक सर्वनाम – Purushvachak Sarvnam Kise Kahate Hain वे सर्वनाम जो पुरुषों (वक्ता श्रोता व् अन्य) के नाम के बदले आते हैं अर्थात जो बोलने वाले वक्ता, सुनने वाले श्रोता तथा जिस व्यक्ति के विषय ने बात की जाती है, उन सभी व्यक्तियों के नाम के स्थान पर प्रयुक्त सर्वनामों को पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं, जैसे – मैं, हम, तू, तुम, आप, वह, वे, उन्हें आदि। पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण :- • मैं आगरा रहता हूँ। • तुम कहाँ रहते हो? • वह विदेश रहता है। 2. निश्चयवाचक सर्वनाम – Nishchay Vachak Sarvnam Kise Kahate Hain जिस सर्वनाम से किसी निश्चित वस्तु व्यक्ति की ओर संकेत किया जात है, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं| निश्चयवाचकसर्वनाम के उदाहरण :- • यह मेरी पुस्तक है। • वह तुम्हारा पेन है। • ये हमारी कुर्सियाँ है। 3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम – Anishchay Vachak Sarvnam Kise Kahate Hain जिस सर्वनाम से किसी वस्तु य...

Sarvanam in Hindi सर्वनाम

In this page we are providing all Sarvanam in Hindi Examples – सर्वनाम Sarvanam (Pronoun) in Hindi Grammar सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें ‘सर्वनाम’ कहते हैं। “राजीव देर से घर पहुंचा, क्योंकि उसकी ट्रेन देर से चली थी।” इस वाक्य में ‘उसकी’ का प्रयोग ‘राजीव’ के लिए हुआ है, अतः ‘उसकी’ शब्द सर्वनाम कहा जाएगा। हिन्दी में सर्वनामों की संख्या 11 हैं, जो निम्न हैं- मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कोई, कुछ, कौन, क्या। सर्वनाम के भेद व्यावहारिक आधार पर सर्वनाम के निम्नलिखित छ: भेद हैं- परिभाषा प्रकार प्रयोग अभ्यास सर्वनाम संज्ञाओं की पुनरावृत्ति को रोककर वाक्यों को सौंदर्ययुक्त बनाता है। नीचे लिखे वाक्यों को ध्यानपूर्वक देखें • पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। • पेड़-पौधे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखते हैं। • पेड़-पौधे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं। • पेड़-पौधे भू-क्षरण को रोकते हैं। • पेड़-पौधों से हमें फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ियाँ आदि मिलते हैं। अब इन वाक्यों पर गौर करें- • पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। • वे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखते हैं। • वे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं। • वे भू-क्षरण को रोकते हैं। • उनसे हमें फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ियाँ आदि मिलते हैं। आपने क्या देखा? प्रथम पाँचों वाक्यों में संज्ञा ‘पेड़-पौधे’ दुहराए जाने के कारण वाक्य भद्दे हो गए जबकि नीचे के पाँचों वाक्य सुन्दर हैं। आपने यह भी देखा कि ‘वे’ और ‘उनसे’ पद ‘पेड़-पौधे’ की ओर संकेत करते हैं। अतएव, सर्वनाम वैसे शब्द हैं, जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं। ‘उक्त वाक्यों में...

Sarvanam Kise Kahate Hain [सर्वनाम किसे कहते है, सर्वनाम के कितने भेद हैं? ]

आज के इस हिंदी के लेख में हम जानेगे की Sarvanam Kise Kahate Hain सर्वनाम के कितने भेद होते है? और सर्वनाम के कितने प्रकार होते है? साथ ही साथ हम इनके उदहारण को भी देखेंगे | सर्वनाम हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिससे हर परीक्षा में एक दो प्रश्न अवश्य आते है | अगर आप इस लेख को पूरा पढ़ लेते है तो आपको सर्वनाम के बारे में साडी जानकारी मिल जाएगी और आप आपने परीक्षा में एक बेहतर परफार्मेंस कर पाएंगे | विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • Sarvanam Kise Kahate Hain [सर्वनाम किसे कहते है] वे शब्द जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होते है सर्वनाम कहलाते है | सर्वनाम की प्रमुख विशेषताये जिससे आप पहचान सकते है की यहाँ पर सर्वनाम है- • सर्वनाम संज्ञा की पुनरावृत्ति को रोकता है | • सर्वनाम के प्रयोग से वाक्य की सुन्दरता में वृद्धि आती है | • सर्वनाम विकारी शब्द के अंतर्गत आता है | • सर्वनाम का आपना कोई लिंग नहीं होता है,बल्कि इनके लिंग का निर्धारण क्रिया पद से होता है | सर्वनाम के उदाहरण | Sarvanam Ke Udaharan • महात्मा गाँधी का जन्म पोरबंदर, गुजरात में हुआ था | • इनके पिताजी का नाम करमचंद गाँधी था | • उन्होंने 1920 में असहयोग आन्दोलन को चलाया | उपर्युक्त उदहारण में वाक्य संख्या एक में महत्मा गाँधी शब्द एक संज्ञा है और वाक्य संख्या दो और तीन में महत्मा गाँधी जी के लिए इनके और उन्होंने शब्द का प्रयोग किया गया है | अतः यहाँ पर इनके और उनको ये दोनों शब्द सर्वनाम है | सर्वनाम कितने प्रकार का होता है? सर्वनाम दो प्रकार का होता है,जो निम्नलिखित इस प्रकार से है- • मूल सर्वनाम • यौगिक सर्वनाम मूल सर्वनाम मूल सर्वनाम वह छोटे से छोटा सर्वनाम होता है जिसमे कारक चिन्ह अर्थात परसर्ग लगाकर यौ...

सर्वनाम किसे कहते है सर्वनाम के प्रकार और उदाहरण Sarvanam Kise Kahate Hain » Hindikeguru

संज्ञा और सर्वनाम के मध्य अंतर इस प्रकार समझा जा सकता है, संज्ञा के द्वारा उसी वस्तु का बोध होता है जिसका वह नाम है, परंतु सर्वनाम में सभी वस्तुओं, प्राणियों, व्यक्तियों के नाम हो सकता है। जैसे:- राम आम खाता है। इस वाक्य में राम और आम संज्ञा है इसमें केवल किसी एक व्यक्ति राम और एक फल आम के बारे में कहा गया है, ठीक इसी प्रकार वह फल खाता है। इस वाक्य में वह शब्द सर्वनाम है जो किसी भी व्यक्ति के बारे में हो सकता है कि वह फल खाता है न की एक व्यक्ति के बारे में बता रहा है बल्कि इसमें किसी भी व्यक्ति का नाम हो सकता है। Most Papular Post • मनोविज्ञान सिद्धान्त (Psychology theories) के जनक व प्रतिपादक • शिक्षण सहायक सामग्री (teaching learning material- TLM) • किशोरावस्था की परिभाषा। समस्याएं। किशोरावस्था की आवश्यकताएं • kishoravastha – किशोरावस्था को तनाव तूफान तथा संघर्ष का काल क्यों कहा जाता है • समावेशी शिक्षा का अर्थ – परिभाषा , अवधारणा, विशेषताएं , क्षेत्र ,आवश्यकता, सिद्धांत inclusive education in hindi Recent Post • विश्व में कितने महासागर है उनके नाम (vishwa me kitne mahasagar hai unke naam) • भारत के सभी राज्यों के स्थापना दिवस एवं उनकी राजधानियाँ (bharat ke sabhi rajyon ki sthapna divas) • भारत के राज्य की विशेषता: भारत के पर्यटन स्थल के नाम जहाँ घूमने लोग विश्व से आते हैं • रामधारी सिंह दिनकर की काव्यगत विशेषताएँ(ramdhari singh dinkar ki kavyagat visheshta) • रैदास की भक्ति भावना पर प्रकाश डालिए (raidas ki bhakti bhavna par prakash daliye) • मैंने पक्षी उड़ा दिए पाठ के प्रश्न उत्तर class 5 (maine pakshi uda diye question answer class 5) • बादल कविता के प्रश्न उत्तर clas...

Sarvanam Kise Kahate Hain

सर्वनाम किसे कहते हैं (Sarvanam Kise Kahate Hain) जानने के लिए नीचे उदाहरण के साथ पढ़िए और समझिए – • अजय एक योग्य दुकानदार है। • वह बाजार जाता है । ऊपर लिखे वाक्यों में से पहले वाक्य में ‘अजय’ संज्ञा बोधक है। दूसरे वाक्य में ‘अजय’ के स्थान पर ‘वह’ शब्द का प्रयोग हुआ है। अतः ‘वह’ सर्वनाम शब्द हैं, क्योंकि इनका प्रसंग अजय ( Sarvanam Kise Kahate Hain सर्वनाम किसे कहते हैं सर्वनाम की परिभाषा (Sarvanam Ki Paribhasha) = संज्ञा के बदले प्रयोग होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं। जैसे – वह खाना नहीं खा सका। मोहन बीमार था। इस वाक्य में ‘वह’ सर्वनाम है। ‘वह’ संज्ञा (मोहन) के बदले आया है। सर्वनाम शब्द का अर्थ = सबका नाम। जो शब्द सबका ही नाम बन जाए, उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे-राधा कह सकती है कि मैं विद्यालय गयी। विजय कह सकता है कि मैं विद्यालय गया। शिक्षिका भी कह सकती है कि मैं विद्यालय गयी। अतः ‘मैं’ किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं है इसलिए ‘मैं’ सर्वनाम है। हिन्दी में कुल मिलाकर ग्यारह सर्वनाम है – मैं, तू, आप, यह, वह, सो, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या। सर्वनाम के भेद (Sarvanam Ke Bhed in Hindi) = प्रयोग के अनुसार सर्वनाम के छह भेद निश्चित किये गये है, जो इस प्रकार है – सर्वनाम के प्रकार (Sarvanam Ke Prakar) निम्नलिखित हैं = • पुरुषवाचक सर्वनाम • निजवाचक सर्वनाम • निश्चयवाचक सर्वनाम • अनिश्चयवाचक सर्वनाम • प्रश्नवाचक सर्वनाम • संबंधवाचक सर्वनाम (1) पुरुषवाचक सर्वनाम = जो सर्वनाम, बोलने वाले, सुनने वाले या जिसके विषय में बात कही जाती है, उसके स्थान पर आता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – मैं, तुम, वह, वे आदि। पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद = पुरुष वाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं। (1....