ajeeb


[Chorus] अजीब दास्तां है ये कहाँ शुरू कहाँ ख़तम ये मंज़िले हैं कौनसी न वो समझ सके न हम [Break] आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ [Verse 2] मुबारकें तुम्हें कि तुम किसी के नूर हो गए मुबारकें तुम्हें कि तुम.