सेफ्टी शूज

  1. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर पुताई करते वक्त 2 श्रमिक हाइड्रा झूले से गिरे, मौत
  2. जोधपुर में ऑर्थोपेडिक फुटवियर
  3. JABALPUR: यूनियन के प्रयासों से हजारों कर्मचारी होगें लाभान्वित, WCREU की महाप्रबंधक स्तर की पीएनएम मीटिंग सम्पन्न news in hindi
  4. खरीदें लिबर्टी फ्रीडम विजया
  5. खरीदें हिल्सन 11 इंच छोटा हाथी सादा पैर की अंगुली ब्लैक वर्क गमबूट्स, आकार: 6 ऑनलाइन कीमत ₹289 में
  6. टपकती छत से मिलेगी राहत, सीलन और नमी होगी दूर; करें A टु Z तैयारी


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मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर पुताई करते वक्त 2 श्रमिक हाइड्रा झूले से गिरे, मौत

ग्राम मित्रपुरा में निर्माणाधीन मेडिकल काॅलेज के हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर हाइड्रा मशीन के झूले में बैठकर पुताई कर रहे दो श्रमिकों की हाइड्रा का वायर टूटने की वजह से करीब 50 फुट नीचे आ गिरे, जिससे दोनों को गंभीर घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। दरअसल, मेडिकल काॅलेज का प्रथम सत्र अगस्त माह से शुरू होने वाला है। इसी को लेकर भवन की रंगाई-पुताई का कार्य चल रहा है। दो श्रमिकों की बिल्डिंग से नीचे गिरकर मौत होने की सूचना पर शुक्रवार को तहसीलदार शिवदयाल शर्मा मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। सदर थाना के ड्यूटी अधिकारी विजयपाल के अनुसार बिहार के पूर्णिया व भागलपुर जिले के चंदन कुमार यादव (22) पुत्र व मुकेश सिंह (23) अपने कई साथियों के साथ यहां करीब 8 माह से ठेकेदार के अधीन मजदूरी कर रहे थे। पुट्टी का काम करते वक्त हाइड्रो के झूले का वायर टूट गया, जिससे दोनों मजदूर 50 फुट ऊंचाई से नीचे गिर गए और भारी वजनी झूला (ट्राॅली) के नीचे दब गए। घायल मजदूरों को मेडिकल कॉलेज के संवेदक के वाहन से चिकित्सालय पहुंचाया। जबकि, मौके पर मौजूद अन्य श्रमिकों ने ठेकेदार पर काम के दौरान सेफ्टी हेलमेट, बेल्ट, बूट व जैकेट आदि संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है। ठेकेदार ने हाइड्रा मशीन पर चौकोर जालनुमा स्ट्रेक्चर बनाकर आठ मंजिल तक मजदूरों को बिठाकर रंग रोगन कराया जा रहा है, जहां सुरक्षा के लिए रस्सी तक नहीं बांध रखी है। इस पर श्रमिकों ने हंगामा करते हुए घटना को लेकर आक्रोश भी जताया। लापरवाही... 500 मजदूरों में से किसी का भी वैरीफिकेशन नहीं हादसे के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार शिवदयाल शर्मा ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान कंपनी की ओर से असुरक्षा व नियमों ...

जोधपुर में ऑर्थोपेडिक फुटवियर

फुटवियर कंपनियां अमूमन क्षेत्रीयता, मौसम के हिसाब से शूज नहीं बनाती हैं। ऐसे में खरीदार कहीं ना कहीं समझौता करते हैं। कई को अपने पांव के हिसाब से शूज नहीं मिलता है। मिलता है तो वो काफी महंगा होता है। शूज को लेकर सेना, सिक्योरिटी फोर्सेज, फायरमैन, हैवी इंडस्ट्रीज और दुर्गम स्थानों पर रहने वालों को इससे बदतर स्थिति झेलनी पड़ती है। अब जोधपुर में बने सेफ्टी एंड ट्रेडिशनल ऑर्थोपेडिक्स व प्रोस्थेटिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ना केवल लेदर और नॉन लेदर मेटेरियल पर रिसर्च संभव हो पाएगा, बल्कि जिन लोगों के पांव में प्रॉब्लम है, उनके हिसाब से शूज बनाया भी जा सकेगा। फुटवियर डिजाइन एंड डवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) के जोधपुर कैंपस में करोड़ों की लागत से सेफ्टी एंड ऑर्थोपेडिक्स व प्रोस्थेटिक फुटवियर का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है। यहां पर पूरे देश के लिए शूज पर काम हो सकेगा। यहां जो मशीनें लगी हैं, ऐसी पूरे प्रदेश में कहीं नहीं हैं। यहां ना केवल शूज के लिए मेटेरियल बनाया जा सकेगा, बल्कि साथ ही उसकी क्षमता, विश्वनीयता, टिकाऊपन, आरामदेह पर रिसर्च हो सकेगा। सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। संभवत: कुछ ही समय में इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। एफडीडीआई ऐसे नए मेटेरियल पर रिसर्च करेगी, जो अलग-अलग प्रकार की इंडस्ट्रीज में काम आ सके। अधिकतर रिसर्च नॉन लेदर मेटेरियल पर होगा। किस तरह यह शूज कौनसी इंडस्ट्री के लिए कारगर होंगे। इसमें सेना, फायरमैन, हैवी इंडस्ट्रीज, रिफाइनरी, हैंडीक्राफ्ट, केमिकल, नमक, खेती आदि प्रमुख हैं। पैर की स्केनिंग से जानेंगे जरूरत, पांव के हिसाब से बनेगा सोल पांव में होने वाली कई समस्याओं के कारण नॉर्मल फुटवियर आरामदायक नहीं होते हैं। इसके लिए विशेष फुटवियर की आवश्यकता होती है। यहा...

JABALPUR: यूनियन के प्रयासों से हजारों कर्मचारी होगें लाभान्वित, WCREU की महाप्रबंधक स्तर की पीएनएम मीटिंग सम्पन्न news in hindi

पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में WCREU की महा प्रबंधक स्तर की द्वितीय पीएनएम आज पश्चिम मध्य रेलवे के महा प्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई . जिसमें यूनियन के महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव के नेतृत्व में कई यूनियन पदाधिकारियों ने भाग लिया . मीटिंग में रेल कर्मचारियों और उनके परिवार जनों के कल्याण से सम्बन्धित कई मुद्दे उठाकर निराकरण कराया गया. यूनियन के कोटा मंडल सहा मंडल सचिव नरेश मालव ने बताया कि मीटिंग के दूसरे दिन आज WCREU और महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव के विशेष प्रयास से सहायक लोको पायलट की 279 पोस्ट हेतु GDCE का नोटिफिकेशन 31.05.23 से पूर्व जारी करने का निर्णय पीएनएम के दौरान हुआ है .साथ ही GDCE का एग्जाम भी अगले माह में पूर्ण कराने हेतु प्रशासन ने पीएनएम में आश्वस्त किया है. साथ ही आज़ हुए निर्णय के अनुसार कोटा मंडल के सिग्नल स्टाफ के लिए 04 पिक अप वैन की व्यवस्था का निर्णय PCSTE द्वारा दिया गया है. इसके अतिरिक्त सेफ्टी शूज और विंटर जैकेट की लगातर घटिया गुणवत्ता की सप्लाई के विषय को यूनियन ने PCMM के समक्ष उठाया जिस पर संज्ञान लेकर यूनियन की माग पर सेफ्टी शूज और सेफ्टी जैकेट हेतु मंडल स्तर पर ही स्पॉट परचेसिंग करने हेतु प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया है . ताकि सही गुणवत्ता के सामान कर्मचारियों को मिल सके . एवम यूनियन द्वारा संज्ञान में लाया गया है कि विगत वर्षो के बैक लॉग की भी खरीद की जाए जिसके लिए PCMM द्वारा सम्बन्धित विभाग से पोजिशन रिव्यू कर निर्णय लिया जाएगा . इसके अलावा यूनियन की मांग पर आज हुए निर्णय के अनुसार ट्रेक मशीन विभाग में आरआरसी से ग्रुप डी की 324 पदो का पैनल प्राप्त हो गया है. जिसे शीघ्र पोस्टिंग दी जा रहीं है. साथ ही...

खरीदें लिबर्टी फ्रीडम विजया

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खरीदें हिल्सन 11 इंच छोटा हाथी सादा पैर की अंगुली ब्लैक वर्क गमबूट्स, आकार: 6 ऑनलाइन कीमत ₹289 में

प्रोडक्ट विवरण हिल्सन 11 इंच छोटा हाथी सादा पैर की अंगुली काले Gumboots हेड्फ जो एक स्टाइलिश और आरामदायक सुरक्षा जूते के लिए देख रहे हैं के लिए बना रहे हैं। जूते टिकाऊ सामग्री से बने होते हैं और एक सादे पैर की अंगुली डिजाइन होता है जो उन्हें केवल अनुप्रयोगों की एक श्रृंखला के लिए बनाया जाता है। हिल्सन छोटा हाथी सुरक्षा जूते हेड्फ उन लोगों के लिए बनाए जाते हैं जिन्हें एक जूते की आवश्यकता होती है जो विश्वसनीय और स्टाइलिश दोनों हैं। 7 दिन की वारंटी और सिंथेटिक ऊपरी सामग्री के साथ, ये जूते हेड्फ उन पीयूरुषों के लिए... Browse through the extensive list of

टपकती छत से मिलेगी राहत, सीलन और नमी होगी दूर; करें A टु Z तैयारी

आपको याद दिला दूं कि इसके साथ ही कई ऐसी तैयारियां भी हैं, जिसे अक्सर लोग भूल जाते हैं। इस वजह से बारिश का मौसम खूबसूरत नहीं मुसीबत लगने लगता है। ऐसी कौन-सी तैयारियां हैं जिसे मानसून के पहले कर लेना चाहिए ये हम आपको आज याद दिलाते हैं… बगीचे से करते हैं शुरुआत मानसून में फूलों से लदे गॉर्डन सुंदर लगते हैं। अगर इनकी ठीक तरह से देखभाल नहीं की जाए, तो पौधे और फूल सड़ने का चांस बढ़ जाता है। ऐसे में झमाझम बारिश से पहले अपने गॉर्डन को किस तरह से तैयार करना है, इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं… • घर के आसपास और नाली जैसी जगहों को साफ-सुथरा रखें, ताकि वहां कचरा या पानी जमा न हो, वर्ना उसमें मच्छर पनपने लगेंगे। • बारिश का पानी कहीं ठहर जाता हो, तो उसकी डायरेक्शन ऐसी कराएं, जिससे पानी आसानी से निकल जाए। • छत या घर की बाहरी दीवारों पर अगर कोई दरार है, तो उसे भर दें। • घर की बाहरी दीवारों पर वॉटरप्रूफ पेंट लगवा सकते हैं। • छत पर कबाड़ इकट्ठा न करें, इससे बारिश के ठहरे हुए पानी से मच्छर पनपने का खतरा होगा। • मेनहोल की सफाई भी करवा लें। ताकि बारिश होने पर ओवर फ्लो न हो। अब चलते हैं घर के अंदर • सबसे पहले बरामदे या कॉरिडोर में जूतों की रैक रखें। ऐसा करने से आप कीचड़ और पानी से घर को अंदर से साफ रख पाएंगे। • घर के बाहर ही रेनकोट और छतरी सुखाने का इंतजाम करें। • घर के सारे कमरे और हॉल से कारपेट हटा दें। बारिश में कारपेट की जगह बैंबू या रबर मैट का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पानी को आसानी से सोख लेते हैं और नमी के कारण खराब भी नहीं होते। • किचन की डीप क्लीनिंग करें, जहां राशन रखते है, उसे अच्छी तरह साफ करें। • नमी से खराब होने वाली चीजें जैसे नमक, गुड़ या शक्कर को एयर टाइट कंटेनर में भरकर रखें। मस...