Shani chalisa sunaiye

  1. Shani Chalisa Lyrics In Hindi (2022)
  2. शनी चालीसा
  3. Shree Shani Chalisa : शनि चालीसा
  4. Shani Chalisa In Hindi
  5. Shri Shani Chalisa Lyrics in English
  6. Shani Chalisa in Hindi


Download: Shani chalisa sunaiye
Size: 31.42 MB

Shani Chalisa Lyrics In Hindi (2022)

Shanived Chalisa Lyrics In Hindi कब समझते है की इसे पढ़ने के नियम क्या है जिससे ज्यादा लाभ मिले? आप शनिवार और मंगलवार को मांस ना खाये इस बात का विशेष ध्यान रखे। साथ ही इसे शाम को पढ़ना उच्चित होता है। शाम स्नानं करे और ढ़ीले वस्त्र पेहेन कर बैठ जाये। और एक लोहे का जंग लगा हुआ टुकड़ा काले कपडे में रख दे। इस बात का ख़ास ध्यान रखे की लोहा जंग लगा हुआ होना चाहिए जैसे की (कील या नट) और परम विशाल मनोहर भाला। टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला॥ कुण्डल श्रवण चमाचम चमके। हिय माल मुक्तन मणि दमके॥ कर में गदा त्रिशूल कुठारा। पल बिच करैं अरिहिं संहारा॥ पिंगल, कृष्णो, छाया नन्दन। यम, कोणस्थ, रौद्र, दुखभंजन॥ सौरी, मन्द, शनी, दश नामा। भानु पुत्र पूजहिं सब कामा॥ जा पर प्रभु प्रसन्न ह्वैं जाहीं। रंकहुँ राव करैं क्षण माहीं॥ पर्वतहू तृण होई निहारत। तृणहू को पर्वत करि डारत॥ राज मिलत बन रामहिं दीन्हयो। कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हयो॥ बनहूँ में मृग कपट दिखाई। मातु जानकी गई चुराई॥ लखनहिं शक्ति विकल करिडारा। मचिगा दल में हाहाकारा॥ रावण की गति-मति बौराई। रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई॥ दियो कीट करि कंचन लंका। बजि बजरंग बीर की डंका॥ नृप विक्रम पर तुहि पगु धारा। चित्र मयूर निगलि गै हारा॥ हार नौलखा लाग्यो चोरी। हाथ पैर डरवायो तोरी॥ भारी दशा निकृष्ट दिखायो। तेलिहिं घर कोल्हू चलवायो॥ विनय राग दीपक महं कीन्हयों। तब प्रसन्न प्रभु ह्वै सुख दीन्हयों॥ हरिश्चन्द्र नृप नारि बिकानी। आपहुं भरे डोम घर पानी॥ तैसे नल पर दशा सिरानी। भूंजी-मीन कूद गई पानी॥ श्री शंकरहिं गह्यो जब जाई। पारवती को सती कराई॥ तनिक विलोकत ही करि रीसा। नभ उड़ि गयो गौरिसुत सीसा॥ पाण्डव पर भै दशा तुम्हारी। बची द्रौपदी होति उघारी॥ कौरव के भी गति मति मारयो। युद्ध महाभारत...

शनी चालीसा

शनी चालीसा शनी का जन्म सूर्य भगवान की पत्नी उषा देवी, भगवान शिव की बहुत बड़ी भक्त हैं। वह शिव के प्रति तपस्या करने का फैसला करती है क्योंकि उसे लगता है कि उसकी ताकत कम हो रही है। लेकिन चूँकि उनका सूर्य स्वामी को अकेला छोड़ने का मन नहीं है, वे अपनी छाया से छायादेवी जैसी स्त्री का निर्माण करते हैं। तब छायादेवी से कहती है कि तुम ही सूर्य के लिए सब कुछ करना है। ऐसा कहकर वह घोड़ा का रूपु लेकर शिव की ओर तप करने के लिए चली जाती है | सूर्य की पत्नी संज्ञा की छाया के गर्भ से शनि देव का जन्म हुआ| सूर्य और शनी के बीच कैसे बनी शत्रु भाव जब शनि देव छाया के गर्भ में थे तब छाया भगवान शंकर की भक्ति में इतनी ध्यान मग्न थी की उसने अपने खाने पिने तक शुध नहीं थी जिसका प्रभाव उसके पुत्र पर पड़ा और उसका वर्ण श्याम हो गया !शनि के श्यामवर्ण को देखकर सूर्य ने अपनी पत्नी छाया पर आरोप लगाया की शनि मेरा पुत्र नहीं हैं! तभी से शनि अपने पिता से शत्रु भाव रखते थे! शनी कैसे शक्ति प्राप्त किया? शनि देव ने अपनी साधना तपस्या द्वारा शिवजी को प्रसन्न कर अपने पिता सूर्य की भाँति शक्ति प्राप्त की और शिवजी ने शनि देव को वरदान मांगने को कहा, तब शनि देव ने प्रार्थना की कि युगों युगों में मेरी माता छाया की पराजय होती रही हैं, मेरे पिता सूर्य द्वारा अनेक बार अपमानित किया गया हैं! अतः माता की इच्छा हैं कि मेरा पुत्र अपने पिता से मेरे अपमान का बदला ले और उनसे भी ज्यादा शक्तिशाली बने! तब भगवान शंकर ने वरदान देते हुए कहा कि नवग्रहों में तुम्हारा सर्वश्रेष्ठ स्थान होगा! मानव तो क्या देवता भी तुम्हरे नाम से भयभीत रहेंगे! शनी देव का चित्रण शनिदेव को नीले या काले रंग के वस्त्र पहने, गहरे रंग के और गिद्ध की सवारी या आठ घोड़ों...

Shree Shani Chalisa : शनि चालीसा

शनि साढ़ेसाती, ढैया अथवा शनि महादशा के दौरान शनि चालीसा, दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ ने भी शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए 'शनि चालीसा' का पाठ किया था। अत: आप भी जीवन में परेशानियों से गुजर रहे है तो शनि चालीसा का पाठ आपके लिए बहुत ही लाभदायी साबित होगा।

Shani Chalisa In Hindi

Shani Chalisa in Hindi | शनि चालीसा पाठ से सभी मनोकामना होगी पूर्ण विस्तार Shani Chalisa in Hindi: ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक, जब शनि देव किसी पर प्रसन्न होते हैं तो उनके सभी कष्टों को दूर कर लेते हैं। शनि महाराज का आशीर्वाद पाने के लिए शनि चालीसा का पाठ बहुत ही कारगर उपाय है। शानि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि चालीसा या पाठ किया जाता है। इसे करने से घर में सुख- समृद्धि आती है। साथ ही घर में धन की कमी नहीं होती है। इस पाठ को करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है। शनि चालीसा का पाठ इस प्रकार है - || अथ श्री शनिदेव चालीसा पाठ || || दोहा || जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज॥ || चौपाई || जयति जयति शनिदेव दयाला। करत सदा भक्तन प्रतिपाला॥ चारि भुजा, तनु श्याम विराजै। माथे रतन मुकुट छबि छाजै॥ परम विशाल मनोहर भाला। टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला॥ कुण्डल श्रवण चमाचम चमके। हिय माल मुक्तन मणि दमके॥ कर में गदा त्रिशूल कुठारा। पल बिच करैं अरिहिं संहारा॥ पिंगल, कृष्णो, छाया नन्दन। यम, कोणस्थ, रौद्र, दुखभंजन॥ सौरी, मन्द, शनी, दश नामा। भानु पुत्र पूजहिं सब कामा॥ जा पर प्रभु प्रसन्न ह्वैं जाहीं। रंकहुँ राव करैं क्षण माहीं॥ पर्वतहू तृण होई निहारत। तृणहू को पर्वत करि डारत॥ राज मिलत बन रामहिं दीन्हयो। कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हयो॥ बनहूँ में मृग कपट दिखाई। मातु जानकी गई चुराई॥ लखनहिं शक्ति विकल करिडारा। मचिगा दल में हाहाकारा॥ रावण की गति-मति बौराई। रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई॥ दियो कीट करि कंचन लंका। बजि बजरंग बीर की डंका॥ नृप विक्रम पर तुहि पगु धारा। चित्र मयूर निगलि गै हारा॥ हार...

Shri Shani Chalisa Lyrics in English

Kar Me Gadha Thrishul Kutaara । Pal Bich Karai Arihi Samhaara ॥ Pinghal, Krishno, Chaaya, Nandhan । Yum, Konasth, Raudra, Dhuk Bhamjan ॥ Sauri, Mandh Shani, Dhasha Naama । Bhanu Puthra Poojhin Sab Kaama ॥ Jaapar Prabu Prasan Havain Jhaahin । Rakhhun Raav Karai Shan Maahin ॥ Parvathhu Thrun Hoi Nihaarath । Thrunhu Ko Parvath Kari Daarath ॥ Raaj Milath Ban Raamhin Dheenhyo । Kaikeyihu Ki Mathi Hari Linhiyo ॥ Banhu Mae Mrug Kapat Dhikaayi । Maathu Janki Gayi Churaayi ॥ Lashanhin Shakthi Vikal Kari Daara । Machiga Dhal Mae Haahaakaar ॥ Raavan Ki Ghathi-Mathi Bauraayi । Ramchandra Soan Bair Badaayi ॥ Dhiyo Keet Kari Kanchan Lanka । Baji Bajarang Beer Ki Danka ॥ Nrup Vikram Par Thuhin Pagu Dhaara । Chitra Mayur Nigli Gai Haara ॥ Haar Naulakka Laagyo Chori । Haath Pair Darvaayo Thori ॥ Bhaari Dhasha Nikrusht Dhikaayo । Thelhin Ghar Kholhu Chalvaayo ॥ Vinay Raag Dheepak Mah Khinhayo । Thab Prasann Prabhu Hvai Sukh Dheenhayo ॥ Harishchandrahun Nrup Naari Bhikani । Aaphun Bharen Dome Gar Paani ॥ Thai nal par dasha sirani’ । Bhunji-Meen Koodh Gayi Paani ॥ Sri Shankarhin Gahyo Jab Jaayi । Paarvathi Ko Sathi Karaayi ॥ Thanik Vilokath Hi Kari Reesa । Nabh Udi Gayo Gaurisuth Seesa ॥ Paandav Par Bhay Dasha Thumhaari । Bachi Draupadhi Hothi Udhaari ॥ Kaurav Ke Bi Gathi Mathi Maaryo । Yudh Mahabharath Kari Daryo ॥ Ravi Kah Mukh Mahn Dhari Thathkala । Lekar Koodhi Paryo Paathaala ॥ Sesh Dhev-Lakhi Vinthi Laayi । Ravi Ko Mukh Thay Dhiyo Chudaayi ॥ Vaahan Prabhu Kay Sath Sujana । Juj Dhigaj Ga...

Shani Chalisa in Hindi

WhatsApp Telegram Facebook Twitter LinkedIn Shani Chalisa is a 40-verse prayer addressing Lord Shani Dev. Get Sri Shani Chalisa in Hindi Pdf Lyrics here and chant it with devotion for the grace of Lord Shani Dev. Shani Chalisa in Hindi –श्री शनि चालीसा दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन मंगल करण कृपाल । दीनन के दुख दूर करि कीजै नाथ निहाल ॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु सुनहु विनय महाराज । करहु कृपा हे रवि तनय राखहु जनकी लाज ॥ ॥ चोपाई ॥ जयति जयति शनिदेव दयाला । करत सदा भक्तन प्रतिपाला ॥ चारि भुजा तनु श्याम विराजै । माथे रतन मुकुट छबि छाजै ॥ परम विशाल मनोहर भाला । टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला ॥ कुण्डल श्रवण चमाचम चमके । हिये माल मुक्तन मणि दमकै ॥ कर में गदा त्रिशूल कुठारा । पल बिच करैं अरिहिं संहारा ॥ पिंगल कृष्णो छाया नन्दन । यम कोणस्थ रौद्र दुख भंजन ॥ सौरी मन्द शनी दश नामा । भानु पुत्र पूजहिं सब कामा ॥ जापर प्रभु प्रसन्न हवैं जाहीं । रंकहुँ राव करैं क्शण माहीं ॥ पर्वतहू तृण होइ निहारत । तृणहू को पर्वत करि डारत ॥ राज मिलत बन रामहिं दीन्हयो । कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हयो ॥ बनहूँ में मृग कपट दिखाई । मातु जानकी गई चुराई ॥ लषणहिं शक्ति विकल करिडारा । मचिगा दल में हाहाकारा ॥ रावण की गति-मति बौराई । रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई ॥ दियो कीट करि कंचन लंका । बजि बजरंग बीर की डंका ॥ नृप विक्रम पर तुहिं पगु धारा । चित्र मयूर निगलि गै हारा ॥ हार नौंलखा लाग्यो चोरी । हाथ पैर डरवायो तोरी ॥ भारी दशा निकृष्ट दिखायो । तेलहिं घर कोल्हू चलवायो ॥ विनय राग दीपक महँ कीन्हयों । तब प्रसन्न प्रभु ह्वै सुख दीन्हयों ॥ हरिश्चंद्र नृप नारि बिकानी । आपहुं भरें डोम घर पानी ॥ तैसे नल पर दशा सिरानी । भूंजी-मीन कूद गई पानी ॥ श्री ...