Shani maharaj ki aarti

  1. जय जय श्री शनिदेव आरती लिरिक्स
  2. शनि आरती इन हिंदी लिरिक्स
  3. Aarti Om Jai Jai Shri Shani Maharaj
  4. ॐ जय जय शनि महाराज OM JAI JAI SHANI MAHARAJ LYRICS
  5. शनिदेव के यह 5 मंत्र, करेंगे हर कष्टों का अंत
  6. Shani Dev Aarti:शनिवार के दिन जरूर करें शनिदेव की आरती, बनेंगे सभी बिगड़े काम
  7. शनि देव आरती


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जय जय श्री शनिदेव आरती लिरिक्स

जय जय श्री शनि देव…. श्याम अंग वक्र-दृ‍ष्टि चतुर्भुजा धारी। नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय जय श्री शनि देव…. भजन : हनुमान की शक्ति से शनिदेव की शक्ति से लिरिक्स क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी। मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥ जय जय श्री शनि देव…. मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी। लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥ जय जय श्री शनि देव…. देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी। विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी॥ जय जय श्रीशनि देवभक्तन हितकारी।। Shani Dev ki Aarti Lyrics Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitkari । Surya Putra Prabhu Chhaya Mahtaari ।। Jai Jai Shri Shanidev… Shyam Aang Vakr-drashti Chaturbhuja Dhari । Nilambar Dhaar Naath Gaj Ki Aswari ।। Jai Jai Shri Shanidev… Kreet Mukut Sheesh Raajit Deepat Hai Lilari । Muktan Ki Maala Gale Shobhit Balihari ।। Jai Jai Shri Shani Dev… Modak Mishtaan Paan Chadhat Hai Supari । Loha Til Tel Uadad Mahishi Aati Pyari ।। Jai Jai Shri Shani Dev… Dev Danuj Rishi Muni Sumirat Nar Naari । Vishavnaath Dharat Dhyan Sharan Hai Tumhari ।। ।। Jai Jai Shri Shani Dev Bhaktan Hitkari ।। हमें उम्मीद है की शनिदेवके भक्तो को यह आर्टिकल “जय जय श्री शनिदेव आरती लिरिक्स | Shani Dev ki Aarti Lyrics“+ Video + Audio बहुत पसंद आया होगा।“ Shani Dev ki Aarti Lyrics”भजन पर आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे। सभी प्रकार के shani dev ji ki aarti lyrics , shani dev ji ki aarti lyrics in hindi , shani dev aarti lyrics , shani dev ki aarti lyric...

शनि आरती इन हिंदी लिरिक्स

क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी, मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी, जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी !! मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी, लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी, जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी !! देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी, विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी, जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी !! !! शनि आरती इन हिंदी लिरिक्स !! !! Shani Dev Ji Ki Aarti Lyrics (Jay Shani Dev) !! Shani Dev Ji Ki Aarti Lyrics English – Jay Shani Dev (शनि आरती लिरिक्स) Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari, Suraj Ke Putr Prabhu Chaya Mahtari, Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari !! Shyam Ang Vakr Drashti Chaturbhuja Dhari, Ni lambar Dhar Nath Gajj Ki Asvari, Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari !! Keet Mukut Shish Rajit Dipat Hai Lilari, Muktan Ki Mala Gale Shobht Balihari, Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari !! Modak Mishthan Paan Chadhat Hai Supari, Loha Til Tel Udad Mahishi Ati Pyari, Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari !! Dev Danuj Rishi Muni Sumirat Nar Nari, Vishvnath Dhrat Dhyan Sharan Hai Tumhari, Jai Jai Shri Shanidev Bhagatan Hitkari !! Shani Dev Ji Ki Aarti Lyrics ये भी पढ़ें – अन्य आरती लिरिक्स संग्रह (Aarti Sangrah) शनि आरती इन हिंदी लिरिक्स | Shani Dev Ji Ki Aarti Lyrics (Jay Shani Dev) – जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी लिरिक्स ( For More Bhajan Login–

Aarti Om Jai Jai Shri Shani Maharaj

हिन्दी में पढ़ें Om Jai Jai Shri Shani Maharaj, Swami Jai Shani Maharaj । Krupa Karo Hum Din Raj Par, Dukh Hariyo Prabhu Aaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Suraj Ke Tum Balak Hokar, Jag Main Bade Balwan । Sab Devo Main Tumhara, Pratham Maan Hai Aaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Vikramraj Ko Hua Ghamend, Apane Shrethan Ka । Chaknaachur Kiya Buddhi Ko, Hila Diya Sartaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Prabhu Ram Aur Pandavji Ko, Bhej Diya Banwas । Krupa Hoi Jab Tumhari, Swami Bachai Unki Laaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Surya Sa Raja Harichandra Ka, Bech Diya Parivar । Pas Hue Jab Sat Pariksha Main, Dekar Dhan Aur Raaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Makhanchor Ho Krishna Kanhaai, Gaiyyan Ke Rakhwar । Kalank Madhe Ko Dhoya, Dhare Hai Roop Virat ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Main Hoon Din Adnyani, Bhul Bhai Hamse । Kshma Shanty Do Narayan, Pranam Lo Maharaj ॥ ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj, Swami Jai Shani Maharaj ॥

ॐ जय जय शनि महाराज OM JAI JAI SHANI MAHARAJ LYRICS

ॐ जय जय शनि महाराज स्वामी जय जय शनि महाराज कृपा करो हम दीन रंक पर कृपा करो हम दीन रंक पर दुःख हरियो प्रभु आज ॐ जय जय शनि महाराज जय जय शनि महाराज स्वामी जय जय शनि महाराज कृपा करो हम दीन रंक पर कृपा करो हम दीन रंक पर दुःख हरियो प्रभु आज ॐ जय जय शनि महाराज सूरज के तुम बालक होकर जग में बड़े बलवान स्वामी जग में बड़े बलवान सब देवों में तुम्हारा सब देवों में तुम्हारा प्रथम मान है आज ॐ जय जय शनि महाराज विक्रम राज को हुआ घमंड फिर अपने श्रेष्ठन का स्वामी अपने श्रेष्ठन का चकनाचूर किया बुद्धि को चकनाचूर किया बुद्धि को हिला दिया सरताज ॐ जय जय शनि महाराज प्रभु राम और पाण्डव जी को भेज दिया वनवास स्वामी भेज दिया वनवास कृपा होये जब तुम्हारी स्वामी कृपा होये जब तुम्हारी स्वामी बचाई उनकी लाज ॐ जय जय शनि महाराज शुरसक राजा हरिशचंद्र का बेच दिया परिवार स्वामी बेच दिया परिवार पात्र हुये जब सत परीक्षा में पात्र हुये जब सत परीक्षा में देकर धन और राज ॐ जय जय शनि महाराज गुरुनाथ को शिक्षा पास की मन के गर्भन को स्वामी मन के गर्भन को होश में लाया सवा कलाख में होश में लाया सवा कलाख में हैरत निगाहें राज ॐ जय जय शनि महाराज माखन चोर हो कृष्ण कन्हाई गैयन के रखवार स्वामी गैयन के रखवार कलंक माथे का धोया कलंक माथे का धोया खड़े हैं रूप विराज ॐ जय जय शनि महाराज देखी लीला प्रभु आया चक्कर तन को अब ना सताव स्वामी तन को अब ना सताव माया बंधन से कर दो माया बंधन से कर दो भवसागर ज्ञानी राज ॐ जय जय शनि महाराज मैं हूँ दीन अनाथ अज्ञानी भूल भई हमसे स्वामी भूल भई हमसे क्षमा शान्ति दो नारायण क्षमा शान्ति दो नारायण प्रणाम लो महाराज ॐ जय जय शनि महाराज ॐ जय जय शनि महाराज स्वामी जय जय शनि महाराज कृपा करो हम दीन रंक पर कृपा करो हम दी...

शनिदेव के यह 5 मंत्र, करेंगे हर कष्टों का अंत

यूं तो शनि दोष निवारण के लिए नित्य भगवान् शिव के पंचाक्षर मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का जप करना चाहिए तथा महामृत्युंजय मंत्र- 'ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्' का जप भी शुभ होता है। यहां प्रस्तुत है शनिदेव के 5 चमत्कारी मंत्र जिन्हें शनिवार के दिन या शनि जयंती पर पढ़ने से हर कष्टों का अंत होता है।

Shani Dev Aarti:शनिवार के दिन जरूर करें शनिदेव की आरती, बनेंगे सभी बिगड़े काम

Shani Dev Aarti: शनिवार के दिन जरूर करें शनिदेव की आरती, बनेंगे सभी बिगड़े काम विस्तार Jai Jai Shani Dev Maharaj Aarti : हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है। शनि के प्रकोप से बचने के लिए इस दिन शनि देव की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि जब शनि देव किसी जातक पर प्रसन्न होते हैं तो उसके सभी कष्टों को दूर कर देते हैं। धार्मिक शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। शनि देव व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि देव के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं शनि देव जिन लोगों पर प्रसन्न होते हैं, उन लोगों को जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा पाने के लिए प्रत्येक शनिवार को पूजा के साथ ही शनि देवी की आरती भी करनी चाहिए। शनि देव की आरती करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। ये रही शनि देव की आरती... जय जय शनि देव महाराज, जन के संकट हरने वाले । तुम सूर्य पुत्र बलिधारी, भय मानत दुनिया सारी । साधत हो दुर्लभ काज ॥ तुम धर्मराज के भाई, जब क्रूरता पाई । घन गर्जन करते आवाज ॥ जय जय शनि देव महाराज..॥ तुम नील देव विकराली, है साँप पर करत सवारी । कर लोह गदा रह साज ॥ जय जय शनि देव महाराज..॥ तुम भूपति रंक बनाओ, निर्धन स्रछंद्र घर आयो । सब रत हो करन ममताज ॥ जय जय शनि देव महाराज..॥ राजा को राज मितयो, निज भक्त फेर दिवायो । जगत में हो गयी जय जयकार ॥ जय जय शनि देव महाराज..॥ तुम हो स्वामी हम चरणं, सिर करत नमामी जी । पूर्ण हो जन जन की आस ॥ जय जय शनि देव महाराज..॥ जहाँ पूजा देव तिहारी, करें दीन भाव ते पारी । अंग...

शनि देव आरती

शनि देव आरती -जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी Shani Dev Aarti Hindi Lyrics जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी, सूर्य पुत्र प्रभु छाया महातारी , जय जय जय शनि देव श्याम अंग वक्र दृष्टि चतुर्भुजा धारी, नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी, जय जय जय शनि देव क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी, मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी, जय जय जय शनि देव मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी, लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी, जय जय जय शनि देव देव दनुज ऋषि मुनी सुमीरत नर नारी, विश्वनाथ धरत ध्यान शरण है तुम्हारी, जय जय जय शनि देव Shani Dev Ki Aarti Lyrics – Sani Arti Bhajan Song Lyrics Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari, Sooraj Ke Putra Prabhu Chaaya Mahataari . Jay Jay Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari. Shyaam Ank Vakra Drasht Chaturbhujaa Dhaari, Nilaambar Dhaar Naath Gaj Ki Asavaari . Jay Jay Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari. Kirit Mukut Shish Sahaj Dipat Hai Lilaari, Muktan Ki Maal Gale Shobhit Balihaari. Jay Jay Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari. Modak Mishtaan Paan Chadhat Hai Supaari, Lohaa Til Tel Udad Mahishi Ati Pyaari. Jay Jay Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari. Dev Danuj Rishi Muni Surat Nar Naari, Vishvanaath Dharat Dhyaan Sharan Hai Tumhaari. Jay Jay Shri Shanidev Bhaktan Hitakaari. इन आरती को भी देखे – • • • • • • I LOVE YOU JAI SHANI DEV JAI SHANI DEV JAI SHANI DEV JI KISI KA BURA NAHI KARTE APNE BHAKTO KA BHALA KARTE HAI JAI SHANI DEV MAHARAJ BAHUT DAYALU HAI JAI SHANI DEV I LOVE YOU Shani Dev meri family life bigad gayi hai hume sambhalo aur phir se saath rahne ka aashirwad do kh...