Shiv chalisa sunaiye

  1. श्री शिव चालीसा
  2. Shiv Chalisa
  3. Shiv Chalisa Song Download by Shankar Mahadevan
  4. Shiv Chalisa PDF In Hindi 🔱
  5. Shri Shiv Chalisa, Forty Verse Prayer to Lord Shiva in English
  6. Shiv Chalisa PDF Hindi – InstaPDF
  7. शिव चालीसा
  8. Shiv Chalisa: श्री शिव चालिसा का अर्थ एव महत्त्व


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श्री शिव चालीसा

Here is the * Original* Shiv Chalisa Lyrics in Hindi. You can read it from here. You can also download it by श्री शिव चालीसा दोहा श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ चौपाई जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ 1 भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के ॥ 2 अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ 3 वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4 मैना मातु की हवे दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ 5 कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ 6 नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ 7 कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8 देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ 9 किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ 10 तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ 11 आप जलंधर असुर संहारा । सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12 त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ 13 किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ 14 दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ 15 वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16 प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला । जरत सुरासुर भए विहाला ॥ 17 कीन्ही दया तहं करी सहाई । नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ 18 पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा । जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ 19 सहस कमल में हो रहे धारी । कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20 एक कमल प्रभु राखेउ जोई । कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ 21 कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ 22 जय जय जय अनन्त अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥ 23 दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहौं मो...

Shiv Chalisa

• Chaturvedi, B. K. The Hymns And Orisions Of Lord Shankar. Diamond Pocket Books. p.63. 81-7182-169-3. • Jha, Makhan (1997). Anthropology of ancient Hindu kingdoms: a study in civilizational perspective. M.D. Publications. p.39. 81-7533-034-1. • Shiva: an introduction. Vakils, Feffer and Simons Ltd. p.104.

Shiv Chalisa Song Download by Shankar Mahadevan

About Looking for all-time hits With its catchy rhythm and playful lyrics, " Shiv Chalisa " is a great addition to any playlist. Shiv Chalisa was released in the year Feb (2018). Hungama music also has songs in different languages that can be downloaded offline or played online, such as Latest Hindi, English, Punjabi, Tamil, Telugu, and many more. Hungama allows creating our playlist. To know more, visit Hungama.com or Go to Hungama Music App for MP3 Songs. Music-Label: Red Ribbon Entertainment Pvt. Ltd. By registering on Hungama.com 500 By adding a social account 100 By sharing a song/ album/ playlist/ radio station/ music video/ movie 05 By favoriting a song/ album/ playlist/ radio station/ music video/ movie 05 By commenting on a song/ album/ playlist/ music video 05 By listening to a song 10 By watching a music video 10 By creating a playlist 50 By saving a discovery 05 By downloading a song or music video 15 By inviting a friend 05 With a unique loyalty program, the Hungama rewards you for predefined action on our platform. Accumulated coins can be redeemed to, Hungama subscriptions. You can also login to Hungama Apps(Music & Movies) with your Hungama web credentials & redeem coins to download MP3/MP4 tracks. You need to be a registered user to enjoy the benefits of Rewards Program.

Shiv Chalisa PDF In Hindi 🔱

नमस्कार 🙏 दोस्तों , इस पोस्ट के द्वारा आप को Shiv Chalisa PDF In Hindi को Download करने के लिए देने वाले है। यह आप को पीडीएफ के अलावा इसके lyrics भी दिए गए है। आप Shiv Chalisa के benefits भी यह जान पाएंगे और इस मंत्र के बारेमे भी शिव चालीसा के लाभ और इसके फायदे भी बताया गया है। इस मंत्र का आप को hindi और sanskrit में इसका meaning भी दिया गया है। Shiv Chalisa In Hindi| शिव चालीसा हिंदी में शिव चालीसा पथ का जाप भगवान शिव विनाश के देवता हैं और इसलिए भक्तों को मोक्ष या निर्वाण या मोक्ष प्रदान करते हैं। शिव चालीसा का पाठ एक बार, तीन या नौ बार किया जा सकता है लेकिन सबसे शक्तिशाली और लाभकारी तब होता है जब इसका 108 बार पाठ किया जाता है। यह पूजा अनुष्ठान अच्छे स्वास्थ्य, जीवन की लंबी उम्र, सभी बाधाओं और दुखों को दूर करने, समृद्धि और सफलता के लिए फायदेमंद है। Shiv Chalisa Benefits In Hindi | शिव चालीसा के फायदे और लाभ • इस पूजा का अनुष्ठान अच्छे स्वास्थ्य, जीवन की लंबी उम्र, सभी बाधाओं और दुखों को दूर करने, समृद्धि और सफलता के लिए फायदेमंद है।ज्‍यादातर लड़कियां अच्‍छा वर पाने के लिए सोमवार के दिन व्रत और भगवान शिव की पूजा करती हैं। • शिव चालीसा के अत्यधिक समर्पण के साथ नियमित रूप से जाप करने के लिए किसी के जीवन की सभी बाधाओं और समस्याओं को दूर करने की शक्ति होती है। • शिव चालीसा का जाप करना सबसे अच्छा तरीका है, जिसके द्वारा आप आसानी से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं। • शिव चालीसा का प्रतिदिन जाप करने से ना केवल लड़कियों को अच्‍छा वर मिलता है बल्कि वैवाहिक समस्याओं और रिश्ते में आने वाली कई तरह की समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है। • भगवान भोलेनाथ के अक्षत अर्पण करते हु...

Shri Shiv Chalisa, Forty Verse Prayer to Lord Shiva in English

• DOHA: Jai Ganesh Girija suvan, Mangal mul sujan Kahit Ayodhya das tum, dev abhay vardan Jai Girijapati din dayala, sada karat santan pritpala. Bhol chahdrama sohat nike, kanan kundal nag phani ke. Ang gaur, shir gangabanae, mundamal tan chhar lagae. Vastra khal bagambar sohe, chhavi ko dekh nag muni mohe. Maina matu ki havai dulari, bam ang sohat chhavi niyari Kar men trishul sohat chhavi bhari karai sada shatrun shahkari Nandi Ganesh sohain tahan kaise, sagar madhya kamal hai jaise. Kartik shyam aur ganarau, ya chhavi ko kahi jat na kau. Devani jab hi ai pukara, tabahin dukh Prabhu ap nivara. Kiya upadrav Tarak bhari, devani sab mili turnahin juhari. Turant shadanan ap pathayo, lay nimesh mahin mari girayo. Ap jaladhar asur sanhara, suyash tumhara vidit sansara. Tripurasur sang yudh machai, sabahin kripa kari linh bachai. Kiya tapahin Bhagirath bhari, purve pratigya tasu purari. Davan manan tum sam kou nahin, sevak ustuti karat sadai. Ved nam mahima tab gai, akath anadi bhed nahin pai Pragateu dadi-manthan te jvala, jare surasur bahe bihala. Dindayal tahan kari sahai, Nilkanth tab nam kahai. Pujan Ramchandra jab kinha, jit ke Lanka Vibhishan dinha. Sahas kamal men ho rahe dhari, kinha pariksha tabahi purari Ek kamal prabhu rakhyau gohi, kamal nayan pujan chahan soi Kathin bhakti dekhi Prabhu Shankar, bhaye prasan diye ichhatvar. Jai Jai Jai Anant avinasi, karat kripa sab ke ghat vasi Dushat sakal nit mohi satavaen, bhramat rahe mohi chain na avaen. Trahi trahi main nath...

Shiv Chalisa PDF Hindi – InstaPDF

Shiv Chalisa Hindi Shiv Chalisa (शिव चालीसा) हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप Shiv Chalisa हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं Shiv Chalisa (शिव चालीसा) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। शिव चालीसा PDF हिन्दी में | श्री शिव आरती और पूजा विधि सहित – Shiv Chalisa PDF is a devotional stotra dedicated to Hindu deity, Lord Shiva. भगवान् शिव त्रिमूर्ति में से एक हैं, जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु व महेश( शिव )के नाम से जाना जाता है। भगवान् ब्रह्मा का कार्य श्रष्टि की रचना करना, भगवान् विष्णु का कार्य प्राणियों का पालन करना तथा भगवान् शिव का कार्य है आवश्यकता होने पर श्रष्टि का संहार करना है। यदि आपके जीवन में विवाह संबन्धित समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं तो आपको प्रतिदिन श्री शिव चालीसा का श्रद्धापूर्वक पाठ करना चाहिए। यदि आप प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने में असमर्थ हैं, तो आप सप्ताह में प्रत्येक सोमवार के दिन शिव चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए। देवो के देव महादेव को प्रसन्न करने के लियो आपको शिव चालीसा का पाठ आपको रोज करना चाहिए। यह भगवान भोलेनाथ को समर्पित एक अत्यधिक प्रभावशाली स्तुति है जिसके नियमित पाठ से व्यक्ति विभिन्न प्रकार के आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। इस शिव चालीसा में 40 चौपाइयां शामिल है इस चालीसा को दैनिक रूप से या विशेष त्योहारों जैसे महा शिवरात्रि पर शिवियों और शिव के उपासकों द्वारा इसका पाठ किया जाता है। यदि आपके जीवन में विवाह संबन्धित समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं तो आपको 16 सोमवार का व्रत करके प्रतिदिन श्री शिव चालीसा का श्रद्धापूर्वक पाठ करना च...

शिव चालीसा

Read in English ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4 मैना मातु की हवे दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8 देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा । सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12 त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16 प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला । जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई । नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा । जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ सहस कमल में हो रहे धारी । कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20 एक कमल प्रभु राखेउ जोई । कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24 त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो । येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब हो...

Shiv Chalisa: श्री शिव चालिसा का अर्थ एव महत्त्व

श्री शिव चालीसा ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए। ॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप सदा संतो के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखें हैं। अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥ आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल (माना जाता है भगवान शिव के गले में जो माला है उसके सभी शीष देवी सती के हैं, देवी सती का 108वां जन्म राजा दक्ष प्रजापति की पुत्री के रुप में हुआ था। जब देवी सती के पिता प्रजापति ने भगवान शिव का अपमान किया तो उन्होंने यज्ञ के हवन कुंड में कुदकर अपनी जान दे दी तब भगवान शिव की मुंडमाला पूर्ण हुई। इसके बाद सती ने पार्वती के रुप में जन्म लिया व अमर हुई) है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं। मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥ माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा श...