शिवरात्रि कब है 2023 में

  1. महाशिवरात्रि 2023 में कब है?
  2. Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय
  3. 2023 में महाशिवरात्रि कब है New Delhi, India में
  4. Masik Shivratri 2023 Date Time image Rituals importance Significance puja vidhi Shivratri totke
  5. Masik Shivratri 2023: आज रखा जाएगा आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी
  6. Masik Shivratri 2023 : आज है मासिक शिवरात्रि, इस विधि से करें पूजा, सभी मनोकामना होगी पूरी
  7. Masik Shivratri 2023: आज रखा जाएगा आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी
  8. महाशिवरात्रि 2023 में कब है?
  9. Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय
  10. Masik Shivratri 2023 : आज है मासिक शिवरात्रि, इस विधि से करें पूजा, सभी मनोकामना होगी पूरी


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महाशिवरात्रि 2023 में कब है?

5/5 - (8 votes) महाशिवरात्रि 2023 में कब है, 2023 mein shivratri kab hai, 2023 shivratri kab hai, 2023 mein shivratri kab ki hai, 2023 mahashivratri kab hai 🧘🏻‍♂️🔱 |🕉️|🔱🛕 हिंदू महा शिवरात्रि का पालन करते हैं, जिसे पद्मराजरात्रि या ‘शिव की महान रात’ के रूप में भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का सम्मान करने के लिए एक त्योहार/पर्व के रूप में मनाया जाता है। भक्त महाशिवरात्रि के दिन महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को प्रसन्न करने पर व्यक्ति को मोक्ष या मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिवजी ने देवी पार्वती से विवाह (Marriage) किया था। कहा जाता है कि सती की मृत्यु के बाद शिव ने गहरे ध्यान में प्रवेश किया। सती ने भगवान शिव की पत्नी (Wife) बनने के लिए पार्वती के रूप में पुनर्जन्म (Rebirth) लिया। नतीजतन, Read Also : What is CPU? And how it works – complete information 2023 में महाशिवरात्रि शनिवार, 18 फरवरी को मनाई जाएगी । महा शिवरात्रि एक वर्ष में मनाई जाने वाली 12 शिवरात्रियों में से सबसे महत्वपूर्ण है और ग्रहों की स्थिति के आधार पर फरवरी या मार्च महीने में मनाई जाती है। हर महीने, शिवरात्रि महीने के 14 वें दिन अमावस्या से एक दिन पहले आती है। महा शिवरात्रि 2023: मुहूर्त नीचे शिवरात्रि से जुड़े विभिन्न पूजा आयोजनों की जानकारी दी गई है।कृपया निम्न तालिका देखें और मुहूर्त के अनुसार शिवरात्रि पूजा में भाग लें। Beginning time of Chaturdashi Tithi 8:02 अपराह्न (18 फरवरी 2023) Chaturdashi Tithi Ending Time 4:18 अपराह्न (19 फरवरी 2023) निशिथ काल पूजा का समय 12:16 पूर्वाह्न से 1:06 अपराह्न (19 फरवरी 2023) शिवरात्रि पारण का समय सुबह 6:57 से दोपहर 3:33 (19 फरवरी 2023) Puja Timings for Rat...

Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय

Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय | Mahashivratri 2023 When is Mahashivratri in year 2023 date Puja shubh muhurat vidhi and Paran time | Hindi News Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय Mahashivratri 2023 Puja Muhurat: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत महत्‍व है. भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का ये दिन शिव-पार्वती की कृपा पाने का सबसे अच्‍छा मौका होता है. इस दिन भगवान शिव का विशेष अभिषेक, पूजन किया जाता है. भगवान शिव का पंचामृत से रुद्राभिषेक होता है. उन्‍हें बेल पत्र, धतूरा, आक के फूल अर्पित किए जाते हैं. महाशिवरात्रि फाल्‍गुन मास की चतुर्दशी को मनाई जाती है. साल 2023 में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी. साल 2023 में महाशिवरात्रि का त्योहार 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा. फाल्‍गुन मास की चतुर्दशी तिथि 17 फरवरी की रात 8:02 बजे से शुरू होगी और 18 फरवरी की शाम 4:18 बजे समाप्‍त होगी. महाशिवरात्रि व्रत रखने वाले व्रतियों के लिए पारण का शुभ समय 19 फरवरी की सुबह 06:57 बजे से दोपहर 3:33 बजे तक रहेगा. महाशिवरात्रि की पूजा से पूरी होंगी सारी मनोकामनाएं महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें. दूध, घी, शक्‍कर, शहद, दही और गंगाजल भक्ति भाव से अर्पित करें. केसर मिश्रित जल चढ़ाना बेहद शुभ रहेगा. शिव जी का चंदन से तिलक करें. बेलपत्र, भांग, गन्ने का रस, धतूरा, फल, मिठाई, मीठा पान, इत्र और वस्‍त्र अर्पित करें. इस दिन शिव जी को खीर और केले का भोग लगाना बहुत अच्‍छा माना जाता है. दीपक जलाएं. अभिषेक के बाद 108 बार ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें....

2023 में महाशिवरात्रि कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में महाशिवरात्रि कब है व महाशिवरात्रि 2023 की तारीख व मुहूर्त। महाशिवरात्रि हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है। दक्षिण भारतीय पंचांग (अमावस्यान्त पंचांग) के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को यह पर्व मनाया जाता है। वहीं उत्तर भारतीय पंचांग (पूर्णिमान्त पंचांग) के मुताबिक़ फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का आयोजन होता है। पूर्णिमान्त व अमावस्यान्त दोनों ही पंचांगों के अनुसार महाशिवरात्रि एक ही दिन पड़ती है, इसलिए अंग्रेज़ी कैलेंडर के हिसाब से पर्व की तारीख़ वही रहती है। इस दिन शिव-भक्त मंदिरों में शिवलिंग पर बेल-पत्र आदि चढ़ाकर पूजा, व्रत तथा रात्रि-जागरण करते हैं। महाशिवरात्रि व्रत का शास्त्रोक्त नियम महाशिवरात्रि व्रत कब मनाया जाए, इसके लिए शास्त्रों के अनुसार निम्न नियम तय किए गए हैं - 1. चतुर्दशी पहले ही दिन निशीथव्यापिनी हो, तो उसी दिन महाशिवरात्रि मनाते हैं। रात्रि का आठवाँ मुहूर्त निशीथ काल कहलाता है। सरल शब्दों में कहें तो जब चतुर्दशी तिथि शुरू हो और रात का आठवाँ मुहूर्त चतुर्दशी तिथि में ही पड़ रहा हो, तो उसी दिन शिवरात्रि मनानी चाहिए। 2. चतुर्दशी दूसरे दिन निशीथकाल के पहले हिस्से को छुए और पहले दिन पूरे निशीथ को व्याप्त करे, तो पहले दिन ही महाशिवरात्रि का आयोजन किया जाता है। 3. उपर्युक्त दो स्थितियों को छोड़कर बाक़ी हर स्थिति में व्रत अगले दिन ही किया जाता है। शिवरात्रि व्रत की पूजा-विधि 1. मिट्टी के लोटे में पानी या दूध भरकर, ऊपर से बेलपत्र, आक-धतूरे के फूल, चावल आदि डालकर ‘शिवलिंग’ पर चढ़ाना चाहिए। अगर आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं है, तो घर में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उनका पूजन किया जाना चाहिए। 2. शिव पुराण का ...

Masik Shivratri 2023 Date Time image Rituals importance Significance puja vidhi Shivratri totke

Masik Shivratri 2023 Date Time image Rituals importance Significance puja vidhi Shivratri totke | Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि पर महादेव की करें ऐसे पूजा, जानें रात्रि में शिव जी की पूजा का महत्व | Hindi News, Himachal Pradesh Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि पर महादेव की करें ऐसे पूजा, जानें रात्रि में शिव जी की पूजा का महत्व Masik Shivratri 2023 Date: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के अवसर पर मध्यरात्रि भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से भक्तों पर महादेव की असीम कृपा बनती है. साथ ही शिव जी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं. Jai Shree Ram: देखें प्रभु श्री राम की अलौकिक और भव्य तस्वीर बता दें, मासिक शिवरात्रि का व्रत पुरुष और महिलाएं दोनों रखती हैं. ये व्रत कुंवारी कन्या भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रख सकती है. रखती हैं. बता दें, इस बार आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि गुरुवार 16 जून को पड़ रही है. शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 39 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 17 जून को सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक पर खत्म होगी. मान्यता के अनुसार, ऐसा बताया गया है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने वाले भक्तों पर भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की हमेशा कृपा बनीं रहती है. साथ ही घर परिवार में और गृहस्थ जीवन में खुशहाली आती है. पूजा करते वक्त पढ़ें ये मंत्र ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ. ऊँ नम: शिवाय. ओम साधो जातये नम:. जानें रात्रि में शिव जी की पूजा का महत्व बता...

Masik Shivratri 2023: आज रखा जाएगा आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

डीएनए हिंदीः हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए बहुत ही खास माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा (Masik Shivratri 2023 Puja) करने से दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. जून महीने में आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) आने वाली है तो चलिए आषाढ़ मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) की तिथि और पूजा मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में जानते हैं. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 तिथि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Date) आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 जून 2023 को सुबह 8ः39 से हो रही है जिसका समापन अगले दिन 17 जून 2023 को सुबह 9ः11 पर होगा. मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में की जाती है ऐसे में शिवरात्रि व्रत 16 जून 2023 को रखा जाएगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा मुहूर्त (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Muhurat) जून में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5ः23 से सुबह 10ः37 तक रहेगा. दोपहर के समय पूजा मुहूर्त 12ः22 से दोपहर को 2ः07 तक होगा. लाभ-उन्नति पूजा मुहूर्त रात को 9ः51 से 11ः07 तक रहेगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा विधि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Vidhi) मासिक शिवरात्रि महत्व (Masik Shivratri Significance) भगवान शिव की पूजा के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत ही शुभ होता है. इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन की सभी समस्याओं...

Masik Shivratri 2023 : आज है मासिक शिवरात्रि, इस विधि से करें पूजा, सभी मनोकामना होगी पूरी

नई दिल्ली : Masik Shivratri 2023 : हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के अवसर पर मध्यरात्रि भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से भक्तों पर विशेष कृपा बनी रहती है और व्यक्ति की सभी मनोकामना भी पूरी हो जाती है, साथ ही सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है. मासिक शिवरात्रि का व्रत पुरुष और महिलाएं दोनों रखती हैं. ये व्रत कुंवारी कन्या भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रखती हैं. बता दें, इस बार आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि दिांक 16 जून को सुबह 08 बजकर 39 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 17 जून तो सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर समाप्ति होगी. ये भी पढ़ें - जानें मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि दिनांक 16 जून दिन शुक्रवार को सुबह 8 बजकर 39 बजे से लेकर अगले दिन दिनांक 17 जून दिन शनिवार को सुबह 9 बजकर 11 मिनट पर होगा. इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से जल्द शुभ फल की प्राप्ति होती है. भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती व्यक्ति को हर कष्ट से बचाते हैं शिव पुराण के अनुसार, ऐसा बताया गया है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने वाले भक्तों पर भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की हमेशा कृपा बनीं रहती है और उन्हें सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस दिन रात्रि में पूजा करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है. इस दिन करें इन मंत्रों का जाप, भगवान शिव जल्द होंगे प्रसन्न ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय । ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा । ॐ इं क्षं मं औं अं । ॐ प्रौं ह्रीं ठः ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय ...

Masik Shivratri 2023: आज रखा जाएगा आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

डीएनए हिंदीः हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए बहुत ही खास माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा (Masik Shivratri 2023 Puja) करने से दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. जून महीने में आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) आने वाली है तो चलिए आषाढ़ मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) की तिथि और पूजा मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में जानते हैं. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 तिथि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Date) आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 जून 2023 को सुबह 8ः39 से हो रही है जिसका समापन अगले दिन 17 जून 2023 को सुबह 9ः11 पर होगा. मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में की जाती है ऐसे में शिवरात्रि व्रत 16 जून 2023 को रखा जाएगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा मुहूर्त (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Muhurat) जून में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5ः23 से सुबह 10ः37 तक रहेगा. दोपहर के समय पूजा मुहूर्त 12ः22 से दोपहर को 2ः07 तक होगा. लाभ-उन्नति पूजा मुहूर्त रात को 9ः51 से 11ः07 तक रहेगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा विधि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Vidhi) मासिक शिवरात्रि महत्व (Masik Shivratri Significance) भगवान शिव की पूजा के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत ही शुभ होता है. इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन की सभी समस्याओं...

महाशिवरात्रि 2023 में कब है?

5/5 - (8 votes) महाशिवरात्रि 2023 में कब है, 2023 mein shivratri kab hai, 2023 shivratri kab hai, 2023 mein shivratri kab ki hai, 2023 mahashivratri kab hai 🧘🏻‍♂️🔱 |🕉️|🔱🛕 हिंदू महा शिवरात्रि का पालन करते हैं, जिसे पद्मराजरात्रि या ‘शिव की महान रात’ के रूप में भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का सम्मान करने के लिए एक त्योहार/पर्व के रूप में मनाया जाता है। भक्त महाशिवरात्रि के दिन महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को प्रसन्न करने पर व्यक्ति को मोक्ष या मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिवजी ने देवी पार्वती से विवाह (Marriage) किया था। कहा जाता है कि सती की मृत्यु के बाद शिव ने गहरे ध्यान में प्रवेश किया। सती ने भगवान शिव की पत्नी (Wife) बनने के लिए पार्वती के रूप में पुनर्जन्म (Rebirth) लिया। नतीजतन, Read Also : What is CPU? And how it works – complete information 2023 में महाशिवरात्रि शनिवार, 18 फरवरी को मनाई जाएगी । महा शिवरात्रि एक वर्ष में मनाई जाने वाली 12 शिवरात्रियों में से सबसे महत्वपूर्ण है और ग्रहों की स्थिति के आधार पर फरवरी या मार्च महीने में मनाई जाती है। हर महीने, शिवरात्रि महीने के 14 वें दिन अमावस्या से एक दिन पहले आती है। महा शिवरात्रि 2023: मुहूर्त नीचे शिवरात्रि से जुड़े विभिन्न पूजा आयोजनों की जानकारी दी गई है।कृपया निम्न तालिका देखें और मुहूर्त के अनुसार शिवरात्रि पूजा में भाग लें। Beginning time of Chaturdashi Tithi 8:02 अपराह्न (18 फरवरी 2023) Chaturdashi Tithi Ending Time 4:18 अपराह्न (19 फरवरी 2023) निशिथ काल पूजा का समय 12:16 पूर्वाह्न से 1:06 अपराह्न (19 फरवरी 2023) शिवरात्रि पारण का समय सुबह 6:57 से दोपहर 3:33 (19 फरवरी 2023) Puja Timings for Rat...

Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय

Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय | Mahashivratri 2023 When is Mahashivratri in year 2023 date Puja shubh muhurat vidhi and Paran time | Hindi News Mahashivratri 2023: साल 2023 में कब है महाशिवरात्रि? जानें तारीख, पूजा शुभ मुहूर्त और पारण का समय Mahashivratri 2023 Puja Muhurat: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत महत्‍व है. भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का ये दिन शिव-पार्वती की कृपा पाने का सबसे अच्‍छा मौका होता है. इस दिन भगवान शिव का विशेष अभिषेक, पूजन किया जाता है. भगवान शिव का पंचामृत से रुद्राभिषेक होता है. उन्‍हें बेल पत्र, धतूरा, आक के फूल अर्पित किए जाते हैं. महाशिवरात्रि फाल्‍गुन मास की चतुर्दशी को मनाई जाती है. साल 2023 में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी. साल 2023 में महाशिवरात्रि का त्योहार 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा. फाल्‍गुन मास की चतुर्दशी तिथि 17 फरवरी की रात 8:02 बजे से शुरू होगी और 18 फरवरी की शाम 4:18 बजे समाप्‍त होगी. महाशिवरात्रि व्रत रखने वाले व्रतियों के लिए पारण का शुभ समय 19 फरवरी की सुबह 06:57 बजे से दोपहर 3:33 बजे तक रहेगा. महाशिवरात्रि की पूजा से पूरी होंगी सारी मनोकामनाएं महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें. दूध, घी, शक्‍कर, शहद, दही और गंगाजल भक्ति भाव से अर्पित करें. केसर मिश्रित जल चढ़ाना बेहद शुभ रहेगा. शिव जी का चंदन से तिलक करें. बेलपत्र, भांग, गन्ने का रस, धतूरा, फल, मिठाई, मीठा पान, इत्र और वस्‍त्र अर्पित करें. इस दिन शिव जी को खीर और केले का भोग लगाना बहुत अच्‍छा माना जाता है. दीपक जलाएं. अभिषेक के बाद 108 बार ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें....

Masik Shivratri 2023 : आज है मासिक शिवरात्रि, इस विधि से करें पूजा, सभी मनोकामना होगी पूरी

नई दिल्ली : Masik Shivratri 2023 : हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के अवसर पर मध्यरात्रि भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से भक्तों पर विशेष कृपा बनी रहती है और व्यक्ति की सभी मनोकामना भी पूरी हो जाती है, साथ ही सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है. मासिक शिवरात्रि का व्रत पुरुष और महिलाएं दोनों रखती हैं. ये व्रत कुंवारी कन्या भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रखती हैं. बता दें, इस बार आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि दिांक 16 जून को सुबह 08 बजकर 39 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 17 जून तो सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर समाप्ति होगी. ये भी पढ़ें - जानें मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि दिनांक 16 जून दिन शुक्रवार को सुबह 8 बजकर 39 बजे से लेकर अगले दिन दिनांक 17 जून दिन शनिवार को सुबह 9 बजकर 11 मिनट पर होगा. इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से जल्द शुभ फल की प्राप्ति होती है. भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती व्यक्ति को हर कष्ट से बचाते हैं शिव पुराण के अनुसार, ऐसा बताया गया है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने वाले भक्तों पर भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की हमेशा कृपा बनीं रहती है और उन्हें सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस दिन रात्रि में पूजा करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है. इस दिन करें इन मंत्रों का जाप, भगवान शिव जल्द होंगे प्रसन्न ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय । ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा । ॐ इं क्षं मं औं अं । ॐ प्रौं ह्रीं ठः ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय ...