शुक्लयुग के गद्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए ।

  1. शुक्लयुग के गद्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। 11. लगान न चुकाने पर जमींद..
  2. UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य
  3. UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य की विभिन्न विधाओं पर आधारित
  4. छायावादी युग के गद्य की किन्हीं दो विशेषताओं को लिखिए।
  5. छायावादी युग के गद्य की विशेषतायें क्या हैं ?


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शुक्लयुग के गद्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। 11. लगान न चुकाने पर जमींद..

शुक्लयुग के गद्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। 11. लगान न चुकाने पर जमींदार ने भक्तिन को क्या सजा दी? (02 अंक) अथवा पर्चेजिंग पावर से लेखक जेनेन्द्र कुमार का क्या आशय है? 12. लोकोक्ति और मुहावरे में दो प्रमुख अंतर लिखिए। (02अंक) अथवा तकनीकी शब्द किसे कहते है रुदाहरण सहित लिखिए। 13. राष्ट्रभाषा की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। (02अंक) अथवा राजभाषा किसे कहते हैं? किन्ही दो राज्य की राजभाषा लिखिए। 14 सिल्वर वैंडिग का आयोजन क्यों हुआ था ? (02अंक) अथवा यशोधर बाबू के चरित्र की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। 15. एक अच्छे सेखन के लिए ध्मान देने योग्य दो प्रमुख बातें लिखिए। (02अंक) अथवा एक सफल साक्षात्कार कर्ता के कौन- कौन से गुण होते हैं? संक्षिप्त में लिखिए। 16. निम्मलिखित बिंदुओं के आध्रा पर सुर्यकान्त त्रिपाठी निराला'अथवा रछुवीर सहाय के साहित्य की काव्यगत विशेषताएं लिखिए- (03अंक) (i) दो रचनाएँ (i) भावपक्ष (iii) साहित्य में स्थान। 17. निम्मलिखित बिंदुओं के आधार पर धर्मवीर भारती अथवा हजारी प्रसाद द्विवेदी का साहित्पिक परिचय लिखिए- (03अंक) (i) दो रचनाएँ (ii) भाषा- शौली (iii) साहित्य में स्थान। 18. कंप्पूटर एिक्षकों की आवश्यकता हेतु एक विज्ञापन बनाकर लिखिए। (03अंक) अथवा छात्र के कक्षा में विलंद से पहुंचने पर शिक्षक -छात्र के बीच होने वाले संवाद को लिखिए। शुक्लयुग के गद्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। 11. लगान न चुकाने पर जमींदार ने भक्तिन को क्या सजा दी? (02 अंक) अथवा पर्चेजिंग पावर से लेखक जेनेन्द्र कुमार का क्या आशय है? 12. लोकोक्ति और मुहावरे में दो प्रमुख अंतर लिखिए। (02अंक) अथवा तकनीकी शब्द किसे कहते है रुदाहरण सहित लिखिए। 13. राष्ट्रभाषा की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। (02अंक) अथवा रा...

UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य

हिन्दी गद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय विशेष-पाठ्यक्रम के नवीनतम प्रारूप के अनुसार हिन्दी गद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय’ के अन्तर्गत केवल शुक्ल और शुक्लोत्तर युग (छायावादोत्तर युग) ही निर्धारित हैं, किन्तु अध्ययन की दृष्टि से यहाँ सभी युगों के विकास से सम्बन्धित प्रश्नों को संक्षेप में दिया जा रहा है, क्योंकि एक-दूसरे से घनिष्ठता के कारण कभी-कभी निर्धारित युग से अलग प्रश्न भी पूछ लिये जाते हैं। लघु उत्तरीय प्रश्न, केवल विस्तृत अध्ययन के लिए दिये गये हैं। इससे प्रायः अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ही पूछे जाते हैं, जिसके लिए कुल 5 अंक निर्धारित है। प्रश्न 1 गद्य का अर्थ लिखिए। उत्तर गद्य हमारे दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाली भाषा का नाम है। इसकी विषय-वस्तु हमारी बोध-वृत्ति पर आधारित होती है तथा इसमें किसी विषय को विस्तार से कहने की प्रवृत्ति या भावना होती है। गद्य वास्तविकता और व्यावहारिकता से ओत-प्रोत होता है। प्रश्न 2 गद्य और पद्य (काव्य) में अन्तर बताइट। उत्तर गद्य मस्तिष्क के तर्कप्रधान चिन्तन की उपज होता है और छन्दबद्ध, भावपूर्ण तथा ओजयुक्त रचनाएँ काव्य कहलाती हैं। गद्य में विस्तार, वास्तविकता तथा व्यावहारिकता अधिक होती है, जबकि काव्य में संकेत-रूप में बात कही जाती है। इसमें काल्पनिकता का प्राधान्य होता है। प्रश्न 3 गद्य का प्रथम विकास किस रूप में होता है ? उत्तर गद्य का प्रथम विकास सामान्य बोल-चाल की भाषा के रूप में होता है। प्रश्न 4 भाषा-रूपों के विकास की दृष्टि से गद्य की कितनी कोटियाँ उपलब्ध हैं ? उत्तर भाषा-रूपों के विकास की दृष्टि से गद्य की चार कोटियाँ– • वर्णनात्मक, • विवेचनात्मक, • भावात्मक, • विवरणात्मक उपलब्ध हैं। प्रश्न 5 सृजनात्मक तथा उपयोगी गद्य की एक-एक विध...

UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य की विभिन्न विधाओं पर आधारित

गद्य की विभिन्न विधाओं पर आधारित निबन्ध प्रश्न 1 निबन्ध किसे कहते हैं ? उत्तर निबन्ध उस गद्य-विधा को कहते हैं, जिसमें किसी विषय पर सभी दृष्टियों से प्रस्तुत किये गये विचारों का मौलिक और स्वतन्त्र रूप में विवेचन; विचारपूर्ण, विवरणात्मक और विस्तृत रूप में किया गया हो। इसमें लेखक स्वतन्त्रतापूर्वक अपने विचारों तथा भावों को प्रकट करता है। प्रश्न 2 हिन्दी निबन्ध-लेखन की विभिन्न शैलियों का उल्लेख कीजिए। या विषय एवं शैली के अनुसार निबन्ध के दो भेदों का नामोल्लेख कीजिए। उत्तर हिन्दी निबन्ध-लेखन में वर्णनात्मक, विवरणात्मक, विचारात्मक तथा भावात्मक शैलियों को अपनाया गया है। प्रश्न 3 विचारात्मक निबन्ध और वर्णनात्मक निबन्ध में अन्तर बताइए। उत्तर विचारात्मक निबन्ध में तर्कपूर्ण विवेचन, विश्लेषण एवं खोजपूर्ण अध्ययन की प्रधानता होती है, किन्तु वर्णनात्मक निबन्ध का लेखक किसी वस्तु, घटना या दृश्य का वर्णन निरीक्षण के आधार पर करता है। प्रश्न 4 ‘वर्णनात्मक’ एवं ‘विवरणात्मक निबन्ध का अन्तर स्पष्ट कीजिए। उत्तर वर्णनात्मक निबन्धों में किसी भी वर्णनीय वस्तु, स्थान, व्यक्ति, दृश्य आदि का निरीक्षण के आधार पर आकर्षक, सरस तथा रमणीय रूप में वर्णन होता है; जब कि विवरणात्मक निबन्धों में प्रायः ऐतिहासिक तथा सामाजिक घटनाओं, स्थानों, दृश्यों, पात्रों तथा जीवन के अन्य विविध क्रियाकलापों का विवरण दिया जाता है। प्रश्न 5 हिन्दी के प्रमुख ललित निबन्धकारों के नाम बताइए। उत्तर हिन्दी के प्रमुख ललित निबन्धकार निम्नवत् हैं • आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, • शिवप्रसाद सिंह, • रामवृक्ष बेनीपुरी, • कुबेरनाथ राय, • विद्यानिवास मिश्र, • वासुदेवशरण अग्रवाल, • जगदीशचन्द्र माथुर, • धर्मवीर भारती एवं • पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी...

छायावादी युग के गद्य की किन्हीं दो विशेषताओं को लिखिए।

छायावादी युग के गद्य की अनेक विशेषताएँ हैं। प्रेमचन्द, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल एवं जयशंकर प्रसाद ने जो गद्य रचनाएँ कीं, उनका रूप अत्यन्त प्रौढ़, परिष्कृत एवं विकसित है। विषयों, शैलियों, विधाओं की विविधता इस काल के गद्य की एक प्रमुख विशेषता है। इस युग में नाटक, उपन्यास, निबन्ध, कहानी, आलोचना आदि विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कोटि की गद्य-रचना हुई।

छायावादी युग के गद्य की विशेषतायें क्या हैं ?

छायावादी युग के गद्य की विशेषताएँ छायावादी युग के गद्य की अनेक विशेषताएँ हैं। प्रेमचन्द, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल एवं जयशंकर प्रसाद ने जो गद्य रचनाएँ कीं, उनका रूप अत्यन्त प्रौढ़, परिष्कृत एवं विकसित है। विषयों, शैलियों, विधाओं की विविधता इस काल के गद्य की एक प्रमुख विशेषता है। इस युग में नाटक, उपन्यास, निबन्ध, कहानी, आलोचना आदि विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कोटि की गद्य-रचना हुई।