सोडियम का संकेत क्या है

  1. Hyponatremia Causes Symptoms Prevention in Hindi
  2. सोडियम के स्रोत, मात्रा, फायदे और नुकसान
  3. सोडियम
  4. सोडियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  5. सोडियम युक्त खाद्य सामग्री और उनके फायदे
  6. रसायन विज्ञान के महत्त्वपूर्ण सूत्र क्या होते हैं जानिए
  7. Low Sodium Salt : लो सोडियम नमक का सच क्या है ? %%page%% %%sep%% TheHealthSite Hindi


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Hyponatremia Causes Symptoms Prevention in Hindi

बदलते लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से लोग कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सही जीवनशैली न होने की वजह से कम उम्र के लोग भी कई तरह की बीमारियां जैसे थायराइड, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर इत्यादि से ग्रसित हो रहे हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है हाइपोनेट्रिमिया, शायद आपने इसका नाम पहले नहीं सुना होगा। लेकिन यह एक ऐसी बीमारी है, जो इन दिनों काफी आम हो चुकी है। ब्लड में सोडियम का स्तर कम होने की वजह से हाइपोनेट्रिमिया हो सकता है। सोडियम एक ऐसा पदार्थ है, जो शरीर के अधिकतर तरल पदार्थों में पाया जाता है। शरीर में इसकी अधिकता और कमी दोनों ही रूप में नुकसानदेह माना जाता है। आज हम इस लेख में हाइपोनेट्रिमिया के बारे में विस्तार से जानेंगे। हाइपोनेट्रिमिया के कारण ( Hyponatremia Causes ) शरीर में दस्त की समस्या जब किसी व्यक्ति को दस्त की परेशानी होती है, तो इस दौरान शरीर से काफी मात्रा में तरल पदार्थ निकल जाते हैं। इस स्थिति में शरीर में तरल पदार्थों की कमी होने के साथ-साथ सोडियम की कमी भी होने लगती है। जिसकी वजह से व्यक्ति हाइपोनेट्रिमिया की चपेट में आ सकता है। इसे भी पढ़ें - मूत्रवर्धक दवाइयां अगर आप मूत्रवर्धक दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, तो आपको हाइपोनेट्रिमिया की समस्या हो सकती है। दरअसल, शरीर से यूरिन की अधिक मात्रा में निकलने से मूत्र के माध्यम से सोडियम भी निकल जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को हाइपोनेट्रिमिया की शिकायत हो सकती है। हार्ट फेलियर हाइपोनेट्रिमिया होने का कारण हार्ट फेलियर भी हो सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति के शरीर के सोडियम काफी मात्रा में बाहर निकल सकता है। किडनी रोग किडनी रोगियों को भी हाइपोनेट्रिमिया की समस्या हो सकती है। क्योंकि इससे शरीर से पेशाब के...

सोडियम के स्रोत, मात्रा, फायदे और नुकसान

Sodium – Source, Benefits And Side Effects In Hindi जानिए सोडियम क्या है, सोडियम के स्रोत, सोडियम के कार्य, सोडियम के फायदे और नुकसान। सोडियम मानव शरीर में पाए जाने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व है सोडियम रक्त के विनियमन (regulation) के लिए सबसे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स (electrolytes) में से एक है। इस महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट की अनुपस्थिति के कारण शारीरिक कार्यों को करने में परेशानी हो सकती है। यह शरीर के तरल पदार्थ को नियंत्रित करता है और मानव शरीर के अन्दर विद्युत आवेगों (electric impulses) को भी संचारित करता है। सोडियम नसों में पाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से सबसे आवश्यक तत्व है, जबकि यह मांसपेशियों के संकुचन की गति को नियंत्रित या संतुलित करने में भी मदद करता है। संक्षेप में कह सकते है कि सोडियम मानव आहार के रूप में, कोशिकीय सक्रियता को नियंत्रित करने और बनाये रखने के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को उचित कार्य करने के लिए आवश्यक तत्वों में से एक है। नमक और ‘सोडियम’ एक ही चीज नहीं हैं। क्योंकि नमक प्रकृति में प्रचुर मात्रा में पाये जाने वाला एक क्रिस्टलीय यौगिक है। जबकि सोडियम एक खनिज है। जो नमक में पाया जाने वाला एक रासायनिक तत्व है। • • • • • • सोडियम क्या है – What is sodium in Hindi Na : सोडियम एक धातु है जो बहुत प्रतिक्रियाशील है। सोडियम अति क्रियाशील होने के कारण प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता है। सोडियम हमेशा लवण (salt) के रूप में पाया जाता है। सोडियम का सबसे सामान्य आहार के रूप सोडियम क्लोराइड उपस्थित है। सोडियम क्लोराइड को सामान्यतः टेबल साल्ट (table salt) नमक के रूप में जाना जाता है। मनुष्य शरीर में सोडियम की पूर्ति के लिए सोडियम क्लोराइड का अधिक...

सोडियम

अनुक्रम • 1 उपस्थिति • 2 निर्माण • 3 गुणधर्म • 4 उपयोग • 5 यौगिक • 6 इन्हें भी देखें उपस्थिति [ ] सोडियम अत्यंत सक्रिय तत्व है जिसके कारण यह मुक्त अवस्था में नहीं मिलता। निर्माण [ ] सक्रिय पदार्थ होने के कारण बहुत काल तक सोडियम धातु का निर्माण सफल न हो सका। १८०७ ई. में आजकल तरल सोडियम क्लोराइड के वैद्युत अपघटन द्वारा भी सोडियम का निर्माण हो रहा है। गुणधर्म [ ] सोडियम रुपहली चमकदार धातु है। • परमाणु संख्या ११, • • • • सोडयम धातु के परमाणु अपना एक इलेक्ट्रॉन खोकर सोडियम आयन में सरलता से परिणत हो जाते हैं। फलत: सोडियम अत्यंत शक्तिशाली 2O) तथा सोडियम परआक्साइड (Na 2O 2) का मिश्रण बनाता है। उपयोग [ ] सोडियम धातु का उपयोग अपचायक के रूप में होता है। सोडियम परऑक्साइड (Na 2O 2), सोडियम सायनाइड (NaCN) और सोडेमाइड (NaNH 2) के निर्माण में इसका उपयोग होता है। कार्बनिक क्रियाओं में भी यह उपयोगी है। लेड टेट्राएथिल [Pb(C 2H 5) 4] के उत्पादन से सोडियम-सीस मिश्रधातु उपयोगी है। सोडियम में सोडियम के अनेक यौगिक चिकित्सा में काम आते हैं। आज के औद्योगिक युग में सोडियम तथा उसके यौगिकों का प्रमुख स्थान है। यौगिक [ ] सोडियम एक संयोजक यौगिक बनाता है। सोडियम यौगिक जल में प्राय: विलेय होते हैं। सोडियम के दो ऑक्साइड ज्ञात हैं Na 2O और Na 2O 2। सोडियम धातु पर ३०० डिग्री सें. पर वायु प्रवाहित करने में सोडियम परऑक्साइड बनेगा। यह शुष्क वायु में स्थायी होता है और जल में शीघ्र अपघटित हो सोडियम हाइड्रॉक्साइड में परिणत हो जाता है। यह सुविधानुसार ऑक्सीकारक (oxidant) तथा अपचायक (reductant) दोनों का ही कार्य कर सकता है। यह कार्बन मोनोआक्साइड (CO) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO 2) दोनों से मिलकर सोडियम कार्बोनेट बनाता ह...

सोडियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

सोडियम की कमी क्या है? यदि अन्य तरल पदार्थों के मुकाबले खून में सोडियम की मात्रा कम हो तो शरीर में सोडियम की कमी हो जाती है। सोडियम में कमी तब होती है जब शरीर में द्रव (पानी) की मात्रा बहुत अधिक या बहुत कम हो जाती है। शरीर में पानी की कमी पैदा करने वाले कुछ मुख्य कारण जैसे इंट्रावेनस फ्लूड (नसों द्वारा द्रव चढ़ाना) और इलेक्ट्रोलाइट्स रिप्लेसमेंट की मदद से सोडियम की कमी से होने वाले लक्षणों और इसके अंदरूनी कारणों का इलाज किया जाता है। यदि शरीर में सोडियम की गंभीर रूप से कमी हो गई है तो इसके कारण मरीज (और पढ़ें - सोडियम को रोजाना कितनी मात्रा में लेना चाहिए ? उम्र, लिंग, उम्र / लिंग प्रति दिन सोडियम की खुराक शिशु 0 से 6 महीने 0.12 शिशु 7 से 12 महीने 0.37 बच्चे 1 से 3 साल 1.0 बच्चे 4 से 8 साल 1.2 लड़कियां 9 से 13 साल 1.5 लड़के 9 से 13 साल 1.5 महिलाएं 14 से 18 साल 1.5 पुरुष 14 से 18 साल 1.5 महिलाएं 19 से 50 साल 1.5 पुरुष 19 से 50 साल 1.5 महिलाएं 50 से 70 साल 1.3 पुरुष 50 से 70 साल 1.3 70 से ऊपर की उम्र के वयस्क 1.2 गर्भवती महिलाएं 19 से 50 साल 1.5 स्तनपान करवाने वाली महिलाएं 19 से 50 साल 1.5 स्वस्थ वयस्कों के लिए रोजाना की सोडियम की मात्रा की अधिकतम सीमा फिलहाल 2.3 ग्राम या 2300 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं है। यह एक दिन में लगभग एक टेबलस्पून नमक के बराबर होती है। (और पढ़ें - सोडियम में कमी होने से कौन से लक्षण पैदा हो सकते हैं ? सोडियम में कमी होने पर हर व्यक्ति को अलग-अलग महसूस हो सकते हैं। यदि आपके सोडियम का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, तो यह भी हो सकता है कि आपको कोई भी लक्षण महसूस ना हो। यदि सोडियम का स्तर तेजी से गिर रहा है तो आपको इससे कुछ गंभीर लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। ...

सोडियम युक्त खाद्य सामग्री और उनके फायदे

शरीर में सभी तरह के पोषक तत्वों का संतुलित मात्रा में होना अच्छा होता है। इससे कई तरह की समस्याओं को दूर रखने में मदद मिल सकती है। इन पोषक तत्वों में से एक खास तत्व सोडियम है। सोडियम शरीर के बेहतर तरीके से संचालन और बीमारियों को दूर रखने में मदद कर सकता है। अगर शरीर में सोडियम की मात्रा की कमी हो जाती है, तो इसका असर स्वास्थ्य पर दिखाई दे सकता है। वहीं, शरीर में सोडियम की जरूरत से ज्यादा मात्रा होना भी अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में शरीर में सोडियम के संतुलन को बनाए रखने से संबंधित बातें हम अपने स्टाइलक्रेज के इस लेख में बता रहे हैं। साथ ही हम सोडियम के फायदे और सोडियम युक्त खाद्य पदार्थ की भी जानकारी देंगे। विषय सूची • • • • • • • • सोडियम क्या है? – What is Sodium in Hindi सोडियम एक तरह का पोषक तत्व होता है, जो शरीर के ठीक से काम करने के लिए जरूरी होता है। सोडियम कई प्रकार का होता है, जिनमें सोडियम क्लोराइड, मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG), सोडियम नाइट्राइट, सोडियम सैचरिन, बेकिंग सोडा (सोडियम बाइकार्बोनेट) और सोडियम बेंजोएट मुख्य है। यह खासकर नमक में अधिक मात्रा में पाए जाता है नीचे है जरूरी जानकारी आइए, अब जानते हैं कि शरीर में सोडियम की भूमिका क्या है। आपके शरीर में सोडियम की भूमिका क्या है? शरीर के लिए सोडियम की भूमिका अहम होती है। यह ब्लड प्रेशर यानी रक्तचाप और ब्लड वॉल्यूम को नियंत्रित रखने का कार्य करता है। साथ ही मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के सही तरह से काम करने के लिए भी सोडियम की आवश्यकता होती है पढ़ते रहें यह आर्टिकल चलिए, अब जानते हैं कि शरीर के लिए सोडियम की कितनी मात्रा की आवश्यकता होती है। आपको सोडियम की कितनी आवश्यकता है? सोडियम की मात्रा उम्र के हिसाब से अलग-अ...

रसायन विज्ञान के महत्त्वपूर्ण सूत्र क्या होते हैं जानिए

केमिस्ट्री फॉर्मुलाज़ हर परीक्षा के लिए एक महत्त्वपूर्ण विषय है । जिससे अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में सवाल पूछे जाते है। आने वाली परीक्षाओं को ध्यान रखते हुए हमने कुछ महत्वपूर्ण Chemistry Formulas in Hindi की लिस्ट बनायीं है अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले है तो इसे ज़रूर पड़े । आज का ये ब्लॉग आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा तो चलिए शुरू करते हैं। This Blog Includes: • • • • • • • • केमिस्ट्री क्या है ? केमिस्ट्री की वजह से ही इंसान शरीर में होने वाली क्रिया कलाप की पहचान भी सकते हैं । केमिस्ट्री विज्ञान की शाखा है। जिसमें हम तत्व , एटम , मॉलिक्यूल, रासायनिक फार्मूला आदि के बारे में पढ़ते है। केमिस्ट्री हमारे विज्ञान का बेसिक हैं। ये भी पढ़ें : जानिए केमिस्ट्री अध्ययन क्यों जरूरी है? केमिकल सिंबल्स हम अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कई केमिकल सब्सटेंस का उपयोग करते हैं। जब हम केमिस्ट्री विज्ञान का अध्ययन करते हैं तो विभिन्न तत्वों के नाम पढ़ते हैं इन तत्वों का नाम लिखने की बजाय इनके चिन्ह को काम में लिया जाता है जैसे हम ऑक्सीजन को लिखना होता है तो हम O2 लिखते हैं। जर्मन वैज्ञानिक बर्जीलियस ने इसे विकासित किया था।ऐसे ही कुछ चिन्ह नीचे बताये गए हैं: (i) किसी तत्व के नाम का प्रथम अक्षर उस तत्व का संकेत होता है। उदाहरण- तत्व का नाम संकेत तत्व का नाम संकेत हाइड्रोजन (Hydrogen) H कार्बन (Carbon) C नाइट्रोजन (Nitrogen) N ऑक्सीजन (Oxygen) O फ्लोरीन (Fluorine) F फॉस्फोरस (Phosphorus) P (ii) यदि दो या दो से अधिक तत्वों के नाम एक ही अक्षर से शुरू होते हों, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक तत्व के नाम का प्रथम अक्षर तथा उसके नाम का कोई अन्य प्रधान अक्षर उस तत्व के संकेत के लिए प्रयुक्त क...

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Written by |Updated : July 13, 2019 2:52 PM IST • • • • • नमक को लेकर हमेशा आप कुछ न कुछ जानकारी लेते रहते हैं. नमक में सोडियम पाया जाता है जिसे अधिक खाने से हार्ट की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. बाजार इस जानकारी का उपयोग करके कम सोडियम (Low Sodium Salt) वाले नमक को बाजार में उतार दिया है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा कि, क्या सच में नमक से सोडियम कम किया जा सकता है ? अगर कम की जा सकती है तो फिर आप नमक से मिलने वाले सोडियम की जगह क्या खा रहे हैं ? आइए जानते हैं नमक का सच. नमक क्या है ? सबसे पहले हम यह जान लें कि नमक क्या है ? हम जो नमक खाना बनाने में उपयोग करते हैं, वह रसायन विज्ञान के अनुसार सोडियम क्लोराइड है. नमक एक तरह से सोडियम और क्लोरीन का एक अणु है. अर्थात जब सोडियम और क्लोरीन एक साथ मिलते हैं तो एक नमक का कण बनता है. इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि सोडियम और क्लोरीन के बिना नमक बन ही नहीं सकता है. जैसे हाइड्रोजन और ऑक्सीजन मिलकर पानी बनाते हैं. अगर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की मात्रा में कम ज्यादा हो जाये तो पानी नहीं बनता है. डाइट एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं ? ज्यादातर डाइट एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नमक में सोडियम की मात्रा को कम नहीं किया जा सकता है. कोई भी नमक हो उसमें सोडियम की मात्रा उतनी रहेगी ही जितनी होनी ही चाहिए. लो-सोडियम नमक कैसे बनता है ? नमक के प्रचार में लो-सोडियम (Low Sodium Salt) नमक की जो बात कही जाती है, उसमें नया प्रयोग है. दरअसल नमक में एक दूसरे रसायन की मिलावट की जाती है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नमक बनाने वाले पोटैशियम क्लोराइड मिलाते हैं. सोडियम की जह पोटैशियम क्लोराइड (Potassium Chloride) मिलाने से नमक में क्लोरीन तो उतना ही रहता है. लेकिन सोडियम की ज...