सर्जनात्मकता का अर्थ लिखें ।

  1. सृजनात्मक चिंतन परीक्षण का निर्माण
  2. सृजनात्मकता क्या है? सृजनात्मकता का अर्थ, परिभाषा, महत्व, विशेषता एवं तत्त्व
  3. सृजनात्मकता का अर्थ और परिभाषा,Meaning And Definition Of Creativity In Hindi
  4. सृजनात्मकता का सिद्धांत
  5. सृजनात्मकता (Creativity)
  6. सर्जनात्मकता
  7. पर्यायवाची, समानार्थी, अनेकार्थी शब्द
  8. [Solved] यह किसने कहा कि, "नव निर्माण या उत्पादन में स�


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सृजनात्मक चिंतन परीक्षण का निर्माण

सृजनात्मकता चिन्तन की अवस्थाएं -कोर्इ भी व्यक्ति किसी भी समस्या का समाधान कर रहा हो या सृजनात्मकता चिन्तन कर रहा हो उसे मुख्य रूप से चार अवस्थाओं से गुजरना होता है। • तैयारी- इस अवस्था में व्यक्ति को समस्या के पक्ष व विपक्ष में आवश्यक तथ्य एकत्र करने होते है। जैसे एक चित्रकार को अपनी पेन्टिंग बनाने से पूर्व किसी प्राकृतिक स्थान पर बैठकर रंग, आकार, रोशनी आदि का ज्ञान प्राप्त करना होता है। • उद्भवन - यह चिन्तन की वह अवस्था है जिसमें व्यक्ति की निष्क्रियता बढ़ जाती है। यह निष्क्रिय अवस्था लम्बी तथा छोटी दोनो प्रकार की हो सकती है। इस अवस्था में व्यक्ति समस्या के समाधान के बारे में चिन्तन छोड़कर विश्राम करने लगता है। • प्रबोधन- इस अवस्था में अचानक व्यक्ति को समस्या का समाधान दिखायी देता है। उद्भवन की अवस्था में व्यक्ति अचेतन रूप से समस्या के भिन्न-भिन्न पहलुओं को पुनसंगठित करता है और उसे अचानक समस्या का समाधान नजर आ जाता है। • प्रमाणीकरण - सृजनात्मकता के लिए परे्रणा अति आवश्यक हाते ी है क्योंकि यह सामग्री की व्यवस्था करती है। कल्पना के द्वारा जो कार्य शुरू किया जाता है उसे बुद्धि एवं निर्णय के द्वारा पूर्ण किया जाता है। इस अवस्था में समस्या के समाधान की जांच होती है कि वह ठीक है अथवा नही। सृजनशील व्यक्ति की विशेषताएं -मनोवैज्ञानिकों ने सृजनशील व्यक्ति की विशेषताओं को समझने के लिए अनेक अध्ययन किये जिसमें मुख्य रूप से व्यक्तित्व परीक्षणों तथा जीवन के अनुभवों का प्रयोग किया गया। मेकिनन तथा उनके सहयोगियों ने वैज्ञानिकों, आविष्कारकों तथा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों का अध्ययन करके कुछ गुणों का निर्धारण किया। • कम बुद्धि वाले व्यक्तियों में सृजनात्मकता चिन्तन नही के बर...

सृजनात्मकता क्या है? सृजनात्मकता का अर्थ, परिभाषा, महत्व, विशेषता एवं तत्त्व

सृजनात्मकता = मौलिकता + उपयोगिता सृजनात्मकता का अर्थ • नए कार्य को करना • नए-नए वस्तुओं का निर्माण करना • समस्या समाधान के लिए नवीन विचार को लाना • नई-नई खोज करना • पूर्व के विचार, ज्ञान या वस्तुओं का पुनः व्यवस्थित करके नया रूप प्रदान करना सृजनात्मकता की परिभाषा जेम्स ड्रेवर के अनुसार :- अनिवार्य रूप से किसी नई वस्तु का सृजन करना है सृजनात्मकता कहलाता है। क्रो एवं क्रो के अनुसार :-सृजनात्मकता मौलिक परिणामों को व्यक्त करने की एक मानसिक क्रिया है। कोल एवं ब्रूस के अनुसार :- सृजनात्मकता एक मौलिक उत्पादन के रूप में मानव मन की ग्रहण करके अभिव्यक्त करने और मूल्यांकन करने की योग्यता की प्रक्रिया है। स्मरणीय तथ्य • सृजनात्मकता जन्मजात एवं अर्जित दोनों होते हैं। • सृजनात्मकता को अनुवांशिकता एवं वातावरण दोनों प्रभावित करते हैं। • सृजनात्मकता में अमूर्त चिंतन/अपसारी चिंतन का प्रयोग किया जाता है। सृजनात्मकता क्या है? In Hindi सृजनात्मकता के प्रकार सृजनात्मकता 4 प्रकार के होते हैं :- 1. शैक्षणिक सृजनात्मकता • समस्या का नए-नए विधियों से हल करना 2) कलात्मक सृजनात्मकता • कविता, चित्र, नवीन वस्तुओं का निर्माण इत्यादि। 3) तकनीकी सृजनात्मकता • मशीनों का निर्माण 4) वैज्ञानिक सृजनात्मकता • नवीन अनुसंधान, सिद्धांत, अविष्कार इत्यादि। सृजनात्मकता के तत्व टोरंस ने सृजनात्मकता के चार तत्व बताएं हैं- 1.प्रवाह (Fluency) 2.विविधता (Flexibility) 3.मौलिकता (Originality) 4.विस्तार (Elaboration) सृजनात्मकता की प्रकृति एवं विशेषता • सृजनात्मकता नवीनता को जन्म देती है। • यह गुण जन्मजात एवं अर्जित दोनों प्रकार के होते हैं। • सृजनात्मकता मे बालक स्वयं करके सीखते हैं। • सृजनात्मकता बालक में कल्पनाशीलता और संव...

सृजनात्मकता का अर्थ और परिभाषा,Meaning And Definition Of Creativity In Hindi

अनुक्रम • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • सृजनात्मकता का अर्थ और परिभाषा,Meaning and definition of creativity in hindi सृजनात्मकता का अर्थ और परिभाषा सृजनात्मकता का अर्थ और परिभाषा,Meaning and definition of creativity in hindi सृजनात्मकता शब्द अंग्रेजी के क्रिएटिविटी शब्द का हिंदी रूपांतरण है।इस शब्द के समानांतर विधायकता तथा उत्पादन रचनात्मकता ,डिस्कवरी आदि का प्रयोग किया जाता है।सृजन वह अवधारणा है जिसमें उपलब्ध साधनों से नवीन या अनजाने वस्तु विचार या धारणा को जन्म दिया जाता है। सृजनत्मकता से अभिप्राय रचना संबंधी योग्यता नवीन उत्पाद की रचना से है। सृजनात्मकता की परिभाषाएं (Definition of creativity) सृजनत्मकता की निम्नलिखित परिभाषाएं हैं। रूश के अनुसार “सृजनात्मकता मौलिकता है।जो वास्तव में किसी भी प्रकार की क्रिया में घटित होती है।” रॉबर्ट फ्रास्ट के अनुसार “मौलिकता क्या है ? यह मुक्त साहचर्य है जब कविता की पंक्तियां या उसके विचार आपको उद्वेलित करते हैं साधारणीकरण के लिए बाध्य करते हैं।या दो वस्तुओ का संबंध होता हैं, परंतु साहचर्य को देखने की कामना आप नहीं करते हैं आप तो उसका आनंद उठाते हैं।” मेदनिक के अनुसार “सृजनात्मकता चिंतन में साहचर्य के तत्वों का मिश्रण रहता है। जो विशिष्ट आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु संयोग सील होते हैं या किसी अन्य रूप में लाभदायक होते हैं7।नवीन सहयोग के विचार जितने कम होते हैं,सृजनात्मकता की संभावना उतनी ही अधिक होगी।” स्टेन के अनुसार “जब किसी कार्य का परिणाम नवीन हो।जो किसी समय में समूह द्वारा उपयोगी मानने हो ,वह कर सृजनत्मकता कहलाता है।” सी वी गुड़ के अनुसार सृजनात्मकता की परिभाषा “सृजनत्मकता एक विचार है।जो किसी समूह में विस्तृत सातत्य का निर्मा...

सृजनात्मकता का सिद्धांत

सृजनात्मकता सर्जनात्मकता अथवा रचनात्मकता किसी वस्तु, विचार, , से संबद्ध किसी समस्या का समाधान निकालने आदि के क्षेत्र में कुछ नया रचने, आविष्कृत करने या पुनर्सृजित करने की प्रक्रिया है। यह एक मानसिक संक्रिया है जो भौतिक परिवर्तनों को जन्म देती है। सृजनात्मकता के संदर्भ में वैयक्तिक क्षमता और प्रशिक्षण का आनुपातिक संबन्ध है। में सृजनात्मकता , और अभ्यास के सहसंबंधों की परिणति के रूप में व्यवहृत किया जाता है। • • • • • मार्क्सवाद में सृजनात्मकता सृजनात्मकता मानवीय क्रियाकलाप की वह प्रक्रिया है जिसमे गुणगत रूप से नूतन भौतिक तथा आत्मिक मूल्यों का निर्माण किया जाता है। प्रकृति प्रदत्त भौतिक सामग्री में से तथा वस्तुगत जगत की नियमसंगतियों के संज्ञान के आधार पर समाज की विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले नये यथार्थ का निर्माण करने की मानव क्षमता ही सृजनात्मकता है, जिसकी उत्पत्ति श्रम की प्रक्रिया में हुई हो। सृजनात्मकता निर्माणशील क्रियाकलाप के स्वरूप से निर्धारित होते हैं। सिद्धांत के अनुसार सृजन की प्रक्रिया में कल्पना समेत मनुष्य की समस्त आत्मिक शक्तियां और साथ ही वह दक्षता भाग लेती है जो प्रशिक्षण तथा अभ्यास से हासिल होती है तथा सृजनशील चिंतन को मूर्त रूप देने के लिए आवश्यक होती है। सृजनात्मकता की संभावनाएं सामाजिक संबंधों पर निर्भर करती हैं। निजी सम्पत्ति पर आधारित समाज के लिए अभिलाक्षणिक श्रम तथा मानव-क्षमताओं के परकीयकरण को दूर करता है। वह सभी किस्मों और प्रत्येक व्यक्ति की सृजनात्मक क्षमताओं के विकास के लिए आवश्यक पूर्वापेक्षाओं का निर्माण करता है। प्रत्ययवाद में सृजनात्मकता सृजनात्मकता को दैवीय धुन ( ), तथा का संश्लेषण ( ), रहस्यवादी ( ) तथा सहजवृत्तियों की अभिव्यक्ति ( ...

सृजनात्मकता (Creativity)

सृजनात्मकता/रचनात्मकता सृजनात्मकता (Creativity)सामान्य रूप से जब हम किसी वस्तु या घटना के बारे में विचार करते हैं तो हमारे मन-मस्तिष्क में अनेक प्रकार के विचारों का प्रादुर्भाव होता है। उत्पन्न विचारों को जब हम व्यावहारिक रूप प्रदान करते हैं तो उसके पक्ष एवं विपक्ष, लाभ एवं हानियाँ हमारे समक्ष आती हैं। इस स्थिति में हम अपने विचारों की सार्थकता एवं निरर्थकता को पहचानते हैं। सार्थक विचारों को व्यवहार में प्रयोग करते हैं। इस प्रकार की स्थिति सृजनात्मक चिन्तन कहलाती है। इसे एक उदाहरण द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है। जेम्स वाट एक वैज्ञानिक था। उसने रसोईघर से आने वाली एक आवाज को सुना तथा जाकर देखा कि चाय की केतली का ढक्कन बार-बार उठ रहा है तथा गिर रहा है। एक सामान्य व्यक्ति के लिये सामान्य घटना थी परन्तु सृजनात्मक व्यक्ति के लिये सजनात्मक चिन्तन का विषय थी। यहाँ से सृजनात्मक चिन्तन की प्रक्रिया प्रारम्भ होती है। जेम्सवाट ने सोचा कि भाप में शक्ति होती है इसके लिये उसने केतली के ढक्कन पर पत्थर रखकर उसकी शक्ति का परीक्षण किया। इसके बाद उसने उसका उपयोग दैनिक जीवन में करने पर विचार किया तथा भाप के इन्जन का निर्माण करने में सफलता प्राप्त की। इस प्रकार की स्थितियों से सृजनात्मक चिन्तन का मार्ग प्रशस्त होता है। सृजनात्मक चिन्तन की विभिन्न विद्वानों द्वारा निम्न परिभाषाएँ दी गयी हैं- सृजनात्मक चिन्तन की परिभाषाएँ • प्रो. एस. के. दुबे के शब्दों में, “ सृजनात्मक चिन्तन का आशय उन कार्यों से है जिनके माध्यम से नवीन विचारों, वस्तुओं एवं व्यवस्थाओं का सृजन सम्भव होता है।“ • श्रीमती आर. के. शर्मा के अनुसार, “ सृजनात्मक चिन्तन का आशय मस्तिष्क उद्वेलन की उस प्रक्रिया से है जिसमें किसी एक विषय पर अन...

सर्जनात्मकता

The on-screen keyboard can be used to type English or Indian language words. The keyboard uses the ISCII layout developed by the Government of India. It is also used in Windows, Apple and other systems. There is a base layout, and an alternative layout when the Shift key is pressed. If you have any questions about it, please contact us. What is सर्जनात्मकता meaning in English? The word or phrase सर्जनात्मकता refers to . See Tags for the entry "सर्जनात्मकता" What is सर्जनात्मकता meaning in English, सर्जनात्मकता translation in English, सर्जनात्मकता definition, pronunciations and examples of सर्जनात्मकता in English. सर्जनात्मकता का हिन्दी मीनिंग, सर्जनात्मकता का हिन्दी अर्थ, सर्जनात्मकता का हिन्दी अनुवाद, sarjanaatmakataa का हिन्दी मीनिंग, sarjanaatmakataa का हिन्दी अर्थ.

पर्यायवाची, समानार्थी, अनेकार्थी शब्द

पर्यायवाची या समानार्थी या अनेकार्थी शब्द पर्याय का अर्थ है ‘ सामान‘ और वाची का अर्थ है ‘ बोले जाने वाला” यानिकि समान बोले जाने वाले शब्दों को हिन्दी में समानार्थक या पर्यायवाची शब्द अनेकार्थी शब्द अथवा पर्यायवाची शब्द भी कहते हैं। जैसे की उदाहरण के तौर पे अमृत के पर्यायवाची शब्द सुधा, सोम, पीयूष हैं ऐसे ही चन्द्रमा के पर्यायवाची शब्द शशि, इंदु, राकेश हैं। इंग्लिश में पर्यायवाची या समानार्थी शब्दों को Synonyms कहते हैं । शब्द समानार्थी या पर्यायवाची शब्द अग्नि पाक, आग, अनल, हुताशन, कृशानु अंजाम नतीजा, परिणाम, फल अंत समाप्ति, अवसान, इति, इतिश्री, समापन अंतर भिन्नता, असमानता, भेद, फर्क अंतरिक्ष खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, आकाशमंडल अंतर्धान गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य अतिथि मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना अंदर भीतर, आंतरिक, अंदरूनी, अभ्यंतर अंदाज अंदाजा, अटकल, कयास, अनुमान अंधकार तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा, तमस, अंधियारा अंधा सूरदास, आँधरा, नेत्रहीन, दृष्टिहीन अनी कटक, दल, सेना, फौज, चमू, अनीकिनी अभिमान अस्मिता, अहं, अहंकार, अहंभाव अमृत सुरभोग सुधा, सोम, पीयूष, अमिय अरण्य जंगल, वन, कान्तार, कानन, विपिन अरण्य जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन अर्जुन पार्थ, धनंजय, कौन्तेय, गुडाकेश, भारत अर्थ हय, तुरङ, वाजि, घोडा, घोटक अर्थ धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा अलंकार आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर अश्व घोड़ा, हय, घोतक, बाजि, तुरंग अश्व हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, तुरग, वाजि, सैन्धव असु यातुधान, निशिचर, रजनीचर, दनुज, दैत्य, तमचर असुर राक्षस, दनुज, नुशाचर, दैत्य, रजनीचर अहंकार दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान आईना दर्पण, आरसी, शीशा आकाश नभ, गगन, द्यौ, तारापथ, पुष्कर, अभ्र, अम...

[Solved] यह किसने कहा कि, "नव निर्माण या उत्पादन में स�

सर्जनात्मकता को उन विचारों, विकल्पों या संभावनाओं को उत्पन्न करने या पहचानने की प्रवृत्ति के रूप में परिभाषित किया गया है जो समस्याओं को सुलझाने, दूसरों के साथ संवाद करने और स्वयं और दूसरों का मनोरंजन करने में उपयोगी हो सकते हैं। Key Points जेम्स ड्रेवर एक स्कॉटिश मनोवैज्ञानिक थे जो स्कॉटिश विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के पहले प्रोफेसर थे।उन्होंने कहा कि सर्जनात्मकता​ का अर्थ सृजन और निर्माण करने की क्षमता है। • उन्होंने कहा कि " नव निर्माण या उत्पादन में सर्जनात्मकता अनिवार्य रूप से पाई जाती है ।" Additional Information क्रो- क्रो सर्जनात्मकता मौलिक विचारों को व्यक्त करने की एक मानसिक प्रक्रिया है । सीवी गुड सर्जनात्मकता किसी कार्य या समस्या के बारे में नए या अलग तरीके से सोचने की क्षमता या नए विचारों को उत्पन्न करने के लिए कल्पना का उपयोग करने की क्षमता है। स्टीन सर्जनात्मकता का अर्थ दुनिया में तीन अलग-अलग नए और अनोखे तत्वों को लानाहै । इसलिए, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि जेम्स ड्रेवर सही उत्तर है।