सरस्वती पूजा बैकग्राउंड फोटो

  1. Saraswati Puja Vidhi and Mantra: बसंत पंचमी पूजा विधि मंत्र, ऐसे करें घर पर मां सरस्वती की विधिवत पूजा
  2. Happy Saraswati Puja 2023 Wishes: आज सरस्वती पूजा पर रिश्तेदारों, दोस्तों को भेजें ये प्यार भरे मैसेज, इन संदेशों से बनाएं उनका त्योहार यादगार
  3. Saraswati Puja 2023: सरस्वती पूजा जानें तिथि, मंत्र विधि
  4. सरस्वती पूजा 2023: तिथि और अनुष्ठान
  5. वसन्त पञ्चमी
  6. Saraswati Puja 2022 Greetings: शुभ सरस्वती पूजा! शेयर करें मां सरस्वती के ये HD Images, GIF Messages, WhatsApp Stickers और Wallpapers
  7. सरस्वती पूजा – Online Khabar


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Saraswati Puja Vidhi and Mantra: बसंत पंचमी पूजा विधि मंत्र, ऐसे करें घर पर मां सरस्वती की विधिवत पूजा

डीएनए हिंदीः मां शारदे की पूजा आज कैसे करनी चाहिए, इस खबर में आपको संपू्र्ण पूजा विधि के बारे में बात रहे हैं. आज बसंत पंचमी पर इस विधि से पूजा करने से आपकी सारी ही मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी. माघ मास की पंचमी के दिन ज्ञान की देवी की सरस्वती की पूजा की जाती है. बसंत के दिन देवी की पूजा करना विशेष फलदायी माना गया है. तो चलिए ज्याेतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार से जाने कि देवी सरस्वती को की विधिवत पूजा कैसे करें. सरस्वती पूजन विधि आरंभ सरस्वती माता के पूजन स्थल को गंगाजल पवित्र करें. सरस्वती माता की प्रतिमा अथवा तस्वीर को सामने रखकर उनके सामने धूप-दीप, अगरबत्ती, गुगुल जलाएं जिससे वातावरण में सकारात्मक उर्जा का संचार बढ़े. इसके बाद पूजा आरंभ करें. आसन को मंत्र से शुद्ध करने का मंत्र “ऊं अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोऽपिवा. य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर: शुचि:॥” इन मंत्रों से अपने ऊपर तथा आसन पर 3-3 बार कुश या पीले फूल से छींटें लगाएं फिर आचमन मंत्र बोलते हुए आचमन करें – ऊं केशवाय नम:, ऊं माधवाय नम:, ऊं नारायणाय नम:, फिर हाथ धोएं, पुन: आसन शुद्धि मंत्र बोलें- ऊं पृथ्वी त्वयाधृता लोका देवि त्यवं विष्णुनाधृता. त्वं च धारयमां देवि पवित्रं कुरु चासनम्॥ माथे पर चंदन लगाएं. अनामिका उंगली से श्रीखंड चंदन लगाते हुए मंत्र बोलें ‘चन्दनस्य महत्पुण्यम् पवित्रं पापनाशनम्, आपदां हरते नित्यम् लक्ष्मी तिष्ठतु सर्वदा.’ बसंत पंचमी सरस्वती पूजन के लिए संकल्प मंत्र हाथ में तिल, फूल, अक्षत मिठाई और फल लेकर ‘यथोपलब्धपूजनसामग्रीभिः माघ मासे बसंत पंचमी तिथौ भगवत्या: सरस्वत्या: पूजनमहं करिष्ये.’ इस मंत्र को बोलते हुए हाथ में रखी हुई सामग्री मां सरस्वती के सामने रखें. अब गणपति की पूजा करें....

Happy Saraswati Puja 2023 Wishes: आज सरस्वती पूजा पर रिश्तेदारों, दोस्तों को भेजें ये प्यार भरे मैसेज, इन संदेशों से बनाएं उनका त्योहार यादगार

आज गणतंत्र दिवस के दिन ही सरस्वती पूजा भी सेलिब्रेट किया जा रहा है. सरस्वती पूजा पर विद्या, बुद्धि की देवी मां सरस्वती जी की पूजा की जाती है. Happy Saraswati Puja 2023 Wishes: गणतंत्र दिवस के साथ साथ आज देशभर में सरस्वती पूजा का त्योहार भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस बार बसंत पंचमी का त्योहार बेहद खास है क्योंकि इस बार इस पर्व पर कई शुभ योग बन रहे हैं. जैसी- बसंत पंचमी पर लोग पीला वस्त्र पहनते हैं और गुरुवार का दिन होने से यह संयोग और भी शुभ माना जा रहा है. स्कूल, कॉलेजों में तो पूजा-अर्चना की ही जाती है, लोग अपने घरों में भी सरस्वती पूजा करते हैं. विद्यार्थियों को जिंदगी में सफलता हासिल करना है तो मां शारदे को प्रतिदिन याद करना चाहिए. इससे मां की कृपा सदा आपके ऊपर बनी रहेगी. शिक्षा-प्रतियोगिता में आप हमेशा सफलता हासिल कर सकेंगे. इस दिन पीला वस्त्र पहन कर लोग पूजा-अर्चना करते हैं. मां सरस्वती को पीले फूल, पीले रंग के पकवान का भोग आदि अर्पित करने से देवी प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देती हैं. सरस्वती जी को विद्या, बुद्धि, सुख, समृद्धि और ज्ञान की देवी कहा जाता है. आज के इस पावन दिन में लोगों की खुशियां दोगुनी हो गई हैं, क्योंकि आज गणतंत्र दिवस भी देशवासी सेलिब्रेट कर रहे हैं. आप वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा करके मां का आशीर्वाद तो पाने के साथ ही अपनों को शुभकामनाएं भी भेज सकते हैं. सरस्वती पूजा पर रिश्तेदारों, दोस्तों को भेजें शुभकामनाएं आज के इस शुभ अवसर पर यदि किसी को शुभकामना संदेश भेजना चाहते हैं तो यहां दिए गए स्पेशल मैसेजेज को आप अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, ऑफिस कलीग्स आदि को व्हॉट्सएप, फेसबुक आदि पर भेज सकते हैं. इसे भी पढ़ें: वीणा लेकर अपने हाथ में, मां सरस्तवी हों सदा...

Saraswati Puja 2023: सरस्वती पूजा जानें तिथि, मंत्र विधि

आप सभी को हिंदी संदेश के साथ इस 2023 पर Saraswati Puja वॉलपेपर की शुभकामनाएं। मुफ्त के लिए हमारी फोटो गैलरी से इन सरस्वती माता पूजा HD Wishes चित्रों की जाँच करें। यह वसंत पंचमी है इस अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएँ। हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी अर्थात 26 जनवरी 2023 के दिन सुबह 7:12 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक मां सरस्वती की पूजा के लिए उत्तम समय है। माता सरस्वती की पूजा के लिए भक्तों को 5 घंटे का समय मिलेगा। इसलिए अगर आप इस शुभ अवसर पर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को शुभकामना देना चाहते हैं, वह भी वॉलपेपर और उद्धरण के साथ, आप उन्हें इस लेख के माध्यम से Hindi Quotes के साथ सरस्वती पूजा वॉलपेपर पर डाउनलोड और भेज सकते हैं। Table of Contents • • • • सरस्वती पूजा क्या है? वसंत पंचमी एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है जो हर साल माघ महीने में हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। यह माघ के पांचवें दिन मनाया जाता है। यह दिन ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी या मार्च के महीने में आता है। इस दिन का महत्व और ज्ञान वसंत ऋतु की शुरुआत देवी सरस्वती की पूजा में निहित है। वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल 29 जनवरी को देशभर में वसंत पंचमी मनाई जाएगी। आज के समय में, यह त्यौहार किसानों द्वारा वसंत के मौसम के आगमन पर मनाया जाता है। यह दिन भारत के उत्तरी भागों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। यहां, लोग ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं और देवी सरस्वती के नाम पर अनुष्ठान करते हैं। इस दिन से जुड़ी एक और परंपरा युवाओं में पढ़ाई शुरू करने की है। इस दिन पीली मिठाई भी बांटी जाती है और लोगों को गरीबों को किताबें और अन्य साहित्यिक सामग्री दान करते हुए भी देखा जा सकता है। इस दिन ल...

सरस्वती पूजा 2023: तिथि और अनुष्ठान

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वसन्त पञ्चमी

उपनिषदों की कथा के अनुसार • तब ब्रह्मा जी ने इस समस्या के निवारण के लिए अपने कमण्डल से जल अपने हथेली में लेकर संकल्प स्वरूप उस जल को छिड़कर भगवान श्री विष्णु की स्तुति करनी आरम्भ की। ब्रम्हा जी के किये स्तुति को सुन कर भगवान • ब्रम्हा जी तथा विष्णु जी बातों को सुनने के बाद उसी क्षण आदिशक्ति दुर्गा माता के शरीर से स्वेत रंग का एक भारी तेज उत्पन्न हुआ जो एक दिव्य नारी के रूप में बदल गया। यह स्वरूप एक चतुर्भुजी सुंदर स्त्री का था जिनके एक हाथ में वीणा तथा दूसरा हाथ में वर मुद्रा थे । अन्य दोनों हाथों में पुस्तक एवं माला थी। आदिशक्ति श्री दुर्गा के शरीर से उत्पन्न तेज से प्रकट होते ही उन देवी ने वीणा का मधुरनाद किया जिससे संसार के समस्त जीव-जन्तुओं को वाणी प्राप्त हो गई। जलधारा में कोलाहल व्याप्त हो गया। पवन चलने से सरसराहट होने लगी। तब सभी देवताओं ने शब्द और रस का संचार कर देने वाली उन देवी को वाणी की अधिष्ठात्री देवी "सरस्वती" कहा। • फिर आदिशक्ति भगवती दुर्गा ने ब्रम्हा जी से कहा कि मेरे तेज से उत्पन्न हुई ये देवी सरस्वती आपकी पत्नी बनेंगी, जैसे लक्ष्मी श्री विष्णु की शक्ति हैं, पार्वती महादेव शिव की शक्ति हैं उसी प्रकार ये सरस्वती देवी ही आपकी शक्ति होंगी। ऐसा कह कर आदिशक्ति श्री दुर्गा सब देवताओं के देखते - देखते वहीं अंतर्धान हो गयीं। इसके बाद सभी देवता सृष्टि के संचालन में संलग्न हो गए। सरस्वती को वागीश्वरी, भगवती, शारदा, वीणावादनी और वाग्देवी सहित अनेक नामों से पूजा जाता है। ये विद्या और बुद्धि प्रदाता हैं। प्रणो देवी सरस्वती वाजेभिर्वजिनीवती धीनामणित्रयवतु। अर्थात ये परम चेतना हैं। सरस्वती के रूप में ये हमारी बुद्धि, प्रज्ञा तथा मनोवृत्तियों की संरक्षिका हैं। हममें जो ...

Saraswati Puja 2022 Greetings: शुभ सरस्वती पूजा! शेयर करें मां सरस्वती के ये HD Images, GIF Messages, WhatsApp Stickers और Wallpapers

Saraswati Puja 2022 Greetings: शुभ सरस्वती पूजा! शेयर करें मां सरस्वती के ये HD Images, GIF Messages, WhatsApp Stickers और Wallpapers बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा के दिन माता सरस्वती को पीले वस्त्र, पीले पुष्प, गुलाल, अक्षत, धूप-दीप और गंध अर्पित कर उनका पूजन किया जाता है. सरस्वती पूजा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, इसलिए इस पर्व को पूरे भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, जीआईएफ मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स और वॉलपेपर्स को भेजकर सरस्वती पूजा की बधाई दे सकते हैं. Saraswati Puja 2022 Greetings: हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ज्ञान और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा (Saraswati Puja) का विशेष महत्व है. इस दिन को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, इसलिए इस दिन को विद्या आरंभ करने, शिक्षा या कला से जुड़ी नई चीजों की शुरुआत करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इस साल सरस्वती पूजा का पर्व 5 फरवरी 2022, शनिवार को मनाया जा रहा है, जिसे बसंत पंचमी (Basant Panchami) और श्री पंचमी (Shree Panchami) के नाम से भी जाना जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन ज्ञान और वाणी की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. लोग अपने घरों में माता सरस्वती की प्रतिमा का विधि-विधान से पूजन करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा के दिन माता सरस्वती को पीले वस्त्र, पीले पुष्प, गुलाल, अक्षत, धूप-दीप और गंध अर्पित कर उनका पूजन किया जाता है. सरस्वती पूजा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, इसलिए इस पर्व को पूरे भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक...

सरस्वती पूजा – Online Khabar

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