सरस्वती वंदना प्रार्थना pdf

  1. लेटेस्ट सरस्वती वंदना
  2. नित्य पूजा विधि मंत्र सहित
  3. प्रार्थना/तू ही राम है तू रहीम है


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लेटेस्ट सरस्वती वंदना

लेटेस्ट सरस्वती वंदना | बसंत पंचमी प्रार्थना : 2 New Saraswati Vandana Hindi – यह नवीनतम व प्रभावशाली सरस्वती वंदना कवि लोकेश इन्दौरा द्वारा रचित है। लेटेस्ट सरस्वती वंदना हे वाणी माँ, माँ भारती, वागीश्वरी – सरस्वती माँ शार दे तु वंदना, कर ले मेरी स्वीकार आज। जगा दे दिल में रौशनी, काव्य शक्ति की आवाज।। हे वाणी माँ, माँ भारती, वागीश्वरी – सरस्वती। तु रूप है ज्ञान का, विद्वता तेरी दास है धरा से लेके व्योम तक तेरा ही प्रकाश है। तु जननी है विचारों की, भटके हुए ख्यालों की गोद में तेरी पले कल्पना उजालों की। तु सुख शांति नीर है, मानवता का धीर है। हे वाणी माँ, माँ भारती, वागीश्वरी सरस्वती चलाये जा चालाये जा, रास्ता दिखा मुझे तिमिर में मेरी जिंदगी, हौसला बढ़ा मुझे। ना जाने यह जिंदगी कहाँ लेके जायेगी काव्य में सिमटी हुई पंक्तियाँ बन जायेगी।। तु सत्यता का क्षीर है, वेदों की तस्वीर है। हे वाणी माँ, माँ भारती वागीश्वरी सरस्वती हसरतों में दुआ करने की होड़ सी मची हुई स्वपन जैसी बावरी, कहानी सी रची हुई। संगीत दे तु ज्ञान का, जिंदगी बना दूँ गीत सींच दे तु राग से, फैला दूंगा जग मैं प्रीत।। तु भावों की तरंगिणी, नैनों का नीर है। है वाणी माँ, माँ भारती, वागीश्वरी – सरस्वती माँ शार दे, माँ शार दे, माँ शार दे, माँ शार दे —— Lokesh Indoura ज्ञान व कला की देवी पर रचित ये वंदना माँ सरस्वती का गुणगान है। यह रचना माँ सरस्वती की महिमा का वर्णन करती है। जिसकी सहायता से कवी माँ सरस्वती से आशीर्वाद मांग रहा है। कि माँ वीणापाणि उसे ऐसी क्षमता दे। कि वह अपने साथ साथ इस संसार को भी उज्जवल बना सके। ज्ञान स्वरूपा वीणा पानी बड़ी ही जल्दी प्रसन्न होने वाली देवी है। वह बहुत भक्त वत्सल है। केवल प्यार के दो बोल ही मा...

नित्य पूजा विधि मंत्र सहित

लेख सारिणी • • • • • • • • • • • • • • • • • नित्य पूजा विधि मंत्र सहित- Nitya Puja Vidhi & Mantra Mantra For Puja – सभी कष्टों के निवारण एवं ईश्वर प्राप्ति के लिए नित्य पूजा विधि (Nitya Puja Vidhi) का मार्ग श्रेष्ट माना गया है। नित्य पूजन (Daily Puja) और नित्य पूजा मंत्र (Nitya Puja Mantra) जपने से श्रद्धा और विश्वास का ही जन्म नही होता है अपितु मन में एकाग्रता और दृढ इच्छाशक्ति का संचार होता है और दृढ संकल्प से हम किसी भी तरह के कार्य को कर पाने में सक्षम हो पाते है। नियमित उपासना (Daily Pujan) के लिए पूजा-स्थली की स्थापना आवश्यक है। घर में एक ऐसा स्थान तलाश करना चाहिये जहाँ अपेक्षाकृत एकान्त रहता हो, आवागमन और कोलाहल कम-से-कम हो। ऐसे स्थान पर एक छोटी चौकी को पीत वस्त्र से सुसज्जित कर उस पर काँच से मढ़ा भगवान का सुन्दर चित्र स्थापित करना चाहिये। नित्य पूजा विधि के नियम – Rules For Nitya Puja Vidhi • अगरबत्ती, पंच-पात्र, चमची, धूपबत्ती, आरती, जल गिराने की तस्तरी, चंदन, रोली, अक्षत, दीपक, नैवेद्य, घी, दियासलाई आदि उपकरण यथा-स्थान डिब्बों में रखने चाहिये। • आसन कुशाओं का उत्तम है। चटाई में काम चल सकता है। आवश्यकतानुसार मोटा या गुदगुदा आसन भी रखा जा सकता है। इसी प्रकार किसी पशु का चमड़ा भी आसन के स्थान पर प्रयोग नहीं करना चाहिये । • माला चन्दन या तुलसी की उत्तम है। शंख, सीपी मूँगा जैसी जीव शरीरों से बनने वाली मालाएं निषिद्ध हैं। • पूजा उपचार के लिये प्रातःकाल का समय सर्वोत्तम है। • स्थान और पूजा उपकरणों की सफाई नित्य करनी चाहिये। • जहाँ तक हो सके नित्यकर्म से शौच, स्नान आदि से निवृत्त होकर ही पूजा पर बैठना चाहिये। • रुग्ण या अशक्त होने की दशा में हाथ-पैर, मुँह आदि धोकर भी बै...

प्रार्थना/तू ही राम है तू रहीम है

तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। तेरी आयतें पाक क़ुरान में, तेरा दर्श वेद पुराण में, गुरु ग्रंथ जी के बखान में, तू प्रकाश अपना दिखा रहा। तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। अरदास है, कहीं कीर्तन, कहीं राम धुन, कहीं आवाहन, विधि भेद का है ये सब रचन, तेरा भक्त तुझको बुला रहा। तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। विधि वेष जात के भेद से हमें मुक्त कर दो परम पिता , तुझे देख पाये सभी में हम तुझे ला सके हम सभी जगह॥ तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। तेरे गुण नहीं हम गा सकें तुझे कैसे मन में ला सकें, है दुआ यही तुझे पा सकें तेरे दर पे सर ये झुका हुआ॥ तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा। तू ही राम है, तू रहीम है, तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु, तू ईश मसीह, हर नाम में, तू समा रहा।