Thyroid ke lakshan in hindi

  1. थायराइड क्या है (Thyroid in Hindi), जानिये इसके लक्षण (Symptoms), कारण () और इलाज (Treatment)
  2. Mahilaon Mein Thyroid Ke Lakshan
  3. महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज
  4. थायराइड होने के कारण लक्षण और उपचार
  5. थायराइड के लक्षण, कारण, परहेज व जड़ से मिटाने के लिए 10 आयुर्वेदिक सफल नुस्खे
  6. Symptoms of Thyroid in Hindi थायराइड के लक्षण


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थायराइड क्या है (Thyroid in Hindi), जानिये इसके लक्षण (Symptoms), कारण () और इलाज (Treatment)

थायराइड (thyroid in hindi) एक गले की बीमारी है| आजकल कई लोग इस बीमारी से पीड़ित है, इस बीमारी में वजन भी बढ़ने लगता है और हार्मोंस भी असंतुलित होने लगते है| एक शोध में यह पाया गया है की पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड ज्यादा होता है| महिलाओं में पुरुषों की तुलना में 10 गुणा थायराइड होने के चांस रहते है| थायराइड गले में पाई जाने वाली एक ग्रन्थि है जिसके बढ़ जाने पर यह समस्या होती है. महिलाओं में यह ज्यादा होता है ई लेकिन उन्हें इसके लक्षणों (thyroid ke lakshan in hindi) के बारे में पता नहीं होता है. आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की थायराइड ग्रन्थि क्या है, थायराइड के लक्षण (Thyroid Symptoms in Hindi), कारण और इलाज क्या है? थायराइड ग्रन्थि क्या है ? (Thyroid in Hindi) Table of Contents • • • • • • • थायराइड ग्रन्थि (thyroid gland) शरीर के महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है| शरीर के दुसरे हिस्से सही से काम करे इसकी जिम्मेदारी थायराइड ग्रन्थि की होती है| इसलिए थायराइड ग्रन्थि थायराइड आयोडीन बनाती है और उन्हें दुसरे हिस्सों में पहुंचाती है. लेकिन जब यह ग्रन्थि जरूरत से ज्यादा या कम थायराइड आयोडीन बनाने लगती है तब थायराइड में खराबी आ जाती है, और हमें इसका इलाज कराना पड़ता है| थायराइड के प्रकार (Types of Thyroid) अमूमन थायराइड दो तरह का होता है पहला हाइपो – थायरोइडिस्म जिसमे व्यक्ति के अंदर थायरोक्सिन हार्मोन की कमी होने लगती है, और दूसरा हाइपर – थायरोइडिस्म जिसमे व्यक्ति के अंदर थायरोक्सिन हार्मोन तेजी से बढ़ने लगते है| थायरोक्सिन होने के कारण (Thyroid Causes in Hindi) • शरीर में आयोडीन की मात्रा कम होने पर थायराइड की समस्या हो जाती है| • बाहर होने वाले प्रदूषण के कारण भी ...

Mahilaon Mein Thyroid Ke Lakshan

How To Get Rid Of Thyroid:थायराइड एक ऐसी आम बीमारी हो गई है, जिससे आज के दौर में ना जाने कितने लोग परेशान है, लेकिन आमतौर पर देखा जाता है कि ये बीमारी महिलाओं (Womem's) को अपना शिकार सबसे ज्यादा बनाती है, क्योंकि इसमें हार्मोन्स चेंज (Hormonal Changes) होते हैं, जिसके चलते महिलाएं इससे सबसे ज्यादा ग्रसित होती है. ऐसे में इस बीमारी (Disease) से बचा कैसे जाए? इसके लिए हम आपको बताते हैं 6 आसान टिप्स (Easy Tips) जिससे आप थायराइड (Thyroid) को काफी हद तक कम कर सकते हैं या इससे बचाव कर सकते हैं. इन 2 फलों को खाने पर कम हो सकता है बढ़ा हुआ यूरिक एसिड का लेवल, शरीर से निकल जाएगा गंदा Uric Acid यह भी पढ़ें • International yoga day 2023 : Thyroid और PCOD की परेशानी में ये 4 योगासन हैं रामबाण उपाय, 1 महीने के अंदर फर्क आने लगेगा नजर • डाइट में क्या शामिल करें और क्या नहीं, थायराइड रोगियों के लिए खानपान से जुड़ी पूरी जानकारी • Herbs For Thyroid: थायराइड हेल्थ को सुधारने के लिए कारगर हैं ये 7 जड़ी-बूटियां, डाइट में कर लें शामिल तुलसी का करें इस्तेमाल (Basil Leaves) तुलसी में एंटीफंगल और anti-inflammatory गुण पाए जाते हैं, जो थायराइड को बढ़ने नहीं देते हैं. ऐसे में आप तुलसी को पानी में उबालकर इसका सेवन कर सकते हैं या खाली पेट तुलसी की पत्तियों को चबा सकते हैं. विटामिन डी की कमी को पूरा करते हैं ये तीन सूपरफूड, यहां जानिए उनके नाम और सेवन करने का सही तरीका मुलेठी करेगी फायदा (Mulethi) आयुर्वेद में मुलेठी को किसी रामबाण से कम नहीं माना गया है. ये ना सिर्फ सर्दी, खांसी, जुकाम की समस्या को दूर करती है, बल्कि थायराइड में भी बहुत फायदा करती है. ऐसे में मुलेठी का चूर्ण या इसकी चाय का सेवन थायरा...

महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज

Table of Contents • • • • • • • • थायराइड क्या होता है? थायराइड गले में आगे की तरफ मौजूद एक ग्रंथि है जो तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि शरीर की अनेकों आवश्यक गतिविधियों को नियंत्रित करती है जैसे कि भोजन को ऊर्जा में बदलना आदि। थायराइड टी3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन और टी4 यानी थायरॉक्सिन हार्मोन का निर्माण करता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन, सांस, पाचन तंत्र, शरीर का तापमान, हड्डियों, मांसपेशियों और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। जब इन दोनों हार्मोन में असंतुलन होता है तो उसे थायराइड की समस्या कहते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड रोग का प्रभाव अधिक देखा जाता है। पुरुष की तुलना में महिलाओं में थायराइड प्रभाव अधिक होता है। साथ ही, महिलाओं को गर्भावस्था में थायराइड प्रभाव डालता है। अगर आपके मन में यह प्रश्न उठता है कि महिलाओं में थायराइड कितना होना चाहिए तो हम आपको बता दें कि महिलाओं में थायराइड का नॉर्मल रेंज 0.4-4.0 mIU/L के बीच होना चाहिए। थायराइड रोग के प्रकार थायरॉइड के प्रकार विभिन्न होते हैं जिन्हें हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म के रूप में जाना जाता है। • हाइपरथायरायडिज्म: हाइपरथायरायडिज्म तब होता है जब आपकी थायराइड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन थायरोक्सिन का उत्पादन करती है। यह थायराइड विकार आपके शरीर के चयापचय को तेज कर सकता है, इस प्रकार, अनजाने में वजन घटाने और एक तेज या अनियमित दिल की धड़कन पैदा कर सकता है। • हाइपोथायरायडिज्म: हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी थायराइड ग्रंथि कुछ महत्वपूर्ण हार्मोनों का पर्याप्त उत्पादन नहीं करती है। यह वृद्ध महिलाओं में सबसे अधिक प्रचलित है। जब आपके शरीर में बहुत कम थायराइड हार्मोन होता है, ...

थायराइड होने के कारण लक्षण और उपचार

थायराइड होने के कारण लक्षण और उपचार | Treatment of thyroid थायरॉइड एक छोटी ग्रंथि है । जो आपके गले में एडम्स एप्पल के नीचे स्थित होती है । यह हार्मोन, थायरोक्सिन(T4) और ट्राईआयोडोथायरोनि न(T3) जारी करता है, जो आपके शरीर द्वारा उपयोग की जाने वाली ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है और नए प्रोटीन का उत्पादन करने के लिए आपकी कोशिकाओं को उत्तेजित करता है। इन हार्मोनों की रिहाई को नियंत्रित करके, थायराइड आपके शरीर के अधिकांश अंगों की चयापचय दर निर्धारित करता है।थायरॉयड ग्रंथि को थायरॉयड-उत्तेजक हार्मोन(TSH)द्वारा नियंत्रित किया जाता है । जो मस्तिष्क में पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है।आम तौर पर, जब शरीर में थायराइड हार्मोन का स्तर अधिक होता है, तो वे टीएसएच के उत्पादन को बंद कर देते हैं, जो बदले में थायराइड को अधिक टी 4 और टी 3 बनाने से रोकता है। समस्या तब होती है जब थायरॉयड ग्रंथि या तो कमसक्रिय हाइपोथायरायडिज्म या अति सक्रिय हाइपरथायरायडिज्म हो जाती है।थायराइड की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है।थायरॉयड ग्रंथि में भी कैंसर विकसित हो सकता है। तो आओ कुछ जानते हैं थायराइड होने के कारण ,लक्षण ,और उपचार के बारे में । हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म में अंतर | hypothyroidism and hyperthyroidism me anter इन दो स्थितियों में अक्सर अलग-अलग संकेत और लक्षण होते हैं। लेकिन कभी-कभी लक्षण ओवरलैप हो सकते हैं।उदाहरण के लिए, थायराइड का बढ़ना, जिसे गण्डमाला कहा जाता है, दोनों प्रकार के थायरॉइड रोग में हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म के कारण और उपचार बहुत अलग हैं। थायराइड होने के कारण | Thyroid hone ke karan थायराइड रोग कभी-कभी अनुपयुक्त टीएसएच स्तरों ...

थायराइड के लक्षण, कारण, परहेज व जड़ से मिटाने के लिए 10 आयुर्वेदिक सफल नुस्खे

thyroid symptom reason and treatment in hindi थायराइड का इलाज इन हिंदी: थायराइड गले की ग्रंथि है जिससे थय्रोक्सिन हार्मोन बनता है। इस हार्मोन का संतुलन जब बिगड़ने लगता है तब ये एक रोग बन जाता है। ये हार्मोंस जब कम हो जाते है तब शरीर का मेटाबॉलिज्म काफी तेज होने लगता है और शरीर की ऊर्जा भी जल्दी खत्म हो जाती है और जब ये हार्मोंस अधिक हो जाए तो मेटाबॉलिज्म रेट काफी धीरे होने लगता है, जिस वजह से शरीर में ऊर्जा कम बनती है और सुस्ती, थकान बढ़ने लगती है। ये रोग महिलाओं में अधिक होता है। इसके उपचार के लिए लोग कई प्रकार की दवा का सेवन भी करते है। अगर आप थायराइड जड़ से खत्म करने के उपाय करना चाहते है तो यहाँ लिखे घरेलू तरीके और देसी आयुर्वेदिक नुस्खे पढ़े, थायराइड ग्रंथि के बढ़ने पर कई प्रकार की समस्याएं आ सकती है। थायराइड कोलेस्ट्रॉल, दिल, हड्डियों और मांसपेशियों पर भी असर डालती है। बच्चों में ये रोग होने पर शरीर फैलना और लंबाई बढ़नी रुकना जैसी समस्याएं आने लगती है। थायराइड दो तरह का होता है – हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। हाइपरथायराइड होने पर शरीर में थायराइड हार्मोंस कम होने लगते है और हाइपोथायराइड में हार्मोंस बढ़ने लगते है। पुरुषों और महिलाओं में थायराइड लक्षण Thyroid Ke lakshan थायराइड होने पर व्यक्ति का मन किसी काम में नहीं लगता और वह धीरे धीरे डिप्रेशन में आ जाता है। सोचने समझने की ताकत और याददाश्त कमजोर होने लगती है। सही समय पर अगर इस रोग को पहचान कर उपचार किया जाए तो इस बीमारी को बढ़ने से रोक सकते है। हाइपर थायराइड के लक्षण – Hyper Thyroid ke lakshan वजन कम होना,हार्ट बीट तेज होना,पसीना जादा आना,हाथ और पैरों में कप कपी होना आदि हैं । हाइपो थायराइड के लक्षण – Hypo Thyroid ke...

Symptoms of Thyroid in Hindi थायराइड के लक्षण

मौजूदा दौर में थायराइड से काफी लोग जूझ रहे हैं। इसकी चपेट में आने के बाद कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। अगर कम खाने के बाद भी आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है, तेजी से बाल झड़ने की समस्या हो रही है, 30 साल की उम्र में ही 50 साल के नजर आने लगे हैं तो समझ जाएं कि आप थायराइड के शिकार हो चुके हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को 10 गुना ज्यादा थायराइड की समस्या का सामना करना पड़ता है। वजन घटना या बढ़ना (gain or lose weight causes of thyroid) थायराइड का स्तर मेटाबॉलिज्म (जो वजन को भी नियंत्रित रखता है) को बहुत ज्यादा इफेक्ट करता है। वजन घटने या बढ़ने के कई कारण होते हैं, लेकिन यदि आप अपने वजन में अचानक से बदलाव देखते हैं, तो सतर्क हो जाएं और इसकी तुरंत जांच करा लें। थकान और कमजोरी (Thakan aur kamjori ho sakte hai thyroid ke lakshan) अगर आप जल्दी थक जा रहे हैं या फिर लगातार कमजोर महसूस कर रहे हैं तो ऐसे में आपको थायराइड की समस्या हो सकती है। दरअसल, थायराइड हमारी ग्रंथि चयापचय क्रिया को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है, इसलिए एक निष्क्रिय थायराइड चयापचय को धीमा कर सकता है और आपको नियमित रूप से थका हुआ और सुस्त बना सकती है। गर्दन के पास वाली स्किन की सिलवटों का ब्लैक होना (darkening of the skin folds near the neck is causes of thyroid) थायराइड की समस्या में शुरुआती लक्षण में आपकी गर्दन के आसपास की त्वचा काली पड़ने लगती है। गर्दन के चारों ओर त्वचा की सिलवटों का काला पड़ना आमतौर पर हार्मोनल फ्लेयर-अप के कारण होता है और जब थायराइड काम कर रहा होता है तो ये ज्यादा कॉमन होता है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में देखने को मिल सकता है। चिंता, घबराहट और ब्रेन फोग (Anxiety, nervou...