सर्वांगासन योग इन हिंदी

  1. सर्वांगासन योग
  2. योगासन के फायदे
  3. Sarvangasana Aka Shoulder stand Pose Benefits
  4. 5 Best: Yoga for Thyroid in Hindi
  5. Sarvangasana के 18 फायदे और करने का तरीका। Sarvangasansa in Hindi
  6. 5 Best: Yoga for Thyroid in Hindi
  7. Sarvangasana के 18 फायदे और करने का तरीका। Sarvangasansa in Hindi
  8. सर्वांगासन योग


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सर्वांगासन योग

सर्वांगासन योग एक प्रमुख आसन है जो हठ योग की परंपरा में प्रयोग होता है। इस आसन को विशेष रूप से पूरे शरीर के लिए लाभदायक माना जाता है। इस आसन में शरीर को सीधा और विश्रामित रखकर काम किया जाता है। इसे "सर्वांगासन" कहा जाता है क्योंकि इस आसन को करते समय सभी शरीर के अंगों को सक्रिय किया जाता है इस आसन को करने के लिए, पहले आपको एक योग मैट पर सीधे लेट जाना होगा। फिर आपको पैरों को ऊपर उठाते हुए हिप्स को समर्पित करना होगा। पैरों को सम्पूर्ण शरीर के साथ 90 डिग्री के कोण में लेटा जाता है। उच्च स्थिति में, पैरों को आस्थान लेते हुए पूर्ण शरीर को समर्पित किया जाता है। हैठ योग की प्रमुखता में, यह योग आसन प्राणायाम और ध्यान के साथ अभ्यास किया जाता है। सर्वांगासन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। यह शरीर की पांच प्रमुख ग्रंथियों को सक्रिय करने में मदद करता है और उनका प्रभावशील लेनदेन करता है। रेंसर्वांगासन को करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन क: सबसे पहले, एक योग मैट या सफ़ेद चादर पर लेट जाएं। अपने पीठ को सीधा रखें और हाथों को सामरिक ढंग से जमीन पर रखें। पैरों को एकदम सामान और उठाएं। 1. अपने हाथों को पृष्ठभाग पर समर्पित करें, अपनी कलाइयों को फर्श पर स्पष्टतः लगाएं। 2. अपने पैरों को संघटित रखते हुए, धीरे-धीरे अपनी कमर को उठाएं। पीठ के समान रहने का प्रयास करें। 3. अब अपने हाथों को पीठ के बल से समर्थित करें और पूर्ण वज्रासन (गुलाबी आसन) लें। अब अपने पैरों को वक्र भाग में ले जाएं। यह त्रिकोणासन की तरह दिखेगा, जहां पैरों की ऊँचाई कम होगी। 4. धीरे-धीरे, अपने ऊपरी शरीर को सामरिक ढंग से ऊपर उठाएं। आपकी गर्दन और सीना गहरी श्वास लें। 5. इस स्थिति में, आपकी पीठ, गर्दन, भुजाएँ, और सिर सीधा होनी चा...

योगासन के फायदे

दैनिक जीवन में योग के 10 फायदे वजन में कमी,एक मजबूत एवं लचीला शरीर, सुन्दर चमकती त्वचा, शांतिपूर्ण मन, अच्छा स्वास्थ्य-जो आप चाहते हैं, योग आपको देता है। योग को केवल कुछ आसनो द्वारा आंशिक रूप से समझा जाता हैं परंतु इसके लाभ का आंकलन केवल शरीर स्तर पर समझा जाता हैं। हम ये जानने में असफल रहते हैं कि योग हमें शारीरिक, मानसिक रूप से तथा श्वसन में लाभ देता हैं। जब आप सुन्दर विचारो के संग होते हैं तो जीवन यात्रा शांति, ख़ुशी और अधिक ऊर्जा से भरी होती हैं। हम योगाभ्यास के 10 फायदे की जानकारी दे रहे हैं। • • • • • • • • • • 1 संपूर्ण स्वास्थ आप तब पूर्ण रूप से स्वस्थ होते हैं तब आप न केवल शारीरिक रूप से अपितु मानसिक एवं भावात्मक रूप से स्वस्थ होते हैं। गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी कहते हैं, "स्वास्थ का तात्पर्य बीमारी की अनुपस्थिति नहीं हैं। यह जीवन की गतिशीलता हैं जो बताती हैं कि आप कितने ख़ुशी, प्रेम और ऊर्जा से भरे हुए हैं।" योग हमे बैठने का तरीका, प्राणायाम तथा ध्यान संयुक्त रूप से सिखाता हैं। नियमित रूप से अभ्यास करने वाले को असंख्य लाभ प्राप्त होते हैं। उनमें से कुछ लाभ निम्नलिखित हैं • स्वास्थ में लाभ • मानसिक शक्ति • शारीरिक शक्ति • शरीर की टूट फूट से रक्षा • शरीर का शुद्ध होना 2 वजन में कमी अधिकतर लोग क्या चाहते हैं?योग के लाभ यहाँ भी हैं। सूर्य नमस्कार और कपालभाति प्राणायाम योग के साथ साथ शरीर के वजन में कमी लाते हैं। इसके अतिरिक्त नियमित रूप से योगाभ्यास इतनी समझ देता हैं कि हमे किस प्रकार का भोजन कब करना चाहिए? इसके अतिरिक्त यह वजन पर नियंत्रण रखने में सहायता करता हैं। 3 चिंता से राहत दिन भर में कुछ मिनट का योग दिन भर की चिंताओं से मुक्ति दिलाता हैं। न केवल शारीरिक अपित...

Sarvangasana Aka Shoulder stand Pose Benefits

Written by |Published : April 7, 2022 7:46 PM IST • • • • • सर्वांगासन को सभी योगासनों की रानी के नाम से भी जाना जाता है। इसका पूरा नाम सलम्बा सर्वांगासन है, जिसका मतलब है सभी अंगों को सहारा देना। अंग्रेजी में इसे “शॉल्डरस्टैंड” कहा जाता है और इसे इनवर्जन (Inversion) श्रेणी में रखा जाता है। सर्वांगासन की मदद से शरीर के कई हिस्सों में हो रहे दर्द से निजात पाने में मदद मिलती है और साथ ही यह शरीर के कई अंगों की मांसपेशियों को सहारा प्रदान करता है। इसके अलावा सर्वांगासन की मदद से योगी के मानसिक स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलती है और डायबिटीज जैसे रोगों से को कम करने में मदद मिलती है। सर्वांगासन एक मध्यम श्रेणी की योग मुद्रा है और इसे उचित अभ्यास के साथ किया जा सकता है। हालांकि, यदि इसके सावधानीपूर्वक न किया जाए तो इससे शरीर को कई नुकसान भी हो सकते हैं। सर्वांगासन के फायदे (Health Benefits of Sarvangasana Aka Shoulder stand Pose) जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह योगासन शरीर के सभी अंगों पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालता है। सर्वांगासन से मिलने वाले प्रमुख लाभों में निम्न शामिल हैं - 1. कमर दर्द से राहत दिलाए सर्वांगासन Also Read • • • नियमित रूप से सर्वांगासन अभ्यास करने से कमर के दर्द से राहत पाई जा सकती है। हालांकि, यदि आपकी कमर में ज्यादा दर्द है, तो आपको यह योगासन करने से पहले डॉक्टर से बात करनी चाहिए। 2. रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाए सर्वांगासन सर्वांगासन करने से रीढ़ की हड्डियों में मौजूद डिस्क पर शरीर का दबाव कम हो जाता है और साथ ही रीढ़ की हड्डियों के आसपास की मांसपेशियां मजबूत बनती है। आसपास की मांसपेशियां मजबूत होने पर रीढ़ की हड्डी को सहारा मिलता है। 3. सर्वांगासन करे मानस...

5 Best: Yoga for Thyroid in Hindi

• What is Thyroid – थायराइड क्या होता है? • Sarvangasana yoga for Thyroid (Shoulder Stand Pose) – थायराइड के लिए सर्वांगासन योग • सर्वांगासन योग करने का तरीका • Marjarasana Yoga for Thyroid (Cat-Cow pose) – थायराइड के लिए मार्जरासन योग • मार्जरासन योग करने का तरीका • Matsyasana Yoga for Thyroid (Fish pose) – थायराइड के लिए मत्स्यासन योग • मत्स्यासन योग करने का तरीका • Halasana Yoga for Thyroid – थायराइड के लिए हलासन योग • हलासन योग करने का तरीका • Ustrasana Yoga for Thyroid – थायराइड के लिए उष्ट्रासन योग • उष्ट्रासन योग करने का तरीका • थायराइड रोग गले की ग्रंथी को प्रभावित करता है। थायराइड एक बहुत ही गंभीर समस्या है। थायराइड के सबसे आम लक्षणों मे थकान, वजन कम होना, कम ऊर्जा, ठंड, गले की सूजन, दिल की धड़कन का कम या अधिक होना, शुष्क त्वचा, कब्ज या दस्त जैसी परेशानियां शामिल है। कुछ योग आसन से आप थायराइड ग्रंथी को नियंत्रत कर सकते हैं। कई अध्ययन से भी यह पता चला है कि योग आसन थायराइड पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। What is Thyroid – थायराइड क्या होता है? थायराइड एक ग्रंथी होती है जो हमारे गले मे पाई जाती है। यह तितली के आकार की होती है। जो सांस की नली के पास होती है। थायराइड ग्रंथी को पियूष ग्रंथी नियंत्रित करती है। थायराइड ग्रंथी दो प्रकार के हार्मोन बनाती है। जब इन हार्मोन का संतुलन बिगड़ता है तब थायराइड की समस्या हो जाती है। थायराइड एक ग्रंथी होती है जो हमारे गले मे पाई जाती है। यह तितली के आकार की होती है। जो सांस की नली के पास होती है। थायराइड ग्रंथी को पियूष ग्रंथी नियंत्रित करती है। थायराइड ग्रंथी दो प्रकार के हार्मोन बनाती है। जब इन हार्मोन का संतुलन बिगड़ता है तब थायरा...

Sarvangasana के 18 फायदे और करने का तरीका। Sarvangasansa in Hindi

Main points • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • About Sarvangasana in Hindi. आज से कुछ समय पहले तक जहां लोग अक्सर कसरत करने के लिए जिम या स्पोर्ट्स सेंटर के चक्कर लगाते थे।वहीं आज लोग योग की तरफ आने लगे हैं। योग में हर योगासन का अपना ही लाभ है जो व्यक्ति के अलग अलग अंगों पर देखने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक है सर्वांगासन। सर्वांगासन के फायदे थायराइड से लेकर हृदय को देखने को मिलते हैं। Sarvangasana Ke Fayde यूं तो सभी को होते हैं। लेकिन महिलाओं पर सर्वांगासन के लाभ बहुत अधिक देखने को मिलते हैं। महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह महिलाओं के ऊपर अधिक कारगर सिद्ध हो सकता है। अगर आप सर्वांगासन करने का कोई कारण खोज रहे हैं तो वह कारण हम आपको बताते हैं। आज हम आपको सर्वांगासन करने के तरीके और फायदे से लेकर सभी चीजों के बारे में बताएंगे। अगर आप भी सर्वांगासन से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। सर्वांगासन आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रखने का कार्य करता है। इसलिए इसे सर्व-अंग-आसन के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि सर्वांगासन हठ योग का आसन है। यह आपके शरीर से रक्त की नलियों में मौजूद गंदगी को साफ करने का कार्य करता है। आमतौर पर हर कोई व्यक्ति या तो पूरे दिन बैठा रहता है या फिर खड़ा रहता है। जिसकी वजह से शरीर से रक्त हर अंग तक पहुंच जाता है। लेकिन जब रक्त वापस हृदय तक जाना होता है तो इस दौरान रक्त के अंदर गंदगी जम जाती है और रक्त के रफ्तार भी कम हो जाती है। जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन ऐसे में जब आप सर्वांगासन करते हैं तो सिर के बल होने क...

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सर्वांगासन सबसे एडवांस योगासनों में से एक है जिसके अभ्यास से आपके शरीर बहुत से लाभ मिलते हैं। यह आपको फुल बॉडी ट्रेनिंग में मदद करता है। अगर आप हर रोज इस आसन का अभ्यास करते हैं तो आपके शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी, स्ट्रेंथ और मोबिलिटी बढ़ती है। शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाने में सर्वांगासन का अभ्यास बेहद फायदेमंद है। यह आसन उन कुछ ही आसनों में से एक है जो पूरे शरीर को स्टिमुलेट करते हैं यानी यह आपके पैर की उंगलियों से लेकर सिर तक हर अंग के लिए फायदेमंद है। शोल्डर स्टैंड पोज़ शरीर के विभिन्न आंतरिक अंगों पर अच्छी तरह से काम करता है और इन अंगों के काम को भी बेहतर करता है। Freepik बीमारियों और विकारों को मैनेज करने और रोकथाम करने में महत्वपूर्ण होने के कारण, इस योगासन को ‘मदर ऑफ आसन’ के रूप में भी जाना जाता है। यह हमारे प्राचीन संतों और साधुओं द्वारा मानवता के लिए दिए गए सबसे बड़े वरदानों में से एक है। सर्वांगासन का अभ्यास हर किसी के लिए आसान नहीं होता है और इसे सही तरीके से करने के लिए आपको बहुत प्रैक्टिस की जरूरत होती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस आसन का अभ्यास कैसे किया जाता है। आइए जानते हैं सर्वांगासन करने की सही तरीका और इसके फायदे व सावधानियां- Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • सर्वांगासन क्या है? (What is Sarvangasana?) Freepik सर्वांगासन का नाम संस्कृत के शब्द तीन शब्दों से मिलकर बना है ‘सर्व’, ‘अंग’ और ‘आसन’। ‘सर्व’ का अर्थ है संपूर्ण; ‘अंग’ का अर्थ है शरीर के अंग, जबकि आसन का अर्थ है योग मुद्रा। इसलिए इस आसन का अर्थ है संपूर्ण शरीर के अंगों के लिए योग मुद्रा। यह आसन आपके शरीर के सभी अंगों को फायदा पहुंचाता है। सर्वांगासन के फायदे (Benefits of Sarvangasa...

5 Best: Yoga for Thyroid in Hindi

• What is Thyroid – थायराइड क्या होता है? • Sarvangasana yoga for Thyroid (Shoulder Stand Pose) – थायराइड के लिए सर्वांगासन योग • सर्वांगासन योग करने का तरीका • Marjarasana Yoga for Thyroid (Cat-Cow pose) – थायराइड के लिए मार्जरासन योग • मार्जरासन योग करने का तरीका • Matsyasana Yoga for Thyroid (Fish pose) – थायराइड के लिए मत्स्यासन योग • मत्स्यासन योग करने का तरीका • Halasana Yoga for Thyroid – थायराइड के लिए हलासन योग • हलासन योग करने का तरीका • Ustrasana Yoga for Thyroid – थायराइड के लिए उष्ट्रासन योग • उष्ट्रासन योग करने का तरीका • थायराइड रोग गले की ग्रंथी को प्रभावित करता है। थायराइड एक बहुत ही गंभीर समस्या है। थायराइड के सबसे आम लक्षणों मे थकान, वजन कम होना, कम ऊर्जा, ठंड, गले की सूजन, दिल की धड़कन का कम या अधिक होना, शुष्क त्वचा, कब्ज या दस्त जैसी परेशानियां शामिल है। कुछ योग आसन से आप थायराइड ग्रंथी को नियंत्रत कर सकते हैं। कई अध्ययन से भी यह पता चला है कि योग आसन थायराइड पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। What is Thyroid – थायराइड क्या होता है? थायराइड एक ग्रंथी होती है जो हमारे गले मे पाई जाती है। यह तितली के आकार की होती है। जो सांस की नली के पास होती है। थायराइड ग्रंथी को पियूष ग्रंथी नियंत्रित करती है। थायराइड ग्रंथी दो प्रकार के हार्मोन बनाती है। जब इन हार्मोन का संतुलन बिगड़ता है तब थायराइड की समस्या हो जाती है। थायराइड एक ग्रंथी होती है जो हमारे गले मे पाई जाती है। यह तितली के आकार की होती है। जो सांस की नली के पास होती है। थायराइड ग्रंथी को पियूष ग्रंथी नियंत्रित करती है। थायराइड ग्रंथी दो प्रकार के हार्मोन बनाती है। जब इन हार्मोन का संतुलन बिगड़ता है तब थायरा...

Sarvangasana के 18 फायदे और करने का तरीका। Sarvangasansa in Hindi

Main points • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • About Sarvangasana in Hindi. आज से कुछ समय पहले तक जहां लोग अक्सर कसरत करने के लिए जिम या स्पोर्ट्स सेंटर के चक्कर लगाते थे।वहीं आज लोग योग की तरफ आने लगे हैं। योग में हर योगासन का अपना ही लाभ है जो व्यक्ति के अलग अलग अंगों पर देखने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक है सर्वांगासन। सर्वांगासन के फायदे थायराइड से लेकर हृदय को देखने को मिलते हैं। Sarvangasana Ke Fayde यूं तो सभी को होते हैं। लेकिन महिलाओं पर सर्वांगासन के लाभ बहुत अधिक देखने को मिलते हैं। महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह महिलाओं के ऊपर अधिक कारगर सिद्ध हो सकता है। अगर आप सर्वांगासन करने का कोई कारण खोज रहे हैं तो वह कारण हम आपको बताते हैं। आज हम आपको सर्वांगासन करने के तरीके और फायदे से लेकर सभी चीजों के बारे में बताएंगे। अगर आप भी सर्वांगासन से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। सर्वांगासन आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रखने का कार्य करता है। इसलिए इसे सर्व-अंग-आसन के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि सर्वांगासन हठ योग का आसन है। यह आपके शरीर से रक्त की नलियों में मौजूद गंदगी को साफ करने का कार्य करता है। आमतौर पर हर कोई व्यक्ति या तो पूरे दिन बैठा रहता है या फिर खड़ा रहता है। जिसकी वजह से शरीर से रक्त हर अंग तक पहुंच जाता है। लेकिन जब रक्त वापस हृदय तक जाना होता है तो इस दौरान रक्त के अंदर गंदगी जम जाती है और रक्त के रफ्तार भी कम हो जाती है। जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन ऐसे में जब आप सर्वांगासन करते हैं तो सिर के बल होने क...

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सर्वांगासन सबसे एडवांस योगासनों में से एक है जिसके अभ्यास से आपके शरीर बहुत से लाभ मिलते हैं। यह आपको फुल बॉडी ट्रेनिंग में मदद करता है। अगर आप हर रोज इस आसन का अभ्यास करते हैं तो आपके शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी, स्ट्रेंथ और मोबिलिटी बढ़ती है। शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाने में सर्वांगासन का अभ्यास बेहद फायदेमंद है। यह आसन उन कुछ ही आसनों में से एक है जो पूरे शरीर को स्टिमुलेट करते हैं यानी यह आपके पैर की उंगलियों से लेकर सिर तक हर अंग के लिए फायदेमंद है। शोल्डर स्टैंड पोज़ शरीर के विभिन्न आंतरिक अंगों पर अच्छी तरह से काम करता है और इन अंगों के काम को भी बेहतर करता है। Freepik बीमारियों और विकारों को मैनेज करने और रोकथाम करने में महत्वपूर्ण होने के कारण, इस योगासन को ‘मदर ऑफ आसन’ के रूप में भी जाना जाता है। यह हमारे प्राचीन संतों और साधुओं द्वारा मानवता के लिए दिए गए सबसे बड़े वरदानों में से एक है। सर्वांगासन का अभ्यास हर किसी के लिए आसान नहीं होता है और इसे सही तरीके से करने के लिए आपको बहुत प्रैक्टिस की जरूरत होती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस आसन का अभ्यास कैसे किया जाता है। आइए जानते हैं सर्वांगासन करने की सही तरीका और इसके फायदे व सावधानियां- Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • सर्वांगासन क्या है? (What is Sarvangasana?) Freepik सर्वांगासन का नाम संस्कृत के शब्द तीन शब्दों से मिलकर बना है ‘सर्व’, ‘अंग’ और ‘आसन’। ‘सर्व’ का अर्थ है संपूर्ण; ‘अंग’ का अर्थ है शरीर के अंग, जबकि आसन का अर्थ है योग मुद्रा। इसलिए इस आसन का अर्थ है संपूर्ण शरीर के अंगों के लिए योग मुद्रा। यह आसन आपके शरीर के सभी अंगों को फायदा पहुंचाता है। सर्वांगासन के फायदे (Benefits of Sarvangasa...

सर्वांगासन योग

सर्वांगासन योग एक प्रमुख आसन है जो हठ योग की परंपरा में प्रयोग होता है। इस आसन को विशेष रूप से पूरे शरीर के लिए लाभदायक माना जाता है। इस आसन में शरीर को सीधा और विश्रामित रखकर काम किया जाता है। इसे "सर्वांगासन" कहा जाता है क्योंकि इस आसन को करते समय सभी शरीर के अंगों को सक्रिय किया जाता है इस आसन को करने के लिए, पहले आपको एक योग मैट पर सीधे लेट जाना होगा। फिर आपको पैरों को ऊपर उठाते हुए हिप्स को समर्पित करना होगा। पैरों को सम्पूर्ण शरीर के साथ 90 डिग्री के कोण में लेटा जाता है। उच्च स्थिति में, पैरों को आस्थान लेते हुए पूर्ण शरीर को समर्पित किया जाता है। हैठ योग की प्रमुखता में, यह योग आसन प्राणायाम और ध्यान के साथ अभ्यास किया जाता है। सर्वांगासन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। यह शरीर की पांच प्रमुख ग्रंथियों को सक्रिय करने में मदद करता है और उनका प्रभावशील लेनदेन करता है। रेंसर्वांगासन को करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन क: सबसे पहले, एक योग मैट या सफ़ेद चादर पर लेट जाएं। अपने पीठ को सीधा रखें और हाथों को सामरिक ढंग से जमीन पर रखें। पैरों को एकदम सामान और उठाएं। 1. अपने हाथों को पृष्ठभाग पर समर्पित करें, अपनी कलाइयों को फर्श पर स्पष्टतः लगाएं। 2. अपने पैरों को संघटित रखते हुए, धीरे-धीरे अपनी कमर को उठाएं। पीठ के समान रहने का प्रयास करें। 3. अब अपने हाथों को पीठ के बल से समर्थित करें और पूर्ण वज्रासन (गुलाबी आसन) लें। अब अपने पैरों को वक्र भाग में ले जाएं। यह त्रिकोणासन की तरह दिखेगा, जहां पैरों की ऊँचाई कम होगी। 4. धीरे-धीरे, अपने ऊपरी शरीर को सामरिक ढंग से ऊपर उठाएं। आपकी गर्दन और सीना गहरी श्वास लें। 5. इस स्थिति में, आपकी पीठ, गर्दन, भुजाएँ, और सिर सीधा होनी चा...