सर्वार्थ सिद्धि योग 2023

  1. जून 2023 में कब और कौन से बन रहे हैं योग
  2. Sarvarth Siddhi Muhurat
  3. saraswati puja 2023 date puja muhurat shubh yog and basant panchami puja vidhi importance
  4. Gangaur Puja 2023 Date Shubh Muhurat Ganguar Shiv Parwati Puja Vidhi Bhog
  5. सर्वार्थ सिद्धि योग 2023 New Delhi, India
  6. Sarvartha Siddhi Yoga
  7. Ravi Yog (Shubh Muhurat)
  8. saraswati puja 2023 date puja muhurat shubh yog and basant panchami puja vidhi importance
  9. Ravi Yog (Shubh Muhurat)
  10. Sarvartha Siddhi Yoga


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जून 2023 में कब और कौन से बन रहे हैं योग

June 2023 Shubh yoga: शुभ योग संयोग में की गई खरीदारी, मांगलिक कार्य आदि का परिणाम भी शुभ ही होता है। यदि आप जून माह में कोई भी शुभ कार्य करने की सोच रहे हैं तो निम्नलिखित दिनांक में होने वाले शुभ योग को जानिए। जून माह 2023 के शुभ योग संयोग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग, रवि योग आदि जानिए। धार्मिक मान्यतानुसार सभी माताएं पूजा से नहीं साधना करने से प्रसन्न होती हैं। अत: 10 महाविद्याओं की विशेष साधना गुप्त नवरात्रि में की जाती है। वर्षभर में कुल 4 नवरात्रि पर्व पड़ते हैं, जिसमें पहला चैत्र मास, दूसरा आषाढ़ मास, तीसरा अश्विन मास और चौथा माघ मास में मनाया जाता है। आइए जानते हैं 2023 में गुप्त नवरात्रि कब से प्रारंभ हो रही हैं- Halharini Amavas 2023: आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह अमावस्या 18 जुन 2023 रविवार को रहेगी। इस अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के साथ ही काल सर्प दोष से मुक्ति के उपाय भी किए जा सकते हैं। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो निम्मलिखित उपाय करें। Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है।

Sarvarth Siddhi Muhurat

‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ – नाम से ही एहसास हो जाता है कि यह सभी काम सिद्ध करने के योग के बारे में है। आज के समय में एक अच्छा मुहूर्त निकालना बड़ा ही दुसाध्य काम है। यदि सही समय पर सही विद्वान न मिले तो अर्थ का अनर्थ हो जाता है। जिसका बाद में खामियाजा भुगतना पड़ता है। लोक व्यवहार की बोलचाल में कहा भी गया है। :- कि अच्छे समय में यदि कोई बुरा काम भी कर लेता है, तो भी व्यक्ति को वाहवाही मिल जाती है क्योंकि समय अच्छा है। पर यदि बुरे समय अर्थार्थ बुरे मुहूर्त में किया गया शुभ काम भी नुकसान दे जाता है। आप सबकी इन्हीं परेशानियों को ध्यान में रखते हुए यह मुहूर्त नाम से कॉलम बनाया गया है। इस कॉलम में आपको इस साल के सभी शुभ मुहूर्त मिल जाएंगे। कई बार गुरु और शुक्र अस्त चल रहा हो तो उस समय में पंडित जन मुहूर्त बंद बताते हैं क्योंकि शास्त्रों में बताया गया है कि जब भी गुरु और शुक्र अस्त हो जाते हैं। तब सभी शुभ काम बंद हो जाते हैं। संसार में ऐसे बहुत सारे काम होते हैं, जिन्हें करना अनिवार्य होता है और उनके लिए रुकना संभव नहीं हो पाता। इसीलिए शास्त्रों में इसका भी समाधान सर्वार्थ सिद्धि योग आदि मुहूर्तों के द्वारा किया जाता है। यदि किसी काम को जल्दी करने की स्थिति में कोई आवश्यक मुहूर्त नहीं मिल पा रहा हो तो व्यक्ति आंख बंद करके सर्वार्थ सिद्धि आदि योगों में अपना काम आरंभ कर सकता है। इन मुहूर्तों में गुरु – शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि किसी भी चीज का विचार करने की आवश्यकता नहीं है। यह अपने आप में ही सिद्ध मुहूर्त होते हैं। जो सभी कुयोगों को समाप्त करने की शक्ति रखते हैं। जैसे कि इनके नाम से ही स्पष्ट है। इन योगों के समय में कोई भी शुभ काम किया जाए तो वह सफल होता है। जैसे :- कहीं यात्रा पर जा...

saraswati puja 2023 date puja muhurat shubh yog and basant panchami puja vidhi importance

Basant Panchami 2023: पंचांग के मुताबिक हर साल बंसत पंचमी माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि मनाई जाती है। इस दिन मांं सरस्वती की पूजा- अर्चना करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन माता लक्ष्मी का पीले फूल, रोली, अक्षत्, धूप, दीप आदि से पूजन किया जाता है। साथ ही आपको बता दें कि इस दिन 4 शुभ योग भी बन रहे हैं। जिससे इस दिन की महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये योग और तिथि… बसंत पचंमी 2023 तिथि (Basant Panchami 2023 And Tithi) पंचांग के मुताबिक माघ शुक्ल पंचमी तिथि 25 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से आरंभ हो रही है, जो अगले दिन 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदयातिथि को आधार मानते हुए बसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी को मनाया जाएगा। वहीं इस दिन गणतंत्र दिवस भी है। बन रहे ये शुभ योग (Auspicious yoga On Basant Panchami 2023) वैदिक पंचांग के अनुसार सरस्वती पूजा के दिन चार शुभ योग- शिव योग, सिद्ध योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बने रहे हैं। आपको बता दें कि रवि योग 26 जनवरी की शाम 06 बजकर 56 मिनट से आरंभ हो रहा है और यह अगले दिन 27 जनवरी को सुबह 07 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। रवि योग को ज्योतिष में बेहद शुभ योग माना गया है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग 26 जनवरी की शाम 06:58 बजे से आरंभ हो रहा है, जो 27 जनवरी को सुबह 07:11 बजे तक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार इस योग में जो भी काम किया जाता है। वह सिद्ध हो जाता है। वहीं बसंत पंचमी मंत्र (Maa Saraswati Vandana) *या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्...

Gangaur Puja 2023 Date Shubh Muhurat Ganguar Shiv Parwati Puja Vidhi Bhog

Gangaur Puja 2023: 24 मार्च 2023 को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन गणगौर का त्योहार मनाया जाएगा. गण और गौर अर्थात शिव और पार्वती, इस दिन सुहागिन शंकर-गौरी की पूजा कर पति की दीर्धायु की कामना करती हैं. श्रेष्ठ वर की प्राप्ति के लिए कुंवारी लड़कियां भी ये व्रत करती हैं. इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को तथा पार्वती जी ने अपनी उंगली से रक्त निकालकर समस्त स्त्री जाति सुहाग बांटा था. जिसके बाद से ये प्रथा चली आ रही है. मान्यता है कि गणगौर की पूजा करने से सुहाग बना रहता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है. आइए जानते हैं गणगौर पूजा की विधि, मुहूर्त. गणगौर पूजा 2023 चौघड़िया मुहूर्त (Gangaur Puja 2023 Muhurat) • लाभ (उन्नति) - सुबह 07.53 - सुबह 09.24 • अमृत (सर्वोत्तम) - सुबह 09.24 - सुबह 10.56 • शुभ (उत्तम) - दोपहर 12.28 - दोपहर 01.59 गणगौर पूजा 2023 शुभ योग (Gangaur Puja 2023 Shubh yoga) • सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06.21 - दोपहर 01.22 • रवि योग - 24 मार्च 2023, दोपहर 01.22 - 25 मार्च 2023, सुबह 06.20 गणगौर की पूजा विधि (Gangaur Puja Vidhi) • गणगौर पूजा वाले दिन स्नान के पश्चात स्त्रियां सोलह श्रृंगार कर पूजन शुरू करें. • मिट्‌टी के शिव और गौरी को सुंदर वस्त्र पहनाएं. अब देवी पार्वती को सुहाग की सामग्री (16 श्रृंगार का सामान) अर्पित करें. • सौभाग्य की कामना लिए दीवार पर सोलह -सोलह बिंदियां रोली,मेहंदी और काजल की लगाएं. • भगवान शंकर और माता पार्वती को चंदन, अक्षत, रोली, सिंदूर, धूप, दीप, फल, मिठाई अर्पित करें. • एक थाल में चांदी का सिक्का, सुपारी, पान, दूध, दही, गंगाजल, हल्दी, कुमकुम, दूर्वा डालकर सुहाग जल तैयार करें. • दोनों हाथों में ताजी दूब लेकर इस सुहाग जल को भगव...

सर्वार्थ सिद्धि योग 2023 New Delhi, India

दिनांक आरंभ काल समाप्ति काल रविवार, 01 जनवरी 07:13:55 12:49:04 मंगलवार, 03 जनवरी 07:14:25 16:26:03 बुधवार, 04 जनवरी 07:14:37 18:48:41 बुधवार, 04 जनवरी 18:48:41 31:14:47 शुक्रवार, 06 जनवरी 24:14:08 31:15:05 रविवार, 08 जनवरी 07:15:10 30:06:05 मंगलवार, 10 जनवरी 07:15:18 09:02:11 बुधवार, 18 जनवरी 07:14:44 17:23:14 शनिवार, 21 जनवरी 30:30:23 31:13:48 गुरुवार, 26 जनवरी 18:57:33 31:12:02 शुक्रवार, 27 जनवरी 07:12:02 18:37:30 शुक्रवार, 27 जनवरी 18:37:30 31:11:36 सोमवार, 30 जनवरी 22:15:52 31:10:11 बुधवार, 01 फरवरी 07:09:40 27:23:37 गुरुवार, 02 फरवरी 30:18:31 31:08:32 शुक्रवार, 03 फरवरी 07:08:32 33:17:01 रविवार, 05 फरवरी 07:07:19 12:13:36 शनिवार, 11 फरवरी 25:40:33 31:02:25 सोमवार, 13 फरवरी 26:36:17 31:00:51 शनिवार, 18 फरवरी 17:42:32 30:56:35 मंगलवार, 21 फरवरी 30:39:10 30:53:49 गुरुवार, 23 फरवरी 06:52:53 27:45:00 गुरुवार, 23 फरवरी 27:45:00 30:51:54 शुक्रवार, 24 फरवरी 06:51:55 27:27:18 सोमवार, 27 फरवरी 06:48:57 31:20:15 बुधवार, 01 मार्च 06:46:55 09:52:16 गुरुवार, 02 मार्च 12:44:04 30:44:49 शुक्रवार, 03 मार्च 06:44:49 15:44:10 बुधवार, 08 मार्च 28:20:53 30:38:21 शनिवार, 11 मार्च 07:11:43 30:34:59 सोमवार, 13 मार्च 08:21:49 30:32:44 शुक्रवार, 17 मार्च 26:47:23 30:28:10 शनिवार, 18 मार्च 06:28:09 24:30:22 मंगलवार, 21 मार्च 17:26:26 30:23:32 गुरुवार, 23 मार्च 06:22:21 14:09:11 गुरुवार, 23 मार्च 14:09:11 30:21:11 शुक्रवार, 24 मार्च 06:21:12 13:22:49 सोमवार, 27 मार्च 06:17:42 15:27:40 सोमवार, 27 मार्च 15:27:40 30:16:32 गुरुवार, 30 मार्च 06:14:13 22:59:47 गुरुवार, 30 मार्च 22:59:47 30:13:04 बुधवा...

Sarvartha Siddhi Yoga

Sarvartha Siddhi Yoga 2023 : वार और नक्षत्र के संयोग को सर्वार्थ सिद्धि योग कहते हैं। यह योग विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से निर्मित होता है। सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा, अथवा श्रवण नक्षत्र होने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है जबकि द्वितीया और एकादशी तिथि होने पर यह शुभ योग अशुभ मुहूर्त में बदल जाता है। गुरुवार और शुक्रवार के दिन अगर यह योग बनता है तो तिथि कोई भी हो यह योग नष्ट नहीं होता है। आओ जानते हैं कि इस योग में क्या खरीदना चाहिए। सर्वार्थ सिद्धि योग में कौनसे कार्य करना चाहिए | What work should be done in Sarvartha Siddhi Yoga? • इस योग में सगाई करना भी शुभ होता है। • इस योग में भूमि, भवन और वाहन खरीदना शुभ होता है। • यह योग गुरुवार को हो तो वस्त्र, आभूषण, शस्त्र खरीदना शुभ है। • इस योग में नया कार्य प्रारंभ करना शुभ फलदायी माना गया है। • यह योग बुधवार को हो तो सभी प्रकार के व्यापार कार्य प्रारंभ करना शुभ है। • यह योग सोमवार, शुक्रवार को हो तो वस्त्र और आभूषण जैसी चीजें खरीदना शुभ होता है। • यह योग मंगलवार को हो तो भूमि, भवन, दुकान, इलेक्ट्रॉनिक समान खरीदना शुभ होता है। • यह योग शनिवार को हो भूमि, भवन, इलेक्ट्रॉनिक और मशीनरी के सामान खरीदना शुभ है।

Ravi Yog (Shubh Muhurat)

रवि योग भी सर्वार्थसिद्धि योग की तरह सभी कार्यों के लिए शुभ (Shubh Muhurat) माने जाते हैं। रवि योग सभी बुरे अशुभ योगों को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति रखता है। :- “कुयोग विध्वंस कराः शुभेषु’ रवि योग सन् 2022 प्रारंभ काल – तारीख प्रारंभ काल – घं.मि. तारीख – समाप्ति काल समाप्ति काल – घं.मि. 1 दिसंबर प्रातः 06:12 से 3 दिसंबर प्रातः 05:45 तक 3 दिसंबर प्रातः 06:49 से 4 दिसंबर प्रातः 06:16 तक 6 दिसंबर सुबह 08:38 से 7 दिसंबर सुबह 10:25 तक 14 दिसंबर रात्रि 02:32 से 15 दिसंबर प्रातः 05:15 तक 25 दिसंबर रात्रि 07:21 से 26 दिसंबर शाम 04:41 तक 27 दिसंबर दोपहर 02:27 से 28 दिसंबर दोपहर 12:45 तक सन् 2023 प्रारंभ काल – तारीख प्रारंभ काल – घं.मि. तारीख – समाप्ति काल समाप्ति काल – घं.मि. 1 जनवरी सूर्योदय से 2 जनवरी दोपहर 02:23 तक 4 जनवरी शाम 06:48 से 5 जनवरी रात्रि 09:26 तक 13 जनवरी शाम 04:35 से 14 जनवरी शाम 06:13 तक 24 जनवरी रात्रि 00:26 से 24 जनवरी शाम 04:26 तक 24 जनवरी रात्रि 09:57 से 25 जनवरी रात्रि 08:05 तक 26 जनवरी शाम 06:56 से 27 जनवरी शाम 06:36 तक 29 जनवरी रात्रि 08:21 से 1 फरवरी रात्रि 00:39 तक 3 फरवरी प्रातः 06:18 से 4 फरवरी सुबह 09:16 तक 12 फरवरी रात्रि 01:39 से 13 फरवरी रात्रि 02:27 तक 23 फरवरी प्रातः 04 :49 से 24 फरवरी रात्रि 03:44 तक 25 फरवरी रात्रि 03:26 से 26 फरवरी रात्रि 03:58 तक 28 फरवरी शाम 07:01 से 2 मार्च दोपहर 12:43 तक 4 मार्च शाम 06:41 से 5 मार्च रात्रि 09:30 तक 6 मार्च प्रातः 06:41 से 7 मार्च रात्रि 00:04 तक 13 मार्च सुबह 08:21 से 14 मार्च सुबह 08:12 तक 24 मार्च दोपहर 01:22 से 25 मार्च दोपहर 01:18 तक 26 मार्च दोपहर 02:00 से 27 मार्च दोपहर 03:27 तक 29 मार्च रात्रि 08:06 स...

saraswati puja 2023 date puja muhurat shubh yog and basant panchami puja vidhi importance

Basant Panchami 2023: पंचांग के मुताबिक हर साल बंसत पंचमी माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि मनाई जाती है। इस दिन मांं सरस्वती की पूजा- अर्चना करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन माता लक्ष्मी का पीले फूल, रोली, अक्षत्, धूप, दीप आदि से पूजन किया जाता है। साथ ही आपको बता दें कि इस दिन 4 शुभ योग भी बन रहे हैं। जिससे इस दिन की महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये योग और तिथि… बसंत पचंमी 2023 तिथि (Basant Panchami 2023 And Tithi) पंचांग के मुताबिक माघ शुक्ल पंचमी तिथि 25 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से आरंभ हो रही है, जो अगले दिन 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदयातिथि को आधार मानते हुए बसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी को मनाया जाएगा। वहीं इस दिन गणतंत्र दिवस भी है। बन रहे ये शुभ योग (Auspicious yoga On Basant Panchami 2023) वैदिक पंचांग के अनुसार सरस्वती पूजा के दिन चार शुभ योग- शिव योग, सिद्ध योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बने रहे हैं। आपको बता दें कि रवि योग 26 जनवरी की शाम 06 बजकर 56 मिनट से आरंभ हो रहा है और यह अगले दिन 27 जनवरी को सुबह 07 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। रवि योग को ज्योतिष में बेहद शुभ योग माना गया है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग 26 जनवरी की शाम 06:58 बजे से आरंभ हो रहा है, जो 27 जनवरी को सुबह 07:11 बजे तक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार इस योग में जो भी काम किया जाता है। वह सिद्ध हो जाता है। वहीं बसंत पंचमी मंत्र (Maa Saraswati Vandana) *या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्...

Ravi Yog (Shubh Muhurat)

रवि योग भी सर्वार्थसिद्धि योग की तरह सभी कार्यों के लिए शुभ (Shubh Muhurat) माने जाते हैं। रवि योग सभी बुरे अशुभ योगों को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति रखता है। :- “कुयोग विध्वंस कराः शुभेषु’ रवि योग सन् 2022 प्रारंभ काल – तारीख प्रारंभ काल – घं.मि. तारीख – समाप्ति काल समाप्ति काल – घं.मि. 1 दिसंबर प्रातः 06:12 से 3 दिसंबर प्रातः 05:45 तक 3 दिसंबर प्रातः 06:49 से 4 दिसंबर प्रातः 06:16 तक 6 दिसंबर सुबह 08:38 से 7 दिसंबर सुबह 10:25 तक 14 दिसंबर रात्रि 02:32 से 15 दिसंबर प्रातः 05:15 तक 25 दिसंबर रात्रि 07:21 से 26 दिसंबर शाम 04:41 तक 27 दिसंबर दोपहर 02:27 से 28 दिसंबर दोपहर 12:45 तक सन् 2023 प्रारंभ काल – तारीख प्रारंभ काल – घं.मि. तारीख – समाप्ति काल समाप्ति काल – घं.मि. 1 जनवरी सूर्योदय से 2 जनवरी दोपहर 02:23 तक 4 जनवरी शाम 06:48 से 5 जनवरी रात्रि 09:26 तक 13 जनवरी शाम 04:35 से 14 जनवरी शाम 06:13 तक 24 जनवरी रात्रि 00:26 से 24 जनवरी शाम 04:26 तक 24 जनवरी रात्रि 09:57 से 25 जनवरी रात्रि 08:05 तक 26 जनवरी शाम 06:56 से 27 जनवरी शाम 06:36 तक 29 जनवरी रात्रि 08:21 से 1 फरवरी रात्रि 00:39 तक 3 फरवरी प्रातः 06:18 से 4 फरवरी सुबह 09:16 तक 12 फरवरी रात्रि 01:39 से 13 फरवरी रात्रि 02:27 तक 23 फरवरी प्रातः 04 :49 से 24 फरवरी रात्रि 03:44 तक 25 फरवरी रात्रि 03:26 से 26 फरवरी रात्रि 03:58 तक 28 फरवरी शाम 07:01 से 2 मार्च दोपहर 12:43 तक 4 मार्च शाम 06:41 से 5 मार्च रात्रि 09:30 तक 6 मार्च प्रातः 06:41 से 7 मार्च रात्रि 00:04 तक 13 मार्च सुबह 08:21 से 14 मार्च सुबह 08:12 तक 24 मार्च दोपहर 01:22 से 25 मार्च दोपहर 01:18 तक 26 मार्च दोपहर 02:00 से 27 मार्च दोपहर 03:27 तक 29 मार्च रात्रि 08:06 स...

Sarvartha Siddhi Yoga

Sarvartha Siddhi Yoga 2023 : वार और नक्षत्र के संयोग को सर्वार्थ सिद्धि योग कहते हैं। यह योग विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से निर्मित होता है। सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा, अथवा श्रवण नक्षत्र होने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है जबकि द्वितीया और एकादशी तिथि होने पर यह शुभ योग अशुभ मुहूर्त में बदल जाता है। गुरुवार और शुक्रवार के दिन अगर यह योग बनता है तो तिथि कोई भी हो यह योग नष्ट नहीं होता है। आओ जानते हैं कि इस योग में क्या खरीदना चाहिए। सर्वार्थ सिद्धि योग में कौनसे कार्य करना चाहिए | What work should be done in Sarvartha Siddhi Yoga? • इस योग में सगाई करना भी शुभ होता है। • इस योग में भूमि, भवन और वाहन खरीदना शुभ होता है। • यह योग गुरुवार को हो तो वस्त्र, आभूषण, शस्त्र खरीदना शुभ है। • इस योग में नया कार्य प्रारंभ करना शुभ फलदायी माना गया है। • यह योग बुधवार को हो तो सभी प्रकार के व्यापार कार्य प्रारंभ करना शुभ है। • यह योग सोमवार, शुक्रवार को हो तो वस्त्र और आभूषण जैसी चीजें खरीदना शुभ होता है। • यह योग मंगलवार को हो तो भूमि, भवन, दुकान, इलेक्ट्रॉनिक समान खरीदना शुभ होता है। • यह योग शनिवार को हो भूमि, भवन, इलेक्ट्रॉनिक और मशीनरी के सामान खरीदना शुभ है।