सत्ता के वैकल्पिक केंद्र क्या है

  1. NCERT solutions for Political Science Class 12 [राजनीति विज्ञान
  2. Bseb Class 12 Political Science सत्ता के वैकल्पिक केन्द्र
  3. HBSE 12th Class Political Science Important Questions Chapter 4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र – Haryana Board Solutions
  4. सत्ता की क्या परिभाषा है? – ElegantAnswer.com
  5. 04: सत्ता के वैकल्पिक केंद्र / Samkalin Vishwa Rajniti


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NCERT solutions for Political Science Class 12 [राजनीति विज्ञान

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Bseb Class 12 Political Science सत्ता के वैकल्पिक केन्द्र

4 . यूरोपीय संघ के सदस्यों को किस कोटि में रखा जा सकता है? क. परा-राष्ट्र-राज्य ख. राष्ट्र-राज्य ग. सामन्ती राज्य घ. कोई नहीं Answer – परा-राष्ट्र-राज्य 5. 1957 में अपनी स्थापना के समय यूरोपीय संघ का क्या नाम था? क. यूरोप का इस्पात व कोयला समुदाय ख. यूरोप का अर्थिक समुदाय ग. आर्थिक समुदाय घ. यूरोपीय संघ Answer – यूरोप का अर्थिक समुदाय सत्ता के वैकल्पिक केंद्र प्रश्न-उत्तर pdf bihar board 6 . भारत किस संगठन का पूर्ण संवादी भागीदार है? क. आसियान ख. आसियान का एशियाई क्षेत्रीय मंच ग. यूरोपीय संघ घ. किसी का नहीं Answer – आसियान का एशियाई क्षेत्रीय मंच 7 . किस देश के साथ भारत ने मित्रता व व्यापार की सन्धि की जिसकी ने प्रस्तावना में पंचशील के सूत्र रखे हुए हैं? क. संयुक्त राज्य अमरीका ख. पाकिस्तान ग. सोवियत संघ घ. चीन Answer – चीन 8 . कौन-सा देश गाजर व छड़ी की नीति का अनुकरणकर्ता कहा जाता है? क. रूसी संघ ख. पाकिस्तान ग. चीन घ. संयुक्त राज्य अमरीका Answer – चीन 9 . किस प्रधानमन्त्री ने भारत के चीन के साथ टूटे सम्बन्धों को सुधारने का कदम उठाया? क. राजीव गाँधी ख. इन्दिरा गाँधी ग. लाल बहादुर शास्त्री घ. जवाहरलाल नेहरू Answer – राजीव गाँधी 10 . कौन-सा वर्ष भारत-चीन मित्रता वर्ष के रूप में मनाया गया? क. 1954 ख. 1988 ग. 1962 घ. 2006 Answer – 2006 11 . यूरोपीय संघ की स्थापना कब हुई? क. 2005 ख. 1957 ग. 2006 घ. 1992 Answer – 1957 12 . वर्तमान में कौन आसियान का सदस्य राष्ट्र नहीं है? क. अल्जीरिया ख. फिलीपीन्स ग. इण्डोनेशिया घ. मलेशिया Answer – अल्जीरिया 13 . निम्नलिखित में से कौन-सा देश आसियान का सदस्य नहीं है? क. सिंगापुर ख. श्रीलंका ग. फिलीपीन्स घ. इण्डोनेशिया Answer – श्रीलंका 14 . एशिया...

HBSE 12th Class Political Science Important Questions Chapter 4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र – Haryana Board Solutions

Haryana State Board Haryana Board 12th Class Political Science Important Questions Chapter 4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र निबन्धात्मक प्रश्न प्रश्न 1. माओ युग के पश्चात् आर्थिक रूप में उभरे चीन की व्याख्या करो। अथवा किस आधार पर यह कहा जा सकता है, कि 2040 तक चीन दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति होगा जो अमेरिका से आगे निकल जाएगा ? विश्लेषण कीजिए। उत्तर: माओ-त्से-तुंग ने 1949 में साम्यवादी क्रांति द्वारा चीन में साम्यवादी शासन की नींव रखी। इसके पश्चात् साम्यवादी चीन ने बड़ी तेज़ी से अपना विकास किया है तथा अमेरिका के मुकाबले सत्ता के एक महत्त्वपूर्ण विकल्प के रूप में सामने आया है। माओ युग के पश्चात् 1978 से आर्थिक क्षेत्र में चीन की सफलता को एक महाशक्ति के रूप में देखा जा रहा है। आर्थिक सुधारों को लागू करके चीन ने वर्तमान समय में ऐसी स्थिति प्राप्त कर ली है, कि कई आर्थिक विशेषज्ञों का यह अनुमान है कि 2040 तक चीन की आर्थिक व्यवस्था अमेरिका की आर्थिक व्यवस्था से भी आगे निकल जायेगी। चीन की विशाल जनसंख्या, विशाल क्षेत्र तथा तकनीक उसके आर्थिक विकास के लिए बहुत मददगार साबित हो रहे हैं। 1950 एवं 1960 के दशक में चीन अपना उतना आर्थिक विकास नहीं कर पा रहा था, जितना वह चाहता था, क्योंकि तब यही विशाल जनसंख्या रुकावट बन रही थी, कृषि परम्परागत ढंग से की जा रही थी, जिससे जनसंख्या के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। इसके साथ चीन की जनसंख्या लगातार तेजी से बढ़ रही थी जो उसकी आर्थिक विकास की दर में बाधा बन रही थी। इन सभी बाधाओं को दूर करने के लिए 1970 के दशक में चीनी शासकों ने कुछ महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए। 1972 में चीन ने अमेरिका से अपने राजनीतिक एवं आर्थिक सम्बन्ध बनाए। 1973 में तत्कालीन...

सत्ता की क्या परिभाषा है? – ElegantAnswer.com

सत्ता की क्या परिभाषा है? इसे सुनेंरोकेंअगर कोई किसी से अपनी मर्ज़ी के आधार पर कुछ ऐसे काम करवा सकता है जो वह अन्यथा नहीं करता, तो इसे एक व्यक्ति की दूसरे पर सत्ता (Power) की संज्ञा दी जाएगी। सत्ता की यह सहज लगने वाली परिभाषा रॉबर्ट डाह्ल की देन है। इसका सूत्रीकरण केवल व्यक्तियों के संदर्भ में किया गया है। सत्ता का आधार क्या है? इसे सुनेंरोकेंAnswer: सत्ता का वर्गीकरण कई आधारों पर किया जा सकता है । इसमें प्रमुखता 3 आधारों को महत्वपूर्ण माना जाता है । 1) क्षेत्रीय आधार पर 2) संविधान के आधार पर और 3) राजनीतिक आधार पर । शक्ति और सत्ता में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंसत्ता और शक्ति यद्यपि समानार्थी प्रतीत होते हैं परंतु इनमें से तांत्रिक और व्यवहारिक दोनों स्तर पर विनीता निहित होती है सत्ता को वैधता कानून देता है लेकिन शक्ति पर कानून लागू नहीं होता सत्ता प्रत्यायोजन का आधार बन सकती है लेकिन शक्ति नहीं सत्ता जवाबदेयता के बिना नहीं हो सकती परंतु शक्ति का जवाबदेयता से कोई संबंध नहीं … सत्ता के वैकल्पिक केंद्र से आप क्या समझते हैं? इसे सुनेंरोकेंमहत्वपूर्ण तथ्य(Satta Ka Vaikalpik Kendra) शीतयुद्ध के बाद यूरोपीय संघ, आसियान और चीन अमरीकी वर्चस्व को चुनौती देने वाले सत्ता के वैकल्पिक केंद्र के रूप में उभर रहे है। मार्शल योजना: अमेरिका ने यरोप के अर्थव्यवस्था के पुनर्गठन के लिए 1948 में मार्शल योजना लायी थी। सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी है? इसे सुनेंरोकें(i) टकराव को रोकने के लिए- सत्ता की साझेदारी जरूरी इसलिए है क्योंकि इससे सामाजिक समूहों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो जाता है। चूंकि सामाजिक टकराव आगे बढ़कर अक्सर हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता का रूप ले लेता है इसलिए सत्ता में हिस्सा दे...

04: सत्ता के वैकल्पिक केंद्र / Samkalin Vishwa Rajniti

• • NCERT: Text Format • • • • • • • • • • • • • Rationalised NCERT • • • • • • • • • • • • • Old NCERT (2015) • • • • • • • • • • • • • Lab Manuals & Kits • • e-Books for UPSC • • Android App • • NCERT Books • • • • • • • • • H. C. Verma • • • Lakhmir Singh • • • • • • • • • R. D. Sharma • • • • • • • • R. S. Aggarwal • • • • • • • All in One • • • • • • • • • Evergreen Science • • • Together with Science • • • Xam Idea 10 th Science • • Classroom Courses • • • • • • • UPSC Exams • • Teaching • • Banking • • • Hair Accessories • Jewellery • Stationery • Lunch Boxes • • Explore Store अध्याय 4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र परिचय 1990 के दशक के श्ुारू में विश्व राजनीति में दो-ध्रुवीय व्यवस्था के टूटने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि राजनैतिक और आर्थिक सत्ता के वैकल्पिक केंद्र कुछ हद तक अमरीका के प्रभुत्व को सीमित करेंगे। यूरोप में यूरोपीय संघ और एशिया में दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) का उदय दमदार शक्ति के रूप मेें हुआ। यूरोपीय संघ और आसियान, दोनों ने ही अपने-अपने इलाके में चलने वाली एेतिहासिक दुश्मनियों और कमजोरियों का क्षेत्रीय स्तर पर समाधान ढूंढ़ा। साथ ही इन्होंने अपने-अपने इलाकों में अधिक शांतिपूर्ण और सहकारी क्षेत्रीय व्यवस्था विकसित करने तथा इस क्षेत्र के देशों की अर्थव्यवस्थाओं का समूह बनाने की दिशा में भी काम किया। चीन के आर्थिक उभार ने विश्व राजनीति पर काफी नाटकीय प्रभाव डाला। इस अध्याय में हम सत्ता के उभरते हुए कुछ वैकल्पिक केन्द्रों पर एक नज़र डालेंगे और यह जाँचने की कोशिश करेंगे कि भविष्य में उनकी क्या भूमिका हो सकती है। 1978 के दिसंबर में देंग श्याओपेंग न...