Surya bhagwan ki aarti

  1. Surya Dev Ki Aarti Lyrics In Hindi Om Jai Surya Bhagwan Aarti Sunday
  2. Surya Dev Aarti
  3. Surya Dev ki Aarti: श्री सूर्य देव की 3 आरतीयां
  4. Shri Surya Dev Om Jai Surya Bhagwan
  5. [PDF] सूर्य देव आरती


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Surya Dev Ki Aarti Lyrics In Hindi Om Jai Surya Bhagwan Aarti Sunday

Surya Dev Ki Aarti: रविवार का दिन सूर्यदेव (Surya Dev Puja On Sunday) को समर्पित होता है. इस दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने से अक्षय फल (Akshay Fal) की प्राप्ति होती है. हिंदू धर्म में सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि सूर्यदेव की अराधना बेहद लाभकारी होती है. सच्चे मन से भगवान भास्कर की पूजा करने से भक्तों से भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं और उन्हें सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवग्रहों में सूर्यदेव को प्रथम ग्रह के रूप में माना जाता है. भगवान सूर्य की अराधना करने से व्यक्ति सेहतमंद बनता है. रविवार के दिन सूर्यदेव की पूजा के साथ-साथ आरती करने से भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं. सूर्यदेव की पूजा का महत्व (Surya Dev Puja Impportance) मान्यता है कि रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा करने से भाग्य उदय होता है. रविवार के दिन भगवान की उपासना करने के लिए सुबह-सुबह स्नान करके भगवान सूर्यदेव की पूजा की जाती है. पूजा में धूप, दीप और पुष्प चढ़ाकर पूजा करते हैं और फिर आरती उतारते हैं. कहते हैं कि जब सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं तो सभी अशुभ कार्य शुभ कार्यों में परिणित हो जाते हैं. रविवार के दिन करें सूर्यदेव की ये आरती (Surya Dev Aarti On Sunday) Surya Dev Ki Aarti (सूर्य देव की आरती) ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान..।। सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।। अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान..।। ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।। फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे ...

Surya Dev Aarti

This Aarti is dedicated to Surya Dev or the Sun, the source of life for everything in our Solar system. This Aarti is helpful in removing all negativity from ones mind, body and surroundings and in making the entire atmosphere around you harmonious. सूर्यदेव आरती हिंदी एंड इंग्लिश-3 Suryadev Aarti Hindi and English Text -3 Surya Dev Aarti English Translation Om Jai Surya Bhagwan l Jai Ho Tinkar Bhagwan l Jagat Ke Netra Swaroopa l Tum Ho Triguna Swaroopa l Dharata Sabahi Sab Dhyan ll Om Jai Surya Bhagwan… Sarathi Arun Hai Prabhu Tum l Shweta Kamaladhari l Tum Char Bhuja Dhari l Ashwa Hai Saath Tumharey l Koti Kirana Pasaarey l Tum Ho Dev Mahan ll Om Jai Surya Bhagwan…. Usha Kaal Mein Jab Tum l Udaya Chal Aatey l Tab Sab Darshan Paatey l Phailaatey Ujiaara l Jaagta Tab Jag Saara l Karey Tab Sab Gun Gaan ll Om Jai Surya Bhagwan …. Bhoochar Jalchar Khechar l Sab Ke Ho Pran Tumhi l Sab Jeevo Ke Pran Tumhi l Ved Puraan Bhakhaaney l Dharm Sabhi Tumhe Maaney l Tum Hi Sarva Shaktimaan ll Om Jai Surya Bhagwan…. Pujan Karti Vishayein l Pujey Sab Ek Paar l Tum Bhuvno Ke Pratipaal l Rituyein Tumhari Daasi l Tum Shashaka Avinashi l Shubhkari Anshumaan ll Om Jai Surya Bhagwan…. सूर्य देव आरती ॐ जय सूर्य भगवान l जय हो तिनकर भगवान l जगत के नेत्र स्वरूपा l तुम हो त्रिगुणा स्वरूपा l धरता सबही सब ध्यान ll ॐ जय सूर्य भगवान …. सारथी अरुण है प्रभु तुम l श्वेता कमालाधारी l तुम चार भुजा धारी l अश्वा है साथ तुम्हारे l कोटि किराना पसारे l तुम हो देव महान ll ॐ जय सूर्य भगवान …. उषा काल में जब तुम l उ...

Surya Dev ki Aarti: श्री सूर्य देव की 3 आरतीयां

1. सूर्य देव की आरती – जय कश्यप नन्दन जय कश्यप नन्दन, ऊँ जय अदिति नन्दन। द्दिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चन्दन॥ ऊँ जय…. जय सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी। दु:खहारी, सुखकारी, मानस मलहारी॥ ऊँ जय…. जय सुर मुनि भूसुर वन्दित, विमल विभवशाली। अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥ ऊँ जय…. जय सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी। विश्व विलोचन मोचन, भव-बंधन भारी॥ ऊँ जय… जय कमल समूह विकासक, नाशक त्रय तापा। सेवत सहज हरत अति, मनसिज संतापा॥ ऊँ जय… जय नेत्र व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा हारी। वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥ ऊँ जय… जय सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै। हर अज्ञान मोह सब, तत्वज्ञान दीजै॥ जय .. ( श्री सूर्य देव की आरती – विडियो ) ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।। अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।। फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब तब गुणगान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते। गोधन तब घर आते।। गोधूलि बेला में, हर घर हर आंगन में। हो तव महिमा गान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनिवर भजते। आदित्य हृदय जपते।। स्तोत्र ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी। दे नव जीवनदान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार। महिमा तब अपरम्पार।। प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते। बल, बुद्धि और ज्ञान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। भूचर जलचर खेचर, सबके हों प्राण तुम्हीं। सब जीवों क...

Shri Surya Dev Om Jai Surya Bhagwan

हिन्दी में पढ़ें Om Jai Surya Bhagwan, Jai Ho Dinkar Bhagwan। Jagat Ke Netra Swaroopa, Tum Ho Triguna Swaroopa। Dharat Saba Hi Tab Dhyan, Om Jai Surya Bhagwan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Sarathi Arun Hai Prabhu Tum, Shwet Kamaladhari। Tum Char Bhuja Dhari॥ Ashwa Hai Sath Tumharey, Koti Kirana Pasarey। Tum Ho Dev Mahan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Usha Kal Mein Jab Tum, Udayachal Aate। Sab Tab Darshan Patey॥ Phailatey Ujiyara, Jagata Tab Jag Sara। Karke Sab Tab Gungan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Sandhya Mein Bhuvaneshvar, Astachal Jate। Godhan Tab Ghar Aate॥ Godhuli Bela Mein, Har Ghar Har Angan Main। Ho Tav Mahima Gaan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Dev Danuj Nar Naari, Rishi Munivar Bhajate। Aditya Hriday Japate॥ Strot Ye Mangalakari, Isaki Hai Rachana Nyari। De Nav Jeevanadan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Tum Ho Trikal Rachiyata, Tum Jag Ke Adhar। Mahima Tab Aparampar॥ Pranon Ka Sinchan Karake, Bhakton Ko Apane Dete। Bal Braddhi Aur Gyan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Bhoochar Jalchar Khechar, Sab Ke Ho Pran Tumhi। Sab Jeevo Ke Pran Tumhi॥ Ved Puran Bhakhane, Dharm Sabhi Tumhen Maney। Tum Hi Sarv Shaktiman॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Pujan Karti Dishayein, Pujey Sabdikpal। Tum Bhuvno Ke Pratipal॥ Rituyain Tumhari Dasi, Tum Shashta Avinashi। Shubhkari Anshuman॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥ Om Jai Surya Bhagwan, Jai Ho Dinkar Bhagwan। Jagat Ke Netra Swaroopa, Tum Ho Triguna Swaroopa। Dharat Saba Hi Tab Dhyan, Om Jai Surya Bhagwan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan...॥

[PDF] सूर्य देव आरती

2 Surya Dev Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi सूर्य ग्रह को हिंदू धर्म में सूर्य भगवान के रूप में माना गया है और वैदिक ज्योतिष के अनुसार भी ब्रह्मांड में सूर्य को विशेष दर्जा दिया गया है यानी सभी ग्रहों में सूर्य का विशेष स्थान है वैसे भारत में अनेक प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं और विशेष प्रकार की पूजा भी की जाती है उनमें से सूर्य देव की पूजा भी अनेक त्योहारों में की जाती है। यानी समस्त पूजा केवल सूर्य भगवान को ही समर्पित होती है इन त्योहारों में छठ पूजा और मकर संक्रांति सबसे ज्यादा लोकप्रिय है सूर्य देवता की पूजा करने से जातक समाज में मान सम्मान बढ़ता है और समस्त प्रकार के भौतिक सुखों में वृद्धि होती है क्योंकि वैसे भी हिंदू धर्म में सूर्य को तेज के रूप में माना गया है। • बजरंग बाण पाठ – Hanuman Bajrang Baan जिन व्यक्तियों में आत्मविश्वास की कमी होती है अथवा किसी के सामने बोलने में डर लगता है उन्हें सूर्य की पूजा अवश्य रूप से करनी चाहिए क्योंकि Suryadev की पूजा करने से उनका तेज बढ़ता है और वह सफलता जल्दी प्राप्त करते हैं। हिंदू धर्म में सूर्य को सबसे ऊपर माना गया है और अनेक तरीके से सूर्य का विशेष महत्व बताया गया है। Surya Dev Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।। अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।। ।।ॐ जय सूर्य भगवान…।। See also गायत्री मंत्र | Gayatri Mantra PDF In Hindi ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।। फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब त...