सूखी खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए

  1. सर्दी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
  2. खांसी में क्या खाएं, क्या नहीं और परहेज
  3. सूखी खांसी: कारण, लक्षण, निदान और उपचार
  4. What to eat in cough
  5. खांसी की अचूक दवा तथा खांसी के 22 घरेलू उपचार
  6. खांसी में क्या खाएं, क्या नहीं और परहेज
  7. खांसी की अचूक दवा तथा खांसी के 22 घरेलू उपचार
  8. सर्दी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
  9. सूखी खांसी: कारण, लक्षण, निदान और उपचार
  10. What to eat in cough


Download: सूखी खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए
Size: 57.40 MB

सर्दी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

सर्दी जुकाम सभी मौसमो में होता है, लेकिन सर्दियों में सबसे अधिक फैलता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो राइनो वायरस विषाणु से फैलता है। कमजोर शरीर वालों और बच्चों को यह रोग अधिक जल्दी होता है, क्योंकि उनकी सुरक्षात्मक शक्ति (इम्यून पॉवर) कमजोर होती है। यों तो यह बीमारी 4-5 दिन में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि ज्यादा लम्बे समय तक टिक जाए, तो ब्रोंकाइटिस, ब्राकोन्यूमोनिया, प्लूरिसी, टी.बी., गठिया का बुखार जैसे रोगों को जन्म दे सकती है। लक्षण : सर्दी जुकाम के प्रमुख लक्षणों में छींक आना, नाक में जलन व खुजली, नाक बहना, पहले पानी सा पतला द्रव निकलना, फिर धीरे-धीरे गाढ़े कफ-सा द्रव निकलना, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ, किसी काम में मन न लगना, सिर दर्द, बदन टूटना, गले में खराश, गंध का अनुभव न होना, हलका बुखार आना, मुंह का स्वाद बिगड़ना, आंखें सूजना, आंखों से पानी बहना, खांसी आदि देखने को मिलते हैं। #fruits #vegetables #diet #tips for #cold #cough #flu सर्दी जुकाम होने पर क्या खाना चाहिए सर्दी जुकाम में आहार • सर्दी जुकाम होने पर अनाजो में गेहूं, बाजरा, मक्का, अंकुरित अनाज, ओट्स, ज्वार की रोटी और छिलके वाली मूंग की दाल, मोठ, मसूर की दाल खाना चाहिए। • मूली, ककड़ी, चुकंदर, पालक, टमाटर, शकरकद, ब्रोकोली, बूशेल्स, लाल शिमला मिर्च, शलगम, गोभी, मशरूम, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां तथा गाजर का सेवन करें। • फलों में सेब, चीकू, पपीता, सेब, अंजीर, शहतूत, अनार, खीरा, कीवी, अंगूर का सेवन करें | संतरा, नीबू और मौसमी जैसी खट्टे फल इस समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं क्योंकि इन फलों में मौजूद विटमिन सीसर्दी जुकाम के संक्रमण से लड़ते है | • सर्दी जुकाम में एक गिलास गुनगुने पानी में 2-3 चम्मच शहद...

खांसी में क्या खाएं, क्या नहीं और परहेज

खांसी एक तरह की सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसमें श्वसन प्रणाली शरीर के रोगाणु, सूक्ष्मजीवों और बलगम को शरीर से बाहर निकालता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो आपके फेफड़ों के लिए सफाई का काम करती है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि खांसी काफी तकलीफदेह भी होता है। इसके अलावा खांसी की वजह से आपके (और पढ़ें - खांसी के दौरान बहुत से लोग इस बात से ज्यादा परेशान रहते हैं कि इस समस्या में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि खांसी में क्या खाएं और क्या न खाएं। इसके अलावा हम आपको इस लेख में खांसी में परहेज के बारे में भी बाताएंगे। (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • कई बार धूम्रपान करना खांसी का कारण बनता है। इसके अलावा धूम्रपान करने से गले में जलन होती है। इसके साथ ही साथ धूम्रपान खांसी ठीक होने में बाधक बनता है और (और पढ़ें - यदि आप धूम्रपान नहीं करते हैं और कोई व्यक्ति आपके आस-पास धूम्रपान करता है तो इसका आप पर प्रभाव धूम्रपान करने के बराबर ही पड़ता है। (और पढ़ें -

सूखी खांसी: कारण, लक्षण, निदान और उपचार

• • • • खांसी शरीर के एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे वह श्वसन मार्गों को खोलता है। खांसी आमतौ पर दो प्रकार की होती है, जिसमें सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी शामिल है। सूखी खांसी में किसी प्रकार की बलगम या कफ नहीं बनती है। वहीं बलगम वाली खांसी में खांसने के साथ-साथ बलगम और कफ आता है। सूखी खांसी अक्सर फेफड़ों संबंधी कुछ समस्याओं जैसे ब्रोंकाइटिस, निमोनिया व अस्थमा, एलर्जी और जुकाम जैसी रोगों के कारण होती है। वहीं कुछ लोगों को धूम्रपान करने, ठंडी चीजें खाने और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। कई बार सूखी खांसी के कारण लोगों को गले में गांठ महसूस होती है, जबकि अन्य लोगों को गले में गुदगुदी या खुजली महसूस होती है। जुकाम व फ्लू के कारण होने वाली सूखी खांसी आमतौर पर एक से दो हफ्तों तक रहती है और तीसरे हफ्ते तक धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। वहीं अगर किसी वायरल इंफेक्शन के कारण सूखी खांसी हुई है, तो यह 8 हफ्तों तक भी रह सकती है। इसलिए सूखी खांसी को क्रोनिक माना जाता है, क्योंकि यह वयस्कों 8 और छोटे बच्चों में 4 हफ्तों तक रह सकती है। वहीं अगर सूखी खांसी वयस्कों में 2 हफ्तों तक ठीक हो जाती है, तो इसे एक्यूट ड्राइ कफ कहा जाता है। Also Read • • • सूखी खांसी के प्रकार सूखी खांसी के भी कई प्रकार हो सकती हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं - • हैकिंग कफ - सूखी खांसी का यह प्रकार आमतौर पर वायरल इंफेक्शन के मामलों में होता है। इस स्थिति में लगातार खांसी होती है और साथ ही ऐसा महसूस होता है जैसे गले में कुछ फंसा हुआ है। अगर सूखी खांसी के लक्षण गंभीर हो गए हैं, तो डॉक्टर इसका इलाज कराने की सलाह दे सकते हैं। • क्रुप खांसी - इसे बार्किंग कफ भी कहा जाता है और यह अधिकतर मामलों में ...

What to eat in cough

कफ की वजह से होती हैं कई बीमारियां, कफ में क्या खाएं क्या न खाएं ? ©pixabay कफ और पित्त की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल और खान-पान (What to eat in cough) बहुत मायने रखता है। अगर आप खान-पान में सही से ध्यान नहीं देते हैं कफ की समस्या ठीक नहीं होती है और आप अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खान-पान की कुछ चीजें हैं (What to eat in cough) जिनको कफ की परेशानी होने पर नहीं खाना चाहिए। Written by |Updated : August 27, 2019 8:28 PM IST • • • • • शरीर में कई बीमारियों का कारण कफ होता है। अगर शरीर में कफ का संतुलन सही नहीं तो बीमारियों होती ही रहती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कफ की परेशानी है तो 20 प्रकार की हेल्थ समस्या होती रहती हैं। कफ और पित्त की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल और खान-पान (What to eat in cough) बहुत मायने रखता है। अगर आप खान-पान में सही से ध्यान नहीं देते हैं कफ की समस्या ठीक नहीं होती है और आप अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खान-पान की कुछ चीजें हैं (What to eat in cough) जिनको कफ की परेशानी होने पर नहीं खाना चाहिए। अगर आप सही परहेज करते हैं तो कफ की समस्या तो ठीक होती है साथ ही साथ आप कई बीमारियों से भी बच जाते हैं। आइए जानते हैं कफ की परेशानी होने पर कौन-कौन से फूड का सेवन (What to eat in cough) नहीं करना चाहिए। बटर या मक्खन मक्खन सेहत के लिए बेहतर होता है लेकिन अगर आपको कफ की समस्या है तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए। बटर में फैट की मात्रा ज्यादा होती ही जो कफ को और अधिक बढ़ा देता है। कफ बढ़ने की वजह और भी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। Also Read • • • पनीर पनीर पचने में थोड़ा समय लेता है अगर आपको कफ की समस्या है तो आपको देर से पचने वाले फू...

खांसी की अचूक दवा तथा खांसी के 22 घरेलू उपचार

खांसी की अचूक दवा – खांसी बच्चे बूढ़े, जवान, स्त्री या पुरुष सभी को कभी भी हो सकती है। इतना साधारण-सा लगने वाला यह रोग किसी-न-किसी उम्र में सबको तंग कर चुका होता है। वास्तव में देखा जाए तो खांसी स्वयं कोई रोग नहीं, बल्कि दूसरे रोगों का लक्षण होता है। यह सर्दी-जुकाम, वाइरल इंफेक्शन, जीवाणु के संक्रमण, प्रदूषण, निमोनिया, तपेदिक, दमा, प्लूरिसी, फेफड़ो की खराबी आदि रोगों में हुआ करती है। मुख्य रूप से यह सूखी, तर, बलगम वाली खांसी और दौरे के रूप में उठने वाली खांसी (व्हूपिंग कफ़) होती है। इस पोस्ट में हम आपको खांसी की अचूक दवा ओं को बतायेंगे जो बिलकुल सुरक्षित हैं | आप इन घरेलु और आयुर्वेदिक नुस्खो को अपनाकर खांसी की समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते है | खांसी के कारण : • खांसी होने के प्रमुख कारणों में गले और फेफड़े के भीतरी भाग में सूजन होना, फेफड़ों की छोटी-छोटी नलिकाओं में उत्तेजना पैदा होने से, कीटाणुओं का संक्रमण, धूल या धुएं के कणों से एलर्जी होना आदि होते हैं। खांसी के लक्षण : • इस रोग में सीने में जकड़न महसूस होना, सूखी खांसी और तर खांसी में बलगम निकलना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। Home Remedies For Cough | Top 22 Best Home Remedies. खांसी के घरेलू उपचार तथा खांसी की अचूक दवा | खांसी का घरेलू उपचार शहद और अदरक से खांसी की अचूक दवा • अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर (1-1 चम्मच की मात्रा में) इनको मिलाकर मामूली-सा गर्म करके दिन में 3-4 बार लेने से बलगमी खांसी ठीक हो जाती है। बच्चों की खांसी में इस मिश्रण की 1-2 ऊँगली में जितना मिश्रण आ जाए, उतना ही दिन में 2-3 बार लेना ही काफी है। सिर्फ 2-3 दिन में लाभ हो जाएगा। साथ ही नजला, जुकाम भी ठीक हो जायेगा | (नोट शहद को ज्यादा...

खांसी में क्या खाएं, क्या नहीं और परहेज

• • • यौन स्वास्थ्य • • • • • • • महिला स्वास्थ्य • • • • • • • त्वचा की समस्या • • • • बालों की समस्या • • • • • पुरानी बीमारी • • • • • • • • • • • • • • बीमारी • यौन स्वास्थ्य • पॉडकास्ट • अस्पताल खोजें • डॉक्टर खोजें • हेल्थ टी.वी. • वेब स्टोरीज • • इलाज • • • • • • • • • • योग और फिटनेस • • • • • • महिला • • • • • • अन्य विषय • • • • • • • • • खांसी एक तरह की सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसमें श्वसन प्रणाली शरीर के रोगाणु, सूक्ष्मजीवों और बलगम को शरीर से बाहर निकालता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो आपके फेफड़ों के लिए सफाई का काम करती है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि खांसी काफी तकलीफदेह भी होता है। इसके अलावा खांसी की वजह से आपके (और पढ़ें - खांसी के दौरान बहुत से लोग इस बात से ज्यादा परेशान रहते हैं कि इस समस्या में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि खांसी में क्या खाएं और क्या न खाएं। इसके अलावा हम आपको इस लेख में खांसी में परहेज के बारे में भी बाताएंगे। (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • कई बार धूम्रपान करना खांसी का कारण बनता है। इसके अलावा धूम्रपान करने से गले में जलन होती है। इसके साथ ही साथ धूम्रपान खांसी ठीक होने में बाधक बनता है और (और पढ़ें - यदि आप धूम्रपान नहीं करते हैं और कोई व्यक्ति आपके आस-पास धूम्रपान करता है तो इसका आप पर प्रभाव धूम्रपान करने के बराबर ही पड़ता है। (और पढ़ें -

खांसी की अचूक दवा तथा खांसी के 22 घरेलू उपचार

खांसी की अचूक दवा – खांसी बच्चे बूढ़े, जवान, स्त्री या पुरुष सभी को कभी भी हो सकती है। इतना साधारण-सा लगने वाला यह रोग किसी-न-किसी उम्र में सबको तंग कर चुका होता है। वास्तव में देखा जाए तो खांसी स्वयं कोई रोग नहीं, बल्कि दूसरे रोगों का लक्षण होता है। यह सर्दी-जुकाम, वाइरल इंफेक्शन, जीवाणु के संक्रमण, प्रदूषण, निमोनिया, तपेदिक, दमा, प्लूरिसी, फेफड़ो की खराबी आदि रोगों में हुआ करती है। मुख्य रूप से यह सूखी, तर, बलगम वाली खांसी और दौरे के रूप में उठने वाली खांसी (व्हूपिंग कफ़) होती है। इस पोस्ट में हम आपको खांसी की अचूक दवा ओं को बतायेंगे जो बिलकुल सुरक्षित हैं | आप इन घरेलु और आयुर्वेदिक नुस्खो को अपनाकर खांसी की समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते है | खांसी के कारण : • खांसी होने के प्रमुख कारणों में गले और फेफड़े के भीतरी भाग में सूजन होना, फेफड़ों की छोटी-छोटी नलिकाओं में उत्तेजना पैदा होने से, कीटाणुओं का संक्रमण, धूल या धुएं के कणों से एलर्जी होना आदि होते हैं। खांसी के लक्षण : • इस रोग में सीने में जकड़न महसूस होना, सूखी खांसी और तर खांसी में बलगम निकलना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। Home Remedies For Cough | Top 22 Best Home Remedies. खांसी के घरेलू उपचार तथा खांसी की अचूक दवा | खांसी का घरेलू उपचार शहद और अदरक से खांसी की अचूक दवा • अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर (1-1 चम्मच की मात्रा में) इनको मिलाकर मामूली-सा गर्म करके दिन में 3-4 बार लेने से बलगमी खांसी ठीक हो जाती है। बच्चों की खांसी में इस मिश्रण की 1-2 ऊँगली में जितना मिश्रण आ जाए, उतना ही दिन में 2-3 बार लेना ही काफी है। सिर्फ 2-3 दिन में लाभ हो जाएगा। साथ ही नजला, जुकाम भी ठीक हो जायेगा | (नोट शहद को ज्यादा...

सर्दी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

सर्दी जुकाम सभी मौसमो में होता है, लेकिन सर्दियों में सबसे अधिक फैलता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो राइनो वायरस विषाणु से फैलता है। कमजोर शरीर वालों और बच्चों को यह रोग अधिक जल्दी होता है, क्योंकि उनकी सुरक्षात्मक शक्ति (इम्यून पॉवर) कमजोर होती है। यों तो यह बीमारी 4-5 दिन में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि ज्यादा लम्बे समय तक टिक जाए, तो ब्रोंकाइटिस, ब्राकोन्यूमोनिया, प्लूरिसी, टी.बी., गठिया का बुखार जैसे रोगों को जन्म दे सकती है। लक्षण : सर्दी जुकाम के प्रमुख लक्षणों में छींक आना, नाक में जलन व खुजली, नाक बहना, पहले पानी सा पतला द्रव निकलना, फिर धीरे-धीरे गाढ़े कफ-सा द्रव निकलना, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ, किसी काम में मन न लगना, सिर दर्द, बदन टूटना, गले में खराश, गंध का अनुभव न होना, हलका बुखार आना, मुंह का स्वाद बिगड़ना, आंखें सूजना, आंखों से पानी बहना, खांसी आदि देखने को मिलते हैं। #fruits #vegetables #diet #tips for #cold #cough #flu सर्दी जुकाम होने पर क्या खाना चाहिए सर्दी जुकाम में आहार • सर्दी जुकाम होने पर अनाजो में गेहूं, बाजरा, मक्का, अंकुरित अनाज, ओट्स, ज्वार की रोटी और छिलके वाली मूंग की दाल, मोठ, मसूर की दाल खाना चाहिए। • मूली, ककड़ी, चुकंदर, पालक, टमाटर, शकरकद, ब्रोकोली, बूशेल्स, लाल शिमला मिर्च, शलगम, गोभी, मशरूम, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां तथा गाजर का सेवन करें। • फलों में सेब, चीकू, पपीता, सेब, अंजीर, शहतूत, अनार, खीरा, कीवी, अंगूर का सेवन करें | संतरा, नीबू और मौसमी जैसी खट्टे फल इस समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं क्योंकि इन फलों में मौजूद विटमिन सीसर्दी जुकाम के संक्रमण से लड़ते है | • सर्दी जुकाम में एक गिलास गुनगुने पानी में 2-3 चम्मच शहद...

सूखी खांसी: कारण, लक्षण, निदान और उपचार

• • • • खांसी शरीर के एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे वह श्वसन मार्गों को खोलता है। खांसी आमतौ पर दो प्रकार की होती है, जिसमें सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी शामिल है। सूखी खांसी में किसी प्रकार की बलगम या कफ नहीं बनती है। वहीं बलगम वाली खांसी में खांसने के साथ-साथ बलगम और कफ आता है। सूखी खांसी अक्सर फेफड़ों संबंधी कुछ समस्याओं जैसे ब्रोंकाइटिस, निमोनिया व अस्थमा, एलर्जी और जुकाम जैसी रोगों के कारण होती है। वहीं कुछ लोगों को धूम्रपान करने, ठंडी चीजें खाने और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। कई बार सूखी खांसी के कारण लोगों को गले में गांठ महसूस होती है, जबकि अन्य लोगों को गले में गुदगुदी या खुजली महसूस होती है। जुकाम व फ्लू के कारण होने वाली सूखी खांसी आमतौर पर एक से दो हफ्तों तक रहती है और तीसरे हफ्ते तक धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। वहीं अगर किसी वायरल इंफेक्शन के कारण सूखी खांसी हुई है, तो यह 8 हफ्तों तक भी रह सकती है। इसलिए सूखी खांसी को क्रोनिक माना जाता है, क्योंकि यह वयस्कों 8 और छोटे बच्चों में 4 हफ्तों तक रह सकती है। वहीं अगर सूखी खांसी वयस्कों में 2 हफ्तों तक ठीक हो जाती है, तो इसे एक्यूट ड्राइ कफ कहा जाता है। Also Read • • • सूखी खांसी के प्रकार सूखी खांसी के भी कई प्रकार हो सकती हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं - • हैकिंग कफ - सूखी खांसी का यह प्रकार आमतौर पर वायरल इंफेक्शन के मामलों में होता है। इस स्थिति में लगातार खांसी होती है और साथ ही ऐसा महसूस होता है जैसे गले में कुछ फंसा हुआ है। अगर सूखी खांसी के लक्षण गंभीर हो गए हैं, तो डॉक्टर इसका इलाज कराने की सलाह दे सकते हैं। • क्रुप खांसी - इसे बार्किंग कफ भी कहा जाता है और यह अधिकतर मामलों में ...

What to eat in cough

कफ की वजह से होती हैं कई बीमारियां, कफ में क्या खाएं क्या न खाएं ? ©pixabay कफ और पित्त की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल और खान-पान (What to eat in cough) बहुत मायने रखता है। अगर आप खान-पान में सही से ध्यान नहीं देते हैं कफ की समस्या ठीक नहीं होती है और आप अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खान-पान की कुछ चीजें हैं (What to eat in cough) जिनको कफ की परेशानी होने पर नहीं खाना चाहिए। Written by |Updated : August 27, 2019 8:28 PM IST • • • • • शरीर में कई बीमारियों का कारण कफ होता है। अगर शरीर में कफ का संतुलन सही नहीं तो बीमारियों होती ही रहती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कफ की परेशानी है तो 20 प्रकार की हेल्थ समस्या होती रहती हैं। कफ और पित्त की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल और खान-पान (What to eat in cough) बहुत मायने रखता है। अगर आप खान-पान में सही से ध्यान नहीं देते हैं कफ की समस्या ठीक नहीं होती है और आप अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खान-पान की कुछ चीजें हैं (What to eat in cough) जिनको कफ की परेशानी होने पर नहीं खाना चाहिए। अगर आप सही परहेज करते हैं तो कफ की समस्या तो ठीक होती है साथ ही साथ आप कई बीमारियों से भी बच जाते हैं। आइए जानते हैं कफ की परेशानी होने पर कौन-कौन से फूड का सेवन (What to eat in cough) नहीं करना चाहिए। बटर या मक्खन मक्खन सेहत के लिए बेहतर होता है लेकिन अगर आपको कफ की समस्या है तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए। बटर में फैट की मात्रा ज्यादा होती ही जो कफ को और अधिक बढ़ा देता है। कफ बढ़ने की वजह और भी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। Also Read • • • पनीर पनीर पचने में थोड़ा समय लेता है अगर आपको कफ की समस्या है तो आपको देर से पचने वाले फू...