स्वागत गीत लिखा हुआ

  1. अतिथि स्वागत शायरी । मंच संचालन शायरी । दीप प्रज्जवलन शायरी । Guest Shayari । stage Shayari । Deep prajjwalan Shayari
  2. तिलक गीत (गाई के गोवर से)
  3. काव्यान्जलि: स्वागत गीत,,,,,dheerendra,"dheer"
  4. भोजपुरी तिलक गीत (झर रे झरोखा)


Download: स्वागत गीत लिखा हुआ
Size: 26.63 MB

अतिथि स्वागत शायरी । मंच संचालन शायरी । दीप प्रज्जवलन शायरी । Guest Shayari । stage Shayari । Deep prajjwalan Shayari

अतिथि स्वागत शायरी फूल दरख्तों पर खिले हुये, कम ही देखे हैं हमने तो नज़र नज़र केवल, गम ही देखे हैं आप ऐसी तासीर, कहाँ से पाये हैं ज़नाब हमने हमेशा मुस्कराने वाले, कम ही देखे हैं। जगमोहन सी बातें करके, लूट लूट ले जाते हैं सौगातों की झोली भर कर, प्यार बांटते जाते हैं इस सोहबत को कौन ना तरसे, हम तो किस्मत वाले हैं जब जब हमने किया निवेदन, आप सहज आ जाते हैं। मकरंद सी तासीर, गुलकंद सी शख्सियत है इनकी कुदरत की रहमतें हैं ये, किसी-किसी पर ही बरसती हैं। मुझे जानना समझना, बिलकुल आसान है दोस्तो मैं रो पड़ता हूँ अपने लोगों को, रोता हुआ देखकर। कोई एक दो नहीं, पूरी गुलालों की बस्ती हैं आप मुहब्बतों के इंद्रधनुष हैं, आप खुशनुमा हस्ती हैं। ख़ुदा ने खिलखिलाते रंग, निहायत ही चंद बनाये हैं उनमें से सबसे मोहक, आज हमारी महफ़िल में आये हैं अवसाद निराशा रंजोगम, अहम का रूप लिए फिरता अपने सर पर सारे जग का, दुःख संताप लिये फिरता अपनी अपनी दुनिया का, होकर रह जाना आसां है जग की खातिर जग के संग संग, चलने वाला कम मिलता। मुहब्बतों के दिलदारी के ढेरों, महताब आप में पलते हैं सौगातों के झुण्ड के झुण्ड, आपसे मिलने को मचलते हैं हम लोग वो अबीर कहाँ से लायें, जो आप पर खिल जाये आप तो अपनी हथेलियों में, गुलालों के बादल लिये चलते है। ये भी पढ़ें: अतिथि स्वागत शायरी ये भी पढ़ें: मंच संचालन शायरी ये भी पढ़ें: ताली शायरी ये भी पढ़ें: मंच संचालन स्क्रिप्ट मंच संचालन शायरी जब वक्त चल रहा है, रफ़्तार में बदल के अरमान हुये पानी, सब बर्फ से पिघल के जब लोग मतलबी हैं, रिश्ते हैं तमाशाई तो क्यों न चलें चालें, हम भी बदल-बदल के। कुछ बात नहीं थी जब तक, बात नहीं की जो बात हुई है, तो मुलाकात में मुश्किल होती नहीं जो बात तो, हर बात थी आसां ...

तिलक गीत (गाई के गोवर से)

तिलक गीत लड़के पक्ष द्वारा गया जाता है जब लड़की के परिवार तिलक चढ़ाने आते है। यह हमारी भारतीये परम्परा को प्रदर्शित करता है। तिलक गीत लीरिक्स | गाई के गोवर से अंगना लिपाय गाई के गोवर से अंगना लिपाय गजमोती अहोरामा चऊंका पुराय राम जी के आसन ऋषि के दुआर। कई गोला नारियल कई गोला पान कई भईया आवतन तिलक चढाय राम जी के आसन ऋषि के दुआर। पांच गोला नारियल, पच्चिस गोला पान, पचास भईया आवतन तिलक चढाय राम जी के आसन ऋषि के दुआर। चउंकवा बैठल राम कतरल पान जंघिया बैठल सीता नयना दारय लोर| राम जी के आसन ऋषि के दुआर। किया मन परलो सीता माई से बाप किया मन परलो सीता सहोदर जेठ भाई। राम जी के आसन ऋषि के दुआर। नही मन परलो राम जी माई से बाप नही मन परलो राम जीं सहोदर जेठ भाई। राम जी के आसन ऋषि के दुआर। नईहर के दुख सुख कहलो न जाय न निर्धन भाई बाप तेजलो न जाय। इन्हे भी पढे • • • • Tilak geet likha hua | Bhojpuri Tilak geet gaee ke govar se angana lipaay gajamotee ahoraama choonka puraay raam jee ke aasan rshi ke duaar. kaee gola naariyal kaee gola paan kaee bheeya aavatan tilak chadhaay raam jee ke aasan rshi ke duaar. paanch gola naariyal, pachchis gola paan, pachaas bheeya aavatan tilak chadhaay raam jee ke aasan rshi ke duaar. chunkava baithal raam kataral paan janghiya baithal seeta nayana daaray lor| raam jee ke aasan rshi ke duaar. kiya man paralo seeta maee se baap kiya man paralo seeta sahodar jeth bhaee. raam jee ke aasan rshi ke duaar. nahee man paralo raam jee maee se baap nahee man paralo raam jeen sahodar jeth bhaee. raam jee ke aasan rshi ke duaar. naeehar ke dukh sukh kahalo na jaay na nirdhan...

काव्यान्जलि: स्वागत गीत,,,,,dheerendra,"dheer"

आप आये यहाँ पर शत शत नमन खिल उठा आज जैसे बसंती चमन हाथ पुष्पों की माला लिये हम खड़े कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम, आप आये यहाँ पर शत शत नमन कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम, आज धरती खुशी से हरी हो गई रंग वाली तितलियाँ परी हो गई पादपो की झुकी डालियों पे विहंग बैठकर गा उठी स्वागतम स्वागतम आप आये यहाँ पर शत -शत नमन कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम, नीले आकाश से फूल झरने लगे चाँद तारे गगन में विचरने लगे बज उठी आज आनन्द की बासुरी स्वर निकलने लगे स्वागतम स्वागतम, आप आये यहाँ पर शत शत नमन कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम, आपके आने से खुश है दोनों जहाँ आज पुलकित हुआ है जन-जन यहाँ सबके मन में हिलोर सी उठने लगी. "धीर"भी गा उठा स्वागतम स्वागतम,, आप आये यहाँ पर शत -शत नमन कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम, मान्यवर, आज से 27 वर्ष पूर्व मैंने भी एक बहुत-बहुत धन्यवाद। -- पूरा गीत यह है- बृहस्पतिवार, 7 मई 2009 लगभग 24 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था। इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ, जब खटीमा ही नही इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों में भी इसको विशेष अवसरों पर गाया जाने लगा। आप भी देखे- स्वागतम आपका कर रहा हर सुमन। आप आये यहाँ आपको शत नमन।। भक्त को मिल गये देव बिन जाप से, धन्य शिक्षा-सदन हो गया आपसे, आपके साथ आया सुगन्धित पवन। आप आये यहाँ आपको शत नमन।। हमको सुर, तान, लय का नही ज्ञान है, गल्तियाँ हों क्षमा हम तो अज्ञान हैं, आपका आगमन, धन्य शुभ आगमन। आप आये यहाँ आपको शत नमन।। अपने आशीश से धन्य कर दो हमें, देश को दें दिशा ऐसा वर दो हमें, अपने कृत्यों से लायें, वतन में अमन। आप आये यहाँ आपको शत नमन।। दिल के तारों से गूँथे सुमन हार कुछ, मंजु-माला नही तुच्छ उपहार कुछ, आपको हैं समर्पित हमारे सुमन। आप आये य...

भोजपुरी तिलक गीत (झर रे झरोखा)

भोजपुरी तिलक गीत (झर रे झरोखा चढी मम्मी) हिन्दी मे लिखा हुआ | Bhojpuri tilak geet lyrics in hindi तिलक गीत विवाह मे गाया जाता है । जब लड़की के घर वाले तिलक चढ़ाने के लिए लड़के घर तिलक चढ़ाने आते है तो इसे भी पढ़े 1. 2. 3. आप इन सभी गीत को हमारे भोजपुरी तिलक गीत (झर रे झरोखा) झर रे झरोखा चढी मम्मी निररखय लाल किया-किया चढतई बाबु के तिलकीया लाल । स्टील के कटोरा चढय, स्टील के गिलास, लाल कागज के रूपइया चढय बाबू मधुअइलन लाल । स्टील के कटोरा, फेरम स्टील के गिलास, लाल कागज के रूपइया फेरम बाबू न वियाहव लाल । खड़े गोड़ पड़थीन समधि अ0 लाल चांदी के कटोरा देवो, चाँदी के गिलास, लाल कागज के रूपइया देवो, बेटी हम विवाहव लाल । Tilak geet lyrics in hindi दुल्हा के चैनमा लागे छोटे देखो रे लोगों । दुल्हा बैठे हैं मनमा मार के देखो रे लोगों । सरवा मनावे हथवा जोड़ देखो रे लोगों । अबकी लायेगे घनाघोर देखो रे लोगों । जहिना से अजी सरवा बनल तिलकदार, हो तिलकवा न चढवे आवे सरवा हमार चैन चढ़वें, अंगूठी चढवें, चढवे मोटरकार, हो कूलखा न चढ़वे सखा सब तिलक बेकार हो । तिलक गारी गीत लीरिक्स कउनी शहर से आप आयें हैं जी सरवा कउनी शहर में आप रुकें हैं जी सरवा अ० शहर से आप आयें हैं जी सरवा अ० शहर में आप रुकें है जी सरवा कितना अच्छा मेरा गांव है जी सरवा कितना लफन्दर बनकर बनके आयें है जी सरवा । कितना अच्छा अ० दूल्हा जी सरवा कितना छुछुन्दर बनके आये हैं जी सरवा गाड़ी के सीट ऐसन पिठ है जी सरवा । इंडिया के गेट ऐसन पेट है जी सरवा । बकरी के पूँछ ऐसन मुछ है जी सरवा कितना छुछुन्दर बनके आये हैं जी सरवा । Bhojpuri tilak geet lyrics kaunee shahar se aap aayen hain jee sarava kaunee shahar mein aap ruken hain jee sarava a0 shahar se aap aayen...