स्वामी विवेकानंद जी ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना कब की थी

  1. [Solved] स्वामी विवेकानंद ने वर्ष ______ में रामकृष्ण मिश�
  2. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय
  3. Swami Vivekananda History : स्वामी विवेकानंद की जीवनी
  4. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय Swami Vivekananda Biography Hindi
  5. युवा आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी
  6. भारतीय विचारक: स्वामी विवेकानंद (1863
  7. Swami Vivekananda History : स्वामी विवेकानंद की जीवनी
  8. [Solved] स्वामी विवेकानंद ने वर्ष ______ में रामकृष्ण मिश�
  9. युवा आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी
  10. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय


Download: स्वामी विवेकानंद जी ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना कब की थी
Size: 70.33 MB

[Solved] स्वामी विवेकानंद ने वर्ष ______ में रामकृष्ण मिश�

सही उत्तर 1897 है। Key Points • रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने 1897 में की थी। • रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय पश्चिम बंगाल के बेलूर मठ में स्थित है। • मिशन का नाम भारतीय संत रामकृष्ण परमहंस के नाम से प्रेरित है। • रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद के गुरु (शिक्षक) थे। • " आत्मानो मोक्षार्थं जगत हिताय चा" रामकृष्ण मिशन का आदर्श वाक्य है। • रामकृष्ण मिशन पश्चिम बंगाल के सुंदरवनक्षेत्र में फोटोवोल्टिक ( PV ) प्रकाश व्यवस्था की स्थापना में मदद करता है। Additional Information • स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। • उनके जन्मदिन दिवस को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। • स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्ता है। • उन्हें भारत का देशभक्त संत माना जाता है। • "गो बैक टू गीता" स्वामी विवेकानंद द्वारा उठाया गया एक प्रसिद्ध नारा है। • उन्होंने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में आयोजित धर्म संसद में भाग लिया। • 4 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। Candidates who have completed Higher Secondary (10+2) can appear for this exam for recruitment to various posts like Postal Assistant, Lower Divisional Clerks, Court Clerk, Sorting Assistants, Data Entry Operators, etc. The SSC CHSL Selection Process consists of a Computer Based Exam (Tier I & Tier II). To enhance your preparation for the exam, practice important questions from

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय || Biography of Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय || Biography of Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद जी एक भारतीय हिंदू भिक्षु थे, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व-भर में प्रसिद्ध किया था। अमेरिका के शिकागो में आयोजित धर्म संसद में साल 1893 में इनके द्वारा दिया गया भाषण आज भी प्रसिद्ध है और इस भाषण के जरिए इन्होंने भारत देश की अलग पहचान दुनिया के सामने रखी थी। स्वामी विवेकानंद भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति की जीवंत प्रतिमूर्ति थे। जिन्होंने संपूर्ण विश्व को भारत की संस्कृति, धर्म के मूल आधार और नैतिक मूल्यों से परिचय कराया। स्वामी जी वेद, साहित्य और इतिहास की विधा में निपुण थे। स्वामी विवेकानंद को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और यूरोप में हिंदू आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार प्रसार किया। इनका जन्म कोलकाता के उच्च कुलीन परिवार में हुआ था। इनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्ता। युवावस्था में वह गुरु रामकृष्ण परमहंस के संपर्क में आए और उनका झुकाव सनातन धर्म की ओर बढ़ने लगा। पूरा नाम नरेंद्र नाथ दत्त जन्म 12 जनवरी 1863, कोलकाता मृत्यु 04 जुलाई 1902 गुरु जी का नाम श्री रामकृष्ण परमहंस पिता का नाम श्री विश्वनाथ दत्त (वकील) माता का नाम श्रीमती भुवनेश्वरी देवी संस्थापक रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन साहित्यिक कार्य राजयोग, कर्मयोग, भक्तियोग, मेरे गुरु अन्य महत्वपूर्ण कार्य न्यूयॉर्क में वेदांत सिटी की स्थापना, कैलीफोर्निया में शांति अद्घैत आश्रम की स्थापना स्वामी विवेकानंद जी का जन्म (Swami Vivekanand Birth) – इनका जन्म सन 1863 में एक बंगाली परिवार में हुआ था। बचपन में इनका नाम नरेंद्र नाथ दत्त था और बड़े होकर यह स्वामी विवेकानंद के नाम से प्रसिद्ध ह...

Swami Vivekananda History : स्वामी विवेकानंद की जीवनी

Swami Vivekananda History: स्वामी विवेकानंद की जीवनी दुनिया में हर सफल व्यक्ति के कोई ना कोई प्रेरणा स्रोत होते हैं, जिनसे व्यक्ति प्रेरित होकर अपनी सफलता को प्राप्त करता है | वह व्यक्ति आपके माता-पिता, गुरु, युगपुरुष, महापुरुष या दुनिया का कोई सफल व्यक्ति हो सकता है | जिससे आप प्रेरणा पाकर इतिहास रचते हैं | लाखों लोगों के प्रेरणा स्रोत, दुनिया में भारतीय हिंदुत्व की भावना को जगाने वाले, चारों दिशाओं में भारत का नाम फैलाने वाले, महान वक्ता हिंदुत्व की भावना से ओतप्रोत स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था | उनके बचपन का वास्तविक नाम नरेंद्रदत्त था | उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त था, जो कि कोलकाता हाई कोर्ट के प्रसिद्ध वकील थे | उनकी माता का नाम भुनेश्वरी देवी था | जो कि एक धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थी जो हमेशा पूजा-पाठ भगवान शिव की पूजा-अर्चना में लगी रहती थी | स्वामी विवेकानंद बचपन से अत्यंत कुशाग्र बुद्धि के शरारती बच्चे थे | उनके घर में रोजाना पूजा पाठ का कार्य होता था | उनकी माता जी को पुराण, रामायण, महाभारत की कथाएं सुनने का बहुत शौक था | नियमित रूप से भजन कीर्तन हुआ करता था | परिवार के धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव से बालक नरेंद्रदत्त के मन में बचपन से ही धर्म एवं अध्यात्म के संस्कार गहरे होते गए | परिवार के धार्मिक प्रभाव के कारण उनके मन में ईश्वर को जानने, ईश्वर को देखने तथा ईश्वर को प्राप्त करने की उत्सुकता हमेशा बनी रहती थी | ऐसे- ऐसे प्रश्नों को अपने माता-पिता तथा कथा सुनाने वाले गुरु से पूछने लगते जिसका जवाब उन लोगों के पास होता ही नहीं था । विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद जी का बचपन ( Swami Vivekananda His...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय Swami Vivekananda Biography Hindi

Biography Of Swami Vivekananda : भारत महापुरुषो की धरती है यहाँ कई महापुरुषो ने जन्म लिया है जिन्होंने देश विदेश में भारत का नाम रौशन किया है, उन्ही मे से एक थे स्वामी विवेकानंद जो अपने व्यक्तित्व के लिए आज पुरे विश्व में जाने जाते हैं। आगे इस लेख में आपको स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय (Swami Vivekanand Ka Jivan Parichay) पढ़ने के लिए मिल जाएगा। स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय अगर अच्छा लगे तो इसे जरुर शेयर करें। Table of Contents • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय (Swami Vivekanand Ka Jivan Parichay) स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था, उन्हें राजस्थान के शेखावटी के राजा अजित सिंह ने स्वामी विवेकानंद नाम दिया था, इसके अलावा उन्हें सच्चिदानंद और विविदिषानंद से भी पुकारा जाता रहा है। इनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था, उस समय कोलकाता को कलकत्ता कहा जाता था। इनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त तथा माता जी का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी विवेकानंद कुल 9 भाई बहन थे। स्वामी विवेकानंद को उनके चरित्र तथा उनके महत्वकांक्षी होने के लिए जाना जाता है, यह आध्यात्मिक कार्य और सनातन धर्म को बढ़ावा देने का काम करते थे। स्वामी विवेकानंद ने योग को काफी प्रचलित किया इसीलिए इनके जन्मदिन को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। तथा उन्होंने उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति होने तक रुको मत नारा भी दिया था जो आज भी युवाओ के लिए सकरात्मक कार्य करता है। स्वामी विवेकानंद की शिक्षा ईश्वर चन्द्र विद्यासागर के मेट्रोपोलिटन इंस्टिट्यूशन में प्रवेश लेते समय स्वामी विवेकानंद की उम्र 8 वर्ष थी। 1879 में कलकत्ता लोटने के बाद इन्होने प्रेसीडेंसी कॉलेज में एडमिशन लिया जिसके...

युवा आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी

Contents • • • • • • स्वामी विवेकानंद की जीवनी Biography Of Swami Vivekananda In Hindi स्वामी विवेकानंद भारत देश के महान विद्वान और सन्त थे। इस लेख Biography Of Swami Vivekananda In Hindi में युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी और इतिहास का वर्णन किया गया है। हिन्दू धर्म में स्वामीजी विशेष स्थान रखते है। विवेकानंद जी के विचार प्रत्येक कालखंड में प्रासंगिक है। युवा शक्ति के प्रतीक स्वामी विवेकानंद हमारे लिए उत्तम आदर्श है। इस पोस्ट “Swami Vivekananda Ki Jivani In Hindi” में स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालने का प्रयास है। उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये – स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म कलकत्ता में 12 जनवरी, 1863 को हुआ था। पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। पिता कोलकाता हाईकोर्ट में वकील थे। माता ग्रहणी थी लेकिन धार्मिक महिला थी। विवेकानंद जी का असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था लेकिन सन्यास लेने के पश्चात विवेकानंद हो गए। विवेकानंद जी पर बचपन से अच्छे संस्कारों की छत्रछाया थी। पवित्र परिवेश में उनका लालन पालन हुआ था। धर्म की शिक्षा उन्हें अपनी माँ से मिली थी। विवेकानंद जी के बचपन के बारे में यह आता है कि वो चंचल स्वभाव के थे। उनकी बुद्धि तीक्ष्ण थी और जिनसे वो एक बार मिल लेते थे तो कभी नही भूलते। बाल्य अवस्था में नरेंद्र नाथ ध्यान किया करते थे जिसकी शिक्षा उन्हें अपनी माँ से मिली थी। उनकी शुरुआती शिक्षा मेट्रोपोलिटन इंस्टिट्यूट में हुई थी। वर्ष 1879 में विवेकानंद जी ने कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया। नरेंद्र नाथ जी ने हिन्दू धर्म क...

भारतीय विचारक: स्वामी विवेकानंद (1863

• हमारे बारे में • • • • • • • सिविल सेवा परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • प्रारंभिक परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मुख्य परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • प्रैक्टिस टेस्ट • • • • • • • • • • • • • • • • • पी.सी.एस. • • • • • • • • • टेस्ट सीरीज़ • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • करेंट अफेयर्स • • • • • • • • • दृष्टि स्पेशल्स • • • • • • • • • • • • • • • • • • • डाउनलोड्स • • • • • • • • • • • • • • • • • • • वीडियो सेक्शन • • • • • • • • • • • • और देखें वेदांत दर्शन: • वेदांत दर्शन उपनिषद् पर आधारित है तथा इसमें उपनिषद् की व्याख्या की गई है। • वेदांत दर्शन में ब्रह्म की अवधारणा पर बल दिया गया है, जो उपनिषद् का केंद्रीय तत्त्व है। • इसमें वेद को ज्ञान का परम स्रोत माना गया है, जिस पर प्रश्न खड़ा नहीं किया जा सकता। • वेदांत में संसार से मुक्ति के लिये त्याग के स्थान पर ज्ञान के पथ को आवश्यक माना गया है और ज्ञान का अंतिम उद्देश्य संसार से मुक्ति के माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति है। • वर्ष 1897 में विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के पश्चात् रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इस मिशन ने भारत में शिक्षा और लोकोपकारी कार्यों जैसे- आपदाओं में सहायता, चिकित्सा सुविधा, प्राथमिक और उच्च शिक्षा तथा जनजातियों के कल्याण पर बल दिया। स्वामी विवेकानंद के दर्शन की मूल बातें- • विवेकानंद का विचार है कि सभी धर्म एक ही लक्ष्य की ओर ले जाते हैं, जो उनके गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस के आध्यात्मिक प्रयोगों पर आधारित है। • स्वामी विवेकानंद ने इस बात पर बल दिया कि पश्चिम की भौतिक और आधु...

Swami Vivekananda History : स्वामी विवेकानंद की जीवनी

Swami Vivekananda History: स्वामी विवेकानंद की जीवनी दुनिया में हर सफल व्यक्ति के कोई ना कोई प्रेरणा स्रोत होते हैं, जिनसे व्यक्ति प्रेरित होकर अपनी सफलता को प्राप्त करता है | वह व्यक्ति आपके माता-पिता, गुरु, युगपुरुष, महापुरुष या दुनिया का कोई सफल व्यक्ति हो सकता है | जिससे आप प्रेरणा पाकर इतिहास रचते हैं | लाखों लोगों के प्रेरणा स्रोत, दुनिया में भारतीय हिंदुत्व की भावना को जगाने वाले, चारों दिशाओं में भारत का नाम फैलाने वाले, महान वक्ता हिंदुत्व की भावना से ओतप्रोत स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था | उनके बचपन का वास्तविक नाम नरेंद्रदत्त था | उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त था, जो कि कोलकाता हाई कोर्ट के प्रसिद्ध वकील थे | उनकी माता का नाम भुनेश्वरी देवी था | जो कि एक धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थी जो हमेशा पूजा-पाठ भगवान शिव की पूजा-अर्चना में लगी रहती थी | स्वामी विवेकानंद बचपन से अत्यंत कुशाग्र बुद्धि के शरारती बच्चे थे | उनके घर में रोजाना पूजा पाठ का कार्य होता था | उनकी माता जी को पुराण, रामायण, महाभारत की कथाएं सुनने का बहुत शौक था | नियमित रूप से भजन कीर्तन हुआ करता था | परिवार के धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव से बालक नरेंद्रदत्त के मन में बचपन से ही धर्म एवं अध्यात्म के संस्कार गहरे होते गए | परिवार के धार्मिक प्रभाव के कारण उनके मन में ईश्वर को जानने, ईश्वर को देखने तथा ईश्वर को प्राप्त करने की उत्सुकता हमेशा बनी रहती थी | ऐसे- ऐसे प्रश्नों को अपने माता-पिता तथा कथा सुनाने वाले गुरु से पूछने लगते जिसका जवाब उन लोगों के पास होता ही नहीं था । विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद जी का बचपन ( Swami Vivekananda His...

[Solved] स्वामी विवेकानंद ने वर्ष ______ में रामकृष्ण मिश�

सही उत्तर 1897 है। Key Points • रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने 1897 में की थी। • रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय पश्चिम बंगाल के बेलूर मठ में स्थित है। • मिशन का नाम भारतीय संत रामकृष्ण परमहंस के नाम से प्रेरित है। • रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद के गुरु (शिक्षक) थे। • " आत्मानो मोक्षार्थं जगत हिताय चा" रामकृष्ण मिशन का आदर्श वाक्य है। • रामकृष्ण मिशन पश्चिम बंगाल के सुंदरवनक्षेत्र में फोटोवोल्टिक ( PV ) प्रकाश व्यवस्था की स्थापना में मदद करता है। Additional Information • स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। • उनके जन्मदिन दिवस को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। • स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्ता है। • उन्हें भारत का देशभक्त संत माना जाता है। • "गो बैक टू गीता" स्वामी विवेकानंद द्वारा उठाया गया एक प्रसिद्ध नारा है। • उन्होंने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में आयोजित धर्म संसद में भाग लिया। • 4 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। Candidates who have completed Higher Secondary (10+2) can appear for this exam for recruitment to various posts like Postal Assistant, Lower Divisional Clerks, Court Clerk, Sorting Assistants, Data Entry Operators, etc. The SSC CHSL Selection Process consists of a Computer Based Exam (Tier I & Tier II). To enhance your preparation for the exam, practice important questions from

युवा आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी

Contents • • • • • • स्वामी विवेकानंद की जीवनी Biography Of Swami Vivekananda In Hindi स्वामी विवेकानंद भारत देश के महान विद्वान और सन्त थे। इस लेख Biography Of Swami Vivekananda In Hindi में युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद की जीवनी और इतिहास का वर्णन किया गया है। हिन्दू धर्म में स्वामीजी विशेष स्थान रखते है। विवेकानंद जी के विचार प्रत्येक कालखंड में प्रासंगिक है। युवा शक्ति के प्रतीक स्वामी विवेकानंद हमारे लिए उत्तम आदर्श है। इस पोस्ट “Swami Vivekananda Ki Jivani In Hindi” में स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालने का प्रयास है। उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये – स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म कलकत्ता में 12 जनवरी, 1863 को हुआ था। पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। पिता कोलकाता हाईकोर्ट में वकील थे। माता ग्रहणी थी लेकिन धार्मिक महिला थी। विवेकानंद जी का असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था लेकिन सन्यास लेने के पश्चात विवेकानंद हो गए। विवेकानंद जी पर बचपन से अच्छे संस्कारों की छत्रछाया थी। पवित्र परिवेश में उनका लालन पालन हुआ था। धर्म की शिक्षा उन्हें अपनी माँ से मिली थी। विवेकानंद जी के बचपन के बारे में यह आता है कि वो चंचल स्वभाव के थे। उनकी बुद्धि तीक्ष्ण थी और जिनसे वो एक बार मिल लेते थे तो कभी नही भूलते। बाल्य अवस्था में नरेंद्र नाथ ध्यान किया करते थे जिसकी शिक्षा उन्हें अपनी माँ से मिली थी। उनकी शुरुआती शिक्षा मेट्रोपोलिटन इंस्टिट्यूट में हुई थी। वर्ष 1879 में विवेकानंद जी ने कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया। नरेंद्र नाथ जी ने हिन्दू धर्म क...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय || Biography of Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय || Biography of Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद जी एक भारतीय हिंदू भिक्षु थे, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व-भर में प्रसिद्ध किया था। अमेरिका के शिकागो में आयोजित धर्म संसद में साल 1893 में इनके द्वारा दिया गया भाषण आज भी प्रसिद्ध है और इस भाषण के जरिए इन्होंने भारत देश की अलग पहचान दुनिया के सामने रखी थी। स्वामी विवेकानंद भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति की जीवंत प्रतिमूर्ति थे। जिन्होंने संपूर्ण विश्व को भारत की संस्कृति, धर्म के मूल आधार और नैतिक मूल्यों से परिचय कराया। स्वामी जी वेद, साहित्य और इतिहास की विधा में निपुण थे। स्वामी विवेकानंद को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और यूरोप में हिंदू आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार प्रसार किया। इनका जन्म कोलकाता के उच्च कुलीन परिवार में हुआ था। इनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्ता। युवावस्था में वह गुरु रामकृष्ण परमहंस के संपर्क में आए और उनका झुकाव सनातन धर्म की ओर बढ़ने लगा। पूरा नाम नरेंद्र नाथ दत्त जन्म 12 जनवरी 1863, कोलकाता मृत्यु 04 जुलाई 1902 गुरु जी का नाम श्री रामकृष्ण परमहंस पिता का नाम श्री विश्वनाथ दत्त (वकील) माता का नाम श्रीमती भुवनेश्वरी देवी संस्थापक रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन साहित्यिक कार्य राजयोग, कर्मयोग, भक्तियोग, मेरे गुरु अन्य महत्वपूर्ण कार्य न्यूयॉर्क में वेदांत सिटी की स्थापना, कैलीफोर्निया में शांति अद्घैत आश्रम की स्थापना स्वामी विवेकानंद जी का जन्म (Swami Vivekanand Birth) – इनका जन्म सन 1863 में एक बंगाली परिवार में हुआ था। बचपन में इनका नाम नरेंद्र नाथ दत्त था और बड़े होकर यह स्वामी विवेकानंद के नाम से प्रसिद्ध ह...