स्वामी विवेकानंद जी पर निबंध

  1. Essay on swami vivekananda in hindi, article, paragraph: स्वामी विवेकानंद पर निबंध, लेख, जानकारी
  2. स्वामी विवेकानंद पर निबंध / Essay on Swami Vivekananda in Hindi
  3. Essay on Swami Vivekananda in Hindi
  4. स्वामी विवेकानन्द पर निबंध
  5. स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में
  6. विवेकानंद जी पर हिंदी में निबंध
  7. स्वामी विवेकानंद पर 10 लाइन निबंध । 10 Lines on Swami Vivekananda in Hindi


Download: स्वामी विवेकानंद जी पर निबंध
Size: 39.10 MB

Essay on swami vivekananda in hindi, article, paragraph: स्वामी विवेकानंद पर निबंध, लेख, जानकारी

By Jul 25, 2019 स्वामीविवेकानंदएकमहानधार्मिकहिंदूसंतऔरएकनेताथेजिन्होंनेरामकृष्णमिशनऔररामकृष्णमठकीस्थापनाकीथी।हमहरसाल 12 जनवरीकोउनकीजयंतीपरराष्ट्रीययुवादिवसमनातेहैं। स्वामीविवेकानंदपरनिबंध, short essay on swami vivekananda in hindi (100 शब्द) स्वामीविवेकानंदकाजन्मकोलकातामें 1863 में 12 जनवरीकोविश्वनाथदत्तऔरभुवनेश्वरीदेवीकेरूपमेंनरेंद्रनाथदत्तकेरूपमेंहुआथा।वहआध्यात्मिकविचारोंवालाएकअसाधारणबालकथा।उनकीशिक्षाअनियमितथीलेकिनउन्होंनेस्कॉटिशचर्चकॉलेज, कोलकातासेबैचलरऑफ़आर्ट्सकीडिग्रीपूरीकी।उनकाधार्मिकऔरभिक्षुजीवनतबशुरूहुआजबवेश्रीरामकृष्णसेमिलेऔरउन्हेंअपनागुरुस्वीकारकिया।बादमेंउन्होंनेवेदांतआंदोलनकानेतृत्वकियाऔरपश्चिमीदेशोंमेंहिंदूधर्मकेभारतीयदर्शनकोपेशकिया। 11 सितंबर, 1893 कोविश्वधर्मसंसदमेंउनकाशिकागोभाषणजहांउन्होंनेभारतकाप्रतिनिधित्वकिया, वहींहिंदूधर्मकोएकमहत्वपूर्णविश्वधर्मकेरूपमेंस्थापितकरनेमेंमददकी।वहहिंदूशास्त्रों (वेदों, उपनिषदों, पुराणों, भागवतगीता, आदि) केगहनज्ञानवालेबहुतबुद्धिमानव्यक्तिथे।कर्मयोग, भक्तियोग, राजयोगऔरज्ञानयोगउनकेकुछप्रमुखऔरप्रसिद्धकार्यहैं। स्वामीविवेकानंदपरनिबंध, essay on swami vivekananda in hindi (150 शब्द) स्वामीविवेकानंदएकमहानदेशभक्तनेताथे, जिनकाजन्म 12 जनवरी 1863 कोकोलकातामेंनरेंद्रनाथदत्तकेरूपमेंहुआथा।वहअपनेमाता-पिताविश्वनाथदत्ताऔरभुवनेश्वरीदेवीकेआठभाई-बहनोंमेंसेएकथे।वहबहुतबुद्धिमानलड़काथाऔरसंगीत, जिम्नास्टिकऔरपढ़ाईमेंसक्रियथा।उन्होंनेकलकत्ताविश्वविद्यालयसेस्नातककीपढ़ाईपूरीकीऔरपश्चिमीदर्शनऔरइतिहाससहितविभिन्नविषयोंकेबारेमेंज्ञानप्राप्तकिया। वहयोगिकस्वभावसेपैदाहुएथेऔरध्यानकाअभ्यासकरतेथेऔरबचपनसेहीईश्वरकेबारेमेंजाननेकेलिएबहुतउत्सुकथे।एकबार, जबवहकिसीआध्यात्म...

स्वामी विवेकानंद पर निबंध / Essay on Swami Vivekananda in Hindi

स्वामी विवेकानंद पर निबंध / Essay on Swami Vivekananda in Hindi! स्वामी विवेकानंद की गिनती भारत के महापुरुषों में होती है । उस समय जबकि भारत अंग्रेजी दासता में अपने को दीन-हीन पा रहा था, भारत माता ने एक ऐसे लाल को जन्म दिया जिसने भारत के लोगों का ही नहीं, पूरी मानवता का गौरव बढ़ाया । उन्होंने विश्व के लोगों को भारत के अध्यात्म का रसास्वादन कराया । इस महापुरुष पर संपूर्ण भारत को गर्व है । इस महापुरुष का जन्म 12 जनवरी, 1863 ई. में कोलकाता के एक क्षत्रिय परिवार में श्री विश्वनाथ दत्त के यहाँ हुआ था । विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाई कोर्ट के नामी वकील थे । माता-पिता ने बालक का नाम नरेन्द्र रखा । नरेन्द्र बचपन से ही मेधावी थे । उन्होंने 1889 में मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण कर कोलकाता के ‘ जनरल असेम्बली ’ नामक कॉलेज में प्रवेश लिया । यहाँ उन्होंने इतिहास, दर्शन, साहित्य आदि विषयों का अध्ययन किया । नरेन्द्र ने बी.ए. की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की । ADVERTISEMENTS: नरेन्द्र ईश्वरीय सत्ता और धर्म को शंका की दृष्टि से देखते थे । लेकिन वे जिज्ञासु प्रवृत्ति के थे । वे अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए ब्रह्मसमाज में गए । यहाँ उनके मन को संतुष्टि नहीं मिली । फिर नरेन्द्र सत्रह वर्ष की आयु में दक्षिणेश्वर के संत रामकृष्ण परमहंस के संपर्क में आए । परमहंस जी का नरेन्द्र पर गहरा प्रभाव पड़ा । नरेन्द्र ने उन्हें अपना गुरु बना लिया । इन्ही दिनों नरेन्द्र के पिता का देहांत हो गया । नरेन्द्र पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई । परंतु अच्छी नौकरी न मिलने के कारण उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । नरेन्द्र गुरु रामकृष्ण की शरण में गए । गुरु ने उन्हें माँ काली से आर्थिक संकट दूर करने का वरदान म...

Essay on Swami Vivekananda in Hindi

In this article, we are providing an Essay on Swami Vivekananda in Hindi | Swami Vivekananda Par Nibandh स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी | Nibandh in 100, 200, 250, 300, 500 words For Students & Children. दोस्तों आज हमने Swami Vivekananda Essay in Hindi लिखा है स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, और 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है। Swami Vivekananda information in Hindi essay & Speech. Essay on Swami Vivekananda in Hindi- स्वामी विवेकानंद पर निबंध Swami Vivekananda Nibandh- स्वामी विवेकानंद पर निबंध ( 200 words ) इनका जन्म 12 जनवरी 1863 ई० को कलकत्ता के दत्त परिवार में हुआ था। इनके जन्म का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। संन्यासी होने पर यह नाम बदल कर विवेकानन्द रखा गया। छात्रावस्था में ही उन्होंने यूरोपीय दर्शन-शास्त्र में अच्छी जानकारी प्राप्त कर ली थी। अपने विद्यार्थी जीवन में ही वे नास्तिक हो गये थे। उन दिनों सारे भारत में धर्म-विप्लव मचा हुआ था। बंगाल में ईसाई-प्रचार जोरों पर था । ब्रह्म समाज की नींव पड़ चुकी थी। कृष्णमोहन बनर्जी, कालीचरण बनर्जी, माईकेल मधुसूदन दत्त जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति ईसाई धर्म ग्रहण कर चुके थे। इस समय नरेन्द्रनाथ का मन भी ब्रह्म समाज की ओर झुका, पर शीघ्र ही उनका परिचय महात्मा रामकृष्ण झुका, परमहंस से हो गया। परमहंस पहुँचे हुए महात्मा थे। उन्होंने नरेन्द्र से कहा, ‘क्या तुम कोई भजन गा सकते हो?’ इन्होंने कहा, ‘हाँ, गा सकता हूँ।’ तब उन्होंने तीन भजन गाये। यह सुनकर परमहंस प्रसन्न हो गये और उन्होंने नरेन्द्रमाथ को अपना शिष्य बना लिया। फिर तो उनकी संगत पाकर नरेन्द्रनाथ स्वामी विवेकानन्द बन गये और देश-विदेश में इसी नाम ...

स्वामी विवेकानन्द पर निबंध

ADVERTISEMENTS: स्वामी विवेकानन्द पर निबंध | Essay on Swami Vivekanand in Hindi! भारत वर्ष में नवजागरण का शंखनाद करने वाले महापुरुषों में स्वामी विवेकानन्द का अद्वितीय स्थान है । स्वामी जी का जन्म 1863 ईस्वी में हुआ । उनका जन्म नाम नरेन्द्रनाथ था । स्वामी जी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और उच्च विचार सम्पन्न थे । उनकी प्रारम्भिक शिक्षा अंग्रेजी माध्यम से हुई । सन् 1884 ई॰ में उन्होने स्नातक की परीक्षा पास की । उनकी माता इन्हें वकील बनाना चाहती थी । परन्तु स्वामी विवेकानन्द के भीतर एक आध्यात्मिक भूख उत्पत्र हो चुकी थी, जिसे शान्त करन के लिए वे अधिकांश समय साधु-सन्तों की संगति में व्यतीत करते थे । परन्तु उन्हें ऐसा कोई आध्यात्मिक गुरू नहीं मिला, जिससे वह दीक्षा प्राप्त कर सकें । वे सत्य की खोज में निरन्तर भटकते रहे, परन्तु उन्हें शान्ति नहीं मिली । अन्त में वे स्वामी रामकृष्ण परमहंस के सम्पर्क में आए । उन्होंने स्वामीजी के सामने अपनी शंकाएं रखीं । ईश्वर के अस्तित्व और रहस्य को जानने की उनके मन में प्रबल इच्छा थी । स्वामी रामकृष्ण परमहंस की सरलता, सादगी और दृढ़ आत्मविश्वास, तत्व ज्ञान और वाणी में बिजली की सी अद्‌भुत शक्ति ने विवेकानन्द को परमहंस का परम भक्त बना दिया । स्वामी जी से उन्होंने आध्यात्म और वेदान्त का ज्ञान प्राप्त किया । स्वामी विवेकानन्द का व्यक्तित्व बड़ा विलक्षण था । उनके चेहरे पर अद्वितीय आभा थी । वे अनेक भाषाओं के प्रकाण्ड पण्डित थे । भारतीय धर्म और दर्शन का उन्हें अच्छा ज्ञान था । स्वामी विवेकानन्द ने कई वर्षों तक हिमालय के क्षेत्र में कठोर तपस्या की । वहाँ उन्हें विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा । कई बार उनका सामना उन असुरों से हुआ तो कई बार भयंकर ठण्ड में नं...

स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। स्वामी विवेकानंद बहुत ही महान व्यक्ति थे जिन्होंने दुनिया भर के लोगों में अमन और भाईचारा फैलाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया। ऐसे में बहुत सी बार स्वामी विवेकानंद पर निबंध लिखने के लिए आता है। अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और आप स्वामी विवेकानंद पर अलग-अलग शब्दों में निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। Contents • • • • • स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100 शब्दों में भारत में पैदा हुए महापुरुषों में से एक स्वामी विवेकानंद भी हैं। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को भारत के कोलकाता राज्य में हुआ था। बचपन में इन्हें नरेन्द्र नाथ दत्त के नाम से जाना जाता था। इनके पिताजी का नाम विश्वनाथ दत्त और माताजी का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी विवेकानंद एक महान नेता और हिंदू संत थे जिनके द्वारा रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की गई थी। स्वामी विवेकानंद एक बहुत ही धार्मिक व्यक्ति थे और वह अपने संस्कृत के ज्ञान के लिए भी काफी लोकप्रिय थे। इनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 को हुई थी। स्वामी विवेकानंद पर निबंध 150 शब्दों में स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय संत और नेता थे। यह 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में पैदा हुए थे। इनके जन्मदिन को हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था और पिता का विश्वनाथ दत्त जोकि कलकत्ता उच्च न्यायालय में वकालत का कार्य करत थे। स्वामी विवेकानंद ने ऐसे कई कार्य किए जिनके द्वारा भारत का नाम रोशन हुआ। स्वामी विवेकानंद रामकृष...

विवेकानंद जी पर हिंदी में निबंध

प्रस्तावना- हमेशा से युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म 12 जनवरी सन्‌ 1863 (12 January 1863) को हुआ। स्वामी जी का घर का नाम नरेंद्र दत्त (Narendra Datt) था। नरेंद्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीव्र थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी। इस हेतु वे पहले ब्रह्म समाज में गए किंतु वहां उनके चित्त को संतोष नहीं हुआ। उनके पिता विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। वे अपने पुत्र नरेंद्र को भी अंग्रेजी पढ़ाकर पाश्चात्य सभ्यता के ढंग पर चलाना चाहते थे। सन्‌ 1884 में विश्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गई। अत: घर का भार नरेंद्र पर पड़ा। घर की दशा बहुत खराब थी। कुशल यही थी कि नरेंद्र का विवाह नहीं हुआ था। अत्यंत गरीबी में भी नरेंद्र अतिथियों की सेवा करते थे। स्वयं भूखे रहकर अतिथि को भोजन कराते, स्वयं बाहर वर्षा में रातभर भीगते-ठिठुरते पड़े रहते और अतिथि को अपने बिस्तर पर सुला देते। जीवन- एक बार विवेकानंद भारत के महान संत रामकृष्ण परमहंस (Ramkrisna Paramhans) की प्रशंसा सुनकर उनके पास तर्क करने के विचार से ही गए थे, किंतु परमहंस जी ने देखते ही पहचान लिया कि ये तो वही शिष्य है जिसका उन्हें कई दिनों से इंतजार है। परमहंस जी की कृपा से इनको आत्म-साक्षात्कार हुआ फलस्वरूप नरेंद्र परमहंस जी के शिष्यों में प्रमुख हो गए। संन्यास लेने के बाद इनका नाम विवेकानंद हुआ। स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर चुके थे। गुरुदेव के शरीर-त्याग के दिनों में अपने घर और कुटुंब की नाजुक हालत की परवाह किए बिना, स्वयं के भोजन की परवाह किए बिना गुरु सेवा में सतत हाजिर रहे। गुरुदेव का शरीर अत्यंत रुग्ण हो गया था। क...

स्वामी विवेकानंद पर 10 लाइन निबंध । 10 Lines on Swami Vivekananda in Hindi

स्वामी विवेकानद जी एक युग पुरुष थे। सनातन धर्म और भारत के गौरव के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। Swami Vivekanand Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “ स्वामी विवेकानंद पर 10 लाइन निबंध” लेकर आपके समक्ष आये है इस आर्टिकल में आप ‘ 10 lines on swami Vivekananda in hindi‘ में पढ़ेंगे। 10 Lines on Swami Vivekananda in Hindi • स्वामी विवेकानंद जी महान व्यक्ति थे। • विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। • राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। • स्वामी जी के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता जी का नाम भुनेश्वरी देवी था। • स्वामी जी के पिता कोलकाता के उच्च न्यायलय में वकील कार्यरत थे। • स्वामी विवेकानंद जी के बचपन का नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। • रामकृष्ण परमहंस ने बाद में वे इनका नाम स्वामी विवेकानंद रखा था। • रामकृष्ण परमहंस जी स्वामी विवेकानंद के गुरु थे। • स्वामी विवेकानंद अपने स्कूल में एक अच्छे विद्यार्थी थे। • स्वामी विवेकानद जी ने सनातन धर्म के प्रचार में अपना पूर्ण जीवन दिया था। • स्वामी विवेकानंद जी ने 4 जुलाई 1902 को अपने देह का त्याग किया था । स्वामी विवेकानंद जी द्वारा शिकागो में दिया गया भाषण और उसका पहला वाक्य जिसमे उन्होंने सभी सभा में उपस्थित लोगो को “मेरे अमेरिका के बहनो और भाइयो” कह कर संबोधित किया था, इस वाक्य को उपस्थित लोगो ने बहुत सराहा और उपस्थित सभी का दिल उन्होंने जित लिया। स्वामी विवेकानंद जी कर्म करने में विश्वास रखते थे वो कहते थे की “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।” 10 Lines About Hindi Diwas in Hindi 10 Lines ...