स्वर और व्यंजन इन हिंदी

  1. हिंदी वर्णमाला, स्वर और व्यंजन
  2. Hindi Alphabet Varnamala
  3. हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सूची Hindi Varnamala List
  4. स्वर और व्यंजन
  5. अन्तःस्थ व्यंजन (परिभाषा और प्रकार)
  6. हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित
  7. हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन
  8. Hindi Swar
  9. Hindi Alphabet Varnamala
  10. स्वर और व्यंजन


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हिंदी वर्णमाला, स्वर और व्यंजन

हिंदी वर्णमाला (varnamala) हिंदी भाषा के वर्णाक्षर का एक चार्ट है, जिसे हिंदी अक्षरमाला (aksharmaala) भी कहा जाता है। वर्णमाला में स्वरों और व्यंजनों की सूची होती है, जो हिंदी भाषा में शब्दों का निर्माण करते हैं। हिंदी वर्णमाला 52 वर्ण से बनी है, जिसमें स्वर, अनुस्वार, विसर्ग और तीन तरह के व्यंजन हैं। इस पोस्ट में hindi varnamala के अक्षर, चार्ट और संबंधित सवालों के जवाब दिए हुए है । Hindi Varnamala Chart (Image by हिंदी भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि होती है। इस ध्वनि को ही वर्ण कहा जाता है। हिंदी में वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को हिंदी वर्णमाला कहते हैं । वर्णों के बगैर भाषा का उच्चार और लेखन असंभव होता है । हिंदी भाषा में वर्णमाला का बहुत महत्व है । इसी लिए बच्चों को भाषा सिखाते वक्त सबसे पहले वर्ण माला ही सिखाई जाती है । Hindi Varnamala | Hindi Alphabets हिंदी वर्णमाला में कुल वर्णों की संख्या 52 है । वर्णमाला में वर्णों के उप प्रकार भी होते है , जैसे की स्वर, व्यंजन, अनुस्वार और विसर्ग । वर्णमाल में मौजूद अक्षरों का विवरण निम्न टेबल मे दिया हुआ है , हिंदी वर्ण प्रकार वर्णाक्षर की संख्या वर्णाक्षर (Hindi Alphabets) स्वर ११ अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ मुख्य व्यंजन ३३ क, ख, ग, घ, ङ,च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न,प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह संयुक्त व्यंजन ४ क्ष, त्रं, ज्ञ, श्र द्विगुण व्यंजन २ ड़, ढ़. अनुस्वार और अनुनासिक १ अं (ं) या अँ (ँ) विसर्ग १ अः या (:) कुल संख्या : ५२ + फारसी भाषा से हिंदी में आए २ आगत व्यंजन : ज़, फ़ वर्णमाला किसे कहते हैं? हिंदी भाषा में वर्णमाला को देवनागरी लिपि के रूप में जाना जाता है। यह एक अबुगिडा है, जिसका अर्थ...

Hindi Alphabet Varnamala

Table of Contents • • • • • • • • • • • • Hindi Alphabet Varnamala and Latters Hindi Alphabet Varnamala and Latters: हिंदी भाषा विश्व की समस्त भाषाओं में सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है, जिसे भारत की राष्ट्रभाषा और राजभाषा का दर्जा हासिल है। विश्व की प्रत्येक भाषा की तरह ही हिंदी भाषा की सबसे सुक्ष्म इकाई वर्ण (Latter) होता है, जिसे एक क्रमबद्ध और व्यवस्थित रूप में लिखा जाता है। वर्णों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला (Alphabet) कहते हैं। मानक हिंदी वर्णमाला (Hindi Alphabet) में 44 वर्णों को शामिल किया गया है, जिसमें 11 स्वर और 33 व्यंजन हैं। Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला स्वर) जिन वर्णों का उच्चारण करने के लिए किसी अन्य वर्ण की आवश्यकता नहीं होती उन्हें स्वर (Hindi Swar) कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में ग्यारह स्वर होते हैं। Hindi Alphabet Consonant (हिंदी वर्णमाला व्यंजन) जिन वर्णों का उच्चारण स्वरों की सहायता से किया जाता हो उन्हें व्यंजन (Hindi Vyanjan) कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में 33 व्यंजन होते हैं। व्यंजन वर्णों का उच्चारण बिना स्वरों की सहायता के संभव नहीं है, अर्थात जब किसी व्यंजन में स्वर को मिला दिया जाता है तो वह सम्पूर्ण व्यंजन बनता है। स्वर रहित व्यंजन को लिखते समय उसके नीचे हल् (्) का चिह्न लगाते हैं। Hindi Varnamala Chart (हिंदी वर्णमाला चार्ट) हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamala Chart) में सभी वर्णों को लिखा जाता है। हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamala Chart) को देवनागरी लिपि में लिखा गया है। देवनागरी लिपि के अतिरिक्त हिंदी को ‘कैथी’ और ‘महाजनी’लिपियों में लिखा जाता है, लेकिन हिंदी की ये लिपियां प्रचलित नहीं हैं। यहाँ हम हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamal...

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सूची Hindi Varnamala List

Contents • • • • • हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन Hindi Varnamala Information किसी भी भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण या अक्षर होती है। भाषा के उच्चारण या लेखन में ध्वनि की सबसे छोटी इकाई ही वर्ण कहलाती है। इसे विभाजित नही किया जा सकता है। वर्णों के व्यवस्थित समूह को ही वर्णमाला ( Hindi Alphabet) कहते है। दोस्तों, हिंदी में स्वर और व्यंजन मिलाकर लिखित के कुल 52 वर्ण है। हिंदी वर्णमाला में उच्चारण (मौखिक) के कुल 45 वर्ण होते है। आइए दोस्तों, हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) के अक्षरों के नाम जानने का प्रयास करते है। हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) – इसके वर्णों को 2 भागों में विभाजित किया गया है। 1. स्वर (Vowels) – हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर है। स्वर वर्ण को स्वतंत्र रूप से उच्चारित किया जाता है। इनका उच्चारण कंठ और तालु से होता है। अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ इन 11 के अलावा लिखित में 2 स्वर अं (अनुस्वार), अ: (विसर्ग) भी होते है। इन दोनों का प्रयोग स्वर के बाद होता है। स्वर (Vowels) मुख्यत दो प्रकार के होते है (उच्चारण के आधार पर) – • लघु स्वर – इन स्वरों को बोलने में कम समय लगता है। जैसे कि अ, इ, उ इत्यादि। • दीर्घ स्वर – इन स्वरों को बोलने में अधिक समय लगता है। जैसे कि आ, ई, ऊ इत्यादि। लघु और दीर्घ स्वर के अलावा प्लुत स्वर भी होते है। इनके उच्चारण में दीर्घ स्वर से अधिक तीन मात्राओं का समय लगता है। जैसे कि ओम इत्यादि। 2. व्यंजन (Consonants) – हिंदी वर्णमाला में कुल 41 व्यंजन होते है। व्यंजन को स्वर की मदद से बोला जाता है। अ स्वर के साथ ही व्यंजन उच्चारित होता है। व्यंजनों को वर्गों में बांटा गया है – 1. क वर्ग व्यंजन के नाम – क, ख, ग, घ, डं 2. च वर्ग व्यंजन के नाम – च...

स्वर और व्यंजन

Table of Contents • • • • • • • • • • • • भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण कहलाती हैं यह स्वर और व्यंजन इसका अंग है। वर्ण या अक्षर वह छोटी से छोटी ध्वनि है जिसके टुकड़े नहीं किये जा सकते है। वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं। अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ऋ ओ औ अं अः क ख ग घ ड. च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ श्र ड़ ढ़ हिंदी में कितने वर्ण होते हैं ? हिंदी भाषा में कुल 52 वर्ण होते है जिन्हें दो भागों में बांटा गया है – • स्वर • व्यंजन स्वर वर्ण (Hindi Vowels) जिन वर्णों के उच्चारण में स्वाँस-वायु बिना किसी रुकावट के मुँह से निकलती हैं, उन्हें स्वर कहते हैं। यह हिंदी वर्णमाला में 13 होते हैं- अ, आ,इ,ई,उ,ऊ,ए,ऐ,ऋ,ओ,औ,अं,अः [table id=1 /] नोट: पारंपरिक वर्णमाला में ‘अं ’ और ‘अः’ को स्वरों में गिना जाता है , परंतु उच्चारण की दृष्टि से यह व्यंजन के ही रूप है। ‘अं ’ को अनुस्वर और ‘अः’ को विसर्ग कहा जाता है। यह हमेशा स्वर के बाद ही आते हैं जैसे – इंगित , अंक , अतः , प्रातः विसर्ग का प्रयोग हिंदी में प्रचलित संस्कृत शब्दों में से होता है। स्वर के भेद (types of Hindi vowels) उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वरों को तीन भागों में बाँटा गया हैं- • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर ह्रस्व स्वर (short vowels in Hindi) वे वर्ण जिनके के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। इनकी कुल संख्या 4 हैं। जैसे- अ , इ, उ, ऋ। इनके उच्चारण में जो समय लगता है उसे एक मात्रा का समय कहते हैं। ह्रस्व स्वरों को मूल स्वर भी कहते हैं। दीर्घ स्वर (long vowels in Hindi) जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से अधिक समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। इ...

अन्तःस्थ व्यंजन (परिभाषा और प्रकार)

विषय सूची • • • • अंतस्थ व्यंजन किसे कहते हैं? अन्तःस्थ व्यंजन की परिभाषा: अंतस्थ व्यंजन की परिभाषा की बात करें तो अंत करण के माध्यम से उच्चारित होने वाले व्यंजनों को अंतस्थ व्यंजन कहा जाता है। अंतस्थ व्यंजन के उदाहरण- य’, ‘र’, ‘ल’ और ‘व’। अन्त:स्थ शब्द का अर्थ अंतर शब्द के अर्थ अंदर का, बीच में स्थित, भीतर रहने वाला, भीतरी, अन्त:स्थ, मध्य में रहने वाला इत्यादि होते हैं। अन्त:स्थ व्यंजन की दूसरी परिभाषा ऐसे वर्ण जिनको जीभ और होठों के परस्पर सटने से बोला जाता है। लेकिन कहीं पर भी दोनों पूरी तरह से स्पर्श् नहीं होते हैं। उदाहरण: य, र, ल, व अन्तःस्थ व्यंजन क्या है? उन व्यंजन को अन्तःस्थ व्यंजन कहा जाता है, जिनका उच्चारण जीभ, तालु, दांत और होठों के परस्पर सटने की वजह से होता है। इन व्यंजन के उच्चारण के समय सांस की गति अन्य व्यंजन के उच्चारण की तुलना में काफी कम होती है। इन चारों व्यंजनों को स्पर्शहीन वर्ण के नाम से भी पहचाना जाता है। इन व्यंजनो को अर्ध स्वर वर्ण इसलिए बोला जाता है। क्योंकि इन व्यंजनों के उच्चारण स्वर की भांति किए जाते हैं। स्वर की तरह ही इन व्यंजन को बोलने में ज्यादा घर्षण नहीं होता है। अंतस्थ व्यंजन मे “र” जिसे प्रकंपित नाम से जाना जाता है। एंजेल का उच्चारण जब करते हैं तो जीभ मुख्य के बीच में आ जाती है और झटके से आगे पीछे चलती है। तब इस व्यंजन का उच्चारण होता है। “ल” व्यंजन का उच्चारण जब करते हैं तब जीव का अगला हिस्सा मूख के बीचो बीच में आता है। जब इस व्यंजन का उच्चारण किया जाता है। तब जीभ के दोनों किनारों से हवा बाहर निकलती है। अन्तःस्थ व्यंजन के प्रकार अन्तःस्थ जो मुख्य रूप से चार प्रकार का होता है। अन्तःस्थ व्यंजन के चारों प्रकार लिखे, निम्नलिखित रुप से दि...

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित

विषय सूची • • • • • • • हिंदी वर्णमाला क्या होती है? कई लोगों का सवाल होता है कि हिंदी वर्णमाला क्या होती है? जिस भाषा के माध्यम से हम अपने विचारों को दूसरे के सामने रखते है और जो बोलते हैं, वे ध्वनियां हैं। इन सभी की अभिव्यक्ति के लिए हमें किसी वर्णमाला की जरूरत होती है। वर्णमाला के माध्यम से हम अपने विचार और भावनाएं लिख सकते है और अन्य लोगों को समझा सकते हैं। ध्वनियों को लिखने या समझने के लिए चिन्ह का उपयोग होता है, चिन्हों को हिंदी वर्णमाला में वर्ण और अक्षर की संख्या हिंदी वर्णमाला में अलग-अलग वर्ण और अक्षर होते हैं। उच्चारण के आधार पर 45 वर्ण हैं, जिसे अलग-अलग विभाजित किया गया है, इसमें 10 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं। यदि आप इन्हें लिखते है तो यह 52 वर्ण होते हैं, जिनमें 13 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 4 इनमे आपको कुछ अपवाद भी देखने को मिलते है, कुछ व्याकरण वर्णों की कुल संख्या 47 बताते हैं। जिनमें 10 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 2 दूसरी भाषा के व्यंजन ज़ और फ़ को शामिल करते हैं। लेकिन अधिकतर 52 वर्ण और अक्षर की सूचि को सही मानते है। वर्णों के प्रकार हिंदी वर्णमाला के अनुसार वर्णो को मुख्यतः 2 भागो में बांटा गया है, जिसमे स्वर और व्यंजन आते है। स्वर किसे कहते है? स्वर वह शब्द कहलाते है, जिन्हें हम स्वतंत्र रूप से बोल सकते है। जिन वर्णों के उच्चारण करने के लिये हमें किसी दूसरे वर्ण की आवश्यकता नहीं होती, उन्हें हम स्वर कहते है। हिंदी वर्णमाला के अनुसार इनकी संख्या 13 मानी गयी है लेकिन व्याकरण में उच्चारण की दृष्टि से 10 है। स्वर–“अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ” स्वरों का वर्गीकरण स्वरों को बोलने के लिए हमें किसी ना किसी के आधार की आवश्यकता होती है, जिसके आधार पर इसे 4 भागों में ब...

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन

यहाँ Hindi Varnamala Alphabet आपके लिए दी गई हैं. UKG & LKG के किड्स और स्टूडेंट्स सरल भाषा में हिंदी के स्वर और व्यंजन ( Vowels and consonants) गीत, कविता, राइम के साथ याद कर सकते है. कक्षा 1,2,3,4,5 में पढ़ने वाले बच्चें इन चार्ट के माध्यम से हिंदी वर्णमाला ( अ, आ, इ, ई) और क से ह या क से ज्ञ (k se h tak) की वर्णमाला का उच्चारण आसानी से करके याद कर सकेगे. हिंदी वर्णमाला – Alphabet भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण कहा जाता हैं. वर्णों से मिलकर वर्णमाला बनती है हिंदी की वर्णमाला को हम मोटे तौर पर दो भागों में विभक्त कर सकते हैं. स्वर तथा व्यंजन में. इनकी संख्या कुल 48 होती हैं. इस आर्टिकल में हम पहले वर्णमाला के स्वरों को पढ़ेगे तथा इनके बाद स्वरों को जानेंगे. हिंदी वर्णमाला के स्वर अ उ से उल्लू पक्षी होता है रात को जागे दिन में सोता है. ऊ ऊ से ऊन, ऊन का स्वेटर सर्दी भगाये जब हम काँपे थर थर. ऋ ऋ से ऋषि तप करता है राम नाम ही सदा जपता है. ए ए से एड़ी कहलाती है सारे शरीर को चलाती है. ऐ ऐ से ऐनक साफ़ साफ़ दिखाए धूप धूप से आँखों को बचाये ओ ओ से ओखली समझी जाए धान कूटने के काम आए. औ औ से औरत न्यारी सी माँ के जैसी प्यारी सी अं अं से अंगूर है मोती जैसा फल भरा रहता है इसमें मीठा फल अ: अ: से विसर्ग का चिन्ह लिया जाता है अंतःकरण, क्रमशः मन:स्थिति में आता है हिंदी वर्णमाला के व्यंजन क क से कमल, फूल बड़ा सुंदर जहाँ खिले, वह महके सरोवर ख ख से खरगोश दौड़ लगाएं गाजर खाये और धूम मचाएं ग ग से गमला, खूब लगाओ तरह तरह के फूल खिलाओं घ घ से घर होता है प्यारा इसमें रहता है परिवार हमारा ड़ ड़ तो रहता है गद्गाजल में अडग रदग और मद्गल में च च से चरखा, लकड़ी की मशीन यह सूत कातती, बहुत महीन छ छ से छाता है कहलाता बा...

Hindi Swar

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Hindi Swar | हिंदी स्वर हिंदी स्वर (Hindi Swar) सम्पूर्ण हिंदी भाषा का आधार है। अन्य भाषाओँ की तरह ही हिंदी भाषा को समझने या सीखने के लिए सर्वप्रथम हिंदी स्वर (Hindi Swar) और हिंदी व्यंजन को सीखना या समझना ज़रूरी है। इस लेख में हम आपको हिंदी वर्णमाला के स्वरों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। अतः लेख को धैर्य पूर्वक पढ़ें। स्वर किसे कहते हैं | Swar Kise Kahate Hain जिन वर्णों का उच्चारण बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से किया जा सकता हो उन्हें स्वर कहते हैं। स्वरों का उच्चारण करते समय हवा फेफड़ों से उठकर बिना किसी बाधा के मुंह अथवा नाक के द्वारा बाहर निकलती है। हिंदी वर्णमाला में (Swar in Hindi Varnmala) ग्यारह स्वर होते हैं। • मात्रा काल के आधार पर • ओष्ठों की आकृति के आधार पर • मानव जीभ की क्रियाशीलता के आधार पर • तालु की स्थिति अथवा मुखाकृति के आधार पर • जाति के आधार पर • उच्चारण अथवा अनुनासिकता के आधार पर मात्रा काल के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण किसी स्वर के उच्चारण में लगने वाले समय को मात्रा कहते हैं। मात्रा काल के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण महर्षि पाणिनि ने अपनी रचना ‘अष्टाध्यायी’ में किया था। प्रत्येक स्वर के उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वरों के तीन प्रकार होते हैं, अर्थात मात्रा काल के आधार पर स्वर के तीन भेद होते हैं। • ह्स्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर ह्स्व स्वर जिन स्वरों के उच्चारण में एक मात्रा का समय लगता हो उन्हें ह्स्व स्वर कहते हैं। ह्स्व स्वरों के उच्चारण में एक मात्रा का समय लगने के कारण इन स्वरों को एक मात्रिक स्वर भी कहा जाता है। ह्स्व स्वरों की संख्...

Hindi Alphabet Varnamala

Table of Contents • • • • • • • • • • • • Hindi Alphabet Varnamala and Latters Hindi Alphabet Varnamala and Latters: हिंदी भाषा विश्व की समस्त भाषाओं में सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है, जिसे भारत की राष्ट्रभाषा और राजभाषा का दर्जा हासिल है। विश्व की प्रत्येक भाषा की तरह ही हिंदी भाषा की सबसे सुक्ष्म इकाई वर्ण (Latter) होता है, जिसे एक क्रमबद्ध और व्यवस्थित रूप में लिखा जाता है। वर्णों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला (Alphabet) कहते हैं। मानक हिंदी वर्णमाला (Hindi Alphabet) में 44 वर्णों को शामिल किया गया है, जिसमें 11 स्वर और 33 व्यंजन हैं। Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला स्वर) जिन वर्णों का उच्चारण करने के लिए किसी अन्य वर्ण की आवश्यकता नहीं होती उन्हें स्वर (Hindi Swar) कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में ग्यारह स्वर होते हैं। Hindi Alphabet Consonant (हिंदी वर्णमाला व्यंजन) जिन वर्णों का उच्चारण स्वरों की सहायता से किया जाता हो उन्हें व्यंजन (Hindi Vyanjan) कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में 33 व्यंजन होते हैं। व्यंजन वर्णों का उच्चारण बिना स्वरों की सहायता के संभव नहीं है, अर्थात जब किसी व्यंजन में स्वर को मिला दिया जाता है तो वह सम्पूर्ण व्यंजन बनता है। स्वर रहित व्यंजन को लिखते समय उसके नीचे हल् (्) का चिह्न लगाते हैं। Hindi Varnamala Chart (हिंदी वर्णमाला चार्ट) हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamala Chart) में सभी वर्णों को लिखा जाता है। हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamala Chart) को देवनागरी लिपि में लिखा गया है। देवनागरी लिपि के अतिरिक्त हिंदी को ‘कैथी’ और ‘महाजनी’लिपियों में लिखा जाता है, लेकिन हिंदी की ये लिपियां प्रचलित नहीं हैं। यहाँ हम हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamal...

स्वर और व्यंजन

Table of Contents • • • • • • • • • • • • भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण कहलाती हैं यह स्वर और व्यंजन इसका अंग है। वर्ण या अक्षर वह छोटी से छोटी ध्वनि है जिसके टुकड़े नहीं किये जा सकते है। वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं। अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ऋ ओ औ अं अः क ख ग घ ड. च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ श्र ड़ ढ़ हिंदी में कितने वर्ण होते हैं ? हिंदी भाषा में कुल 52 वर्ण होते है जिन्हें दो भागों में बांटा गया है – • स्वर • व्यंजन स्वर वर्ण (Hindi Vowels) जिन वर्णों के उच्चारण में स्वाँस-वायु बिना किसी रुकावट के मुँह से निकलती हैं, उन्हें स्वर कहते हैं। यह हिंदी वर्णमाला में 13 होते हैं- अ, आ,इ,ई,उ,ऊ,ए,ऐ,ऋ,ओ,औ,अं,अः [table id=1 /] नोट: पारंपरिक वर्णमाला में ‘अं ’ और ‘अः’ को स्वरों में गिना जाता है , परंतु उच्चारण की दृष्टि से यह व्यंजन के ही रूप है। ‘अं ’ को अनुस्वर और ‘अः’ को विसर्ग कहा जाता है। यह हमेशा स्वर के बाद ही आते हैं जैसे – इंगित , अंक , अतः , प्रातः विसर्ग का प्रयोग हिंदी में प्रचलित संस्कृत शब्दों में से होता है। स्वर के भेद (types of Hindi vowels) उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वरों को तीन भागों में बाँटा गया हैं- • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर ह्रस्व स्वर (short vowels in Hindi) वे वर्ण जिनके के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। इनकी कुल संख्या 4 हैं। जैसे- अ , इ, उ, ऋ। इनके उच्चारण में जो समय लगता है उसे एक मात्रा का समय कहते हैं। ह्रस्व स्वरों को मूल स्वर भी कहते हैं। दीर्घ स्वर (long vowels in Hindi) जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से अधिक समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। इ...