स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में क्या अंतर है

  1. Why We Celebrate 26 January in Hindi। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस। 26 January and 15 August Difference in Hindi
  2. गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? जानें दोनों का इतिहास और महत्व
  3. Republic Day 2023:गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? जानें दोनों का इतिहास और महत्व
  4. गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है?
  5. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने के बीच क्या है अंतर ?


Download: स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में क्या अंतर है
Size: 71.60 MB

Why We Celebrate 26 January in Hindi। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस। 26 January and 15 August Difference in Hindi

इसे भी पढ़ेंः आजादी का जश्न मनाने के लिए भारत की इन बेहतरीन जगहों पर पहुंचें 26 जनवरी - गणतंत्र दिवस 15 अगस्त 1947 में देश तो आजाद हो गया लेकिन भारत के पास अपना खुद का कोई संविधान नहीं था। यही कारण है कि आजादी के बाद संविधान बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई और 26 जनवरी 1950 के दिन संविधान लागू हुआ। भारत का संविधान ही देश की खूबसूरती है जिसे हम गणतंत्र दिवस पर फहराया जाता है तिरंगा लेकिन 15 अगस्त ... View this post on Instagram आमतौर पर हम लोग यही समझते हैं कि गणतंत्रत और स्वतंत्रता दिवस पर झंडे को एक ही तरीके से फहराया जाता है कि लेकिन असल में ऐसा नहीं है। वहीं 26 जनवरी के मौके पर तिरंगा ऊपर ही बंधा होता है जिसे झंडा फहराना कहते हैं। साथ ही 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। वहीं 26 जनवरी को राष्ट्रपति झंडा फहराता है। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से ध्वजारोहण किया जाता है। वहीं गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है। इसे भी पढ़ेंः 15 अगस्त को सिर्फ आजादी ही नहीं बल्कि और भी यादें जुड़ी हैं इसके साथ, आप भी जानें 26 जनवरी के दिन आयोजित होती है परेड 15 अगस्त के दिन परेड का आयोजन नहीं होता है। वहीं 26 जनवरी पर सैनिकों, अर्धसैनिक बलों परेड होती है। इस परेड में अलग-अलग सेवा के सैनिक सुंदर प्रस्तुति करते दिखते हैं। उम्मीद है आपको अब दोनों दिनों के बीच का अंतर पता चल गया होगा। ऐसी ही किसी और जानकारी के लिए आप इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में सवाल जरूर करें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। Photo Credit: Twitter

गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? जानें दोनों का इतिहास और महत्व

तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते ही है की हम सभी इस भारत वर्ष के निवासी है। जहाँ पर अनेक प्रकार के तोहगार मनाये जाते है। आप सभी जानते ही है की हमारे इस देश में अनेक प्रकार के लोग रहते है और उन सभी के अपने अपने भिन्न प्रकार के त्यौहार होते है। लेकिन देश के कुछ ऐसे त्योहार और पर्व ऐसे भी है जिनको देश के सभी नागरिक मिल झूल कर मनाते है। उन सभी पर्वों को राष्ट्रिय पर्व के नाम से जाना जाता है। आप सभी को यह भी बता दे की भारत के राष्ट्रीय पर्व मुख्य रूप से दो ही है जिनका नाम है ,गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस। इनके बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे। परन्तु देश में आज भी ऐसे कुछ व्यक्ति ऐसे है जिनको यह मालूम नहीं होता है की गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? तो दोस्तों क्या आप जानते है की गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? अगर नहीं तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये गणतंत्र दिवस के बारे में और स्वतंत्रता दिवस के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है जैसे की – गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है इसके बारे में भी हम आप सभी को इस लेख के जरिये बताने वाले है। तो दोस्तों क्या आप भी गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस के बारे में इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हो। यहाँ भी देखें -->> अगर आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख कों अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी जैसे की – गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या ...

Republic Day 2023:गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? जानें दोनों का इतिहास और महत्व

Republic Day 2023 : प्रतिवर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का पर्व मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है। भारत में कई राष्ट्रीय पर्व है, जिसमें स्वतंत्रता दिवस भी शामिल है। भारत की आजादी से जुड़े ये दोनों की राष्ट्रीय पर्व बहुत महत्वपूर्ण है और ऐतिहासिक महत्व भी रखते है। 1947 से पहले भारत अंग्रेजों की गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। भारत के हर उच्च पद पर अंग्रेज शासक आसीन थे। भारतीय अपने ही देश में गुलाम बनकर रह रहे थे। हालांकि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में कई वीर सपूतों ने अपना जीवन बलिदान करके देश को आजादी दिलाई। जिस दिन भारत आजाद हुआ, वह स्वतंत्रता दिवस बन गया। वहीं आजाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाया गया। जिस दिन भारत में संविधान लागू हुआ, वह गणतंत्र दिवस कहलाया। लेकिन गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में कई अंतर हैं। यह अंतर महज तारीखों तक सीमित नहीं, बल्कि इतिहास, नेतृत्व और मनाए जाने के तरीकों का भी है। आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में अंतर। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में अंतर 15 अगस्त और 26 जनवरी का इतिहास तारीखों के मुताबिक दोनों राष्ट्रीय पर्व में अंतर है। इनके इतिहास को तारीख से समझा जा सकता है। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से आजाद हुआ था। हर साल 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। देश की आजादी के लगभग तीन साल बाद यानी 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। संविधान लागू होने के बाद भारत एक संप्रभु राष्ट्र बन गया। यानी एक ऐसा गणतांत्रिक देश जो बाहरी देश के फैसलो और आदेशों को मानने के लिए बाध्य नहीं रह गया। तब से इस दिन को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। तिरंगा फहराने का...

गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है?

भारत इस साल बुधवार को अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में गणतंत्र दिवस होने के कारण यह उत्सव और भी खास होता है, जिसे पूरे देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जाता है। 26 नवंबर, 1949 को, संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, और यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। परंपरा के अनुसार, 26 नवंबर को भारत के संविधान दिवस या संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस 2022 की शुभकामनाएं: इस दिन को मनाने के पीछे का इतिहास, महत्व और कहानी जानने के लिए स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और संविधान दिवस स्वतंत्रता दिवस– 15 अगस्त को मनाया जाता है गणतंत्र दिवस- 26 जनवरी को मनाया जाता है संविधान दिवस– 26 नवंबर को मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस पर, भारत देश भर में तिरंगा झंडा फहराने, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ एक विशाल उत्सव का गवाह बनता है। स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण समारोह नई दिल्ली के लाल किले में होता है और उसके बाद प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन होता है। इसे सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। गणतंत्र दिवस पर, भारत के राष्ट्रपति, जो देश के पहले नागरिक हैं, इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं और झंडा फहराते हैं। यह राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर मनाया जाता है, इसके बाद परेड, राज्यों की एक झांकी, तोपखाने का प्रदर्शन आदि होता है। यह एक सार्वजनिक अवकाश है। संविधान दिवस सार्वजनिक अवकाश नहीं है। इस दिन, सभी छात्रों द्वारा सभी स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी जाती है। इसके अलावा, भारत के संविधान के विषय पर प्रश्नोत्तरी और निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा सकती हैं। गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और संविधान दिवस के बीच ...

स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने के बीच क्या है अंतर ?

• 3 hours ago • 5 hours ago • 6 hours ago • 6 hours ago • 8 hours ago • 8 hours ago • 8 hours ago • 9 hours ago • 9 hours ago • 11 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 13 hours ago • 14 hours ago • 15 hours ago • 17 hours ago • 20 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 38.8°C Edited By prachi upadhyay,Updated: 15 Aug, 2019 02:26 PM • • • • स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा लहराकर उसे नमन किया। वहीं हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राजपथ पर तिरंगा फहराकर उसे नमन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते है इन दोनों राष्ट्रीय समारोह में और उसमें तिरंगा... पहला अतंर 15 अगस्त के मौके पर झंडे को नीचे रस्सी के द्वारा खींचकर ऊपर लाया जाता है। फिर खोलकर उसे फहराया जाता है। इस प्रक्रिया को ‘ध्वजारोहण’ कहा जाता है। 15 अगस्त 1947 के मौके पर प्रधानमंत्री नेहरू ने ऐसा किया था। उसी ऐतिहासिक घटना को सम्मान देते हुए हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया जाता है। अंग्रेजी में इसे फ्लैग होइस्टिंग कहते हैं। और ये भी पढ़े • मुख्यमंत्री सोरेन ने अधिकारियों से कहा- अपराध पर नियंत्रण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी • ममता बनर्जी ने अपने मंत्री से छीना विभाग, सामने आई यह वजह • चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' का गुजरात में तांडव, लेकिन तटीय इलाकों के कई घरों में गूंजी किलकारी वहीं 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है। जिसे राष्ट्रपति खोलकर फहराते है। संविधान में इसे फ्लैग अनर्फ्लरिंग कहते हैं। दूसरा ...