Swami vivekananda hindi speech

  1. Swami Vivekananda's Chicago Speeches From 1893
  2. स्वामी विवेकानंद विश्वप्रसिद्ध शिकागो भाषण Vivekananda Chicago Speech Hindi
  3. स्वामी विवेकानन्द
  4. AudioVivekananda : Alok : Free Download, Borrow, and Streaming : Internet Archive


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Swami Vivekananda's Chicago Speeches From 1893

Swami Vivekananda Swami Vivekananda (Jan. 12, 1863, to July 4, 1902) was born Narendranath Datta in Calcutta. His family was well to do by Indian colonial standards, and he received a traditional British-style education. There is little to suggest Datta was especially religious as a child or teen, but after his father died in 1884 Datta sought spiritual counsel from Ramakrishna, a noted Hindu teacher. Datta's devotion to Ramakrishna grew, and he became a spiritual mentor to the young man. In 1886, Datta made formal vows as a Hindu monk, taking the new name of Swami Vivekananda. Two years later, he left monastic life for one as a wandering monk and he traveled widely until 1893. During these years, he witnessed how India's underprivileged masses lived in abject poverty. Vivekananda came to believe it was his mission in life to uplift the poor through spiritual and practical education. The World Parliament of Religions The World Parliament of Religions was a gathering of more than 5,000 religious officials, scholars, and historians representing the major world faiths. It was held Sept. 11 to 27, 1893, as part of the World's Columbian Exposition in Chicago. The gathering is considered to be the first global interfaith event in modern history. My thanks to those noble souls whose large hearts and love of truth first dreamed this wonderful dream and then realized it. My thanks to the shower of liberal sentiments that has overflowed this platform. My thanks to this enlightened a...

स्वामी विवेकानंद विश्वप्रसिद्ध शिकागो भाषण Vivekananda Chicago Speech Hindi

Table of Contents • • • दोस्तों ! आज हम आपके साथ स्वामी विवेकानन्द जी की Chicago में दिए गये विश्व प्रसिद्ध भाषण को आपके साथ शेयर कर रहे है. दोस्तों जब मैं स्कूल में पढता था तो छोटी कक्षाओ से ही मुझे स्वामी विवेकानन्द के बारे में पढने और सुनने को मिला तो हर बार जब भी स्वामी विवेकानन्द की बात आती तो उनके शिकागो भाषण की हमेशा चर्चा होती थी तो मेरे दिमाग में तब से यह बात बैठ गयी थी की आखिर स्वामी जी का वह भाषण आखिर था क्या. मैंने उनका यह भाषण बहुत ढूढ़ने की कोशिश की लेकिन मुझे यह भाषण कही नहीं मिला क्योंकि तब उन दिनों मेरे पास इन्टरनेट नहीं था और उनके बारे में मैंने जो किताबे खरीदी थी उनमे स्वामी विवेकानन्द जी के शिकागो भाषण के बारे में कुछ भी नहीं था.इसलिए जब मैंने ब्लोगिंग की शुरुआत की तो मैंने सोच लिया था की स्वामी विवेकानन्द के भाषण की पोस्ट जरुर डालूँगा जो मैं आज इसे पोस्ट कर रहा हूँ. स्वामी विवेकानन्द ने यह speech सन 1893 में शिकागो के एक धर्म-सम्मेलन में दिया था जिसने स्वामी विवेकानन्द और भारत के नाम का प्रकाश पूरी दुनिया में फैला दिया. Swami Vivekananda Chicago Speech in Hindi स्वामी विवेकानन्द शिकागो,सितम्बर 11 ,1893 Swami Vivekananda मेरे अमरीकी भाइयो और बहनों ! आपने जिस हर्ष-उल्लास और स्नेह के साथ हमारा यहाँ स्वागत किया हैं उसके प्रति आभार प्रकट करने के लिए मेरा हृदय अपार हर्ष से भर गया हैं. दुनिया में साधू-संतो की सबसे प्राचीन परम्परा की ओर से मैं आपको धन्यवाद देता हूँ, मैं आपको सभी धर्मों की माता की ओर से धन्यवाद देता हूँ और सभी जाति-सम्प्रदायों के लाखो-करोड़ो हिन्दुओं की ओर से भी आपको धन्यवाद देता हूँ. मैं इस मंच पर से बोलने वाले उन महान वक्ताओं के प्रति भी धन्यवा...

स्वामी विवेकानन्द

इस लेख को तटस्थता जाँच हेतु नामित किया गया है। इसके बारे में चर्चा (नवम्बर 2019) स्वामी विवेकानन्द जन्म नरेन्द्रनाथ दत्त 12 जनवरी 1863 (अब मृत्यु 4 जुलाई 1902 ( 1902-07-04) (उम्र39) (अब बेलूर, गुरु/शिक्षक साहित्यिक कार्य राज योग (पुस्तक) कथन "उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए" हस्ताक्षर धर्म हिन्दू दर्शन राष्ट्रीयता भारतीय अनुक्रम • 1 कहानियाँ • 1.1 लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना • 1.2 नारी का सम्मान • 2 प्रारम्भिक जीवन (1863-88) • 2.1 जन्म एवं बचपन • 3 शिक्षा • 3.1 आध्यात्मिक शिक्षुता - ब्रह्म समाज का प्रभाव • 4 निष्ठा • 5 सम्मेलन भाषण • 6 यात्राएँ • 7 विवेकानन्द का योगदान तथा महत्व • 7.1 मृत्यु • 8 विवेकानन्द का शिक्षा-दर्शन • 8.1 स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त • 9 स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन • 10 कृतियाँ • 11 महत्त्वपूर्ण तिथियाँ • 12 चित्र दीर्घा • 13 सन्दर्भ • 14 इन्हें भी देखें • 15 बाहरी कड़ियाँ कहानियाँ [ ] लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना [ ] एक बार स्वामी विवेकानन्द अपने आश्रम में सो रहे थे। कि तभी एक व्यक्ति उनके पास आया जो कि बहुत दुखी था और आते ही स्वामी विवेकानन्द के चरणों में गिर पड़ा और बोला महाराज मैं अपने जीवन में खूब मेहनत करता हूँ हर काम खूब मन लगाकर भी करता हूँ फिर भी आज तक मैं कभी सफल व्यक्ति नहीं बन पाया। उस व्यक्ति कि बाते सुनकर स्वामी विवेकानंद ने कहा ठीक है। आप मेरे इस पालतू कुत्ते को थोड़ी देर तक घुमाकर लाये तब तक आपके समस्या का समाधान ढूँढ़ता हूँ। इतना कहने के बाद वह व्यक्ति कुत्ते को घुमाने के लिए चला गया। और फिर कुछ समय बीतने के बाद वह व्यक्ति वापस आया। तो स्वामी विवेकानन्द ने उस व्यक्ति से पूछा...

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This is AudioVivekananda. Swami Vivekananda was one of the greatest religious teachers of India.Listen to the great and wonderful life of Swami Vivekananda in Hindi. The great lectures of Swami Vivekanada from Colombo to ALmora and others also made available in audio here both in Hindi and English. Swami Vivekananda's Biography Hindi Audiobook. Listen,Enjoy and give feedback.