थिऑसॉफिकल सोसायटी स्थापना

  1. थियोसोफिकल सोसायटी और ऐनी बेसेंट (Theosophical Society and Anne Besant) » भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन »
  2. थिऑसॉफिकल सोसायटीची स्थापना कोणी केली
  3. थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना कब हुई थी?
  4. थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना किसने की , संस्थापक शुरुआत थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 1875 में किसके द्वारा की गयी थी? – 11th , 12th notes In hindi
  5. थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना कब हुयी?
  6. थियोसॉफिकल सोसायटी के संस्थापक कौन है? – ElegantAnswer.com
  7. थियोसोफिकल सोसायटी (Theosophical society) के बारे में 20 GK FACTS.


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थियोसोफिकल सोसायटी और ऐनी बेसेंट (Theosophical Society and Anne Besant) » भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन »

थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 7 सितंबर 1875 को अमेरिका के न्यूयार्क नगर में रुसी महिला मैडम एच.पी. ब्लावात्सकी एवं अमेरिकन कर्नल एच.एस. ऑल्काट द्वारा की गई थी। ‘थियोसोफी’ शब्द ग्रीक भाषा के ‘ थियो’ और ‘सोफी’ दो शब्दों से मिलकर बना है- ‘थियो’ का अर्थ ‘ईश्वर’ एवं ‘सोफी’ शब्द का अर्थ है ‘ज्ञान’। थियोसोफी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग तीसरी शताब्दी में अलेक्जेंड्रिया के ग्रीक विद्वान् इंबीकस ने ईश्वरीय ज्ञान के लिए किया था। थियोसोफी, जिसे ब्रह्म-विद्या भी कहते हैं, उस सत्य का स्वरूप है, जो सभी धर्मों का आधार है और उस सत्य पर किसी का एकाधिकार नहीं हो सकता है। यह जीवन को बोधगम्य बनाने का दर्शन प्रस्तुत करती है, जिसके द्वारा न्याय तथा प्रेम का निरूपण या प्रकटीकरण होता है और जीवन के विकास का मार्ग निर्देशित होता है। थियोसोफी विश्व-आत्मा के विज्ञान का बोध कराती है और मनुष्य को बताती है कि वह स्वयं आत्म-तत्त्व है, मन व शरीर उसके वाहक हैं। यह सभी धर्मों के धार्मिक ग्रंथों तथा गूढ़ सत्यों को अनावृत्त करके उसे बोधगम्य बनाती है, जो बुद्धि की पहुँच से परे हैं, किंतु उसे अंतःप्रज्ञा द्वारा पुष्ट किया जा सकता है। ऐनी बेसेंट थियोसोफिकल सोसाइटी के दो आधार स्तंभ हैं- एक बंधुत्व और दूसरी स्वतंत्रता। सोसायटी अपने सदस्यों पर विश्वास के रूप में अपना साहित्य, संसार के संबंध में अपना दृष्टिकोण या अन्य विचार नहीं थोपती है। इसमें कोई भी ऐसी मान्यता तथा धारणा नहीं है, जिसे स्वीकार करना अनिवार्य हो। जो भी जिज्ञासु विश्वबंधुत्व में आस्था रखते हैं, वही थियोसोफिस्ट हैं। इसके अलावा सभी धर्मों के साथ सहिष्णुता का व्यवहार और उनमें समन्वय स्थापित करना, प्राचीन धर्म, दर्शन एवं ज्ञान का अध्ययन तथा प्रसार करना और विश्...

थिऑसॉफिकल सोसायटीची स्थापना कोणी केली

p. 1- 1 [Multi Choice Question] Description: This is a Most important question of gk exam. Question is : थिऑसॉफिकल सोसायटीची स्थापना कोणी केली , Options is : 1. अॅनी बेझंट आणि लोकमान्य टिळक, 2. जी. के. गोखले आणि एन. सी. केळकर, 3.महात्मा फुले, 4. आंबेडकर, 5. NULL Publisher: mympsc.com Source: Online General Knolwedge थिऑसॉफिकल सोसायटीची स्थापना कोणी केली This is a Most important question of gk exam. Question is : थिऑसॉफिकल सोसायटीची स्थापना कोणी केली , Options is : 1. अॅनी बेझंट आणि लोकमान्य टिळक, 2. जी. के. गोखले आणि एन. सी. केळकर, 3.महात्मा फुले, 4. आंबेडकर, 5. NULL Correct Answer of this Question is : 1 Online Electronics Shopping Store - Buy Mobiles, Laptops, Camera Online India Electronics Bazaar is one of best Online Shopping Store in India. Buy online Mobile Phones, Laptops, Tablets, Cameras & much more at best prices. Buy Now! online shopping Electronics india, online shopping in india, online shopping store, buy electronics online, online electronics shopping, online shopping stores, electronics online shopping, online electronics store, online electronic shopping india, online electronics store india • ☞ >मिस किम कैंपबेल किस देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री हैं ? • ☞ >रामदेवजी मेले का प्रमुख नृत्य कौनसा है ? • ☞ >कांच, हीरा और जल में प्रकाश के वेग का सही अवरोही क्रम क्या है ? • ☞ >यूनाइटेड किंगडम किसका एक उत्तम उदाहरण है ? • ☞ >विश्व विरासत दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ? • ☞ >वाणिज्यिक कर.दाताओं के लिए त्ठप् की ई.भुगतान प्रणाली चालू करने वाला देश का प्रथम राज्य क...

थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना कब हुई थी?

Explanation : थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना 1875 में हुई थी। इसकी स्थापना ‘मैडम एच-पी-ब्लैवेत्स्की’ और ‘कर्नल एच-एस-आल्काट’ ने अन्य सहयोगियों के साथ अमेरिका में की गई थी। वर्ष 1879 में इसका मुख्यालय मुंबई में स्थानांतरित हुआ। तदुपरांत सन् 1882 में अंडयार (चेन्नई) में स्थापित हो गया। कर्नल एच-एस-आल्काट ने 1883 में बिहार की प्रथम यात्रा की और 1894 में इनकी मैडम ब्लैवेत्स्की की दूसरी यात्रा तक पटना इस आन्दोलन का बिहार में गढ़ बन चुका था। 1094 तक इसकी शाखाएं गया, आरा, दरभंगा, छपरा, पटना आदि जगहों पर स्थापित हो चुकी थी। इस संस्था से जुड़े प्रमुख नेताओं में पूर्णेन्दू प्रसाद सिन्हा, सरफराज हुसैन खां, रामाश्रय प्रसाद, मधुसुदन प्रसाद आदि प्रमुख थे। इस संस्थान ने धार्मिक समन्यव, साम्प्रदायिक सौहार्द्र, और आध्यात्म के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस संस्था से जुड़ी एनी बेसेंट ने होमेरुल आन्दोलन प्रारंभ किया तथा इस आंदोलन में बिहार के सभी वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना किसने की , संस्थापक शुरुआत थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 1875 में किसके द्वारा की गयी थी? – 11th , 12th notes In hindi

थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 1875 में किसके द्वारा की गयी थी ? थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना किसने की , संस्थापक शुरुआत theosophical society was established by whom in hindi ? थियोसेसोेिफिकल सोसेसाइटी थियोसोफी का शब्द दो यूनानी शब्दों से मिलकर बना थिओस और सोफिया, जिसका अर्थ है ईश्वर और ज्ञान। थिओसोफिकल सोसाइटी उन पश्चिमी विद्वानों द्वारा आरंभ की गई थी, जो भारतीय संस्कृति व विचारों से बहुत प्रभावित थे। 1875 में मैडम एच.पी. ब्लावेट्स्की ने कर्नल एमण्एस. ओल्काट के साथ इस सोसाइटी की नींव अमरीका में रखी। 1882 में उन्होंने अपनी सोसाइटी का मुख्य कार्यालय मद्रास के समीप अडयार में स्थापित किया। इस समाज के अनुयायी आत्मिक हर्षोन्माद और अंतज्र्ञान द्वारा ईश्वरीय ज्ञान प्राप्त करने का प्रयत्न करते थे। ये लोग पुगर्जन्म और कर्म में विश्वास रखते हैं और सांख्य और उपनिषदों के दर्शन से प्रेरणा प्राप्त करते हैं। 1887 में कर्नल ओल्काट की मृत्यु के पश्चात् मिसेज एनी बेसेन्ट इसकी अध्यक्षा बनीं और इसे काफी लोकप्रिय बनाया। 1891 में वे भारत आईं। वह भारतीय विचार और संस्कृति से भलीभांति परिचित थीं और जैसा उनके भगवद्गीता के अनुवाद से प्रतीत होता है; वह वेदांत में विश्वास रखती थीं। शनैः-शनैः वह हिंदू हो गईं न केवल विचारों से अपितु वस्त्र, भोजन, मेलमिलाप और सामाजिक शिष्टाचार से भी। भारत में थियोसोफिकल सोसाइटी उनकी देख-रेख में हिंदू पुगर्जागरण का आंदोलन बन गई। 1898 में बनारस में सेंट्रल हिंदू काॅलेज की नींव रखी गयी, जो आगे चलकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बना। इस सोसाइटी ने रूढ़िवादी परंपरा के अनुसार हिंदू धर्म की व्याख्या की और प्राचीन भावना ‘कृण्वन्तो विश्वमार्यम’ को साकार बनाने का प्रयत्न किया। दक्षिण भ...

थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना कब हुयी?

थियोसाॅफि शब्द ग्रीक भाषा के Thoes (God) और सोफियाWisdom शब्दों से मिलकर बना है जिससे इसका अर्थ ईश्वरीय ज्ञान है। आधुनिक समय में इस शब्द का प्रयोग ‘थियोसाॅफिकल सोसायटी’ ने किया जिसकी स्थापना 1875 ई. में मॅडम हैलन ब्लेवत्सकी तथा एच. एस अल्काट ने की। 1886 ई. में मद्रास के निकट अड्यार नामक स्थान पर थियोसाॅफिकल सोसायटी का केन्द्र स्थापित किया गया। श्रीमती एनी बेसेन्ट 1880 ई. में इसकी सदस्य बनीं। 1893 में भारत आयी 1907 ई. में अल्काट की मृत्यु के बाद यह इसकी अध्यक्ष नियुक्त हुई। ऐनी बेसेन्ट ने हिंदुत्व का गौरवगान कर हिंदुओं में अपने धर्म के प्रति आस्था तथा सम्मान की भावना जागृत की उस समय हिंदुओं की दशा बहुत शोचनीय थी। शिक्षित भारतीय पाश्चात्य सभ्यता एवं संस्कृति की ओर आकर्षित हो जा रहे थे। ऐसे समय में श्रीमती एनी बेसेन्ट ने प्राचीन आदर्शों, हिंदु धर्म की महानता तथा गौरव का भी हिंदुओं को ज्ञान कराया। कुछ लोग तो इस बात से प्रभावित हुए कि एक अंग्रेज महिला धर्म पर भाषण दे रही है। ऐनी बेसेन्ट ने उदासीन एवं सोती, भारतीय जनता को जगाकर उनमें आत्म-सम्मान और गौरव को पुनर्जागृत कर दिया। ऐनी बेसेन्ट ने थियोसाॅफिकल सोसायटी के माध्यम से शैक्षणिक एवं सामाजिक क्षेत्र में भी अभूतपूर्व कार्य किये। अनेक स्थानों पर काॅलेज, स्कूल एवं छात्रावास खुलवाए, इसके अतिरिक्त इस संस्था ने समाज में व्याप्त बाल-विवाह, कन्या वध, कन्या वर विक्रय और छुआछूत आदि बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया तथा विधवा विवाह का समर्थन किया। एनी बेसेन्ट ने 1914 ई. में भारतीय राजनीति में प्रवेश किया और अपने विचारों के प्रचार हेतु‘‘काॅमनवील’’ तथा‘‘न्यू इंण्डिया’’ नामक दो समाचार पत्रों का प्रकाशन प्रारंभ किया। वे भारतीय स्वतंत्रता क...

थियोसॉफिकल सोसायटी के संस्थापक कौन है? – ElegantAnswer.com

थियोसॉफिकल सोसायटी के संस्थापक कौन है? हैलीना ब्लावाट्स्की हेनरी स्टील ऑलकाटचार्ल्स वेबस्टर लेडबीटरविलियम क़्वान जज थियिसोफिकल सोसाइटी/संस्थापक इसे सुनेंरोकेंरूसनिवासी महिला मैडम हैलीना ब्लावाट्स्की (H. P. Blavatsky) और अमरीका निवासी कर्नल हेनरी स्टील आल्काट ने 17 नवम्बर सन् 1875 को न्यूयार्क में थियोसॉफिकल सोसाइटी की स्थापना की। सन् 1879 में सोसाइटी का प्रधान कार्यालय न्यूयार्क से मुम्बई में लाया गया। भारत में थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना कब और कहां हुई? इसे सुनेंरोकेंउत्तर: (2) -1882 – थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना भारत में मद्रास ब्लावात्स्की और कर्नल हेनरी ओलकोट द्वारा 1882 में मद्रास के अडयार में अपने मुख्यालय से की गई थी। थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना न्यूयॉर्क (यूएसए) में 1875 में मैडम एच. पी. निम्न में से कौन लेखक थियोसोफिकल सोसाइटी से जुड़े हुए थे? इसे सुनेंरोकें(D) उदय प्रकाश​ थियोसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सिद्धांत क्या है? इसे सुनेंरोकेंजो भी जिज्ञासु विश्वबंधुत्व में आस्था रखते हैं, वही थियोसोफिस्ट हैं। इसके अलावा सभी धर्मों के साथ सहिष्णुता का व्यवहार और उनमें समन्वय स्थापित करना, प्राचीन धर्म, दर्शन एवं ज्ञान का अध्ययन तथा प्रसार करना और विश्वबंधुत्व के सिद्धांत में विश्वास करना इस सोसायटी के प्रमुख सिद्धांत थे। भारत में थियोसोफिकल सोसायटी का मुख्यालय कहाँ स्थापित किया गया था? इसे सुनेंरोकेंअड्यार भारत में स्थापित थियोसोफिकल सोसायटी का मुख्यालय था। थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना 1875 में न्यूयॉर्क में मैडम एचपी ब्लावात्स्की और कर्नल ओल्कोट ने की थी। 1882 में, इस सोसाइटी का मुख्यालय भारत में मद्रास (वर्तमान चेन्नई) के पास अड्यार में स्थापित किया गया था। एशियाटि...

थियोसोफिकल सोसायटी (Theosophical society) के बारे में 20 GK FACTS.

थियोसोफिकल सोसायटी (Theosophical society) • विकिपीडिया के अनुसार ‘थियोसोफीग्रीक भाषा के दो शब्दों “थियोस” तथा “सोफिया” से मिलकर बना है जिसका अर्थ हिंदू धर्म की “ब्रह्मविद्या”, ईसाई धर्म के ‘नोस्टिसिज्म’ अथवा इस्लाम धर्म के “सूफीज्म” के समकक्ष किया जा सकता है। कोई प्राचीन अथवा नवीन दर्शन, जो परमात्मा के विषय में चर्चा करे, सामान्यतः थियोसाफी कहा जा सकता है। 2. थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 1875 ई० में न्यूयार्क में किया गया था। 3. थियोसोफिकल सोसायटी (Theosophical society) के संस्थापक एक रूसी महिला हैनाली ब्लावत्सकी और एक अमेरिकी सैनिक अफसर कर्नल हेनरी स्टील आलकाट हैं। 4. इसका मुखपत्र मासिक “थियोसॉफिस्ट” है। इसकी स्थापना सन् 1879 में मैडम ब्लैवेट्स्की द्वारा हुई थी। 5. थियोसोफिकल सोसायटी के संस्थापक भारत में जनवरी 1879 ई० में पहुंचे और उन्होंने 1882 ई० में मद्रास के पास अड्यार में सोसायटी का मुख्यालय स्थापित किया। 6. अड्यार बाद में सोसायटी का अन्तर्राष्ट्रीय कार्यालय बना। इससे पहले इसका मुख्य कार्यालय 1879 में न्यूयार्क से मुंबई लाया गया था । 7. एक आयरिश महिला ऐनी बेसेण्ट 1888-89 में हालैण्ड में इस सोसायटी की सदस्या बनीं। 8. ऐनी बेसेण्ट 1893 ई० में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में शामिल हुई। वहाँ से नवम्बर 1893 ई० में ये भारत आ गई और उन्होंने पूरे भारत में इसका प्रचार प्रसार किया। 9. डॉ एनी बेसेन्ट अग्रणीआध्यात्मिक, थियोसोफिस्ट,लेखक, वक्ता एवं भारत-प्रेमी महिला थीं। 1917 में वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसकी अध्यक्षा भी बनीं। 10. थियोसोफिकल सोसायटी (theosophical society ) की विचारधारा को देव-विज्ञान के नाम से जाना जाता में हैं। 11. सोसायटी (theosophical society ) की धार्मिक शिक...