तिरंगा

  1. भारत का राष्ट्रीय ध्वज
  2. भारतीय ध्वज तिरंगा का इतिहास
  3. तिरंगा पर कविता
  4. Flag of India
  5. राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) पर निबंध
  6. तिरंगा


Download: तिरंगा
Size: 16.19 MB

भारत का राष्ट्रीय ध्वज

भारत का राष्ट्रीय ध्वज एक राष्ट्रीय प्रतीक है जिसे क्षैतिज आयताकार में बनाया गया है। इसे तीन रंगों की मदद से सजाया गया है जिसमें गहरा केसरिया (सबसे ऊपर), सफेद( बीच में) और हरा (सबसे नीचे)। सफेद रंग के बीचों-बीच एक नीले रंग का अशोक चक्र (अर्थात कानून का चक्र) बना हुआ है जिसमें 24 तिलियाँ है। 22 जुलाई 1947 में भारत के संविधान सभा ने एक मीटिंग में राष्ट्रीय ध्वज के वर्तमान स्वरुप को स्वीकार किया था। भारत के सत्ताधारियों द्वारा वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज को अधिकारिक रुप से स्वीकार किया गया था। तीन रंगों का होने के कारण इसे तिरंगा भी कहा जाता है। ये स्वराज ध्वज पर आधारित है (अर्थात भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का ध्वज, पिंगाली वेंकैया द्वारा रुपांकित)। राष्ट्रीय ध्वज (Indian Flag in Hindi) Find below information about Indian Flag in Hindi language: भारत के लोगों के लिये राष्ट्रीय ध्वज बहुत मायने रखता है। भारत के लोगों के लिये ये बेहद महत्वपूर्ण और गौरव का विषय है। भारतीय ध्वज को एक खास किस्म के कपड़े से बनाया गया है जिसे ख़ादी कहते है (हाथ से काता हुआ जिसे महात्मा गाँधी द्वारा प्रसिद्ध किया गया)। इसके निर्माण और डिज़ाइन के लिये भारतीय स्टैन्डर्ड ब्यूरो जिम्मेदार होता है जबकि, ख़ादी विकास एवं ग्रामीण उद्योग कमीशन को इसके निर्माण का अधिकार है। 2009 में राष्ट्रीय ध्वज का अकेला निर्माण कर्ता कर्नाटक ख़ादी ग्रामोंद्योग संयुक्त्त संघ रहा है। राष्ट्रीय प्रतीक से संबंधित कानून के साथ ही भारतीय ध्वज की प्रथा (किसी दूसरे राष्ट्र या ग़ैर राष्ट्रीय ध्वज) को भारत का राष्ट्रीय ध्वज नियमावली संचालित करता है। किसी भी निजी नागरिक (किसी भी राष्ट्रीय दिवस को छोड़कर) के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल ...

भारतीय ध्वज तिरंगा का इतिहास

भारतीय ध्वज तिरंगा का इतिहास, भारत में झंडा नियम, भारतीय ध्वज का अर्थ, Information about National flag of India in Hindi भारतीय ध्वज तिरंगा का इतिहास, राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जानकारी, भारत के राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास, तिरंगा झंडा का इतिहास, information about National flag of India, भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा पर निबंध भारत के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा कहते हैं। हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश की गौरव का प्रतीक है। आन-बान और शान का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज का महत्व का अंदाजा इसी बाद से लगाया जा सकता है। इस भारतीय ध्वज के आन-बान और शान के लिए भारत माता के कितने वीर सपूत अपने प्राण न्योछावर कर दिए। लेकिन मरते दम तक भी तिरंगा को झुकने नहीं दिया। भारतीय ध्वज के वर्तमान पारुप को 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा के द्वारा अंगीकार किया गया। आइये जानते है राष्ट्रीय ध्वज के बारे में विस्तार से , भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण किसने किया – Who invented national flag of india Tiranga in Hindi Information about National flag of India in Hindi – भारतीय ध्वज तिरंगा का इतिहास क्या आप जानते हैं भारतीय तिरंगा किस व्यक्ति ने बनाया था। तिरंगा झंडा कब और किसने बनाया आईए जानते हैं। भारत के राष्ट्र ध्वज का डिजाइनर पिंगली वेंकैया को माना जाता है। पिंगली वैंकैया का जन्म 2 अगस्त 1876, को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम के पास हुआ था। उन्होंने 5 साल तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया। फलतः उन्होंने भारतीय ध्वज का डिजाइन तैयार किया था। पिंगली वेंकैया ने लाल और हरे रंग का इस्तेमाल कर भारतीय ध्वज का पारुप तैयार किया। इसमें लाल रंग हिन्दू धर्म के लिए और हरा रंग मुस्लिम समुदाय के प्रतीक के तौर पर...

तिरंगा पर कविता

तिरंगा पर कविता - Tiranga Par Kavita | हर घर तिरंगा कविता | तिरंगे के बारे में दस लाइन | शायरी 15 अगस्त तिरंगा, Tiranga Par Shayari, Tiranga Par Kavita, तिरंगे के बारे में दस लाइन, शायरी 15 अगस्त तिरंगा, तिरंगे पर कविता, तिरंगे पर शायरी, हर घर तिरंगा कविता 15 अगस्त 2022 भारत की नम्बर 1 एजुकेशनल वेबसाइट SanskritExam. Com में आप सभी का स्वागत है। प्रस्तुत है - तिरंगा पर कविता - Tiranga Par Kavita , हर घर तिरंगा कविता | तिरंगे के बारे में दस लाइन , शायरी 15 अगस्त तिरंगा

Flag of India

• Afrikaans • العربية • অসমীয়া • Asturianu • Azərbaycanca • Basa Bali • বাংলা • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • भोजपुरी • Български • Bosanski • Brezhoneg • Català • Čeština • Cymraeg • Dansk • Deutsch • ދިވެހިބަސް • Eesti • Ελληνικά • Español • Esperanto • Euskara • فارسی • Français • Galego • ગુજરાતી • 한국어 • Հայերեն • हिन्दी • Hrvatski • বিষ্ণুপ্রিয়া মণিপুরী • Bahasa Indonesia • Interlingua • Íslenska • Italiano • עברית • ಕನ್ನಡ • ქართული • Kurdî • Latviešu • Lietuvių • Lombard • Magyar • मैथिली • Македонски • മലയാളം • मराठी • მარგალური • مصرى • Bahasa Melayu • Nederlands • नेपाली • 日本語 • Norsk bokmål • Norsk nynorsk • ଓଡ଼ିଆ • Oʻzbekcha / ўзбекча • ਪੰਜਾਬੀ • پنجابی • Polski • Português • Română • Русский • संस्कृतम् • Scots • Sicilianu • සිංහල • Simple English • سنڌي • Slovenčina • Српски / srpski • Srpskohrvatski / српскохрватски • Suomi • Svenska • Tagalog • தமிழ் • తెలుగు • ไทย • ತುಳು • Türkçe • Українська • اردو • Tiếng Việt • 吴语 • Yorùbá • 粵語 • 中文 "Tiranga" redirects here. For the Bollywood film, see Tirangaa (film). Republic of India Tiraṅgā (meaning "Tricolour") Proportion 2:3 Adopted 22July 1947 ;75 years ago ( 1947-07-22) Design A horizontal Designedby Proportion 2:3 Design A red ensign with the Indian Flag in the canton. Proportion 2:3 Design A blue ensign with the Indian Flag in the canton, and a yellow anchor horizontally in the fly. Proportion 1:2 Design The white ensign with the Indian flag in the canton, and a blue octagon with golden borders encas...

राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) पर निबंध

प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का अपना एक चिन्ह या प्रतीक होता है। जिससे उसकी पहचान बनती है। राष्ट्रीय ध्वज हर राष्ट्र के गौरव का प्रतीक होता है। ‘तिरंगा’ हमारा राष्ट्रीय ध्वज है। हमारा देश भारत विविध जातियों, धर्मों और संस्कृतियों को देश है। इसी प्रकार हमारा ध्वज भी भाव प्रधान है। हमारे राष्ट्र के झंडे में तीन रंग हैं इसीलिये इसे तिरंगा कहते हैं। झंडे में तीन रंगों की पट्टियाँ हैं। जिनका आकार समान है। झंडे के सबसे ऊपर केसरिया रंग है जो वीरता और शौर्य को प्रकट करता है। बीच का हिस्सा सफेद रंग हा है जो पवित्रता, त्याग भावना एवं सादगी का प्रतीक है। नीचे के भाग का हरा रंग हमारे देश की हरी भरी धरती और सम्पन्नता को दर्शाता है। ध्वज की मध्य सफेद पट्टी पर अशोक चक्र बना है। नीले रंग के अशोक चक्र में 24 लाइनें हैं। अशोक चक्र धर्म, विजय एवं प्रगति का द्योतक है। Advertisement हमारी स्वतंत्रता की लड़ाई में तिरंगे की एक मुख्य भूमिका रही। 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद यह हमारा राष्ट्रीय ध्वज बना। राष्ट्रीय समारोहों एवं महत्वपूर्ण अवसरों पर एक राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। राष्ट्रीय ध्वज प्रत्येक राष्ट्र की शान होता है। राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। राष्ट्रीय ध्वज का अपमान दण्डनीय अपराध है। Related Posts: • 10 lines on Tiranga in Hindi राष्ट्रीय ध्वज पर 10 पंक्तियाँ… • हर घर तिरंगा अभियान पर निबंध har ghar tiranga abhiyan essay… • ध्वज का पर्यायवाची शब्द क्या होता है? ध्वज का समानार्थी शब्द • Short Essay on Swatantrata Divas (15 August) in Hindi… • Hindi Essay – Independence Day (15 August) • स्वाधीनता दिवस (पन्द्रह अगस्त) पर निबंध Essay on… • ल...

तिरंगा

नाम तिरंगा प्रयोग राष्ट्रीय ध्वज अनुपात 2:3 अंगीकृत रूपरेखा तिरंगे में सबसे ऊपर गहरा केसरिया, बीच में अभिकल्पनाकर्ता संबंधित लेख विशेष सन् अन्य जानकारी हर ' तिरंगा ( Tirangā) झंडा भी कहा जाता है। झंडे की चौड़ाई और लम्‍बाई का अनुपात 2:3 है। सफ़ेद पट्टी के केंद्र में गहरा रंगों का महत्त्व तिरंगे में • 'केसरिया' यानी 'भगवा रंग' वैराग्य का रंग है। हमारे आज़ादी के दीवानों ने इस रंग को सबसे पहले अपने ध्वज में इसलिए सम्मिलित किया, जिससे आने वाले दिनों में देश के नेता अपना लाभ छोड़ कर देश के विकास में खुद को समर्पित कर दें। जैसे • 'श्वेत रंग' • 'हरा रंग' प्रकृति से संबंध और संपन्नता को दर्शाता है। • ध्वज के केंद्र में स्थित अशोक चक्र धर्म के 24 नियमों की याद दिलाता है। तिरंगे का निर्माण हमारे राष्ट्रीय ध्वज का सिस्टर निवेदिता ध्वज के नाम से जाना गया। यह ध्वज तिरंगे का उचित प्रयोग राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश की पहचान है। इसलिए हर भारतीय का यह कर्तव्य है कि वह भारतीय तिरंगे को पूरा सम्मान दे। कोई भी व्यक्ति तिरंगे की गरिमा को धूमिल ना करे, इसके लिए भारतीय क़ानून में कुछ धाराएँ बनाई गई है। फ्लैग कोड इंडिया- 2002 में राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ी कुछ ख़ास बातों का ज़िक्र किया गया है, जिसे हम भारतीयों को जानना ज़रूरी है। सन् तिरंगे का सम्मान झंडा ऊँचा रहे हमारा... विश्व विजयी तिरंगा प्यारा... उपरोक्त गीत तिरंगे की बनावट पर देश में काफ़ी ध्यान दिया जाता है, क्योंकि ये हमारे सम्मान से जुड़ा हुआ है। हर तिरंगे में अशोक चक्र श्वेत रंग के तीन चौथाई भाग में ही होना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज खादी के कपड़े का होना चाहिए। आज जो ध्वज हमारे देश की पहचान है, उसे इस रूप में ढालने वाले थे- पिंगली वेंकैया। इसी के ...