तिरुपति बालाजी मंदिर में किसकी मूर्ति है

  1. तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रोचक तथ्य
  2. तिरुपति बालाजी मंदिर
  3. तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रहस्य और यात्रा की संपूर्ण जानकारी
  4. तिरुपति बालाजी मंदिर से जुड़े यह फैक्ट्स आपको भी कर देंगे हैरान
  5. तिरुपति बालाजी मंदिर टूर यात्रा और इतिहास
  6. तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और इससे जुड़ी रहस्यमयी जानकारी
  7. तिरुपति बालाजी मंदिर कहां है और मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य


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तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रोचक तथ्य

Sri Venkateswara Swamy Temple / श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है जो भगवान विष्णु के अवतार थे, जो की आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले के तिरुपति में स्थित है। लोगो का ऐसा मानना है की कलियुग से आ रही मुश्किलों और क्लेश के चलते वे मानवी जीवन को बचाने के लिये भगवान विष्णु, वेंकटेश्वर भगवान के रूप में अवतरित हुए थे। तिरुमला के सात पर्वतों में से एक वेंकटाद्रि पर बना श्री वेंकटेश्वर मन्दिर यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र है। इसलिए इसे सात पर्वतों का मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर दुसरे भी नामो से जाना जाता है जैसे की तिरुमाला मंदिर, तिरुपति मंदिर, तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) – वेंकटेश्वर भगवान भी कई नामो से जाने जाते है जैसे की बालाजी, गोविंदा और श्रीनिवासा। Contents • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर की जानकारी – Tirupati Balaji Temple Information in Hindi भगवान व्यंकटेश स्वामी को संपूर्ण ब्रह्मांड का स्वामी माना जाता है। हर साल करोड़ों लोग इस मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। साल के बारह महीनों में एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जब यहाँ वेंकटेश्वरस्वामी के दर्शन करने के लिए भक्तों का ताँता न लगा हो। कई शताब्दी पूर्व बने इस मन्दिर की सबसे ख़ास बात इसकी दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्पकला का अदभुत संगम है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान भारत के सबसे अधिक तीर्थयात्रियों के आकर्षण का केंद्र है। इसके साथ ही इसे विश्व के सर्वाधिक धनी धार्मिक स्थानों में से भी एक माना जाता है। पौराणिक आख्यानों के अनुसार, इस मन्दिर में स्थापित भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति में ही भगवान बसते हैं और वे यहाँ समूचे कलियुग में विराजमान रहेंगे। वैष्णव परम्पर...

तिरुपति बालाजी मंदिर

लेख सारिणी • • • • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर – Thirupati Balaji Temple भगवान तिरुपति बालाजी का मंदिर (Thirupati Balaji Mandir) आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में तिरुमाला पर्वत (Tirupati Balaji Location) पर स्थित हैं| यहाँ आपको तिरुपति बालाजी यानि भगवान व्यंकटेश स्वामी के दर्शन (Tirupati Balaji Darshan) होते है । हिंदू धर्म में तिरुपति बालाजी मंदिर की काफी मान्यता है। इस मंदिर की महिमा अपार है। कहा जाता है जीवन में एक बार तिरुपति के दर्शन करने से जीवन सफल हो जाता है। सुम्रदी तल से 853 फीट ऊंचाई पर बने इस मंदिर की पहाड़ी पर सात चोटियां होने से इसे “सात पहाडिय़ों का मंदिर”भी कहा जाता है। तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Mandir) दान और धर्म के संदर्भ में देश का सबसे अमीर मंदिर है। हर साल करोड़ों लोग तिरुपति बालाजी के दर्शन (Tirupati Balaji Live Darshan) के लिए आते हैं। हर साल करोड़ों रूपए का दान इस मंदिर में किया जाता है। मंदिर में प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख भक्त वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, वहीं विशेष अवसरों पर तीर्थयात्रियों की संख्या 5 लाख तक हो जाती है। तिरुपति बालाजी मंदिर को भूलोक वैकुंठतम भी कहते हैं, इसका अर्थ है पृथ्वी पर विष्णु का निवास। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु प्राचीन युग में आने वाली मुश्किलों के चलते मनुष्य के जीवन को बचाने धरती पर तिरुपति बालाजी (Thirupati Balaji) के रूप में प्रकट हुए थे। वैसे इस मंदिर में बाल दान करने की परंपरा है, जिसे “मोक्कू” कहा जाता है। तिरुपति बालाजी के दर्शन (Tirupati Balaji Temple) करने से पहले यहां लोग अपने बाल भगवान वेंकटेश्वर को दान करके पुण्य कमाते हैं। प्रकृति की गोद में बसा यह मंदि...

तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रहस्य और यात्रा की संपूर्ण जानकारी

दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से जानने वाले है जिसमे तिरुपति बालाजी का इतिहास, रहस्य, कहानी, तिरुपति कैसे जाएं, तिरुपति जाने का सही समय, तिरुपति का प्रसिद्ध भोजन और तिरुपति में घूमने की जगह आदि शामिल हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के आंध्रप्रदेश राज्य के चितूर जिले में स्थित है जो हिंदुओ की धार्मिक आस्था का बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध स्थान है। तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर हिंदुओ के आराध्य भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर जी को समर्पित है। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है जहां पर हर महीने लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं पूरे साल यहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से यहां पर प्रार्थना करता है भगवान तिरुपति बालाजी उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं। तो आइए दोस्तो तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के हर बिंदु पर विस्तार से जानते हैं। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और कहानी एक बार महान ऋषि भृगु यह जानना चाहते थे कि 3 पवित्र देवताओं में सबसे बड़े कौनसे देवता हैं। कथानुसार कहा जाता है कि महर्षि भृगु एक बार भगवान विष्णु के धाम बैकुंठ पधारे थे और आते ही शेष शय्या पर योग निद्रा में लेटे भगवान विष्णु की छाती पर लात मारी तब भगवान विष्णु ने तुरंत महर्षि भृगु के चरण पकड़ लिए थे और ऋषिवर से पूछने लगे की आप के पैर में चोट तो नही लगी परन्तु देवी लक्ष्मी को महर्षि भृगु का यह व्यवहार बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और भगवान विष्णु द्वारा महर्षि भृगु को कोई भी दंड न...

तिरुपति बालाजी मंदिर से जुड़े यह फैक्ट्स आपको भी कर देंगे हैरान

जब पर्यटन की बात होती है तो उसमें धर्म व आस्था भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। देशभर में ऐसे कई मंदिर हैं, जिन्हें देखने व भगवान के दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। सिर्फ राज्य से ही नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने से यहां तक कि विदेशों से भी भक्तगण वहां पर आते हैं। इन्हीं मंदिरों में से एक है तिरुपति बालाजी मंदिर। यह दक्षिण भारत के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इस मंदिर की गिनती देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक में होती है। है। भगवान विष्णु के लिए आस्था और विश्वास रखने वाले लोग एक बार तिरुपति बालाजी मंदिर अवश्य आते हैं। हो सकता है कि आप भी इस मंदिर में दर्शन करके आ चुके हों या फिर वहां जाना चाहते हों। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको तिरुपति बालाजी मंदिर से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी वहां जरूर जाना चाहेंगे- असली है मूर्ति के बाल तिरुपति बालाजी मंदिर की एक विशेषता यह है कि यहां पर स्थापित मूर्ति के बाल असली हैं और वे कभी उलझते नहीं हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, गढ़वन राजकुमारी ने अपने बाल काटकर स्वामी को दे दिए थे। कभी बुझता नहीं है दीपक मंदिर में मूर्ति के सामने दीपक जला हुआ रखा है। हालांकि, इसे कब जलाया गया था लेकिन कोई नहीं जानता है। लेकिन इस दीपक की विशेषता यह है कि यह कभी बुझता नहीं है और हजारों सालों से ऐसे ही जल रहा है। मूर्ति से जुड़े आश्चर्यजनक तथ्य तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान विष्णु से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं, जो भक्तों को आश्चर्यचकित करती हैं। मसलन, यह मान्यता है कि यहां मंदिर में स्थापित काले रंग की दिव्य मूर्ति किसी मूर्तिकार द्वारा नहीं बनाई गई, बल्कि यह खुद ही जमीन से प्रकट हुई थी। इतना ही नह...

तिरुपति बालाजी मंदिर टूर यात्रा और इतिहास

5/5 - (3 votes) Tirupati Balaji in Hindi : देश और दक्षिण भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में तिरुपति बालाजी मंदिर अधिक प्रसिद्ध है, वेंकटेश्वर मंदिर भारत के आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में तिरूमाला की पहाड़ी पर स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर है। दक्षिण भारत की खूबसूरती समुद्री तटों, प्राकृतिक नजारों के अलावा यहां बने मंदिरों से भी है। कहने को तो यहां का हर मंदिर आकर्षण का केंद्र है, लेकिन विष्णु भगवान के रूप में तिरुपति बालाजी के नाम से भारतवर्ष में मशहूर इस मंदिर के प्रति लोगों में ज्यादा आस्था है। हिंदू धर्म के लोगों के बीच तिरुपति बालाजी मंदिर की काफी मान्यता है। इस मंदिर की महिमा अपार है। कहा जाता है जीवन में एक बार तिरुपति के दर्शन करने से जीवन सफल हो जाता है। सुम्रदी तल से 853 फीट ऊंचाई पर बने इस मंदिर की पहाड़ी पर सात चोटियां होने से इसे “सात पहाडिय़ों का मंदिर” भी कहा जाता है। दान और धर्म के संदर्भ में ये देश का सबसे अमीर मंदिर है। हर साल करोड़ों रूपए का दान इस मंदिर में किया जाता है। मंदिर में प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख भक्त वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, वहीं विशेष अवसरों पर तीर्थयात्रियों की संख्या 5 लाख तक हो जाती है। तिरुपति बालाजी मंदिर को भूलोक वैकुंठतम भी कहते हैं, इसका अर्थ है पृथ्वी पर विष्णु का निवास। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु प्राचीन युग में आने वाली मुश्किलों के चलते मनुष्य के जीवन को बचाने धरती पर प्रकट हुए थे। वैसे इस मंदिर में बाल दान करने की परंपरा है, जिसे “मोक्कू” कहा जाता है। भगवान के दर्शन करने से पहले यहां लोग अपने बाल भगवान वेंकटेश्वर को दान करके पुण्य कमाते हैं। प्रकृति की गोद में बसा यह मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से परिपू...

तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और इससे जुड़ी रहस्यमयी जानकारी

Tirupati Balaji History in Hindi: भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है, इसी वजह से भारत में हर साल लाखों पर्यटक सिर्फ मंदिर देखने और भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं। भारत में सबसे पोपुलर मंदिर या फिर सबसे ज्यादा पर्यटकों वाला मंदिर अगर कोई है तो वह है तिरुपति बालाजी मंदिर। इस मंदिर में हर दिन लाखों की संख्या में पर्यटक दर्शन के लिए आते हैं। चूँकि यह मंदिर अपने आप में ही बहुत ख़ास है। माना जाता है कि जो भी इस मंदिर आया है, उसकी हर मनोकामना पूरी हुई है। दुनिया के बड़े-बड़े लोग भी इस मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए आते है। इस मंदिर की बनावट और इस मंदिर का हर एक अंश काफी दर्शनीय और लोगों को अपनी और आकर्षित करने वाला है। तिरुपति बालाजी मंदिर इस आर्टिकल में हम आपको तिरुपति बालाजी का इतिहास, तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास (Tirupati Balaji Temple History), तिरुपति बालाजी किसका रूप है? एवं इस मंदिर से जुड़ी अनेक ऐसी जानकारियां बताने वाले है, जो बहुत कम लोगों को पता है। वैसे तो मंदिर हिन्दू धर्म के लोगों का धार्मिक स्थल है, लेकिन यहाँ पर मंदिर के दर्शन करने के लिए हर धर्म के लोग आते हैं। आइये जानते है मंदिर और मंदिर के इतिहास के बारें में विस्तार से। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास (Tirupati Balaji History in Hindi) तिरुपति बालाजी को वेंकटेश्वर भगवान भी कहा जाता है, जो भगवान विष्णु जी का ही अवतार माना जाता है। भगवान तिरुपति बालाजी का मंदिर तिरुमला पहाड़ी पर स्थित है। यह कुल 7 पहाड़ी है और उनमें से सातवी पहाड़ी पर भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर है। तिरुपति बालाजी मंदिर के इतिहास की बात करें तो यह 9वीं शताब्दी से अस्तित्व में है। लेकिन अनेक ए...

तिरुपति बालाजी मंदिर कहां है और मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य

तिरुपति बालाजी मंदिर कहां है? भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर भी है. यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित समुद्र तल से 3200 फीट की ऊंचाई पर तिरुमाला पहाड़ियों पर स्थित है. यह मंदिर विश्व के सबसे संपन्न व प्रसिद्ध मंदिरों में गिना जाना है. भक्तों की इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था जुड़ी हुई है. प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में दर्शनार्थी यहां आते हैं. इस मंदिर को श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. आज के लेख में हम बात करने जा रहे है तिरुपति बालाजी मंदिर कहां है और इस पवित्र मंदिर के इतिहास के बारें में. तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रतिदिन भक्तों द्वारा बेहिसाब चढ़ावा चढ़ता है. कई शताब्दी पूर्व बना यह मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प कला का अदभूत उदाहरण हैं. इस मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद जरुर पूरी होती है. इसलिए यहां सुबह से ही दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आ जाते हैं. तिरुपति के इतिहास को लेकर इतिहासकारों में कई मतभेद हैं. लेकिन यह स्पष्ट है कि 5वीं शताब्दी तक यह एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित हो चुका था. कहते है कि चोल, होयसल और विजयनगर के राजाओं ने इस मंदिर के निर्माण में योगदान दिया था. तिरुपति बालाजी मंदिर कहां है? तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित समुद्र तल से 3200 फीट की ऊंचाई पर तिरुमाला पहाड़ियों पर स्थित है. श्री वैंकटेश्वर मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित एक मंदिर है. श्री वैंकटेश्वर का यह प्राचीन मंदिर तिरुपति पहाड़ की सातवीं चोटी पर स्थित है. माना जाता है कि वेंकट पहाड़ी का स्वामी होने के कारण ही इन्‍हें वैंकटेश्‍...