- टिंडल प्रभाव क्या है? परिभाषा ओर उदाहरण सहित?
- इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ किसे कहते है?
- \# 1 टिंडल प्रभाव किसे कहते हैं ? उत्तर
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- इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ किसे कहते है?
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टिंडल प्रभाव क्या है? परिभाषा ओर उदाहरण सहित?
टिंडल प्रभाव प्रकाश का प्रकीर्णन होता है ओर जब एक प्रकाश पुंज एक कोलाइड ( श्लैष तंतु) से होकर गुजरता है। अलग-अलग निलंबन ( suspension) कण प्रकाश को बिखेरते हैं और प्रकाश को प्रतिबिंबित करते हैं, जिससे किरण दिखाई देती है। प्रकीर्णन की मात्रा प्रकाश की आवृत्ति और कणों के घनत्व पर निर्भर करती है। Table of Contents जिस कोण से वायुमंडल में सूर्य का प्रकाश घटक गैसों के अणुओं द्वारा बिखरा हुआ है, तरंग दैर्ध्य की चौथी शक्ति के रूप में व्युत्क्रमानुपाती होता है; लंबी तरंगदैर्घ्य वाले लाल प्रकाश की तुलना में नीला प्रकाश अधिक तीव्रता से प्रकीर्णित होगा। कोहरे में हेडलाइट्स का दृश्य बीम टिंडल प्रभाव के कारण होता है। पानी की बूंदें प्रकाश को बिखेरती हैं जिससे हेडलाइट की किरणें दिखाई देती हैं। टिंडल प्रभाव क्या है? टिंडल प्रभाव प्रकाश का ही प्रकीर्णन ( प्रकीर्णन का अर्थ फैलना) है। टिंडल प्रभाव या टिंडल प्रकीर्णन कोलाइडों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन की परिघटना है। इसका नाम भौतिक विज्ञानी ‘ जॉन टिंडल‘ के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने इसकी खोज की थी। टिंडल प्रभाव में प्रसिद्ध रेले प्रभाव के साथ समानता है, जो नीले आकाश के लिए जिम्मेदार है। टिंडल प्रभाव, जिसे टिंडल घटना भी कहा जाता है, छोटे निलंबित कणों वाले माध्यम से प्रकाश की किरण का प्रकीर्णन – जैसे, एक कमरे में धुआं या धूल, जो एक खिड़की में प्रवेश करते हुए एक प्रकाश किरण को दिखाई देता है। इन्हें भी पढ़ें: इन्हें भी पढ़ें:- टिंडल प्रभाव उदाहरण? उदाहरण 1: टिंडल प्रभाव का सबसे अच्छा उदाहरण यह हे की अगर आपने अपने घर में दरवाजा या खिड़की देखी है? ध्यान दें कि कभी-कभी, आप इसके माध्यम से आने वाले सूर्य के प्रकाश की किरण को कैसे देख सकते हैं? आमतौर...
इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ किसे कहते है?
इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ वह वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है जहाठपेड़-पौधे को तीवà¥à¤° और कम तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ देकर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ बढाया जाता है। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• रोबरà¥à¤Ÿ इमरà¥à¤¸à¤¨ के बताये कथन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जब à¤à¤• पौधा या पेड़ को केवल à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° (तरंगदैधरà¥à¤¯) का रंग पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ के लिठदिया जाता है तब उसके दर में कमी आ जाती है। पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठही पौधों को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ दिया जाता है, यही इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ (Emerson effect) है। रोबरà¥à¤Ÿ इमरà¥à¤¸à¤¨ की थà¥à¤¯à¥‹à¤°à¥€ इमरà¥à¤¸à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दो अलग तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ वाले पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की किरणों को à¤à¤• साथ पौधों को देने पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के सà¥à¤¤à¤° में न केवल बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ à¤...
\# 1 टिंडल प्रभाव किसे कहते हैं ? उत्तर
\# 1 टिंडल प्रभाव किसे कहते हैं ? उत्तर- किसी कोलाइडी विलियन में निलंबित कणों से प्रकाश के प्रकीर्णन को टिंडल प्रभाव कहा जाता है। 畕 सूर्योदय के समय सूर्य रक्ताप क्यों प्रतीत होता है ? उत्तर : सूर्य उदय के समय सूर्य क्षितिज के पास होता है, जहाँ से आने वाले प्रकाश को वायुमंडल की मोटी परतों रुं होकर गुजरना पड़ता है तथा अधिक दूरी तय करनी पड़ती है नीले तथा कम तरगदैर्ध्य के प्रकाश का अधिकांश भाग कणों द्वारा प्रकीर्णित हो जाता है, और सिर्फ अधिक तरंग दैर्ध्ध वाले प्रकाश जैसे लाल रंग ही हम तक पहुँचता है। अतः सूर्य रकाभ, प्रतीत होता है। 田 रेलवे के सिग्रल का प्रकाश लाल रंग का ही क्यों होता है ? उत्तर - 'खतरे' के संकेत (सिग्रल) का प्रकाश लाल रंग का होता है। लाल रंग कुहरा या धुएँ से सबसे कम प्रकीर्ण होता है। इसलिए यह दूर से देखने पर भी यह लाल रंग का दिखाई देता है। 扭 सामान्य नेत्र 25 सेमी० से निकट रखी विसुओं को सुस्पष्ट क्यों नहीं देख पाते? उत्तर - 25 सेमी. की दूरी पर रखी वस्तुओं को ऑँख स्पष्ट रूप से देखता है लेकिन 25 सेमी से कम निकट रखी वस्तुओं का प्रतिबिम्ब हृी पटल पर सस्ट रूप से नहीं बनता है।अतः मानव वस्तुओं को स्पस्ट रूप से नहीं देख पाता है। इस अध्याय से 2011 से 2022 तक पूछे गए प्रश्न (सभी प्रश्नों का उत्तर ऊपर ही है ) 1. किसी अंतरिक्ष यात्री को आकाश नीले की उपेक्षा काला क्यों प्रतीत होता है ? 2. सेच्छ आकाश का रंग नीला रंग का दिखाई देता है, क्यों ? 3. सूर्योदय के समय सूर्य रक्तचाप प्रतीत क्यों होता है ? अथवा, सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य रक्तचाप क्यों प्रतीत होता है ? 4. प्रकाश के प्रकीर्णन से आप क्या समझते हैं ? 5. तारे क्यों टिमटिमाते हैं 6. नेत्र की समंजन क्षमता से क्या अभ...
\# 1 टिंडल प्रभाव किसे कहते हैं ? उत्तर
\# 1 टिंडल प्रभाव किसे कहते हैं ? उत्तर- किसी कोलाइडी विलियन में निलंबित कणों से प्रकाश के प्रकीर्णन को टिंडल प्रभाव कहा जाता है। 畕 सूर्योदय के समय सूर्य रक्ताप क्यों प्रतीत होता है ? उत्तर : सूर्य उदय के समय सूर्य क्षितिज के पास होता है, जहाँ से आने वाले प्रकाश को वायुमंडल की मोटी परतों रुं होकर गुजरना पड़ता है तथा अधिक दूरी तय करनी पड़ती है नीले तथा कम तरगदैर्ध्य के प्रकाश का अधिकांश भाग कणों द्वारा प्रकीर्णित हो जाता है, और सिर्फ अधिक तरंग दैर्ध्ध वाले प्रकाश जैसे लाल रंग ही हम तक पहुँचता है। अतः सूर्य रकाभ, प्रतीत होता है। 田 रेलवे के सिग्रल का प्रकाश लाल रंग का ही क्यों होता है ? उत्तर - 'खतरे' के संकेत (सिग्रल) का प्रकाश लाल रंग का होता है। लाल रंग कुहरा या धुएँ से सबसे कम प्रकीर्ण होता है। इसलिए यह दूर से देखने पर भी यह लाल रंग का दिखाई देता है। 扭 सामान्य नेत्र 25 सेमी० से निकट रखी विसुओं को सुस्पष्ट क्यों नहीं देख पाते? उत्तर - 25 सेमी. की दूरी पर रखी वस्तुओं को ऑँख स्पष्ट रूप से देखता है लेकिन 25 सेमी से कम निकट रखी वस्तुओं का प्रतिबिम्ब हृी पटल पर सस्ट रूप से नहीं बनता है।अतः मानव वस्तुओं को स्पस्ट रूप से नहीं देख पाता है। इस अध्याय से 2011 से 2022 तक पूछे गए प्रश्न (सभी प्रश्नों का उत्तर ऊपर ही है ) 1. किसी अंतरिक्ष यात्री को आकाश नीले की उपेक्षा काला क्यों प्रतीत होता है ? 2. सेच्छ आकाश का रंग नीला रंग का दिखाई देता है, क्यों ? 3. सूर्योदय के समय सूर्य रक्तचाप प्रतीत क्यों होता है ? अथवा, सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य रक्तचाप क्यों प्रतीत होता है ? 4. प्रकाश के प्रकीर्णन से आप क्या समझते हैं ? 5. तारे क्यों टिमटिमाते हैं 6. नेत्र की समंजन क्षमता से क्या अभ...
टिंडल प्रभाव क्या है? परिभाषा ओर उदाहरण सहित?
टिंडल प्रभाव प्रकाश का प्रकीर्णन होता है ओर जब एक प्रकाश पुंज एक कोलाइड ( श्लैष तंतु) से होकर गुजरता है। अलग-अलग निलंबन ( suspension) कण प्रकाश को बिखेरते हैं और प्रकाश को प्रतिबिंबित करते हैं, जिससे किरण दिखाई देती है। प्रकीर्णन की मात्रा प्रकाश की आवृत्ति और कणों के घनत्व पर निर्भर करती है। Table of Contents जिस कोण से वायुमंडल में सूर्य का प्रकाश घटक गैसों के अणुओं द्वारा बिखरा हुआ है, तरंग दैर्ध्य की चौथी शक्ति के रूप में व्युत्क्रमानुपाती होता है; लंबी तरंगदैर्घ्य वाले लाल प्रकाश की तुलना में नीला प्रकाश अधिक तीव्रता से प्रकीर्णित होगा। कोहरे में हेडलाइट्स का दृश्य बीम टिंडल प्रभाव के कारण होता है। पानी की बूंदें प्रकाश को बिखेरती हैं जिससे हेडलाइट की किरणें दिखाई देती हैं। टिंडल प्रभाव क्या है? टिंडल प्रभाव प्रकाश का ही प्रकीर्णन ( प्रकीर्णन का अर्थ फैलना) है। टिंडल प्रभाव या टिंडल प्रकीर्णन कोलाइडों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन की परिघटना है। इसका नाम भौतिक विज्ञानी ‘ जॉन टिंडल‘ के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने इसकी खोज की थी। टिंडल प्रभाव में प्रसिद्ध रेले प्रभाव के साथ समानता है, जो नीले आकाश के लिए जिम्मेदार है। टिंडल प्रभाव, जिसे टिंडल घटना भी कहा जाता है, छोटे निलंबित कणों वाले माध्यम से प्रकाश की किरण का प्रकीर्णन – जैसे, एक कमरे में धुआं या धूल, जो एक खिड़की में प्रवेश करते हुए एक प्रकाश किरण को दिखाई देता है। इन्हें भी पढ़ें: इन्हें भी पढ़ें:- टिंडल प्रभाव उदाहरण? उदाहरण 1: टिंडल प्रभाव का सबसे अच्छा उदाहरण यह हे की अगर आपने अपने घर में दरवाजा या खिड़की देखी है? ध्यान दें कि कभी-कभी, आप इसके माध्यम से आने वाले सूर्य के प्रकाश की किरण को कैसे देख सकते हैं? आमतौर...
इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ किसे कहते है?
इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ वह वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है जहाठपेड़-पौधे को तीवà¥à¤° और कम तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ देकर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ बढाया जाता है। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• रोबरà¥à¤Ÿ इमरà¥à¤¸à¤¨ के बताये कथन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जब à¤à¤• पौधा या पेड़ को केवल à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° (तरंगदैधरà¥à¤¯) का रंग पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ के लिठदिया जाता है तब उसके दर में कमी आ जाती है। पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठही पौधों को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ दिया जाता है, यही इमरà¥à¤¸à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ (Emerson effect) है। रोबरà¥à¤Ÿ इमरà¥à¤¸à¤¨ की थà¥à¤¯à¥‹à¤°à¥€ इमरà¥à¤¸à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दो अलग तरंगदैरà¥à¤˜à¥à¤¯ वाले पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की किरणों को à¤à¤• साथ पौधों को देने पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के सà¥à¤¤à¤° में न केवल बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ à¤...