टोंक जिले का तापमान

  1. टोंक जिले की सम्पूर्ण जानकारी
  2. देवली में 4 और निवाई में 2 एमएम बरसात, तापमान में आई गिरावट
  3. Rajasthan Weather Update Winter showed sharp attitude severe cold
  4. कड़ाके की ठंड ने लोगों को ठिठुराया, फसलों को मिलेगा फायदा
  5. टोंक जिले के सामान्य ज्ञान की जानकरी : Rajasthan Tonk District GK information in Hindi
  6. टोंक जिला
  7. There is a possibility of 43 degree temperature in the district today


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टोंक जिले की सम्पूर्ण जानकारी

यदि आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं और आप पढ़ना चाहते हैं - 'Rajasthan GK/Rajasthan GK in Hindi/Tonk District GK in Hindi/Tonk jila gk in hindi/tonk jila darshan' आदि तो। आप 'टोंक जिला दर्शन' की इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें। इसमें आपको 'टोंक जिला दर्शन' को विस्तृत तरीके से बताएंगे। इसमें टोंक का सामान्य परिचय, टोंक के उपनाम, टोंक का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार, टोंक का क्षेत्रफल, टोंक के प्रमुख मेले और त्यौहार, टोंक के प्रमुख मंदिर, टोंक के पर्यटन स्थल एवं इसके अलावा जितने भी अन्य महत्वपूर्णप्रश्न टोंक जिले से सम्बंधित बन सकते थे, उन सभी को शामिल कर पेश किया गया है। राजस्थान जिला दर्शन : 'टोंक जिला दर्शन' विषय-सूची टोंक जिले का सामान्य परिचय • टोंक जिले का क्षेत्रफल : 7194 वर्ग किलोमीटर। • टोंक जिले की अक्षांश स्थिति : 25 डिग्री 41 मिनट उत्तरी अक्षांश से 26 डिग्री 34 मिनट उत्तरी अक्षांश तक। • टोंक जिले की देशांतरीयस्थिति : 75 डिग्री 7 मिनट पूर्वी देशांतर से 76 डिग्री 19 मिनट पूर्वी देशांतर तक। • टोंक जिले के उपनाम : टाटानगर, नवाबों की नगरी। • टोंक जिले का संभागीय मुखलाय - अजमेर है। टोंक जिले के प्रमुख मेले एवं त्यौहार • डिग्गी कल्याण जी का मेला - यह मेला टोंक जिले के डिग्गी मालपुरा में अक्टूबर माह (श्रावण शुक्ल एकादशी)में भरता है। • पुलानी एकादशी का मेला - यह मेला टोंक जिले के डिग्गी में भादवा ग्यारस को भरता है। • चांदसेन पशु मेला - यह मेला टोंक जिले के मालपुरा कस्बे के पास चांदसेननामकबांध पर भरता है। यह मार्च-अप्रैल माह में भरता है। टोंक जिले के प्रमुख मंदिर/शीर्ष मंदिर • कल्याण जी का मंदिर, डिग्गी मालपुरा : इस मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराणा संग्राम सिंह के रा...

देवली में 4 और निवाई में 2 एमएम बरसात, तापमान में आई गिरावट

टोंक जिले में सप्ताह भर बाद फिर मानसून सक्रिय होता दिखा है। शनिवार को दोपहर बाद कई जगह आंधी चली तो कई जगह हल्की और तेज बारिश भी हुई। बारिश के बाद कई जगह सड़कों पर पानी बह निकला और खेतों में भी पानी भर गया। बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिले में शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री से ज्यादा था, लेकिन शाम को कई जगह बारिश होने के कारण ठंडी हवाएं चलने लगी और तापमान में गिरावट आई। जल संसाधन विभाग की बाढ़ नियंत्रण कक्ष प्रभारी रश्मि मिश्रा ने बताया कि शनिवार को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बीसलपुर डेम क्षेत्र में 5 एमएम, देवली में 4 एमएम, मोतीसागर क्षेत्र में 17 एमएम, मांशी में 6 एमएम, निवाई व पनवाड़ में 2-2 एमएम बारिश दर्ज हुई। जिले में अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। जिले की औसतन बारिश का आंकड़ा 606.87 है, जिसके मुकाबले अब तक 730.36 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है। सिंचाई विभाग के 30 बांधों में 94.15 प्रतिशत पानी आ चुका है। पिछले 40 साल में ये पहली बार है, जब जिले के 94 प्रतिशत बांध भर चुके हैं।

Rajasthan Weather Update Winter showed sharp attitude severe cold

Weather Update Today: प्रदेश में सर्दी का सितम जारी है. मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में सर्दी से राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. आज बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के भी कुछ स्थानों पर घना कोहरा दर्ज किया गया. दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. प्रदेश में 2 जिलों का तापमान माइनस डिग्री तक बना हुआ है. हनुमानगढ़ जिले में बीती रात 5 डिग्री तापमान की वृद्धि हुई है. इसी के साथ ही करौली में कल के मुकाबले आज न्यूनतम तापमान 5 डिग्री और ज्यादा नीचे गिरा है. इसी के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में रात के न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. बीती रात न्यूनतम तापमान चुरू जिले का दर्ज किया गया. चुरू जिले का न्यूनतम तापमान 0.5 माइनस डिग्री दर्ज किया गया. वहीं फतेहपुर सीकर जिले का न्यूनतम तापमान माइनस 0.7 डिग्री रहा. 1.4 न्यूनतम तापमान बांरा जिले का रहा. भीलवाड़ा जिले का रात का तापमान 1.8 डिग्री रहा. राजधानी जयपुर का न्यूनतम रात का तापमान 4 डिग्री रहा. डूंगरपुर जिले का रात का तापमान सबसे अधिक रहा 9.6 डिग्री रहा. प्रदेश के अन्य जिलों के बीती रात न्यूनतम तापमान की बात करें तो, बीती रात अजमेर जिले का रात का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री रहा. भीलवाड़ा जिले का रात का तापमान 1.8 डिग्री रहा. वनस्थली का न्यूनतम तापमान 3.2 दर्ज किया गया. वहीं अलवर का न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री दर्ज किया गया. इसी तरह राजधानी जयपुर का न्यूनतम रात का तापमान 4 डिग्री रहा. पिलानी का न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री दर्ज किया गया. सीकर जिले का न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री दर्ज किया गया. कोटा जिले का न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री दर्ज किया गया. बूंदी जिले का न्यूनतम तापमा...

कड़ाके की ठंड ने लोगों को ठिठुराया, फसलों को मिलेगा फायदा

टोंक जिले में 2-3 दिन से सर्द हवा चलने और कोहरे के असर से अब दिन का तापमान भी गिरने लगा है। सोमवार को जिले के अधिकांश हिस्सों में सुबह तापमान की गिरावट देखी गई। कोहरा छाये रहने से सुबह 9 बजे तक तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी 6 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन का अधिकतम तापमान भी करीब 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। ऐसे में दिन का तापमान भी कम रहने से यह फसलों के लिए काफी फायदेमंद बताया जा रहा है। कृषि विभाग के सहायक निदेशक सांख्यिकी सुगर सिंह मीणा ने बताया कि कोहरे और दिन का तापमान कम रहने से फसलों को फायदा मिलेगा। फसलों की ग्रोथ के लिए दिन का तापमान 20-22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहना अनुकूल है। 1 दिन पहले भी दिन का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। कोहरे के चलते सुबह लोग घरों कम निकले बाहर जिले में आज एक फिर से कई जगह अलसुबह कोहरा छाया रहा। कोहरे के साथ ठंडी हवा चली, जिसके कारण सर्दी का असर भी ज्यादा रहा। सर्द हवा के कारण जिला मुख्यालय समेत कई जगहों पर जनजीवन काफी प्रभावित हुआ। कोहरे के कारण हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी नजर आई। इनपुट: गोपाल माहेश्वरी, राजमहल

टोंक जिले के सामान्य ज्ञान की जानकरी : Rajasthan Tonk District GK information in Hindi

नमस्कार दोस्तों राजस्थान भारत का एक बहुत बड़ा राज्य है हम जानते हैं की ये क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का पहला राज्य है। हर कोई विद्यार्थी या फिर कोई परीक्षा में बैठने वाला राजस्थान के सामान्य ज्ञान के बारे में जानना चाहता है। इसका कारण ये है की राजस्थान राज्य के सामान्य ज्ञान के बारे में एक सवाल जरूर पूछा जाता है चाहे वह India Level का Exam हो या फिर राजस्थान राज्य के Level का। तो हम Gk Pustak के माध्यम से यहां पर राजस्थान के टोंक जिले के सामान्य ज्ञान की पूरी जानकारी दे रहे हैं जो अवश्य ही आपके किसी न किसी परीक्षा में जरूर काम आएगा। इस भाग में टोंक जिले के इतिहास, भौगोलिक स्थिति, प्रशासनिक ढांचे, जनसांख्यिकी 2011, मेले और त्यौहार, बांधों, मंदिरोंका सामान्य ज्ञान हिंदी में दिया गया है। Tonk District GK | टोंक जिले के सामान्य ज्ञान की जानकरी राजस्थान के टोंक जिले का इतिहास | Tonk District History GK इस जिले के पहले संस्थापक सन 1769 - 1834 के थे। उनका नाम नवाब मुहम्मंद आमिर खान था। अगर उनके वंश की बात करें तो वे पश्तून वंश के थे ये पश्तून वंश अफग़ानिस्तान से संभंध रखता था। वे एक साहसी और दलेर कमांडर थे। उन्हीने ने इस क्षेत्र को यशवंत राव हॉलर से जीता था। 1806 में ब्रिटिश सरकार ने इस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया। पर उनकी बहादुरी से ये रियासत अंग्रेजों से भी वापिस ले ली गई। बाद में जब 1817 में जब एंग्लो मराठा युद्ध हुआ तो इस पुरे क्षेत्र को ब्रिटिश सरकार को शौंप दिया और अपने आप नवाब की उपदि ली और सिर्फ टोंक क्षेत्र को ही अपने पास रखा। बाद में इंदौर के शासक दुआरा इस राज्य की स्थापना की गई। इतिहास में जब मौर्य साम्राज्य की बात करें तो ये ज्यादातर हर्षवर्धन के शासन के अधीन रहा। राजस्थ...

टोंक जिला

अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 शासक • 3 टोंक के नवाब • 4 नामधारी नवाब • 4.1 अन्य तथ्य • 4.2 तथ्य • 4.3 भूगोल • 4.4 अन्य मंदिर/ दर्शनीय स्थल और मेले • 4.5 मंदिर.. • 4.6 इन्हें भी देखें • 4.7 सन्दर्भ इतिहास [ ] भले ही इस शहर के इतिहास का कोई लम्बा–चौड़ा वर्णन ज़िला स्थान-विवरणिका, जनगणना-दस्तावेजों और इतिहास के ग्रंथों में अंकित न हो, यह बात निर्विवाद है कि टोंक, जयपुर से पुराना है। हनुमान सिंघल ने साहित्य-कला-संगम द्वारा प्रकाशित अपनी एक पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ टोंक’ में यहाँ के इतिहास पर प्रकाश डाला है । यहाँ से कुछ दूर रणथम्भोर जाने वाले मार्ग में ग्राम ‘ककोड़’ में विशाल ग्रेनाइट शिला से निर्मित एक विशालकाय हाथी, जो 12वीं सदी की रचना है, इस इलाके में सभ्यता की पुरानी रिहाइश का सबूत है ... भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित एक ही चट्टान (Monolithic Rock) में से उत्कीर्ण इस वास्तविक ऊंचाई के हाथी के दाहिने कान में इस बड़े सारे मूर्तिशिल्प के निर्माण की तिथि अंकित है! महाभारत काल में टोंक को ‘संवाद लक्ष्य’ के नाम से जाना जाता था। मौर्य शासन में यह मौर्यों के अधीन था और फिर इसे मालवा राज्य में मिला दिया गया था। यह अधिकांश काल तक हर्षवर्धन के अधीन रहा । चीन के आगंतुक यात्री ह्वेन त्सांग के अनुसार, यह तब बैराठ राज्य के अधीन आता था। राजपूतों के शासन में, यह राज्य टोडा के सोलंकी शासकों के अधीन रहा और बाद में इस पर कछवाहों ने कब्जा कर लिया जब राजा मानसिंह ने टोडारायसिंह के राव को हराया। मानसिंह के बाद, यह होल्कर और सिंधिया के शासन में आ गया । स्थानीय अभिलेखों के अनुसार अकबर के शासन-काल में ‘टोडी’ और ‘टोंकड़ा’ नाम के दो जिले आमेर के राजा मुग़ल- सेनापति मानसिंह ने पिंडारियों और अन...

There is a possibility of 43 degree temperature in the district today

बाहर निकलने पर हीट वेव में आने की आशंका रहें सचेत, घरों से न निकलें बाहर फोटो : गर्मी : भीषण गर्मी से बचने का प्रयास करते लोग। नूरसराय, निज प्रतिनिधि। भागलपुर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा से जारी नालन्दा जिला मौसम पूर्वानुमान के अनुसार जिला में बुधवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है। हालांकि, न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगी। बाहर निकलने पर हीट वेव की चपेट में आने की आशंका बनी रहेगी। इसलिए बिना काम के घरों से बाहर न निकलें। निकलना आवश्यक हो, तो सतर्कता के साथ ही बाहर निकलें। बुधवार को सापेक्षिक अधिकतम आर्द्रता 35 तो न्यूनतम आर्द्रता 15 प्रतिशत तक रह सकती है। वहीं जिले में 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। यानि हवा में गर्मी बरकरार रहेगी। आसमान साफ रहेगा। वेदर फॉरकास्ट के अनुसार मंगलवार को जिले में तापमान पांच बजे 31 डिग्री, आर्द्रता 89 प्रतिशत, पूरवा हवा छह किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी। सात बजे ही तापमान 32 डिग्री पहुंच गया था। नौ बजे 35 तो महज एक घंटा बाद 10 बजे सीधे 38 डिग्री तापमान पहुंच गया। दोपहर एक बजे तो मौसम का मिजाज 41 तो दो बजे 42 डिग्री रहा।